अविश्वास प्रस्ताव – 20 JULY संसद में राजनीतिक महासंग्राम

On Friday, the Lok Sabha will start debating the no-confidence motion, the first in 15 years. Going by the arithmetic in the House which currently has 535 members, the BJP-led NDA is expected to defeat the motion.

HIGH LIGHT; 2019 को संदेश देने के लिए कल संसद में राजनीतिक संग्राम शुरू होगा#   मोदी सरकार को जीत का पूरा भरोसा है वहीं विपक्ष का दावा है कि सरकार को संसद में बेनकाब करने का मौका मिलेगा# शुक्रवार को लोकसभा में प्रश्नकाल स्थगित कर सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक कुल 7 घंटे की चर्चा बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक में सभी दलों के नेताओं के साथ बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ने मुकर्रर की# 

संसद में अविश्वास प्रस्ताव: मोदी सरकार के खिलाफ संसद में कल अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग होगी. सरकार की ओर से जीत का दावा किया जा रहा है तो वहीं विपक्ष का भरोसा है कि अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सरकार को संसद में बेनकाब करने का मौका मिलेगा. कल प्रश्नकाल और लंच नह होगा. अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए सात घंटे का समय तय किया गया है. सरकार की ओर से पांच बड़े नेता और मंत्री बहस में हिस्सा लेंगे.

अब तक चर्चा से बचती रही सरकार को कश्मीर, बेरोजगारी, किसान, भीड़तंत्र जैसे मुद्दों पर घेरने का मौका मिलेगा. बिखरे विपक्ष की जगह बनते महागठबंधन में मोदी का विकल्प दिखेगा – यूपी में SP-BSP, कर्नाटक में कांग्रेस-JDS – सरकार के सहयोगी दल सरकार के पक्ष में वोट देने के बावजूद सरकार को आईना दिखा सकते हैं   अविश्वास प्रस्ताव के बहाने जब वोटिंग होगी तो यह भी साफ हो जाएगा कि कौन सा दल किसके साथ खड़ा है.  कुछ बीजेपी सांसद व्हिप के बावजूद गैरहाजिर या सरकार के खिलाफ वोट डाल कर बीजेपी को झटका दे सकते हैं – शत्रुघ्न सिन्हा, कीर्ति आजाद, सावित्री फुले, राजकुमार सैनी, अशोक दोहरे, छोटेलाल, भोला सिंह बीमार. 

केंद्र सरकार को संसद के माध्यम से अबतक किए गए कामों का लेखाजोखा संसद में ऑन रिकार्ड बोलने का मौका मिलेगा तो विपक्ष को सरकार से हिसाब-किताब मांगने का भरपूर अवसर होगा। सीपीएम के भर्तरी महताब कहते हैं, हम जानते हैं हमारे पास नंबर नहीं, मगर राजग सरकार से उनके वायदे के मुताबिक अब तक किए गए कामों का लेखाजोखा तो मांगा जा सकेगा!

समस्या ये है कि राजग जैसे धारदार तेवर वाले वक्ता विपक्षी दलों के पास नहीं। राहुल गांधी के पास केंद्र को घेरने का ये बड़ा मौका है लेकिन वे बोलेंगे या नहीं? अभी तक साफ नहीं।

अंतिम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों का सिलसिलेवार जवाब देंगे। उसके बाद वोटिंग का प्रावधान होगा। राजग के पास लोकसभा में विशाल संख्याबल है। अविश्वास प्रस्ताव का गिरना तय है, मगर सेंट्रल हॉल में चुनिंदा पत्रकारों के सवाल के जवाब में सोनिया गांधी ने कहा, किसने कहा हमारे पास उन्हें हराने को नंबर्स नहीं है! राजग गठबंधन दलों की संख्या और यूपीए की संख्या में भारी फासला होने के बाद भी सोनिया गांधी का आत्मविश्वास खबरनवीसों को चौका गया।  मगर,उतने ही आश्वस्त संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार भी दिखे। संसद स्थित अपने कक्ष में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने दो टूक कहा, भारी बहुमत से देश की जनता ने केंद्र में मोदी सरकार को स्थापित किया। उसके बाद एक के बाद 21 राज्यों में भाजपा और साथी दलों की सरकारें बनीं। कांग्रेस पार्टी लगातार सिमटती गई, लेकिन लोकप्रिय मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का विपक्षी दलों का अहंकार देश की जनता देख रही है। हम भी एक बार दूध का दूध पानी का पानी चाहते हैं। 

