पूरे देश में गर्माया पत्रकार विनोद की गिरफ्तारी का मुददा

पत्रकार के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत ब्लैकमेलिंग और उगाही का मामला  #आईटी एक्ट की धारा 67 के उल्लंघन पर वरिष्ठ पत्रकार की गिरफ्तारी #  कुछ दिनो पूर्व ही पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सरकार ने एडवायजरी जारी की थी #पूरे देश में पत्रकारों द्वारा विरोध  

 वरिष्ठ पदों पर रह चुके पत्रकार विनोद वर्मा को कथित उगाही के आरोप में छत्तीसगढ़ पुलिस ने आज देर रात उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। जहां से उन्हें इंदिरापुरम थाने ले जाया गया। इंदिरापुरम थाने में उनसे घंटों पूछताछ के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने उन्हें गाजियाबाद स्थित सेशन कोर्ट में पेश किया। जहां कोर्ट ने छत्तीसगढ़ पुलिस को ट्रांजिट रिमांड दे दी। अब वर्मा को पुलिस द्वारा छत्तीसगढ़ की अदालत में सामने पेश किया जाएगा। 

गाजियाबाद की सीजेएम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ पुलिस को वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा की ट्रांजिट रिमांड दे दी है. अब छत्तीसगढ़ की पुलिस उन्हें अपने साथ लेकर पूछताछ करेगी. छत्तीसगढ़ पुलिस ने गुरुवार देर रात विनोद वर्मा के गाजियाबाद स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था. रायपुर पुलिस ने विनोद वर्मा के मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा है कि जांच अभी जारी है, अभी हम जानकारियां सार्वजनिक नहीं कर सकते हैं. लेकिन सीडी में जो कन्टेंट वो आईटी एक्ट की धारा 67 का उल्लंघन करता है. विनोद वर्मा बीबीसी के पूर्व पत्रकार रहे हैं. वे अमर उजाला के डिजिटल एडिटर भी रहे हैं. विनोद वर्मा छत्तीसगढ़ के सामाजिक राजनीतिक मुद्दों पर लंबे समय से लिखते रहे हैं. विनोद वर्मा एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया के सदस्य भी हैं.

INDIAN EXPRESS; Chhattisgarh police gets transit remand of journalist Vinod Verma, to be produced in Raipur court

The Hindu:   Journalist Vinod Verma arrested on charge of blackmailing Chhattisgarh Minister with sex CD

Former BBC journalist Vinod Verma was arrested by the Chhattisgarh police from his Ghaziabad residence early Friday morning on the charge of him blackmailing a Chhattisgarh Minister with a sex CD. A case had been registered against him under various sections at the Pandari police station in Raipur

Mr. Verma was taken to the Indirapuram police station in Ghaziabad for completing the formalities. Mr. Verma, who is a member of Editors Guild of India, is currently a freelancer. A senior police officer, requesting anonymity, said, “Verma was arrested for possession of a sex CD involving a minister in the BJP government in Chhattisgarh and was allegedly making extortion attempts.” Sources in the Ghaziabad police said that a team of Chhattisgarh Police raided a shop in Delhi and confiscated as many as 1000 prints of the alleged sex video. Based on an interrogation of the shopkeeper, the police raided Mr. Verma’s house. “We have come to know that the Chhattisgarh police confiscated a large number of CDs from Verma’s residence as well. They also took his laptop and a pen drive,” the officer further said. The arrest has sparked a furore, with political parties, including the Congress and the AAP, and a section of the media calling it a gag on journalism.

इससे पहले विनोद वर्मा ने कहा था कि उनके पास छत्तीसगढ़ के पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत की सेक्स सीडी है, इसी वजह से उन्हें फंसाया जा रहा है. ट्रांजिट रिमांड के लिए कोर्ट ले जाते वक्त विनोद वर्मा ने मीडिया से बात की. उन्होंने कहा, ‘मेरे पास मंत्री राजेश मूणत की सेक्स सीडी है. इसी कारण मुझे निशाना बनाया जा रहा है.’ सीडी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उनके पास मंत्री का सेक्स वीडियो पेन ड्राइव में है. सीडी से उनका कोई लेना-देना नहीं है.
बीबीसी और अमर उजाला के पूर्व पत्रकार विनोद वर्मा की गिरफ्तारी की खबर बाहर आते ही इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के अनेक वरिष्ठ पत्रकार गाजियाबाद पुलिस स्टेशन के बाहर एकत्रित हो गए. आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व पत्रकार आशुतोष ने इसे ‘प्रेस पर हमला’ करार दिया है. विनोद इन दिनों छत्तीसगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के सोशल मीडिया प्रभारी हैं. ताजा जानकारी ये है कि कोर्ट में पुलिस बरामद सीडी नहीं दिखा पाई है और एफआईआर में विनोद का नाम भी नहीं है. पुलिस ने रिमांड मांगी है, लेकिन कोर्ट ने अभी तक रिमांड नहीं दी है.

कोर्ट में पुलिस बरामद सीडी नहीं दिखा पाई है और एफआईआर में विनोद का नाम भी नहीं है. पुलिस ने रिमांड मांगी है, लेकिन कोर्ट ने अभी तक रिमांड नहीं दी है. छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले के पंडरी पुलिस थाने में पत्रकार के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम के तहत ब्लैकमेलिंग और उगाही का मामला दर्ज किया गया है.

