अन्तर्राष्टीय निबन्ध प्रतियोगिता ;4विद्यार्थी भारतीय विजेता
#अन्तरराश्ट्रीय अन्तर्राष्टीय निबन्ध प्रतियोगिता दुनिया भर से ६० विद्यार्थियों को विजेता घोषित किया #भारतीय विद्यार्थियों ने बहुभाषी निबंध प्रतियोगिता ’मैनी लैंगवेजेस, वन वर्ल्ड‘ में जीत हासिल की # ईएलएस एजुकेशनल सर्विसेज एवं युनाईटेड नेशन्स एकेडमिक इम्पैक्ट ने इस साल तीसरी बार निबंध प्रतियोगिता का आयोजन #www.himalayauk.org (UK Leading Digital Newsportal & Print Media) Mumbai Bureau
अगस्त, २०१६ ः ईएलएस एजुकेषनल सर्विसेज इंक को यह घोशणा करते हुए खुषी का अनुभव हो रहा है कि दुनिया भर से ६० विद्यार्थियों को २०१६ की अन्तरराश्ट्रीय निबन्ध प्रतियोगिता ’मैनी लैंगवेजेस वन वर्ल्ड‘ के लिए विजेता घोषित किया गया है, इनमें से चार विद्यार्थी भारतीय हैं। ईएलएस एजुकेशनल सर्विसेज एवं युनाईटेड नेशन्स एकेडमिक इम्पैक्ट ने इस साल तीसरी बार निबंध प्रतियोगिता का
आयोजन किया है।
विजेताओं को हेम्प्सटेड, न्यूयॉर्क की होफस्ट्रा युनिवर्सिटी में मैनी लैंगवेजेस वन वर्ल्ड ग्लोबल यूथ फोरम में हिस्सा लेने का मौका मिला। कार्यक्रम में सभी खर्चों के भुगतान पर न्यूयॉर्क का दौरा षामिल था, इसके अलावा विद्यार्थियों को संयुक्त राश्ट्र की महासभा में बोलने का मौका भी मिला। विद्यार्थियों ने फोरम पर स्थायी विकास में लिए युनाईटेड नेषन्स २०३० एजेण्डा के संदर्भ में षैक्षणिक योजनाएं प्रस्तुत कीं।
मैनी लैंग्वेजेस, वन वर्ल्ड प्रतियोगिता के लिए दुनिया भर के कॉलेजों और विष्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को इस विशय पर निबन्ध लिखने के लिए आमंत्रित किया गया था कि विष्वस्तरीय नागरिकता, सांस्कृतिक समझ के विकास में बहुभाशी क्षमता कैसे सहायक हो सकती है। उम्मीदवारों को संयुक्त राश्ट्र की छह आधिकारिक भाशाओं में से किसी एक में अपनी प्रविश्टियां प्रस्तुत करनी थीं, यह भाशा न तो विद्यार्थी की पहली भाशा होनी चाहिए और न ही उसकी षिक्षा की प्राथमिक भाशा होनी चाहिए। १६५ देषों से ९,००० विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता के पहले चरण में हिस्सा लिया। संयुक्त राश्ट्र की आधिकारिक भाशाओं में अरबी, चीनी, अंग्रेजी, फ्रांसीसी, रूसी और स्पेनिष षामिल हैं।
इस मौके पर ईएलएस एजुकेषन सर्विसेज में भारत के निदेषक मलिक सुंदरम ने कहा, ’’ग्लोबल यूथ फोरम में हिस्सा लेना मेरे लिए गर्व की बात है। हर साल भारतीय विद्यार्थी इस प्रतियोगिता में जीत हासिल करते हैं, जो दुनिया भर से आने वाले विद्यार्थियों के बीच देष को गौरवान्वित करते हैं। मेरा मानना है कि भारतीय षिक्षा प्रणाली का अन्तरराश्ट्रीकरण भारतीय विद्यार्थियों को दुनिया भर में सर्वश्रेश्ठ षिक्षा हासिल करने के अवसर प्रदान कर सकता है। यह प्रतियोगिता इस बात का सषक्त उदाहरण है कि बहुभाशी क्षमता से युक्त प्रतिभाषाली भारतीय विद्यार्थी कैसे विष्वस्तरीय मंच पर कामयाबी हासिल कर सकते हैं।‘‘
३६०० प्रविश्टियों में से ६० विजेताओं का चयन किया गया। ईएलएस ने प्रतियोगिता के सभी विजेताओं को बधाई दी। भारत से ३५० से अधिक विद्यार्थियों ने प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था और ४ फाईनल मुकाबले में पहुंचे।
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उदय सिंह
गुड रिलेषन्स इण्डिया
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