कूर्माचल परिषद के होली समारोहो से श्री त्रिवेन्‍द्र जी की दूरी- अच्‍छा संदेश नही गया

27 फरवरी को भटय होली मिलन समारोह #27 फरवरी को डेढ बजे से कूर्माचल परिषद की गढी कैन्‍ट शाखा का भटय होली मिलन समारोह स्‍थान चूना भटटा ग्राउण्‍ड कौलागढ, देहरादून में होगा,  समारोह के मुख्‍य अतिथि श्री रघुवीर सिंह बिष्‍ट, विशिष्‍ट अतिथि श्री कमल रजवार केन्‍द्रीय अध्‍यक्ष कूर्माचल परिषद तथा विशिष्‍ट अतिथि चन्‍द्रशेखर जोशी केन्‍द्रीय महासचिव कूर्माचल परिषद है,  कार्यक्रम के मुख्‍य आकर्षण वीर नारी सम्‍मान, विभिन्‍न सामाजिक क्षेत्र योग्‍यता सम्‍मान, रंगारंग सांस्‍कंतिक कार्यकम, कूर्मायूनी खडी होली, शैक्षिक योग्‍यता सम्‍मान आदि अनेक कार्यक्रम होगें,

इससे पूर्व 25 फरवरी- 2018 को केन्द्रीय कूर्माचल परिषद देहरादून द्वारा आयोजितत होली समारोह   सम्‍पन्‍न हुआ,  कूर्माचल परिषद की धर्मपुर शाखा, माजरा शाखा, कांवली शाखा, नत्‍थनपुर शाखा के उपरांत केन्‍द्रीय कूर्माचल परिषद अपने भव्‍य होली कार्यक्रम सम्‍पन्‍न कर  चुकी है, जिसमें अल्‍मोडा से छोलिया ऩत्‍य तथा होल्‍यारो ने पूरे देहरादून में होली के रंग बिखेरे  

25 फरवरी- 2018 को केन्द्रीय कूर्माचल परिषद देहरादून द्वारा आयोजितत होली समारोह में  दीप प्रज्जवलन  अति विशिष्ट अतिथि श्री विनोद चमोली जी मान० मेयर एवं मा० विधायक, मुम्‍बई सेे पधारे  ज्‍योतिष पडित दयानंद जगुडी जी -(तथा प्रबन्‍धक श्रीनरिंह सिद्व पीठ जोगथ, उत्‍तरकाशी) 

   वशिष्ट अतिथि श्री श्रीधर व्यास जी- पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओ०एन०जी०सी०  तथाा विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रीता पंत व्यास जी- एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओ०एन०जी०सी०,   विशिष्ट अतिथि सुश्री बीना भटट जी निदेशिका संस्कृति निदेशालय, उत्तराखण्ड   द्वारा किया गया, समारोह मे श्री हरीश रावत पूर्व मुख्‍यमंत्री, तथा श्रीमती गीता ठाकुर पूर्व राज्‍यमंत्री तथा डायरेक्‍टर नीलाइट आयुर्वेदा ने भी होली समारोह मे भाग लिया , कलचरल सचिव डा0 हरीश चन्‍द्र शाह तथा श्रीमती उमा जोशी द्वारा सांस्कृतिक  कार्यक्रमो को बेहतरीन ढंग से पिरोया गया   

केंद्रीय कुर्मांचल परिषद होली मिलन समारोह में होली में विशेष रूप से बनाई जाने वाली गुजिया आदि प्रसाद के रूप में वितरित  की गयी जबकि सूक्ष्म जलपान में आलू के गुटके तथा रानीखेत का रायता  वितरित किया गया

