14 जनवरी ; उत्तरायण यानि देवताओं की जागृति का समय आया
सूर्य देव होगे उत्तरायण; सर्वार्थ सिद्धि योग www.himalayauk.org (HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND)
मकर संक्रांति के दिन सूर्य उत्तरायण होते हैं। शास्त्रों में दक्षिणायन को देवताओं के शयन का समय माना गया है। साथ ही उत्तरायण को देवताओं को जागृति का समय माना गया है। इसलिए इस दिन जप, पुण्य कार्य, दान, स्नान, तर्पण श्राद्ध आदि धार्मिक कार्यों का खास महत्व है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन शुद्ध घी और काले कम्बल का दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। मकर संक्रांति के दिन से सूर्य उत्तरी गोलार्ध की ओर जाना शुरू कर देते हैं। इसलिए इस दिन से रातें छोटी और दिन बड़ी होने लगती है। साथ ही गर्मी का अहसास भी इस दिन से होने लगता है। शास्त्रों में इसलिए सूर्य का मकर राशि में परिवर्तन अंधकार का प्रकाश की ओर अग्रसर होना माना जाता है।
मकर संक्रांति 2018 में एक शुभ योग – मकर संक्रांति 2018 का त्योहार दो दिन मनाया जाएगा – 14 और 15 जनवरी। मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी 2018 को मनेगा लेकिन इसका पुण्यकाल 15 जनवरी 2018 को पड़ रहा है। 14 जनवरी की दोपहर 1:47 बजे सूर्यदेव का प्रवेश मकर राशि में होगा। इसके बाद 15 जनवरी को संक्रांति सुबह 5:11 बजे तक रहेगी। इससे दो दिनों तक संक्रांति का पुण्य काल रहेगा। तमाम शुभ काम का योग शुरू हो गया है। इसके बाद ही विवाह के योग भी बनते हैं। शास्त्रों में उत्तरायण के समय को देवताओं का दिन तथा दक्षिणायन को देवताओं की रात कहा गया है। इस तरह मकर संक्रांति एक तरह से देवताओं की सुबह मानी जाती है। मकर संक्रांति का पर्व इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग और परिजात योग में मनेगा। त्रयोदशी तिथि रविवार को पड़ने से सर्वार्थ सिद्धियोग और गुरु व मंगल के साथ तुला राशि में रहने से पारिजात योग बन रहा है।
राशिफल 2018 के अनुसार शनि देव का धनु राशि में परिवर्तन परिवर्तन हुआ है। शनि देव राशि बदलकर धनु राशि के मूल नक्षत्र में प्रवेश किए हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसे शनि देव को उदय के रूप में देखा जाता है। शनि देव के के इस महापरिवर्तन का कई राशियों को अत्यधिक लाभ मिलेगा। शनि के इस परिवर्तन के दौरान कुल मिलाकर 5 राशियों पर शनि देव की विशेष कृपा बरसेगी। साथ ही 7 राशियां ऐसी हैं जिस पर शनिदेव रुष्ट रहेंगे।
इस दिन सूर्य देव उत्तरायण होते हैं और खरमास समाप्त हो जाता है। खरमास के समाप्त होते ही सभी प्रकार के शुभ कार्यों का शुभारंभ हो जाता है। पंचांग के अनुसार इस बार मकर संक्रांति 14 जनवरी 2018 को मनाई जाएगी। मकर संक्रांति में पुण्यकाल का भी खास महत्व है। मकर संक्रांति के विशेष पुण्यकाल 14 जनवरी 2018 को रात्रि 8:08 बजे से लेकर 15 जनवरी को दिन के 12 बजे तक रहेगा। इस दौरान ही मकर संक्रांति की पूजा का भी शुभ मुहूर्त भे माना जाता है।
रविवार, 14 जनवरी 2018 को मकर संक्रांति है। 2018 की मकर संक्रांति का महत्व और अधिक बढ़ गया है। सूर्य जब धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है, तब मकर संक्रांति मनाई जाती है। इस दिन सूर्य दक्षिणायन से उत्तरायण होगे। पूरे दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा।
इस दिन दान का शुभ समय रहेगा एवं सूर्य देवता की आराधना का भी शुभ समय है ,इस दिन दान करने का कई गुना फल प्राप्त होता है, शास्त्रीय मान्यता के अनुसार इस दिन गरीबों की बीच काले तिल के बने व्यंजनों का वितरण करने से शनि का कुप्रभाव कम होता है। मकर संक्रांति का यह त्यौहार प्रकृति, ऋतु परिवर्तन और फसल से जुड़ा है। मकर संक्रांति के दिन से ऋतु में खास परिवर्तन देखने को मिलता है। मकर संक्रांति के दिन मुख्य तौर पर सूर्य की पूजा होती है। इस दिन सूर्य की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि सूर्य को ही प्रकृति का कारक माना जाता है।
