इस बार बीजेपी की हालत गुजरात में उतनी मजबूत नहीं
#नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री रहते आउटसोर्स करने की नीति शुरू की थी #राहुल ने कहा कि कांग्रेस जब भी सत्ता में आएगी, इस नीति को पलट देगी# छोटे और मझौले उद्योग रोजगार पैदा करते हैं और समृद्धि लाते हैं # कांग्रेस के प्रेसिडेंट-इन-वेटिंग ने वास्तव में यह संकेत दे दिया कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है# गुजरात में यह संदेश जा रहा है कि छोटे और मझोले उद्योग केे हिमायती है राहुल गॉधी- # www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) Bureau
विधानसभा चुनाव जितना नजदीक आ रहा है, ऐसा कहने वालों की कमी नहीं है कि इस बार बीजेपी की हालत गुजरात में उतनी मजबूत नहीं है. वहीं राहुल के वार भी बीजेपी सरकार के लिए मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं. ऐसे में, आमतौर पर राहुल गांधी को नजरअंदाज करने वाले मोदी इस बार बहुत वक्त तक चुप रहेंगे, ऐसा शायद ही हो. राहुल गांधी लगातार बयानों के बम फोड़ रहे हैं राहुल इतने आक्रामक मुद्रा में आ गए है कि बीजेपी रक्षात्मक मुद्रा में आ गयी है, गुजरात दौरे पर राहुल दिखा रहे हैं कि एक कच्चा खिलाड़ी धीरे-धीरे ही चैंपियन बनता जा रहा है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात में बीजेपी की घबराहट बढ़ा दी है.
राहुल गांधी ने गुजरात में बीजेपी की घबराहट बढ़ा दी है. राहुल गांधी वहां से एक के बाद एक बयानों के बम फोड़ रहे हैं.
#मोदीजी, आपकी पार्टी 22 साल से यहां सरकार में है और अब आप कहते हैं कि 2022 तक आप गुजरात से गरीबी मिटा देंगे
#मैं अब आपको उनकी अगली लाइन बताता हूँ, 2025 तक मोदीजी गुजरात के हर व्यक्ति को चाँद पर जाने के लिए Rocket देंगे
#2028 में मोदीजी गुजरात के हर व्यक्ति को चाँद पर एक घर देंगे और 2030 में मोदीजी चाँद को धरती पर ले आएंगे
राहुल गांधी वहां से एक के बाद एक बयानों के बम फोड़ रहे हैं. भाषणों के अलावा ट्विटर पर भी राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं. मोदी सरकार पर उनकी तरफ से किया गया हर तंज लोगों का ध्यान उनकी तरफ खींच रहा है. राहुल गांधी ने इस बार पीएम मोदी पर सबसे जोरदार तंज कसा है. गुजरात में 22 साल से सत्ता में रही बीजेपी सरकार की नाकामी का उन्होंने ट्वीट कर माखौल उड़ाया है. उन्होंने कहा है कि नरेंद्र मोदी की पार्टी 22 सालों से गुजरात में सत्ता में है और वो अब भी कहते हैं कि 2022 तक गुजरात से गरीबी मिटा देंगे.
राहुल ने इसके बाद भी पीएम मोदी पर करारा तंज कसते हुए कहा है कि मैं बताता हूं कि मोदीजी की अगली लाइन क्या होगी- मोदीजी 2025 तक गुजरात के लोगों को चांद पर पहुंचा सकते हैं, 2028 तक गुजरात के हर व्यक्ति को चांद पर एक घर दे देंगे और 2030 में चांद को ही धरती पर ले आएंगे.
राहुल गांधी की रैलियों में जुट रही भीड़ ही बीजेपी में घबराहट की वजह नहीं है. हालांकि यह अपने आप में एक खबर है. ऐसा उस राज्य में हो रहा है, जिसे नरेंद्र मोदी ने 22 साल से अधिक समय तक अपने हिसाब से चलाया है. बीजेपी में घबराहट इसलिए भी है कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री के अहम फैसलों और नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं. इस प्रकिया में वो नेहरूवादी समाजवाद के साथ कल्याणकारी राज्य की कांग्रेस की अवधारणा को स्पष्ट कर रहे हैं और उसे ठीक कर रहे हैं. इसके जरिए लोग उनसे जुड़ हो रहे हैं और वो भी गुजरात में.
वही दूसरी ओर पीएम मोदी ने गुजरात में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस गुजरात और गुजरातियों से बेहद नफरत करती इसके जवाब में शशि थरूर ने ट्वीट किया है, ‘मेरे बेटे ने हाल ही में एक गुजराती से शादी की है नरेंद्र मोदी जी, हमारे दिल में आपके राज्य और उसके लोगों के लिए कुछ नहीं है सिवा प्यार के.’ शशि थरूर के बेटे इशान थरूर वॉशिंगटन पोस्ट में पत्रकार हैं और रविवार को उन्होंने अपने साथ काम कर रही भूमिका दवे नाम की गुजराती लड़की से शादी की है.
भविष्य के लिए राहुल जो दिशा खोज रहे हैं उसका सबूत शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में निजीकरण विरोधी उनके विचारों से मिलता है. स्वास्थ्य क्षेत्र पर भी गांधी के ऐसे ही विचार हैं. गुजरात में सरकार ने सरकारी अस्पतालों को अपग्रेड करने के लिए पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप का रास्ता चुना है. नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री रहते शिक्षकों, आंगनवाड़ी और आशा वर्कर्स समेत कई सरकारी नौकरियां आउटसोर्स करने की नीति शुरू की थी. राहुल ने कहा कि कांग्रेस जब भी सत्ता में आएगी, इस नीति को पलट देगी.
रोजगार सृजन और समृद्धि के मसले पर राहुल ने कहा कि गुजरात देश को रास्ता दिखा सकता है लेकिन यह बार-बार दुहराए गए गुजरात मॉडल की तरह नहीं हो सकता, जिसमें चुने हुए ‘पांच से दस उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाया जाता है.’ यह गुजरात के छोटे और मझौले उद्योगों की ताकत पहचानने से होगा.
राहुल गांधी ने कहा, ‘छोटे और मझौले उद्योग रोजगार पैदा करते हैं और समृद्धि लाते हैं. मैं यह नहीं कर रहा कि बड़े उद्योगों की पूरी तरह अनदेखी हो,लेकिन इनके लिए पूरी जगह नहीं छोड़ी जा सकती, जैसा कि गुजरात मॉडल के नाम पर हो रहा है.’ उन्होंने कांग्रेस सरकार में ये सब कुछ बदलने का वादा किया.
उन्होंने मिल्क को-ऑपरेटिव की महिलाओं और दूसरी जगहों पर चर्चा के दौरान कहा ‘हमारा गुजरात मॉडल अमूल वाला पुराना मॉडल है, गांधीजी का मॉडल है, सरदार का मॉडल है.’ उन्होंने कई जगहों पर दोहराया ‘हम आपकी मन की बात सुनेंगे और आप पर कोई चीज थोपेंगे नहीं.’