  सांस्कृतिक  कार्यक्रम – मुख्‍य रूप से   प्रस्‍तुत किये गये

१- खडी होली- ”दही लूटन नंद को लान बेचन न जाइयो…..“ः नत्थनपुर शाखाः डा० चन्द्रा एवं साथियों द्वारा
२- बैठकी होली- – धर्मपुर शाखा द्वारा- ललित जोशी एवं साथियो द्वारा 
३- खडी होली- नदी यमुना के तीर- बिलासपुर कांडली शाखाः से वन्दना, मंजू देउपा, कविता, गोपा कार्की, नीमा, राधा, एवं साथियों द्वारा
४- होली नृत्य- कैसे भरू घनश्याम गागरिया- गढी कैन्ट शाखाः से बबीता शाह लोहनी एवं साथियो द्वारा
५- होली नृत्य/ गीत- होली खेल रहे नंदलालः ः क्लेमेन्ट टाउन ग्रुप द्वारा
६- होली गीत- चैत की चैतोली- पुष्पा बिष्ट, रामेश्वरी, बसंती, उषा नेगी, जोरावर, बसंती, रीता, शकुन्तला आदि
७- कुमायूंनी गीत- गोपाल सिंह बिष्ट 
८- होली गीत- यो पै बांके सावरियां रंग डार गये रे – श्री ताराचन्द जी, श्रीमती उमा पाटनीः माजरा शाखा
९- एकल गीत- पुष्पा जोशी- 
१०- महिला होली- लाई लाई रे रंग की होली- माया जोशी, बोवी शाह, सुमन पाण्डे द्वारा
११- होली नृत्य- प्रियांक शर्मा – साई कालोनी
१२- बेटी बचाओ- बेटी पढाओ- वंदना बिष्ट ः कांडली शाखा
 

   अतिथियो का माल्‍यार्पण/ मैमोन्‍टो देकर स्‍वागत किया गया जिसमें  पडित दयानंद जगुडी जी –   पूर्व मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत जीः  अति विशिष्ट अतिथि श्री विनोद चमोली जी मान० मेयर एवं मा० विधायक  वशिष्ट अतिथि श्री श्रीधर व्यास जी- पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओ०एन०जी०सी०  विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रीता पंत व्यास जी- एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओ०एन०जी०सी०,  विशिष्ट अतिथि सुश्री बीना भटट जी निदेशिका संस्कृति निदेशालय, उत्तराखण्ड  विशिष्ट अतिथि- श्री वी०डी० सिंह मुख्य कार्याधिकारी श्रीबदरीनाथ-श्रीबदरीनाथ मंदिर समिति का स्‍वागत- किया गया ;      

महासचिव चन्‍द्रशेखर जोशी ने अपनी रिपोर्ट पढते हुए कहा कि 

वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समपभ। 
निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा।।
आज रविवार,२५ फरवरी २०१७, फाल्गुन शुक्ल दशमी, मृगशीर्ष नक्षत्र, तैतिलकरण व प्रीति योग। आज ही के दिन नारायण ने सृष्टि को प्रलय से बचाने के लिए मत्स्यावतार लिया था। ऐसे शुभ दिवस पर आज कूर्माचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद परिषद, देहरादून द्वारा आयोजित होली मिलन समारोह मे भगवान नृसिंह का हम सबको आशीर्वाद मिले,कूर्माचल परिषद के होली मिलन समारोह में आज कुछ अतिथि ऐसे भी है, जो प्रथम बार आये हैं,
हम सबको आशीर्वाद देने मुम्बई से पधारे परम आदरणीय, विद्वान ज्योतिष तथा जोगथ, उत्तराखण्ड स्थित भगवान नृसिंह सिद्व पीठ के व्यवस्थापक पंडित दयानंद जगुडी जी को कूर्माचल परिषद की ओर से प्रणाम करते हैं, अभिनंदन करते है, स्वागत करते है, 
होली मिलन समारोह मे पधारे ऐसी शख्यित, जिनकी याद आई हमे इनके हटने के बादः पूर्व मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत जी – 
होली मिलन समारोह मे पधारे समारोह के 
 अति विशिष्ट अतिथि श्री विनोद चमोली जी मान० मेयर एवं मा० विधायक, अति विशिष्ट अतिथि श्री हरबंस कपूर जी, विशिष्ट अतिथि – श्री श्रीधर व्यास जी- पूर्व एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओ०एन०जी०सी०, 
तथा आज हमारे बीच इस शुभ दिवस पर एक ऐसी शख्सियत भी पधारी है, जो प्रमोशन के बाद सबसे पहले किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में भाग ले रही है, आज के कार्यक्रम की 
विशिष्ट अतिथि श्रीमती प्रीता पंत व्यास जी- एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ओ०एन०जी०सी०, बनने पर कूर्माचल परिषद द्वारा हार्दिक अभिनंदन, स्वागत करते हैं, 
वही कूर्माचल परिषद के होली मिलन समारोह में पधारी विशिष्ट अतिथि सुश्री बीना भटट जी निदेशिका संस्कृति निदेशालय उत्तराखण्ड,  , विशिष्ट अतिथि- श्री वी०डी० सिंह मुख्य कार्याधिकारी श्रीबदरीनाथ-श्रीबदरीनाथ मंदिर समिति
तथा  श्रीमती ठाकुर जीः  पूर्व राज्‍यमंत्री तथा डायरेक्‍टर नीलाइट आयुर्वेदा

