उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे- सोनिया गाँधी ने दी हरी झंडी
अब महाराष्ट्र में स्थिति साफ होती दिख रही है. कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने एनसीपी और शिवसेना के साथ मिल कर महाराष्ट्र में सरकार बनाने को हरी झंडी दे दी है। एनसीपी के नेता मजीद मेमन ने इसकी पुष्टि करते हुए पत्रकारों से कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस शिवसेना और एनसीपी के साथ मिल कर सरकार बनाए, इस पर सोनिया राजी हो गई हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) वैचारिक रूप से हिंदुत्व समर्थक शिवसेना से हाथ मिलाने के पक्ष में नहीं थीं, शिवसेना ने महाराष्ट्र चुनाव के बाद सरकार में साझेदारी के मुद्दे पर सहयोगी दल बीजेपी से अपना रिश्ता तोड़ लिया था, लेकिन वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं की शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) के साथ शरद पवार के घर पर कांग्रेस-राकांपा (Congress-NCP) की बैठक से इतर हुई मुलाकात के बाद यह संकेत मिल रहे थे कि यह गठबंधन आकार ले रहा है. HIMALAYAUK BUREAU
महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर जारी तनातनी के बीच एनसीपी (NCP) और कांग्रेस (Congress) की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक के बाद ऐलान किया गया है कि महाराष्ट्र में ‘शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनेगी’. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, ‘चर्चा सकारात्मक रही है. हम महाराष्ट्र में स्थिर सरकार देंगे और हम सरकार बनाएंगे.’ वहीं कांग्रेस ने कहा है कि अभी कुछ चर्चा बाकी है, वो एक-दो दिन में पूरी हो जाएगी. इस दौरान एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा, ‘हमने सभी बिंदुओं पर चर्चा की.’
महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार गठन की कवायद को लेकर दिल्ली में कांग्रेस-एनसीपी (Congress-NCP) की बैठक हो रही है. दोनों दलों की को-ऑर्डिनेशन कमेटी के नेता दिल्ली में शरद पवार (Sharad Pawar) के आवास पर मिल रहे हैं. महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी ने शिवसेना (Shiv Sena) के साथ मिलकर सरकार बनाने का फ़ैसला किया है. इसी को लेकर सरकार की रुपरेखा तय की जा रही है. उधर शिवसेना विधायकों को शुक्रवार को मातोश्री बुलाया गया है. शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार (Abdul Sattar) ने कहा कि सभी विधायकों को 22 नवंबर को बैठक के लिए ‘मातोश्री’ बुलाया गया है. हमें 5 दिनों के लिए अपना कपड़ा, आईडी कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड लेकर आने के लिए कहा गया है. मुझे लगता है कि हमें 2-3 दिनों के लिए एक जगह पर रहना होगा, फिर अगला कदम तय किया जाएगा. उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) जी निश्चित रूप से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री होंगे.
मेमन ने कहा, ‘साझा न्यूनतम कार्यक्रम अब तक तय नहीं हुआ है। पर मैडम (सोनिया गाँधी) ने सरकार बनाने को लिए हरी झंडी दे दी है। हम एक स्थायी और प्रगतिशील सरकार बनाने की कोशिश करेंगे।’ इसके पहले बुधवार की शाम एनसीपी नेता शरद पवार ने कांग्रेस और शिवसेना के नेताओं के साख अलग-अलग बैठक की।
सोनिया गाँधी पहले शिवसेना के साथ मिल कर सरकार बनाने के पक्ष में नहीं थीं। वे सैद्धान्तिक कारणों से हिन्दुत्ववादी दल के साथ सरकार बनाने से हिचक रही थीं।
हालाँकि शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत पहले भी कह चुके हैं कि राज्य में शिवसेना के नेतृत्व में एक स्थिर सरकार बनेगी और यह पूरे 5 साल चलेगी। लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार की सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी से हुई मुलाक़ात के बाद पवार ने जो बयान दिए थे, उससे महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में सन्नाटा पसर गया था।
इसके पहले बुधवार को शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाक़ात की थी। हालांकि यह मुलाक़ात किसानों की समस्या के लेकर हुई थी, पर 40 मिनट की इस बैठक पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे थे। पवार ने इस मुद्दे पर तीन पेज का एक मेमोरंडम मोदी को सौंपा। पर राजनीतिक गलियारों में इस पर अफवाहों का बाज़ार गर्म था।
