गाजियाबाद एनसीआर ;छेड़छाड़ की तहरीर देने पर पत्रकार की गोली मारकर हत्या
22 JULY 20# एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उन्होंने भांजी के साथ छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस में दी थी। इस हमले की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद है. # गाज़ियाबाद में पत्रकार ने अपनी भांजी के छेड़ने की तहरीर पुलिस को दी थी. पुलिस ने ना उसमें कार्रवाई की और ना ही किसी की गिरफ्तारी की. इसके बाद तहरीर देने से नाराज़ बदमाशों ने सोमवार की देर रात पत्रकार को गोली मार दी. Presents by Himalayauk Newsportal
सीसीटीवी फुटेज में विक्रम जोशी अपनी बेटियों के साथ बाइक पर जाते दिखाई देते हैं. इस बीच कुछ लोग उन्हें रोकते हैं और मारना शुरू कर देते हैं. वीडियो में बेटियों को भागते हुए देखा जा सकता है. विक्रम जोशी सड़क पर पड़े हुए थे, तभी उनकी एक बेटी उनके पास पहुंच गई. वीडियो में वो रोते हुए मदद की गुहार लगाते देखी जा सकती है.
दिल्ली से सटे गाज़ियाबाद में सोमवार की रात बदमाशों ने एक पत्रकार पर गोली मारी थी, क्योंकि उसने 16 जुलाई को भांजी के साथ हुई छेड़छाड़ की शिकायत की थी. बुधवार की सुबह घायल पत्रकार ने अस्पताल में दम तोड़ दिया
दिल्ली से सटे गाजियाबाद इलाके में सोमवार देर रात बदमाशों के हमले में गंभीर रूप से घायल पत्रकार विक्रम जोशी की बुधवार सुबह इलाज के दौरान मौत हो गई. सोमवार देर रात अज्ञात हमलावरों ने उनकी दो बेटियों के सामने ही सिर में गोली मार दी थी. पुलिस का कहना है कि जन सागर टुडे अखबार के साथ काम करने वाले जोशी अपनी दोनों बेटियों के साथ स्कूटर से जा रहे थे कि तभी कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया. उनकी पिटाई करने के बाद उन्हें गोली मार दी गई. उन्हें गंभीर हालत में गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पत्रकार द्वारा अपनी एक रिश्तेदार के साथ छेड़छाड़ किए जाने के आरोप में शिकायत दर्ज कराने के चार दिन बाद उन पर हमला किया गया. पुलिस ने अब तक इस मामले में नौ लोगों- विजय, मोहित, दलवीर, आकाश, योगेंद्र, अभिषेक मोटा, अभिषेक, शकीर और मुख्य आरोपी रवि को गिरफ्तार किया है.
परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उनकी शुरुआती शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की. परिवार का आरोप है कि 17 जुलाई को पोस्ट के जरिये एसएसपी ऑफिस को एक पत्र भेजा गया था, जिसमें उचित कार्रवाई करने की बात कही गई थी लेकिन कुछ भी नहीं हुआ. पुलिस का कहना है कि 16 जुलाई को छेड़छाड़ के आरोप में शिकायत दर्ज कराई गई थी, जिस पर तुरंत कार्रवाई करते हुए उसी दिन एफआईआर दर्ज कर ली गई थी.
गाजियाबाद की एएसपी कालनिधि नैतनी ने कहा कि मुख्य आरोपी रवि और छोटू समेत 9 लोगों गिरफ्तार कर लिया गया है. उनके कब्जे से एक अवैध हथियार भी बरामद किया गया है.
गाजियाबाद के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने लापरवाही बरतने के आरोप में विजय नगर पुलिस थाने के के बूथ इंचार्ज एसआई राघवेंद्र को सस्पेंड कर दिया है और कार्रवाई करने में देरी के कारणों का पता लगाने के लिए डीएसपी रैंक के एक अधिकारी के तहत जांच शुरू की गई है. उन्होंने कहा, ‘मुख्य आरोपी रवि प्रताप विहार का ही निवासी है, उसने कबूल किया है कि उसने ही अपने साथियों के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था.’
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गाजियाबाद में एक पत्रकार की हत्या के मामले को लेकर बुधवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में रामराज का वादा किया गया था, लेकिन गुंडाराज दे दिया.
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ का विरोध करने पर पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या कर दी गई. शोकग्रस्त परिवार को मेरी सांत्वना. वादा था राम राज का, दे दिया गुंडाराज.’
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी ट्वीट कर कहा, ‘विक्रम जोशी के परिजनों को मेरी हार्दिक श्रद्धांजलि. एक साहसिक पत्रकार की आज मौत हो गई. अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने वालों के खिलाफ एफआईआर करने की वजह से उन्हें गोली मार दी गई. देश में भय का माहौल पैदा किया जा रहा है. आवाज दबाई जा रही है और मीडिया को भी नहीं छोड़ा जा रहा है. खौफनाक.’
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था, ‘गाजियाबाद एनसीआर में है. यहां कानून व्यवस्था का ये आलम है तो आप पूरे उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के हाल का अंदाजा लगा लीजिए. एक पत्रकार को इसलिए गोली मार दी गई क्योंकि उन्होंने भांजी के साथ छेड़छाड़ की तहरीर पुलिस में दी थी. इस जंगलराज में कोई भी आमजन खुद को कैसे सुरक्षित महसूस करेगा?’
पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बुधवार को ट्वीट कर कहा, ‘उत्तर प्रदेश के जंगलराज में ग़ाज़ियाबाद में अपनी भांजी के साथ छेड़छाड़ करने के विरोध में पत्रकार विक्रम जोशी को गोली मारकर बुरी तरह से घायल किया गया, जिनकी मृत्यु हो जाने पर दुःखी परिवार के प्रति बीएसपी संवेदना व्यक्त करती है।’
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा, ‘पूरे उत्तर प्रदेश में हत्या व महिला असुरक्षा सहित जिस तरह से हर प्रकार के गंभीर अपराधों की बाढ़ लगातार जारी है उससे स्पष्ट है कि यूपी में कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है अर्थात यूपी में कोरोना वायरस से ज्यादा अपराधियों का क्राइम वायरस हावी है।’
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक जिलाधिकारी ने बताया है कि धरने पर बैठे लोगों की बात मानते हुए राज्य सरकार ने 10 लाख की आर्थिक सहायता, पत्नी को नौकरी, बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने का आश्वासन दिया है. फिलहाल धरना खत्म हो गया है.