का हम कूर्माचल परिषद के सदस्‍य गण जिसमे

  कूर्माचल परिषद के संरक्षक- श्री आरएस परिहार जी, श्री हरिबल्लभ अवस्थी जी, श्री जेएस मटेला जी, 
नवनिर्वाचित कार्यकारिणी के अध्यक्ष-श्री कमल रजवार, कार्यकारी अध्यक्ष-श्री बंशीधर जोशी, कोषाध्यक्ष श्री वीरेन्द्र काण्डपाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष- श्रीमती पुष्पा बिष्ट, उपाध्यक्षः श्रीमती सुस्मिता मनराल, तथा श्री राजेश पाण्डे , सहसचिव, श्री उत्तम सिंह अधिकारी- प्रचार एवं प्रसार सचिव श्री विजय सिंह बिष्ट तथा श्रीमती उमा पाटनी, संगठन सचिव श्री ललित मोहन जोशी एवं श्रीमती कान्ता बिष्ट, सांस्कृतिक सचिव डा० हरीश चन्द्र शाह एवं श्रीमती उमा जोशी, लेखा परीक्षकः श्री ललित चन्द्र जोशी एवं श्रीमती प्रेमलता बिष्ट, कानूनी सलाहकार श्री सी०पी० जोशी, मीडिया प्रभारी श्री जीवन सिंह बिष्ट एवं वन्दना बिष्ट जी 
तकनीकी कमेटी के अध्यक्ष ई० डीके बिष्ट – अधिशासी अभियंता,इ० प्रकाश लोशाली जी,  इ० श्री हेम जोशी- सहायक अभियंता- जल निगम ( हरिद्वार स्थानांतरित) ई०संतोष जोशी सहायक अभियंता-सेवानिवृत्त तथा श्री उत्तम सिंह अधिकारी, 
तथा परिषद को तकनीकी सहयोग देते रहे श्री अजय पंत चीफ इंजीनियर, महाप्रबन्धक जल निगम इ० सुरेश पंत, इ० देवेन्द्र शाह, इ० रमेश जोशी, 
तथा कूर्माचल परिषद की अन्य शाखाओं से आये हुए पदाधिकारी- कांवली शाखा अध्यक्ष श्री गोविन्द पाण्डे जी, सचिव श्रीमती दीपा शर्मा जी, धर्मपुर शाखा- अध्यक्ष जीवन सिंह बिष्ट, सचिव प्रदीप पपनै, नत्थनपुर शाखा- श्री वीरेन्द्र काण्डपाल सचिव- भगवान मनौला, माजरा शाखा- श्रीमती सुष्मिता मनराल, सचिव- डीके पाण्डे, बिलासपुर कांडली शाखा- अध्यक्ष वन्दना ठाकुर, सचिव- श्रीमती मंजू देउपा, हाथीबडकला शाखा- अध्यक्ष- उत्तम सिंह अधिकारी, सचिव- ओम प्रकाश बवाडी, गढीकैन्ट शाखा- अध्यक्ष- श्रीमती दीपा कडाकोटी, सचिव- बबीता शाह लोहनी तथा हमारी बालावाला शाखा, हरबर्टपुर शाखा, तथा दूधली से आये श्री गोविन्द सिंह बिष्ट जी एवं उनके साथिगण, 
हमारे कूर्माचल के स्तम्भ श्री केसी  जोशी जी, श्री केएन पंत जी, एल०एम० पाण्डे जी, श्री गिरीश चन्द्र भटट जी, 
तथा और भी स्वनाम धन्य जो मैं समयाभाव से नाम नही ले पा रहा हूंः

