महागठबंधन पर बड़ा बम गिरना तय- वशिष्ठ नारायण के बयान का संकेत
बिहार में महागठबंधन खतरे में है. जेडीयू और आजेडी में चल रही तनातनी के बीच जेडीयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने तेजस्वी का इस्तीफा तो नहीं मांगा, लेकिन जो कहा वो महागठबंधन पर बड़ा बम गिराने वाला है. वशिष्ट नारायण सिंह ने कहा है तेजस्वी पर फैसला होकर रहेगा. वहीं, आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने इसका जवाब दिया है. पूर्वे ने कहा है कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे.
जेडीयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ट नारायण सिंह ने कहा है, ‘’सरकार के मुखिया नीतीश कुमार हैं. नीतीश ने पहले भी गठबंधन की सरकार चलाई है और अब भी चला रहे हैं. जेडीयू का नजरिया साफ है. नीतीश कुमार वक्त आने पर सही फैसला लेंगे और हमें सही वक्त का इंतजार करना चाहिए.’’ report by; Himalaya Gaurav Uttrakhand
File photo; प्रतीकात्मक- जेडीयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह काशीपुर में चन्द्रशेखर जोशी सम्पादक के कार्यक्रम में तथा उनके निवास स्थान की ओर-
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज होने के बाद महागठबंधन की सरकार पर बड़ा पेंच फंसा हुआ है. लालू यादव ने साफ कर दिया है कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे वहीं नीतीश की पार्टी लगातार इस्तीफे का दबाव बना रहे है, सवाल ये है कि आगे क्या होगा ? जदयू के अल्टीरमेटम के बाद पहली बार अपनी चुप्पीा तोड़ते हुए राजद नेता और उपमुख्य मंत्री तेजस्वी यादव ने बुधवार को कहा है कि मुझ पर एफआईआर राजनीतिक साजिश है. ये महागठबंधन को तोड़ने की कोशिश है. मुझे पिछड़ा होने की सजा दी जा रही है. लालू यादव के परिवार पर छापेमारी के बाद पहली राज्य. सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे तेजस्वीप यादव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये 28 साल के नौजवान से डरते हैं और सवालिया लहजे में पूछा कि जिन आरोपों की बात विपक्ष कह रहा है तब उनकी उम्र 13-14 साल की थी. ऐसे में क्या 13-14 साल की उम्र में घोटाला करेंगे. उन्होंसने कहा कि उनकी पार्टी इस मुद्दे पर नहीं झुकेगी और जरूरत पड़ने पर जनता के बीच जाएंगे. (HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND)
तेजस्वी की सफाई पर वशिष्ट नारायण सिंह ने कहा, ‘’तेजस्वी की सफाई से संतुष्ट और असंतुष्ठ होने की बात नहीं है. पार्टी की अपेक्षा यही है कि सवाल खड़े होते जा रहे हैं, ऐसी स्थिति में तेजस्वी को कोई स्पष्ट राय रखनी ही होगी. हम इंतजार कर रहे हैं. पार्टी ने तेजस्वी का इस्तीफा मांगा नहीं है. जो करेगा समय करेगा.’’
जेडीयू के बिहार अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा है कि ‘फैसला तो होकर ही रहेगा.’ एक टेलीविजन इंटरव्यू में जेडीयू अध्यक्ष के दिए इस बयान के बाद सियासी हलचल बढ़ गई है. वशिष्ठ नारायण सिंह का बयान तेजस्वी यादव को लेकर है जिनका कहना है कि ‘इस मुद्दे पर फैसला होकर ही रहेगा, भले ही इसमें जितना वक्त लगे.’
उनके बयान ने जेडीयू के रुख को एक बार फिर से साफ कर दिया है. ये बयान नीतीश सरकार में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की सफाई के बाद आया है. तेजस्वी ने अपनी सफाई में उन आरोपों पर कुछ भी नहीं बोला है जिसको लेकर सीबीआई ने केस दर्ज कर लिया है. भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे तेजस्वी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कुछ बोलने के बजाए इसे बीजेपी की साजिश बताकर गोल-मोल जवाब दे दिया था.