बीबीसी और अमर उजाला में वरिष्ठ पदों पर रह चुके पत्रकार विनोद वर्मा को छत्तीसगढ़ पुलिस ने ब्लैकमेल और उगाही के आरोपों में आज सुबह उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया. विनोद वर्मा ने दावा किया है कि उनके पास ‘‘छत्तीसगढ़ के एक नेता की सेक्स सीडी’’ थी, जिसकी वजह से छत्तीसगढ़ पुलिस उनसे खफा थी. विनोद वर्मा को गिरफ्तार करने के बाद छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला ने बताया कि करीब 500 पोर्न सीडी, दो लाख रुपए नकद, एक पेन ड्राइव, लैपटॉप और एक डायरी पत्रकार के घर से बरामद की गई है.
विनोद वर्मा ने कहा, ”मेरे घर से पुलिस को दो लाख 26 हजार कैश, लैपटॉप और पेन ड्राइव मिली है. मेरे पास बहुत बड़ा मामला है. इस मामले को दबाने के लिए मुझे गिरफ्तार किया गया है. मैंने आज तक राजेश मूढ़त से बात नहीं की है.” आपको बता दें कि राजेश मूणत रमन सिंह सरकार में पीडब्लूडी मंत्री हैं.
छत्तीसगढ़ की पुलिस ने विनोद वर्मा के घर से 500 सीडी जब्त होने का दावा किया था. पुलिस का आरोप था कि विनोद वर्मा सेक्स सीडी के नाम पर छत्तीसगढ़ के एक मंत्री को ब्लैकमेल कर रहे हैं.
वहीं इस मामले में छत्तीसगढ़ के मंत्री राजेश मूणत ने कहा कि सेक्स सीडी फेक है. मूणत ने मुख्यमंत्री से इसकी एजेंसी से जांच करवाने की भी मांग की है. वहीं उन्होंने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को झूठा बताया. हालांकि उन्होंने ये भी कहा है कि उन्हें ब्लैकमेल नहीं किया जा रहा था.

इसके बाद पुलिस ने विनोद वर्मा को गाजियाबाद की स्थानीय कोर्ट में पेश किया और उनकी ट्रांजिट रिमांड की मांग की, लेकिन कोर्ट ने पुलिस की इस मांग पर सवाल उठा दिए. कोर्ट ने कहा कि जब सीडी ही नहीं है तो विनोद वर्मा को गिरफ्तार कैसे किया गया है. विनोद वर्मा ने भी कोर्ट में कहा कि एफआईआर में मेरा नाम तक नहीं है, फिर भी बिना नोटिस के मुझे गिरफ्तार किया गया है.
विनोद वर्मा की ओर से राजेश मूणत का नाम लिए जाने के बाद बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सफाई दी. राजेश मूणत ने कहा, ‘’मेरे पास कोई फोन नहीं आया. ये कांग्रेस का षडयंत्र है, मुझे फंसाने की कोशिश हो रही है. सीडी पूरी तरह फर्जी है, ये मेरी चरित्र हत्या की कोशिश है. आखिर पांच सौ सीडी बनाने की जरूरत क्या पड़ी? ये पूरा ब्लैकमेलिंग का खेल है.’’
बीजेपी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कांग्रेस ने कहा, ‘’हमारे पास ये सीडी आई थी. हम चाहते थे कि इसकी पड़ताल कर इसे सामने लाया जाए, लेकिन सरकार खुद इसे मुद्दा बनाना चाहती है, इसलिए वरिष्ठ पत्रकार को आधी रात में गिरफ्तार करवा लिया और राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया. सीडी में कद्दावर मंत्री हैं, सरकार जांच करवाए.’’
छत्तीसगढ़ पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया, ”पुलिस ने छत्तीसगढ़ में प्रकाश बजाज नाम के शख्स की शिकायत पर कार्रवाई की है. प्रकाश बजाज ने अपनी शिकायत में बताया था कि उन्हें दिल्ली से एक शख्स का फोन आया. उसने कहा कि तुम्हारे आका की एक सीडी हमारे पास है, अगर पैसे नहीं दिए तो सीडी को सार्वजनिक कर देंगे.”
पुलिस ने बताया, ‘’क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के आधार पर हमने दिल्ली में उस शख्स को पकड़ा जिनसे प्रकाश बजाज को फोन किया था. इस सीडी बनाने वाले शख्स ने बताया कि उसे विनोद वर्मा नाम के व्यक्ति ने एक हजार सीडी बनाने का ऑर्डर दिया गया था. सीडी बनाने वाले शख्स से मिले नंबर पर पड़ताल करते हुए पुलिस गाजियाबाद में विनोद वर्मा के घर पहुंची. यहां से पुलिस को 500 सीडी और पेन ड्राइव मिली. इसी आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया.”

रायपुर जिले के पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला ने बताया कि प्रकाश बजाज नामक व्यक्ति ने रायपुर के पंडरी पुलिस स्टेशन में एक अज्ञात कॉलर द्वारा फोन पर परेशान किए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। फोन करने वाले व्यक्ति ने उसे कहा था कि उसके पास उसके आका की एक सीडी है। शुक्ला ने बताया कि फोन करने वाले ने उसे धमकी दी थी कि उसकी मांग पूरी न होने पर वह सीडी बांट देगा। अधिकारी ने बताया कि एक खोजी दल पत्रकार का पता लगाने दिल्ली पहुंचा था। हालांकि आका कौन है अभी इस बात पर सस्पेंस बरकरार है। सूत्रों की मानें तो आका कोई और नहीं बल्कि मंत्री है जिसका नाम सामन न आए इसीलिए गिरफ्तारी की गई। 

 

Media Report & Himalayauk Burea & Desk 

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