केदारनाथ आपदा की न्यायिक जांच -किसको लपेटने की तैयारी?
पी0एम0 की टिप्पणियों को बनाया राजनीतिक हथियार इसके अलावा प्रमुख खबर-
#सचिवालय राज्य के प्रशासनिक तंत्र का इंजन -मुख्यमंत्री #भवन कर्मकारों की आश्रित महिलाओं/किशोरियो हेतु महिला उद्यमिता विकास कार्यक्रम #चयनित एन0सी0सी0 कैडेट्स को उनके चयन के लिए बधाई #हिम ज्योती स्कूल में कक्षा पांच की प्रवेश परीक्षा हेतु आवेदन # हिमालयायुूके न्यूज पोर्टल
देहरादून 28 दिसम्बर, 2016(सू.ब्यूरो)
बुधवार को बीजापुर हाउस में प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कल प्रधानमंत्री जी ने अपने सम्बोधन में आपदा से संबंधित जो प्रसंग उठाया और ये कहा कि 5 लीटर वाला स्कूटर 35 लीटर पेट्रोल खा गया। पहली बात तो कहना चाहता हूं कि इस विषय में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय जांच करवाई जा चुकी है, जिसमें ये सब बातें तथ्यात्मक नहीं पाई गई हैं। आपदा के समय देशभर के लोगों ने हमें सहायता दी है। क्योंकि प्रधानमंत्री जी ने ये बात कही है, इससे देशभर में हमारी ये छवि जा सकती है कि आपदा में मिले धन का दुरूपयोग किया गया है। मैं एक बात बहुत स्पष्ट कहना चाहता हूं कि दैवीय आपदा जैसी घटनाएं आकस्मिक होती हैं और ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए त्वरित फैसले लेने होते हैं। आपदा के प्रभाव को त्वरित रूप से न्यूनतम करने के लिए कई बार नियम प्रक्रियाओं से ऊपर उठकर निर्णय लेने होते हैं। आरटीआई के आधार पर सूचना आयुक्त द्वारा जो टिप्पणियां की गईं, उनमें इन सब बातों का सम्भवतः संज्ञान नहीं लिया गया। वर्ष 2013 की दैवीय आपदा राज्य के अत्यधिक दुरूह क्षेत्रों में आई थी। उन स्थितियों में काम करना बहुत चुनौतिपूर्ण था। हमारा उद्देश्य आपदा के घावों को भरना, चारधाम यात्रा व पर्यटन को दुबारा पटरी पर लाना था। मुख्यमंत्री के तौर पर मेरा प्रारम्भिक दायित्व था कि चुनौतिपूर्ण माहौल में काम करने वालों का मनोबल बढ़ाया जाए।
फिर भी प्रधानमंत्री जी की टिप्पणियों से एक बड़ा सवाल खड़ा हो गया है, इसलिए हमने हाईकोर्ट से सेवानिवृ0 जज एम.एस चौहान से इस मामले की न्यायिक जांच करने का अनुरोध किया है। इसमें देखा जाएगा कि .
1) क्या संदर्भित मामले में कोई लापरवाही हुई है।
2) क्या इन मामलों में दैवीय आपदा मद से धन का दुरूपयोग हुआ है।
मुख्यमंत्री ने चारधाम राजमार्ग विकास परियोजना के बारे में बोलते हुए कहा कि हमारी पहली आपिŸा इसका प्रचार ऑल वेदर रोड़ के रूप में किए जाने पर थी। क्योंकि इससे ये संदेश जा रहा था कि उŸाराखण्ड की सड़कें यात्रा के लायक नहीं है। हमारी इसी आपिŸा को केंद्रीय मंत्रालय द्वारा स्वीकार करके इसे चारधाम राजमार्ग विकास परियोजना का नाम दिया गया है। इस परियोजना का विचार वर्ष 2013 की दैवीय आपदा के बाद देहरादून आए तत्कालीन केंद्रीय मंत्री आस्कर फर्नांडीस के साथ हुई बैठक में उभर कर आया था। इसके बाद हमारे अधिकारियों ने इस पर काफी काम किया और प्रस्ताव बनाकर केंद्र सरकार को मंजूरी के लिए भेजा गया। हमने राज्य में बहुत से मार्गों को नेशनल हाईवे बनाए जाने के संबंध में भी अनुरोध किया था। हम केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी जी का आभार व्यक्त करते हैं कि हमारे अनुरोध को स्वीकार किया गया है। अब केवल देखना ये है कि इन पर काम भी श्ुरू हो जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम छोटे राज्य हैं और केंद्र का सहयोग चाहते हैं, परंतु अधिकांश मामलों में ऐसा नहीं हो रहा है। इसी संदर्भ में मैंने मंगलवार को प्रधानमंत्री जी को एक ज्ञापन सौंपा था जिसमें बिंदुवार विवरण था कि किस-किस क्षेत्र में कितना बजट केंद्र से अपेक्षित है। इन योजनाओं में बहुत सी तो पूरी तरह से केंद्र पोषित योजनाएं हैं। अगर हमें एक हजार करोड़ रूपए की सहयता भी दे दी जाती है तो विमुद्रीकरण से प्रदेश को हुए नुकसान को कम किया जा सकता है। हमने पहले भी कहा था कि 14 वें विŸा आयोग से हमें नुकसान हुआ है। बाद में केंद्रीय विŸा मंत्री अरूण जेटली ने इसे माना और कुछ सीमा तक रेक्टीफाई भी किया। आशा है कि आगे और भी रेक्टीफाई किया जाएगा।
#सचिवालय राज्य के प्रशासनिक तंत्र का इंजन -मुख्यमंत्री