कूर्माचल परिषद की समस्त १० शाखाओ तथा केन्द्रीय कार्यकारिणी की ओर से मैं चन्द्रशेखर जोशी केन्द्रीय महासचिव के नाते होली मिलन समारोह में आपके पधारने पर आपका हार्दिक स्वागत, अभिनंदन तथा नमन करता हूं। 
आपकी गरिमामयी उपस्थिति व प्रोत्साहन से ही हमें सामाजिक सरोकारों को करने की हिम्मत मिलेगी। 
कूर्मांचल सांस्कृतिक एवं कल्याण परिषद, देहरादून की सभी शाखाओ द्वारा अलग-अलग होली मिलन समारोह का आयोजन किया जाता है। उसके उपरांत सब शाखाओ के सहयोग से केन्द्रीय परिषद का होली मिलन समारोह हर्षोल्लास से मनाया जाता है।

 

आज उत्‍तराखण्‍ड को एकजुट करने वाले नेत़त्‍व की आवश्‍कता-

आरएसएसके सरसंघ चालक मोहन भागवत जी ने संदेश दिया है कि सारा समाज संघ बने, परन्‍तु उत्‍तराखण्‍ड मे इस संदेश को क्‍येा बेमानी समझा गया, कूर्माचल समाज को समझ से परे है,

हुलिया में उडे रे गुलाल,,,,, मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार २५ फरवरी २०१८ को वैश्य महासंघ के होली मिलन समारोह में स्थान चौधरी फार्म हाउस, जीएमएस रोड, देहरादून में भाग लिया जबकि पूर्व मुख्यमंत्री श्री हरीश रावत कूर्माचल परिषद के होली मिलन समारोह में कूर्माचल भवन,  जीएमएस रोड, देहरादून में शामिल हुए। गौरतलब यह रहा कि कुर्माचल परिषद के निमंत्रण के बावजूद श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत कूर्माचल परिषद के किसी भी होली समारोह में शामिल नही हुए। वही कूर्माचल परिषद के संरक्षक श्री गणेश जोशी विधायक मसूरी ने तो पूर्व में आने से मना कर दिया था, जबकि वह भी कूर्माचल भवन के निकट स्थित चौधरी फार्म हाउस में वैश्य महासंघ के होली मिलन समारोह में शामिल हुए,   महासचिव चन्द्रशेखर जोशी द्वारा अवगत कराया गया कि  सदस्यो ने कूर्माचल परिषद के पदेन संरक्षक मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के उपेक्षापूर्ण व्यवहार पर हैरानी जतायी। सदस्यो ने कहा कि कूर्माचल परिषद का खूबसूरत गुलदस्ता संरक्षक मुख्यमंत्री का साथ न मिलने से मुरझा गया है।

३ सितम्बर २०१७ को कूर्माचल परिषद द्वारा कूर्माचल भवन, जीएमएस रोड, देदून में आयोजित सुन्दरकाण्ड में बुलावे के उपरांत भी संरक्षक मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड नही आये, इसके उपरात कूर्माचल परिषद द्वारा आयोजित दीपावली मिलन समारोह २०१७ में भी संरक्षक मुख्यमंत्री निमंत्रण देने के उपरांत भी नही आये, इसी तरह अब २५ फरवरी २०१८ को आयोजित होली मिलन समारोह २०१८ को परिषद के संरक्षक के रूप में मुख्यमंत्री जी का कार्यक्रम फाइनल नही किया गया, इससे कूर्माचल परिषद में एक अच्छा संदेश नही गया। ज्ञात हो कि इससे पूर्व १७ मार्च २०१७ को श्री त्रिवेन्द्र रावत जी के मुख्यमंत्री बनने के उपरांत कूर्माचल परिषद द्वारा लगातार मुलाकात हेतु समय मांगा गया, परन्तु नही दिया गया। ऐसा व्यवहार क्यों किया जा रहा है, समझ से परे है।  

