मान0 सीएम को पत्र- जनता को विश्वास में लिया जाना चाहिए
माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड को पत्र- 25 मार्च २०
सेवा में माननीय मुख्यूमंत्री,
उत्तराखण्ड, देहरादून
विषय- महामारी की सेवा में लगे लोगो को ई पास दिये जाने के संबंध में
महोदय, कोरोना वायरस में जागरूकता फैलायी जाने की जरूरत है, सोशल मीडिया, वेबसाइट, ब्हटसअप ग्रुपो में इसकी भयावहता के संबंध में आलेख आदि से यह जागरूकता प्रचारित की जा सकती है,
वही इस संबंध में आपसे यह निवेदन भी करना चाहेगे जो लोग इस महामारी के दौरान भी लोगों की सेवा में लगे हुए हैं, उन्हें सरकार को ई-पास उपलब्ध कराना चाहिए और यह पूरी तरह मान्य हो। समाज से जुड कर ही सभी लोगों को मिलकर इस महामारी का मुक़ाबला किया जा सकता है। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी किसी महामारी के मामले में पहली बार ऐसा हुआ है
अत- सोशल मीडिया का बेहतरीन उपयोग किया जाना चाहिए, वही समाज सेवा से जुडे लोग ही विदेशी नागरिक और विदेश से लौटने वाले लोगों पर ज़्यादा लोगों पर निगरानी रख सकते है तथा उन्हें चेताया जा सकता है कि यदि वे अपने घर पर अलग-थलग रहने के नियम का पालन नहीं करते हैं तो उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जा सकती है, इससे सामाजिक सदभाव भी कायम रहेगा।
देखा जाये तो उत्तराखण्ड में अभी हालत ज़्यादा ख़राब नहीं है परन्तु राज्य सरकार को सरकारी मशीनरी के अलावा समाज सेवा से जुडे लोगों को प्रोत्साहित करना चाहिए और दूसरी ओर सोशल मीडिया का बेहतरीन उपयोग करना चाहिए।
समाज के गणमान्य व्यक्ति ही यह संदेश सफलतापूर्वक दे सकते हैं कि जिस तरह के हालात बनते जा रहे हैं, उसमें लॉकडाउन के अलावा कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार जो निर्देश दे रही है, लोग उनका पालन करें और राज्य सरकार राज्य की जनता को यह विश्वा स दिलाये कि घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। अगर हम दुकानों में भीड़ लगायेंगे तो लॉकडाउन का मतलब ही ख़त्म हो जायेगा। हम लोगों ने पूरी तरह तैयारी की हुई है, इसलिये आप लोग ज़्यादा ख़रीदारी न करें। दूध, सब्जी, किराने का सामान, इन सारी चीज़ों का ध्यान रखा जाएगा, आपको ये मिलती रहेंगी।
महोदय, इस तरह अगर कुशलतापूर्वक समाज को साथ लेकर चला जायेगा तो हम होगे कामयाब, वही दूसरी ओर अमोघ शांति मंत्र का जाप भी कराना उचित होगा,अमेरिकी संसद में इस शांति मंत्र के जाप की खबरे भी आई है, यह अमोघ शांति मंत्र का आलेख मेरे द्वारा सर्वप्रथम हाल में प्रकाशित और वैश्विक स्तर पर वायरल हुआ था, उसके बाद अमेरिकी संसद में इस शांति मंत्र के जाप की भी खबरे आयी, तो देवभूमि में भी ऐसा किया जाना गलत नही होगा,
सादर चन्द्रशेखर जोशी- मुख् सम्पादक- हिमालयायूके न्यू,ज पोर्टल, २००५ से निरंतर प्रकाशित
तथा
महासचिव- कूर्माचल परिषद देहरादून- तथा मुख्यय सेवक;मॉ दशम विदया पीताम्बरा-श्रीबगुलामुखी मंदिर,
मुख्यालय-
नंदा देवी एनक्लेशव, बंजारावाला देहरादून