सरकार ने पाकिस्तान को घेरकर निपटाने की रणनीति तैयार कर ली
सोमवार को पीएम ने कई लेवल पर स्ट्रैटजी पर बात की। इसके बाद सेना ने पाकिस्तान को चेतावनी भी दे दी। पाक को जवाब दिया जाएगा। सेना पर हुए अब तक के सबसे बड़े हमले पर भारत का माकूल जवाब क्या हो? सरकार में इसपर चर्चा जारी है। उरी में आतंकी हमले के तीन दिन बीतने वाले हैं और जवाब देने की मांग के बीच सरकार ने पाकिस्तान को घेरकर निपटाने की रणनीति तैयार कर ली है. पीएम के घर हुई हाई लेवल मीटिंग में पाकिस्तान को दुनिया में अलग-थलग कर आतंकवादी देश घोषित करवाने की स्ट्रैटजी पर चर्चा हुई। डिप्लोमैटिक और इकोनॉमिक फ्रंट पर भी पाकिस्तान को एग्रेशन दिखाने पर बात की गई। सूत्रों के मुताबिक, भारत ने इस स्ट्रैटजी के तहत अमेरिका और रूस के साथ बात भी की है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी यूएन में जोर-शोर से उड़ी हमले का मुद्दा उठाएंगी। चीन भी इस हमले से सकते में हैं। चीन के विदेशमंत्री ने कहा, ”पीओके में 46 अरब डॉलर के गलियारे काे क्षेत्रीय देशों को आगे बढ़ाने के लिए बनाया जा रहा है। इस पर रुकावट नहीं आनी चाहिए।” चीनी राजनयिक जेची ने भारत की एनएसजी सदस्यता और मौलाना अजहर मसूद के बैन के मुद्दे को लेकर चीनी राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है। इसमें लिखा, चीन भारत के साथ नरम रवैया नहीं अपनाता है तो उसे नुकसान उठाना पड़ेगा। चीन हर तरह के आतंकवाद का विरोध करता है और उसकी कड़े शब्दों में निंदा करता है। (www.himalayauk.org)
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भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसकी नीच हरकत का मुंहतोड़ जवाब दिया है. सेना ने आज उरी के लच्छीपोरा में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों में 10 को मार गिराया है. अभी पांच और आंतकियों के छिपे होने की आशंका है. सेना का ऑपरेशन अभी भी जारी है.आज सुबह खबर आई थी कि उसी सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से सीज़फायर का उल्लघंन किया गया है. इसके बाद खबर आई कि पाकिस्तान की ओर से 15 आतंकियों ने भारत में घुसपैठ की कोशिश की है. भारतीय सेना ने इसी घुसपैठ को रोकते हुए ऑपरेशन को अंजाम दिया और आठ आतंकियों को मार गिराया.सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान ने आतंकियों की घुसपैठ को सफल बनाने के लिए ही सेना के इन पोस्ट पर सीज़फायर का उल्लघंन किया था. सेना की ओर से इस ऑपरेशन को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.
आतंकियों ने हंदवाड़ा के नौगाम सेक्टर में घुसपैठ की कोशिश की. आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के जवान के शहीद होने की खबर आई है. सेना का ऑपरेशन जारी है, 4-5 आतंकवादियों के छिपे होने की खबर है.
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सेना के कैम्पों की सुरक्षा अब पैरा कमांडों करेंगे. पहले से ही वायु सेना की हवाई पट्टियों की सुरक्षा ‘गरुड़’ पैरा कमांडो फ़ोर्स करती है जबकि नौसेना के लिए यह काम मारकोस कमांडो करते हैं भारतीय सेना की क्रीम माने जाने वाले पैरा कमांडो की दुनिया में सबसे लंबी और सबसे मुश्किल ट्रेनिंग होती है. सेना के तीनों अंगों में से 18 से 23 साल के जवान अपनी मर्जी से पैरा कमांडो के लिए आवेदन देते हैं और 10 हजार मे एक चुना जाता है. उसमें से भी 75 फीसदी ट्रेनिंग पूरी नहीं कर पाते और साढ़े तीन साल की ट्रेनिंग जो पूरी करते हैं वो फौलाद बनकर निकलते हैं जिनका लोहा पूरी दुनिया मानती है
पाकिस्तानी आतंकियों को भारत में घुसपैठ करने में मदद करने और भारतीय सैनिको के सिर काटने से चर्चा में आई पाकिस्तान की ‘बैट’ यानी बॉर्डर एक्शन टीम के मुकाबले के लिए सेना की ‘घातक’ बटालिन की पोस्टिंग की जायेगी !
घातक बटालियन सेना में स्पेशल फोर्स है. ये एनएसजी, एसपीजी, एसपीएफ और फोर्सवन की तरह अलग विंग नहीं है बल्कि हर बटालियन के कुछ चुनिंदा जवानों को कमांडो जैसी ट्रैनिंग देकर घातक का गठन किया जाता है. करगिल की चोटी पर कब्जे के लिए घातक दस्ते को ही सबसे पहले रवाना किया गया था.
एलओसी और बॉर्डर की निगरानी के लिए ज्यादा सुरक्षाबल की तैनाती की जाएगी पूरी एलओसी की निगरानी के लिए अब सेना ड्रोन का प्रयोग करेगी.. अभी तक केवल कुछ इलाकों तक ये प्रयोग सीमित है. उरी जैसे हमलों को अंजाम देने के लिए सीमा पार से आये आतंकियों के खात्मे के लिए सेना का सफाई अभियान शुरू किया जाएगा.
केंद्र सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों को अलग अलग स्तर पर कार्रवाई के लिए कहा है जिसमें जम्मू कश्मीर में घुसे आतंकियों के मॉड्यूल को खत्म करने के लिए सरकार बड़ा अभियान छेड़ने वाली है. राज्य सरकार को भरोसे में लेने के लिए गृह सचिव राजीव महर्षि को श्रीनगर केंद्र सरकार का दूत बना कर भेजा जिन्होंने ऑपेरशन कैसे चलेगा इसकी जानकारी मुख्यमंत्री और राज्यपाल से मिलकर दी.
दरअसल कश्मीर में ऑपरेशन चलाने में यूनिफाइड कमांड जिसमे सेना, पैरामिलिट्री और राज्य पुलिस मिलकर काम करती है और इस कमांड की मुखिया मुख्यमंत्री होती हैं. सेना ऑपरेशन और निगरानी के लिए इसरो से सैटेलाइट इमेजरी की मदद भी ले रही है. सेना ने पाकितान से होने वाली किसी भी करवाई के जवाब में किसी भी सीमा तक जाने के निर्देश दिए है.
वहीं एनआईए ने उरी हमले की जाँच शुरू करते हुए देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने का मामला दर्ज किया है. एनआईए ने सेना से सबूत कब्जे में ले लिया है. एनआईए आतंकियों से बरामद जीपीएस की फॉरेंसिक जाँच के लिए अमेरिका की मदद लेगा.
जीपीएस की जांच से पता लगेगा कि आतंकी पाकिस्तान में कहाँ से चले और घुसपैठ कहाँ से हुई और कब घुसपैठ की. इतना ही नहीं एनआईए पहली बार नेशनल रिमोट सेंसिंग सैटेलाइट की मदद लेगा. सैटेलाइट से मिली तस्वीर से पता लग सकता है कि एक साथ कितने आतंकियों ने घुसपैठ की थी और कहां से अलग जत्थे में आकर हमले को अंजाम दिया.