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा, ‘पिछले 10-15 दिन से चल रही सारी अड़चनें दूर हो गईं हैं।’
पवार ने मंगलवार को पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि सोनिया गाँधी के साथ उनकी सरकार के गठन को लेकर कोई बात ही नहीं हुई है। पवार ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर संजय राउत 170 विधायकों का समर्थन होने की बात कह रहे हैं तो इस बारे में उन्हीं से पूछा जाना चाहिए। यह वही पवार थे जिन्होंने कुछ दिन पहले ही कहा था कि महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के नेतृत्व में सरकार बनेगी और पूरे 5 साल चलेगी।
मंगलवार को अंग्रेजी अख़बार ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ में छपी एक ख़बर से यह बात साफ़ हो गई थी कि पवार के बयानों पर भरोसा मत कीजिए और पर्दे के पीछे शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार बनने का ‘खेल’ जारी है। ख़बर में कहा गया था कि तीनों दलों के बीच सरकार के गठन पर सहमति बन गई है और अगले महीने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र में सरकार बन सकती है।
बुधवार शाम कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं के बीच बैठक देर तक चलती रही। दोनों के बीच साझा कार्यक्रम को लेकर चर्चा जारी है। कुछ बिन्दुओं पर सहमति बन गई है, जबकि कुछ दूसरे बिन्दुओं पर मतभेद बरकरार है। इस बैठक में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, के. सी. वेणुगोपाल, अहमद पटेल, जयराम रमेश, पृथ्वीराज चव्हाण और नसीम खान मौजूद थे। वहीं, एनसीपी की तरफ से अजित पवार और सुनील तटकरे समेत अन्य बैठक में शामिल हुए।
माना जा रहा है कि जयराम रमेश दोनों पार्टियों के बीच नई सरकार के गठन को लेकर हो रहे समझौते को दर्ज कर कर रहे हैं। इस बैठक पर सबकी निगाह टिकी हुई है। शिवसेना के सांसद संजय राउत को भी एनसीपी-कांग्रेस की मीटिंग से बड़ी उम्मीद है। इस बैठक को लेकर उन्होंने कहा कि गुरुवार दोपहर तक नई सरकार के गठन की तस्वीर साफ हो जाएगी।
महाराष्ट्र (Maharashtra) में सरकार पर सस्पेंस के बीच NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. पीएम मोदी (PM Modi) और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मुलाकात संसद भवन में हुई. यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब सूत्रों से ऐसी खबरें आ रहीं कि महाराष्ट्र (Maharashtra) में शिवसेना (Shiv Sena) को सत्ता की दौड़ से बाहर करने की जीतोड़ कोशिश कर रही बीजेपी (BJP) शरद पवार (Sharad Pawar) के लिए राष्ट्रपति पद की पेशकश की है. हालांकि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख ने फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के साथ किसी भी मोलभाव की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया.
शरद पवार और पीएम मोदी के बीच की मुलाकात महाराष्ट्र के किसानों की समस्या को लेकर हुई है. राकांपा प्रमुख शरद पवार ने संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मुलाकात की और उन्हें महाराष्ट्र के किसानों की समस्याओं से अवगत कराया. इसके साथ ही उन्होंने फसलों को हुए नुकसान और राज्य में बढ़ते कृषि संकट के मद्देनजर उनके तत्काल हस्तक्षेप की मांग की. पीएम मोदी से मुलाकात के बाद NCP चीफ शरद पवार ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान मैंने उन्हें वसंतदादा शुगर इंस्टीट्यूट में 21 जनवरी से 2 फरवरी 2020 तक होने वाले तीन दिवसीय सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया है. सम्मेलन का विषय चीनी और संबंद्ध उद्योगों में नवाचार और विविधीकरण है. धानमंत्री मोदी और शरद पवार की यह मुलाकात महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बनी अनिश्चितता के बीच हुई. महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए राकांपा, कांग्रेस और शिवसेना (NCP-Congress-Shiv Sena) के बीच बातचीत चल रही है. पवार ने तीन पन्नों के एक ज्ञापन में कहा कि नासिक जिले में सोयाबीन, धान, मक्का, बाजरा और टमाटर, प्याज जैसी सब्जियों की फसलें अंतिम चरण में थीं, लेकिन बेमौसम भारी बारिश से वे पूरी तरह बर्बाद हो गईं. उन्होंने कहा कि पिछले 10 महीनों में नासिक के 44 किसानों ने खुदकुशी की है.