       महासचिव चन्द्रशेखर जोशी ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय में जिम्मेदार लोगों को कई बार लिखित में देने के बाद भी परिषद की मुलाकात संभव नही हो पायी, इस पर टविट करके श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत मुख्यमंत्री को संदेश दिया गया है कि आपके मुख्यमंत्री बन जाने के बाद कूर्माचल परिषद की आपसे मुलाकात भी असंभव हो गयी है, ऐसे में आपको टविट कर संदेश दे रहे हैं कि   कुर्मांचल परिषद देहरादुन के होली कार्यक्रम में मुख्यमंत्री, उत्तराखंड, पदेन संरक्षक, के पधारने की परम्परा रही है, मुख्यमंत्री कुर्मांचल भवन में पधार कर होलियारों के साथ होली का फाग खेलते है और पूरे प्रदेश को यही से होली का संदेश देते है, परंतु पहली बार यह परम्परा खत्म की गयी,  २5 फरवरी २०१८ दिन रविवार को कुर्मांचल परिषद द्वारा आयोजित होली समारोह में आने को टाल दिया है, मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र रावत जी के कुर्मांचल भवन में होली समारोह में आने का प्रोग्राम भरसक प्रयास के बाद भी मुख्यमंत्री कार्यालय फाइनल नही कर पाया, इससे पूर्व विगत सुन्दर काण्ड तथा दीपावली समारोह में भी मुख्यमंत्री जी का कार्यक्रम कुर्मांचल परिषद को नही मिल पाया था, इससे पूर्व कुर्मांचल परिषद के भरसक प्रयास के बाद भी कभी मुलाकात हेतु समय भी नही दिया गया, इससे कुर्मांचल समाज मे निराशा व्याप्त हुई है, और पहली बार एक परम्परा खत्म    की गयी, , देहरादुन में कुर्मांचल परिषद की १० शाखाएं तथा एक केंद्रीय परिषद है, समस्त शाखाएं अलग-अलग स्थानों में होली समारोह मनाती है, इसके उपरांत केंद्रीय परिषद के भव्य होली कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पधारते है, कुर्मांचल परिषद द्वारा मनाये जाने वाले होली कार्यक्रम विख्यात है, परंतु इस बार मुख्यमंत्री जी द्वारा कूर्माचल परिषद के होली कार्यक्रम में न आने से एक अच्छा संदेश नही जाएगाः 

मुम्‍बई से पधारे प्रसिद्व ज्‍योतिष पं0 जगुडी जी ने इस तरह के उपेक्षापूर्ण व्‍यवहार पर गहरा अफसोस जताते हुए कहा कि आज उत्‍तराखण्‍ड को गढवाल तथा कुमायूं जौनसारी, मैदानी सभी ताकतो को एकजुट करने की आवश्‍यकता है, ऐसे में जो कूर्माचल परिषद जैसी सामाजिक संस्‍थाओ को मजबूत किया जाना चाहिए न कि उनको हतोत्‍साहित, इसका दूरगामी असर होगा-

कूर्माचल परिषद जहां एक ओर सांस्कृतिक, सामाजिक, भौगोलिक, धार्मिक, रीतिरिवाज, विभूतियों व दर्शनीय स्थलों को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से कार्य कर रही है वही संस्था ने एकजुट होकर कार्य करने का संदेश दिया है। परिषद द्वारा दीपावली व होली समारोह के अलावा हमारे द्वारा मेडिकल कैम्प का आयोजन व वृक्षारोपण का आयोजन भी समय-समय पर किया जाता है। इससे पूर्व भवन में सुन्दरकाण्ड, दीपावली समारोह का भव्य आयोजन किया गया। 

हमारे सांस्कृतिक सचिव डा० हरीश चन्द्र शाह जी तथा श्रीमती उमा जोशी के सहयोग से हम आज एक बेहतरीन कार्यक्रम पेश करने जा रहे हैं। 
आज के कार्यक्रम करने का मुख्य उददेश्य होली पर्व पर आपसे मुलाकात करना तथा आपको आपका कूर्माचल भवन दिखाना है। इसको संजाने संवारने का काम करना हैः इसमें आफ आर्थिक सहयोग की आवश्यकता है, इसके अलावा जो सज्जन भी अपने परिजनों की याद मैं कक्ष का निर्माण कराना चाहते हो, उनका भी हम हार्दिक स्वागत करते हैं।
होली के इस पावन पर्व पर हम प्रार्थना करते हैं कि आप सब गणमान्यों के सहयोग से होली मिलन समारोह के इस पर्व पर हमे आशीर्वचन के साथ मॉ लक्ष्मी की भरपूर कृपा इस भवन पर होगी, इससे यह भवन एक भव्य भवन का रूप ले सके और रिहायश के कमरे भी यहां बनाये जा सकेगें, जिससे उत्तराखण्ड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों से जब लोग देहरादून पहुंचे तो उनको आसानी से रिहायश उपलब्ध हो सके।