सूर्य देव के महापर्व मकर संक्रांति पर दान-पुण्य और पवित्र नदी में स्नान करने की परंपरा है। इन दिन किए गए पूजा-पाठ से सभी दुखों से मुक्ति मिल सकती है। ज्योतिष के अनुसार इस संक्रांति पर राशि अनुसार दान करने से कुंडली के दोषों दूर होते हैं और सभी बाधाएं खत्म हो जाती है।
ग्रहों के राजा सूर्य के गोचरवश राशि परिवर्तन करने अर्थात् एक राशि से दूसरी राशि में जाने को संक्रांति कहा जाता है। इसी क्रम में जब सूर्य गोचरवश अपनी राशि परिवर्तन कर मकर राशि में प्रवेश करते हैं तो इसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है।
सूर्य एक राशि में 1 माह तक रहते हैं, अत: संक्रांति तो प्रतिमाह आती है लेकिन मकर राशि में सूर्य का गोचर 1 वर्ष के अन्तराल से होता है इसलिए मकर संक्रांति का पर्व प्रतिवर्ष पौष मास में आता है। वर्ष 2018, विक्रम संवत् 2074 में सूर्य 14 जनवरी की रात्रि 8 बजकर 8 मिनट पर मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
अत: मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी 2018 को मनेगा। इसका पुण्यकाल 15 जनवरी 2018 को रहेगा। मकर संक्रांति का विशेष पुण्यकाल 14 जनवरी 2018 को रात्रि 8 बजकर 8 मिनिट से 15 जनवरी 2018 को दिन के 12 बजे तक रहेगा। वर्ष 2018, विक्रम संवत् 2074 में संक्रांति का वाहन महिष एवं उपवाहन ऊंट रहेगा। इस वर्ष संक्रांति काले वस्त्र एवं मृगचर्म की कंचुकी धारण किए, नीले आक के फ़ूलों की माला पहने, नीलमणि के आभूषण धारण किए, हाथ में तोमर आयुध लिए, दही का भक्षण करती हुई दक्षिण दिशा की ओर जाती हुई रहेगी।
ये सूर्य से संबंधित पर्व है और अलग-अलग क्षेत्रों में अलग-अलग रीति-रिवाजों के साथ मनाया जाता है। इस दिन का धार्मिक महत्व है साथ ही विज्ञान के अनुसार भी मकर संक्रांति पर्व स्वास्थ्य की दृष्टि से विशेष स्थान रखता है। यहां जानिए चार ऐसे काम जो मकर संक्रांति पर सभी को करना चाहिए।
1. सूर्य को जल चढ़ाएं
मकर संक्रांति पर सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है, इसी वजह से इस दिन को मकर संक्रांति कहा जाता है। सूर्य के राशि परिवर्तन की वजह से इस दिन का ज्योतिष में भी काफी अधिक महत्व बताया गया है। इस राशि परिवर्तन का असर सभी राशि के लोगों पर होता है। जिन लोगों की कुंडली में सूर्य अशुभ फल देने वाले हैं, वे लोग मकर संक्रांति पर सूर्य को जल अवश्य चढ़ाएं।
इस दिन सुबह जल्दी उठें, स्नान आदि कर्मों के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं। मकर संक्रांति से शुरू करके ये उपाय रोज करें। इससे सूर्य के दोष शांत होते हैं और समाज में मान-सम्मान प्राप्त होता है।
2. कुछ देर सूर्य की रोशनी में जरूर बैठें
मकर संक्रांति से ठंड का असर कम होना शुरू हो जाएगा। इस दिन सूर्य की किरणें हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद रहती हैं। त्वचा की चमक बढ़ती है और शरीर को ऊर्जा मिलती है। सूर्य की किरणों के चमत्कारी असर को देखते हुए ही इस दिन पतंग उड़ाने की प्राचीन परंपरा चली आ रही है।
मकर संक्रांति का समस्त 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
1. मेष- मेष राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार व्यापार में लाभ प्राप्त होगा। कार्यों में सफ़लता प्राप्त होगी। धन लाभ होगा। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