वशिष्ठ नारायण सिंह के बयान से तनातनी सामने आई
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तथ्यों और प्रामाणिकता के साथ सफाई मांगी थी लेकिन, सफाई आई तो मूल मुद्दा ही गायब था. अब जेडीयू तेजस्वी के जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आ रही है. लेकिन, अब वशिष्ठ नारायण सिंह ने तेजस्वी पर फैसला होने की बात कहकर एक बार फिर से महागठबंधन के बीच की तनातनी को सामने ला दिया है. जेडीयू की तरफ से सीधे इस्तीफा नहीं मांगा जा रहा है, लेकिन, तेजस्वी यादव के जवाब से असंतुष्ट जेडीयू सार्वजनिक जीवन में शुचिता की बात कर रही है. वक्त का इंतजार करने की बात कह रही है.
जेडीयू का बयान आरजेडी पर दबाव बढ़ाने वाला है. वशिष्ठ नारायण सिंह अपने नेता नीतीश कुमार के जीरो टोलरेंस की बात को ही आगे बढ़ा रहे हैं.
लेकिन, आरजेडी अपने पुराने रुख पर कायम है. तेजस्वी के इस्तीफे का तो कोई सवाल ही नहीं है. आरजेडी के बिहार अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे भी इस्तीफे के सवाल से इनकार कर रहे हैं. आरजेडी अध्यक्ष ने इशारों-इशारों में अपनी पार्टी की ताकत का एहसास कराने की कोशिश की. रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि ‘हमारे पास 80 विधायक हैं, हमारे सांसद भी हैं और बिहार में हमारा व्यापक जनाधार भी है.’ पूर्वे का बयान जेडीयू के बिहार अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के बयान का जवाब माना जा रहा है. आरजेडी के तेवर से साफ लग रहा है कि वो भी अपनी ताकत का एहसास जेडीयू को कराना चाहती है. कुछ यही हाल बाकी आरजेडी नेताओं का भी है.
वहीं, आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा है कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे. उन्होंने कहा है, ‘’तेजस्वी यादव ने हमेशा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जीरो टॉलरेंस की मर्यादा की रक्षा की है. उन्होंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है. मंत्री के रूप में तेजस्वी के कार्य को जनता से सराहा है. पूर्वे ने कहा कि मोदी, आरएसएस और बीजेपी ने सीबीआई के जरिए तेजस्वी को फंसाने का काम किया है.
बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस दर्ज होने के बाद महागठबंधन की सरकार पर बड़ा पेंच फंसा हुआ है. लालू यादव ने साफ कर दिया है कि तेजस्वी इस्तीफा नहीं देंगे वहीं नीतीश की पार्टी लगातार इस्तीफे का दबाव बना रहे है, सवाल ये है कि आगे क्या होगा ?
बिहार में लालू प्रसाद के ठिकानों पर छापेमारी और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के खिलाफ सीबीआई केस दर्ज होने के बाद सत्तािरूढ़ महागठबंधन के बीच जारी गतिरोध पर बोलते हुए जदयू के महासचिव केसी त्याबगी ने कहा है कि इस वक्तक बिहार में गठबंधन की अग्नि परीक्षा का वक्त है. तेजस्वी को अपने आप को पाक साफ साबित करना चाहिए. अपने खिलाफ लगे आरोपों (सीबीआई केस) से उनको बेदाग निकलकर आना चाहिए. उन्होंंने कहा है कि इस मामले में उनकी धारणा अलग है और हमारी राय भिन्ने है. उन्होंचने यह भी कहा कि नीतीश कुमार की छवि सुशासन की है. अगर उस पर छवि खरोंच या दाग लगता है तो फिर ना तो गठबंधन चलाने का कोई औचित्य रहेगा और ना ही बिहार में सरकार के प्रति कोई सम्माान रहेगा.
पार्टी नेताओं की बैठक के बाद जेडीयू पार्टी के प्रवक्ता नीरज कुमार ने सीएम नीतीश कुमार की मंशा को सामने रखते हुए कहा, “जो लोग भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं, उन्हें जनता का सामना करना चाहिए और अपने आपको बेदाग साबित करना चाहिए. हमें भरोसा है कि वे ऐसा करेंगे.”
Presents by: www.himalayauk.org (HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND)
WEB & PRINT MEDIA; Mail; himalayauk@gmail.com