मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर अफवाह
गवर्नर अस्पताल पहुंचे लेकिन मुलाकात नही हुई- जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर शहर तथा समाज के विभिन्न हिस्से में अफवाहों का बाजार गर्म हो गया है. लोग उनके स्वास्थ्य की विश्वसनीय व विस्तृत जानकारी की मांग करने लगे हैं. तमिलमाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता की सेहत को लेकर अटकलों के बीच पुलिस ने उनकी मौत को लेकर अफवाह फैलाने के आरोप में एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज किया है. माना जा रहा है कि यह महिला फिलहाल फ्रांस में रह रही है और इस पर आरोप है कि इसने सोशल मीडिया पर जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर झूठी खबर फैलाकर दंगे भड़काने की कोशिश की. 93 वर्षीय करुणानिधि ने इस बारे में राज्यपाल के दखल की मांग करते हुए पूछा है कि वे मुख्यमंत्री को देखने क्यों नहीं गए.
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर उड़ रहे अफवाहों पर पार्टी की ओर से विराम लगाने की कोशिश की गई है. तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता को देखने शनिवार शाम गवर्नर विद्यासागर राव अस्पताल पहुंचे. हालांकि, उन्होंने जयललिता से मुलाकात नहीं की लेकिन चिकित्सकों ने उनकी स्थिति के बारे में राव को जानकारी दी. पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री पी वालारामती ने कहा, ‘अम्मा (जयललिता) को डॉक्टरों के परामर्श के अनुसार आराम की जरूरत है और वह स्वस्थ होकर लौटेंगी.’ उन्होंने कहा कि जयललिता अपना आधिकारिक कामकाज कर रही हैं. उन्होंने रेखांकित किया कि जयललिता ने अस्पताल में रहने के दौरान इस महीने के निकाय चुनावों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा भी की.
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द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) सुप्रीमो करुणानिधि ने तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर सवाल उठाए हैं. करुणानिधि ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर जारी अफवाहों पर पूर्ण विराम लगाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए. करुणानिधि ने कहा, ‘जयललिता को तेज बुखार और हाइड्रेशन की वजह से 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल ने कुछ दिन में दावा किया कि जयललिता का बुखार कम हो गया है और उन्होंने नॉर्मल डाइट लेना शुरू कर दिया है लेकिन उन्हें कुछ देर तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा. जयललिता ने कावेरी मुद्दे पर बैठक भी की और कावेरी जल संकट एक्जीक्यूटिव मीटिंग में पढ़े जाने वाली चिट्ठी को खुद लिखवाया भी. लेकिन ये कैसे हो सकता है कि ये सब होते हुए मुख्यमंत्री का एक भी फोटो सरकार के मीडिया आर्म ने जारी नहीं किया.’ करुणानिधि ने कहा कि सरकारी मीडिया आर्म जयललिता और अधिकारियों के बीच होने वाली छोटी से छोटी मीटिंग्स की भी फोटो जारी करता है लेकिन इस बार इतनी अहम मीटिंग की कैसे अनदेखी कर दी गई. करुणानिधि ने कहा कि एआईडीएमके के अनेक कार्यकर्ता अस्पताल के बाहर डेरा डाले हुए हैं और मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य को लेकर अंधेरे में हैं. ऐसे में कम से कम उन्हीं के लिए मुख्यमंत्री की एक फोटो जारी की जा सकती है. करुणानिधि के मुताबिक एक हफ्ता बीतने के बाद राज्यपाल या एआईडीएमके की सहयोगी पार्टियों के नेता उन्हें देखने नहीं गए. इस तरह जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर जो पर्दा किया जा रहा है वो अफवाहों को ही बढ़ावा दे रही है. करुणानिधि ने कहा कि अफवाहें फैलाने वालों पर पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. अगर मुख्यमंत्री को अब भी बुखार है तो उनके स्वास्थ्य को लेकर एक मेडिकल टीम का गठन किया जाना चाहिए और सारी जानकारी लोगों के साथ बांटी जानी चाहिए. करुणानिधि के मुताबिक उनके और जयललिता के बीच राजनीतिक मतभेद हैं लेकिन वो उनके शीघ्र स्वस्थ होकर अपना काम संभालने की कामना करते हैं.
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AIADMK के प्रवक्ता पी रामचंद्रन ने कहा कि जयललिता की सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है और वो जल्द ठीक होकर अस्पताल से लौटेंगी. AIADMK नेता ने बताया कि ब्रिटेन से आए डॉक्टर रिचर्ड जॉन बील शुक्रवार से जयललिता के स्वास्थ्य की जांच में जुटे हैं. रिचर्ड लंदन ब्रिज अस्पताल में कंसलटेंट इंटेनसिविस्ट हैं.
पी रामचंद्रन ने कहा कि विपक्ष बेवजह जयललिता को लेकर अफवाहें फैला रहा है. हालांकि उन्होंने कहा कि जयललिता का कोई फोटो जारी करने की जरूरत नहीं है, इसको लेकर विपक्ष को जो अफवाहें फैलाना है वो फैलाएं. वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री पी वालारामती ने कहा कि अम्मा (जयललिता) को डॉक्टरों ने आराम की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि जयललिता अपना आधिकारिक कामकाज कर रही हैं.
हालांकि जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर न तो राज्य सरकार और न ही अपोलो अस्पताल से उनके स्वास्थ्य को लेकर कोई आधिकारिक बयान आया है. जयललिता को बुखार और शरीर में पानी की कमी के कारण 22 सितंबर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इससे पहले अपोलो अस्पताल ने कहा था कि जयललिता का बुखार उतर गया है, पर उन्हें कुछ दिनों तक अस्पताल में रहने की आवश्यकता है.
विपक्षी दल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री एम करुणानिधि ने जयललिता के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए कहा कि राज्य सरकार को उनके स्वास्थ्य से संबंधित अफवाहों पर विराम लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि चूंकि जयललिता की अध्यक्षता में कावेरी जल मुद्दे पर राज्य के अधिकारियों की बैठक हुई, ऐसे में राज्य सरकार को कम से कम अस्पताल की उनकी एक तस्वीर जारी करनी चाहिए.