अनंत कुमार ने कहा, अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ केवल राजग के ही वोट नहीं पड़ेंगे बल्कि राजग गठबंधन दल के बाहर के सांसदों के भी वोट मोदी सरकार के पक्ष में अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ पड़ेंगे। तो क्या वो सांसद बीजद और एआईएडीएमके के होंगे? हौले से मुस्कराकर अनंत कुमार ने कहा, बस देखते जाइए। उन्होंने बताया कि भाजपा के सभी सांसद संसद में उपस्थित रहें इसके लिए गुरुवार और शुक्रवार, दो दिनों का व्हिप जारी किया गया है। ऐसा ही अगर व्हिप अगर बाकी दल भी जारी करते हैं और व्हिप के खिलाफ किसी भी दल के कोई सांसद दूसरे दल को वोटिंग करते हैं तो उनकी सदस्यता छह साल के लिए रद्द करने का संसदीय प्रावधान है, इसीलिए आमतौर पर वोटिंग के समय संबंधित दल के सांसद व्हिप का पालन करते हुए पार्टी लाइन पर ही वोटिंग करते हैं।

यूपीए की चेयरपर्सन सोनिया गांधी ने दावा किया है कि हमारे पास नंबर हैं. 16वीं लोकसभा के आखिरी मानसून सत्र के पहले दिन ही विपक्ष की ओर से सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया जिसे स्पीकर ने स्कीकार कर लिया. स्पीकर ने इस पर चर्चा ओर वोटिंग के लिए गुरुवार का समय दिया है. अविश्वास प्रस्ताव में सभी पार्टियों के बोलने का समय तय कर दिया गया है . संख्या के हिसाब से पार्टियों के समय तय हुए हैं. बीजेपी को सबसे ज्यादा 3 घंटे और 33 मिनट बोलने का समय मिला जबकि कांग्रेस को 38 मिनट का समय दिया गया है. इसके साथ ही AIADMK को 29 मिनट और TMC को 27 मिनट का समय दिया गया है .
शिवसेना संसदीय दल के नेता आनंद राव अडसुल ने बड़ा बयान दिया है. आनंद राव अडसुल ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर हमारे वोट के बारे में टीवी पर जो खबरें चल रही हैं वो गलत है. हमें अभी तक उद्धव ठाकरे जी से कोई निर्देश नहीं मिला है. इसलिए अभी हम इतना ही कह सकते हैं कि हम कल सदन में उपस्थित रहेंगे. हमारी क्या भूमिका होगी इसपर उद्धव जी के निर्णय के बाद तय होगा.

सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताल लेकर आई टीडीपी ने आज समर्थन के लिए सघन संपर्क अभियान किया. टीडीपी के नेताओं के 6 ग्रुप बनाकर एनडीए और यूपीए दोनों के नेताओं से मुलाकात की. टीडीपी नेताओं ने एनडीए में शामिल अकाली दल, जेडीयू के नेताओं से मुलाकात कर समर्थन मांगा. टीडीपी ने समर्थन की अपील के साथ ही हिंदी, अंग्रेज़ी, मराठी, बंगला, तमिल, मलयालम समेत अन्य भाषाओं में तैयार बुकलेट भी बांटी सांसदों के बीच बांटी. इस बुकलेट में आंध्र प्रदेश के स्पेशल पैकेज के मुद्दे और इस मामले पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और मौजूदा प्रधानमंत्री के अधूरे वादों की फेहरिस्त भी छापी है.टीडीपी के सांसद जयदेव गल्ला कल अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करेंगे. टीडीपी का ही अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार किया है, टीडीपी ने आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य के दर्जे पर एनडीए का साथ छोड़ दिया था.

अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आम आदमी पार्टी ने व्हिप जारी कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने अपने सभी सांसदों को कहा कि वो अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ वोट दें।  कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरटीआई विधेयक में प्रस्तावित संशोधन की आलोचना करते हुए गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सच्चाई छिपाने में विश्वास करती है। राहुल ने ट्वीट कर कहा,”हर भारतीय को सच्चाई जानने का अधिकार है। भाजपा का मानना है कि सत्य लोगों से छिपा होना चाहिए और उन्हें सत्ता में बैठे लोगों से सवाल नहीं करना चाहिए। आरटीआई में प्रस्तावित संधोधन इसे बेकार बना देंगे।”  उन्होंने कहा कि सूचना का अधिकार (संशोधन) विधेयक 2018 का हर भारतीय द्वारा विरोध किया जाना चाहिए। 

लोकसभा में कुल सीटों की संख्या 543 है, जिसमें फिलहाल 10 सीटें खाली हैं. सत्ताधारी एनडीए की बात करें तो बीजेपी की 272, एलजेपी की 6 और अन्य की 16 सीटों को मिलाकर आंकड़ा 294 होता है. वहीं विपक्षी यूपीए की बात करें तो कांग्रेस की 48, एनसीपी की 7, आरजेडी की 4 और अन्य की 8 सीटों को मिलाकर आंकड़ा सिर्फ 67 तक पहुंचता है.तमिलनाडु की एआईएडीएमके ने अविश्वास प्रस्ताव में एनडीए का साथ देने का एलान कर दिया है तो उसकी 37 सीटें भी एनडीए में जुड़ जाएंगी, तो एनडीए प्लस का आंकड़ा 331 पर पहुंच जाता है. इसी तरह यूपीए प्लस की बात करें तो कांग्रेस की 48, सहयोगियों की 19 और अन्य की 117 सीटों को मिला दें तो आंकड़ा 184 का हो जाता है. शिवसेना ने कहा है कि हम सदन में मौजूद रहेंगे लेकिन समर्थन पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है

लोकसभा में 543 सीटों में से अभी 10 सीटें खाली हैं जिससे कुल संख्या 533 हो जाती है. 533 सदस्यों की लोकसभा में बहुमत के लिए 268 सीटें चाहिए होंगी. बीजेपी के पास अपने सांसदों की संख्या फिलहाल 272 है जो बहुमत से 4 ज्यादा है. इसमें एनडीए को भी जोड़ लिया जाए तो लोकसभा में कुल संख्या 349 हो जाती है जो बहुमत से 44 सीट ज्यादा है. एआईएडीएमके ने एनडीए का साथ देने का एलान किया है तो ये आंकड़ा 331 का हो जाता यानी बहुमत से 63 ज्यादा. इसका सीधा मतलब ये है कि मोदी सरकार के गिरने का खतरा बिल्कुल भी नहीं है.

वही दूसरी ओर 

औरंगाबाद: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के प्रमुख राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करके बीजेपी पिछले चुनावों में जीत कर आई थी. ठाकरे ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार 2019 में सत्ता में नहीं लौटेगी क्योंकि यह हर मोर्चे पर विफल रही है. मराठवाड़ा की छह दिवसीय यात्रा के पहले दिन पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने पूछा, ईवीएम की वजह से बीजेपी पिछले चुनावों में जीती. अन्यथा, कैसे किसी उम्मीदवार को एक भी वोट नहीं मिल सकता था. ठाकरे की इस यात्रा का मकसद मराठवाड़ा में मनसे को मजबूत करना है. पार्टी राज्य में राजनीतिक सत्ता हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही है. महाराष्ट्र के 2009 के विधानसभा चुनाव में इस पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा था लेकिन इसके बाद 2014 में विधानसभा और लोकसभा चुनाव में पार्टी हाशिए पर पहुंच गई. ठाकरे ने केंद्र सरकार को देश के विभिन्न हिस्सों में हो रही पीट-पीट कर मार डालने की घटनाओं के लिए भी दोषी ठहराया.

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