2. वृष-वृष राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार धन हानि की संभावना है। झूठे आरोप के कारण प्रतिष्ठा धूमिल होगी। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। रोग के कारण कष्ट होगा। पारिवारिक विवाद के कारण अशान्ति का वातावरण रहेगा।
3. मिथुन-मिथुन राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार विवाद के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। कोर्ट-कचहरी व मुकदमें में असफ़लता के योग हैं। धन का अपव्यय होगा। उच्च रक्तचाप के कारण कष्ट होगा। मान-प्रतिष्ठा में कमी आएगी।
4. कर्क- इस माह कर्क राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार दाम्पत्य सुख में हानि होगी। कार्यों में असफ़लता प्राप्त होगी। धन हानि एवं मानहानि होगी। सिर में पीड़ा के साथ-साथ शारीरिक कष्ट की संभावनाएं हैं।
पुराने कर्ज से मुक्ति मिल सकती है। कुछ चुनौतियों का भी सामना करना पड़ सकता है। मामा पक्ष से विशेष मान-सम्मान की प्राप्ति होगी। जटिल कार्यों में भी सफलता मिलने के योग बन रहे हैं। आर्थिक लाभ का भी उत्तम समय है।
5. सिंह-
इस माह सिंह राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार कार्यों में सफ़लता प्राप्त होगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। रोगों से मुक्ति मिलेगी। राज्य से लाभ प्राप्त होगा। प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
6. कन्या-इस माह कन्या राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार मानसिक पीड़ा होगी। राज्याधिकारियों से विवाद होगा। सन्तान को कष्ट की संभावना है। धनहानि होगी। यात्रा में दुर्घटना की संभावना है।
शनि का यह महापरिवर्तन से सामाजिक कार्यों में आपका योगदान बढ़ेगा। माता के स्वास्थ्य में भी सुधार आएगा। आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी। स्वास्थ्य भी उत्तम रहने की संभावना है। लेन-देन के मामले में सावधानी बरतें।
7. तुला-
इस माह तुला राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार पारिवारिक विवाद के कारण कष्ट होगा। धनहानि व मानहानि होगी। यात्रा में कष्ट होगा। जमीन-जायदाद संबंधी मामलों में असफ़लता प्राप्त होगी। मानसिक अशांति के कारण कष्ट रहेगा।
8. वृश्चिक-
इस माह वृश्चिक राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार मित्रों से लाभ होगा। धन लाभ होगा। राज्याधिकारियों से अनुकूलता प्राप्त होगी। पदोन्नति की संभावना है। उच्च पद की प्राप्ति होगी। शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। प्रत्येक कार्य में सफ़लता मिलेगी। मान-प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
9. धनु-
इस माह धनु राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार व्यापार व धन सम्पत्ति में हानि का योग है। मित्रों व परिवारजनों से विवाद की सम्भावना है। सिर व आंखों में पीड़ा के कारण परेशानी रहेगी।
10.मकर- इस माह मकर राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार धन हानि के योग हैं। सम्मान व प्रतिष्ठा में कमी होगी।
11. कुंभ- इस माह कुंभ राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार स्थान परिवर्तन का योग बन रहा है। कार्यक्षेत्र में परेशानियां रहेंगी। गुप्त शत्रुओं के कारण हानि का योग है।
12.मीन- इस माह मीन राशि वाले जातकों को सूर्य के गोचर अनुसार धन प्राप्ति का योग है। पदोन्नति के अवसर हैं। मान-सम्मान व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।
शनि देव के इस महापरिवर्तन से आपको व्यवसाय क्षेत्र में वृद्धि के योग बन रहे हैं। नया व्यापार व कार्य की योजना भी बना सकते हैं। पदोन्नति के भी योग हैं। पद प्रतिष्ठा की भी प्राप्ति हो सकती है। रोजगार और व्यापार के लिए बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।
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