कुलभूषण जाधव को भारत सरकार किसी भी कीमत पर बचाएगी

संसद में राजनाथ सिंह ने कहा- (www.himalayauk.org) Leading Digital  Newsportal 

पाकिस्तान में भारतीय जासूस होने के आरोप में मार्च २०१६ में गिरफ्तार हुए कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाई गई है। पाकिस्तान की इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के मुताबिक फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल ने जाधव को मौत की सजा सुनाई और पाक आर्मी चीफ ने इसकी पुष्टि भी कर दी यानी जाधव को ९० दिन के भीतर फांसी की सजा दी जानी है। वही भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी की सजा सुनाए जाने पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत सरकार उन्हें किसी भी कीमत पर बचाएगी. राजनाथ सिंह ने कहा कि कुलभूषण के मसले को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट में ले जाएंगे. इसके लिए पाकिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय स्तर का दबाव बनाया जाएगा। भारत ने पाकिस्तान को आगाह किया है कि इसके दुरगामी परिणाम होंगे. इसके अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में स्पष्ट रूप से कहा था कि जाधव को बचाने के लिए सरकार परिपाटी से हटकर कदम उठाएगी। वही भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में जासूसी के लिये मौत का फरमान सुनाये जाने की घटना को पाकिस्तानी मीडिया ने अभूतपूर्व बताया है. वहीं जानकार लोग इस फैसले के कूटनीतिक दुष्परिणामों पर ध्यान दिला रहे हैं।
आईएसपीआर ने पिछले साल एक वीडियो जारी किया था जिसे उसने जाधव का कबूलनामा बताया था. जाधव को इसी कबूलनामे के आधार पर पाक उसे भारतीय जासूस बता रहा है जबकि भारत ने साफ कर दिया है कि जाधव नौसेना में जरूर था लेकिन वो ये नौकरी छोडकर ईरान से व्यापार करने लगा था और पाक एजेंसियों ने उसका वहीं से अपहरण किया है. पाक का दावा है कि कुलभूषण जाधव भारतीय नौसेना में सेवारत अफसर है और कमांडर है. वो नौसेना के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट से है और उसका कवर नाम हुसैन मुबारक पटेल था जो उसने भारतीय एजेंसियों के लिए खुफिया जानकारियां जुटाने के लिए अपनाया था। पाक का दावा है कि कुलभूषण ने १९८७ में नेशनल डिफेंस अकेडमी जॉइन की और उसके बाद जनवरी १९९१ में उसने इंडियन नेवी में नौकरी शुरू की. दिसंबर २००१ में जब संसद पर हमला हुआ तो कुलभूषण ने अपनी सेवाएं खुफिया सूचनाएं जुटाने के लिए देना शुरू कर दीं। पाक दावा कर रहा है कि कुलभूषण मुंबई में रहता है और अब भी वह नौसेना में सेवारत अफसर है जो २०२२ तक रिटायर होगा।
परन्तु पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के चीफ बिलावल भुट्टो ने कुलभूषण जाधव को मौत की सजा सुनाए का विरोध किया है। बिलावल ने कहा कि, वो फांसी की सजा में यकीन नहीं रखते. बिलावल ने यह याद करते हुए कि उनके नाना जुल्फीकार अली भुट्टो को भी मृत्युदंड दिया गया था, कहा कि सिद्धांतों के आधार पर वह फांसी की सजा का विरोध करते हैं.
पीपीपी पंजाब के अध्यक्ष और पूर्व संघीय सूचना मंत्री कमर जमा कैरा ने कहा कि, जाधव की फांसी की सजा पर भारत की प्रतिक्रिया स्वभाविक है. उन्होंने कहा, ‘वाकई, नवाज शरीफ सरकार जाधव पर आरोपपत्र के बारे में दुनिया को बताने में विफल रही है. यदि भारत ने ऐसे किसी पाकिस्तानी जासूस को पकडा होता तो दुनिया में उसने खूब प्रचार किया होता.
पाकिस्तान के पूर्व अटार्नी जनरल अनवर मंसूर खान ने कहा कि, जाधव अपनी सुनाई गई सजा के खिलाफ आर्मी चीफ और सुप्रीम कोर्ट के सामने समीक्षा अपील दायर कर सकता है। उन्होंने कहा, ‘अपनी याचिका खारिज होने की स्थिति में, वह राष्ट्रपति के सामने दया याचिका भी दायर कर सकता है. हालांकि पाकिस्तान में कई और पार्टियों ने कोर्ट के इस फैसले का समर्थन किया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री आसिफ ख्वाजा ने कहा है कि कुलभूषण को कानून के हिसाब से मौत की सजा दी गई है। भारत के साथ अच्छे संबंधों की वकालत करने वाले इमरान खान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ ने कुलभूषण को फांसी की सजा का समर्थन किया है। भारत के लगातार मांग किए जाने के बावजूद पाकिस्तान ने कुलभूषण के खिलाफ अभी तक सबूतों को पेश नहीं कर पाया है. पाकिस्तान की ओर से केवल कुलभूषण जाधव का एक कबूलनामा वीडियो जारी किया गया है जो शक के घेरे में है।

HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND (www.himalayauk.org)

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