महासचिव चन्द्रशेखर जोशी ने कुमायूंनी होली के बारे में बतायाः 
होली एक मस्ती से भरा त्यौहार है। दुनियां में सभी जगह होली बडी धूमधाम से मनाई जाती है लेकिन कुमाऊॅनी होली का एक अलग ही रंग है। पूरे विश्व में इस होली की अलग पहचान है। मुख्य रूप से होली के दो अंग है। १- बैठकी होली तथा खडी होली।
बैठकी होली बैठकर शास्त्रीय धुनों पर गायी जाने वाली होली को कहा जाता है जिसमें होल्यार रंग से सरोबार होकर होली गाते हैं। यह होली बसंत पंचमी से शुरू हो जाती है। इसी प्रकार खडी होली- होली के दिनों में खडे होकर गायी जाती है। 
बरसाने की होली के बाद सांस्कृतिक विशेषता के लिए कुमाऊॅनी होली को याद किया जाता है। फूलों के रंगों और संगीत की तानों का ये अनोखा संगम देखने लायक होता है। शाम ढलते ही कुमाऊॅ के घर-घर में बैठक होली की सुरीली महफिले जमने लगती हैं। होली की यह रिवायत महज महफिल नहीं बल्कि एक संस्कार भी हैं। बैठकी होली की पुरूष महफिलों में जहां ठुमरी और ख्ामाज गाये जाते हैं वहीं महिलाओं की महफिलें भी जमती हैं। इसमें नृत्य संगीत भी होता है। हास्य की फुहारों, हंसी के ठहाको और सुर लहरियों के साथ संस्कृति की इस विशिष्टता में नए रोचक और दिलकश रंग भरे जाते हैं। 
होली गाने की यह परम्परा सिर्फ कुमाऊॅ अंचल में ही देखने को मिलती है। इसकी शुरूआत यहां कब और कैसे हुई, इसका कोई ऐतिहासिक या लिखित लेखा-जोखा नहीं है। कुमाऊॅ के प्रसिद्ध जनकवि गिरीश गिर्दा ने बैठ होली के सामाजिक शास्त्रीय संदर्भो और इस पर इस्लामी संस्कृति और ऊर्दू के असर के बारे में गहराई से अध्ययन किया है। उन्होंने लिखा है कि यहां की होली में अवध से लेकर दरभंगा तक की छाप है। 
यहां की बैठकी होली में तो आजादी के आंदोलन से लेकर उत्तराखण्ड आंदोलन तक के संदर्भ भरे पडे हैं। कुमाऊॅ में यह त्यौहार ६-७ दिन तक धूमधाम से मनाया जाता है। सतराली, पाटियां, गंगोली, द्वाराहाट आदि की होलियां प्रसिद्ध हैं। कुल मिलाकर कुमाऊॅनी होली एक सांस्कृतिक विरासत है।

 

होली के पर्व पर आपको अग्रिम हार्दिक शुभकामनाएं।

होली का गीत हैः आप भी मेरे साथ इसे गायेंः-

”झूकि, आयो शहर में व्यौपारी, झूकि……………………………………
आहा, इस व्यापारी को भूख बहुत है
पुरिया फ दे नथवाली, झूकि……………………….
अहा, इस व्यौपारी को प्यास बहुत है
पनिया पिला दे, नथ वाली झूकि……………………………..
आहा, इस व्यौपारी को नींद बहुत है
पलंग बिछाये नथ वाली झूकि…………………..
र्झूकि आयो शहर में व्यौपारी……..।“

 

सादर
चन्द्रशेखर जोशी 
केन्द्रीय महासचिव
कूर्माचल परिषद, देहरादून 9412932030

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