देहरादून 28 दिसम्बर, 2016(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को सचिवालय संघ की कार्यकारिणी के एक वर्ष पूरा होने अवसर पर सचिवालय में अभिनन्दन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर सचिवालय कार्यकारिणी के सदस्यों ने अपनी विभिन्न मांगे पूरी होने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
उपस्थित सचिवालय अधिकारियों व कर्मियों को इस अवसर पर बधाई व शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि सचिवालय राज्य के प्रशासनिक तंत्र का इंजन है। राज्य के विकास को गति देने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका है। सचिवालय प्रशासन से आशा है कि यह अपनी कार्य दक्षता में निरन्तर सुधार हेतु प्रयासरत रहेगा। राज्य सरकार द्वारा अपने सभी कर्मियों की मागों को गम्भीरतापूर्वक विचार किया गया। राज्य सरकार द्वारा सातने वेतन आयोग की सिफारिशो को लागू कर दिया है। इस अवसर पर सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी, महासचिव प्रदीप पपनै आदि उपस्थित थे।
# भवन कर्मकारों की आश्रित महिलाओं/किशोरियो हेतु महिला उद्यमिता विकास कार्यक्रम
देहरादून 28 दिसम्बर, 2016(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को कैन्ट रोड़ स्थित मुख्यमंत्री आवास में श्रम विभाग द्वारा आयोजित उत्तराखण्ड भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड द्वारा भवन कर्मकारों की आश्रित महिलाओं/किशोरियो हेतु महिला उद्यमिता विकास कार्यक्रम का दीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया।
श्रम विभाग को इस प्रयास के लिए बधाई देते हुए मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि निमार्ण कर्मकारों की आश्रित महिलाओं/किशोरियों को प्रशिक्षण देने की यह पहल देश में अपने प्रकार का पहला प्रयास है। इस कार्य हेतु राज्य सरकार का श्रम विभाग बधाई व प्रशंसा का पात्र है। श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा निस्बड के माध्यम से महिलाओं व कमजोर वर्गो को विभिन्न प्रकार के व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान किए जा रहे है। सरकार द्वारा महिलाओं को उद्यमी बनवाने के प्रयास के साथ ही उनके बनाये उत्पादो को बाजार तक पहुचाने में भी सहायता दी जा रही है। हम चाहते है कि अधिक से अधिक लोग योजनाओं का लाभ उठाये। इस अवसर पर श्रम विभाग के अधिकारी व बड़ी सख्ंया में लाभार्थी महिलाएं उपस्थित थी।
#चयनित एन0सी0सी0 कैडेट्स को उनके चयन के लिए बधाई
देहरादून 28 दिसम्बर, 2016(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को ओल्ड एम0 एच0 गढ़ी कैन्ट में आर0डी0सी0 परेड में चयनित एन0सी0सी0 कैडेट्स के साथ में जलपान कार्यक्रम में प्रतिभाग कर कैडेट्स का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर मुख्यमंत्री श्री रावत ने चयनित एन0सी0सी0 कैडेट्स को उनके चयन के लिए बधाई व गणतन्त्र दिवस परेड में प्रतिभाग के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने मौके पर सम्बन्धित अधिकारियों को चयनित कैडेट्स को सभी आवश्यक सुविधाएं व सहयोग देने के निर्देश दिए तथा यथासम्भव तैयारियों हेतु सेमेस्टर में छूट देने कि अपेक्षा की।
#हिम ज्योती स्कूल में कक्षा पांच की प्रवेश परीक्षा हेतु आवेदन
देहरादून 28 दिसम्बर, 2016(सू.ब्यूरो)
प्रधानाचार्य हिमज्योति स्कूल कविता सिंह ने बताया कि हिम ज्योती स्कूल में कक्षा पांच की प्रवेश परीक्षा हेतु आवेदन किये जा सकते है। उन्होंने बताया कि परीक्षा 19 फरवरी, 2017 को आयोजित की जायेगी। परीक्षा हेतु पंजीकरण 10 फरवरी, 2017 तक फोन, फैक्स तथा ई-मेल द्वारा प्रस्तुत किये जा सकते है। उन्होंने बताया कि जीजीआईसी नैनीताल, जीजीआईसी पिथौरागढ़, जीजीआईसी बागेश्वर, जीजीआईसी श्रीनगर, जीजीआईसी टिहरी व हिम ज्योति स्कूल, देहरादून परीक्षा केन्द्र बनाए गए है।
प्रधानाचार्य हिमज्योति स्कूल कविता सिंह ने बताया कि अभ्यर्थी द्वारा संपर्क न. 0135-2608227/2608230, फैक्स 0135-2608228 एवं ई-मेल himjyotioffice@gmail.com/
principalhimjyoti@gmail.com के माध्यम से संपर्क किया जा सकता है।
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