मंत्री जी खुद बना रहे थे सेक्स सीडी!
मंत्री जी भस्मासुर बन खुद की सेक्स सीडी बना रहे थेे ?
‘अगर दो एडल्ट लोग मर्जी से शारीरिक संबंध बना रहे हों तो क्या वह क्राइम है? आप नेता आशुतोप ने पूछा- Execlusive: www.himalayauk.org (Newsportal)
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार के ‘सीडी कांड’ की जांच शुरू कर दी है
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता आशुतोष ने ‘सीडी कांड’ में फंसे आप के मंत्री संदीप कुमार का समर्थन किया है। आशुतोष ने लिखा कि वीडियो में दिख रहे दोनों लोग अपनी मर्जी से संबंध बना रहे थे आशुतोष ने लोगों से सवाल पूछते हुए लिखा, ‘अगर दो एडल्ट लोग मर्जी से शारीरिक संबंध बना रहे हों तो क्या वह क्राइम है? लड़की ने किसी से शिकायत नहीं की। वह पुलिस या कोर्ट किसी के पास नहीं गई। ना ही वह संदीप के परिवार के पास गई। साथ ही संदीप की पत्नी ने भी अबतक कोई शिकायत नहीं की है। संदीप ने लड़की को ब्लैकमेल नहीं किया। कोई दवाब बनाकर संबंध नहीं बनाए गए। यानी यह रेप नहीं है। तो फिर इस सीडी का इतना जिक्र क्यों हो रहा है। इसे लोगों के सामने लाया ही क्यों गया? किसी एक के चरित्र पर उठी उंगली से पार्टी का चरित्र कैसे तय किया जा सकता है? यह हेडलाइन क्यों बनी हुई है? उस आदमी ने गलत क्या किया है ? आशुतोष ने जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लेकर उन सब को भाग्यशाली भी कहा क्योंकि उस जमाने में टीवी नहीं था। अंत में आशुतोष ने लिखा, ‘आप पर उंगली उठाना आसान है लेकिन इन लोगों (जवाहरलाल नेहरू, महात्मा गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी) पर नहीं क्योंकि वे सब शक्तिशाली लोग थे। हम लोग राजनीति में नए हैं इसलिए हमें निशाना बनाया जाता है। लेकिन यह भी सत्य है कि हमेशा एक बच्चा (नौसिखिया) ही इतिहास को बदल देता है।’ ‘
दस मिनट के जिस वीडियो ने आम आदमी पार्टी के सबसे नौजवान मंत्री संदीप कुमार की कुर्सी एक झटके में छीन ली वो वीडियो शूट कैसे हुआ? अब सरेआम नंगा होने के बाद संदीप कुमार बेशक इस वीडियो में खुद के ना होने की बात कह रहे हों, लेकिन इस वीडियो के ऐसे कई पहलू हैं, जिन्हें देखते ही ये साबित हो जाता है कि ये वीडियो किसी ने धोखे से शूट नहीं किया, बल्कि इसके पीछे दिमाग़ खुद मंत्री जी का ही चल रहा था. इस अश्लील सीडी की तस्वीरें देखकर साफ है कि कैमरा चल रहा है. उसे चालू हालत में ही कमरे में छुपाया जा रहा है. इस वक्त कैमरा रखने वाले शख्स के अलावा इस कमरे में किसी और के होने की भी कोई गुंजाइश नज़र नहीं आती. क्योंकि एक तरफ कैमरा छुपाने वाला शख्स है और दूसरी तरफ दीवार – कैमरे को यूं चालू हालत में छुपाए जाने के डेढ़ मिनट के अंदर ही संदीप कुमार नंगे हो जाते हैं. इन डेढ़ मिनट के दौरान ना तो इस कमरे या कैमरे में कोई तीसरा शख्स नज़र आया और ना ही किसी और की कोई आवाज़ ही सुनाई दी. करीब दस मिनट के इस वीडियो के आखिर में मंत्री जी अपनी महिला मित्र के साथ वक़्त गुज़ारने के बाद अब चलने की तैयारी कर रहे हैं. लेकिन इसी के साथ-साथ वो फिर से कैमरे पर हाथ लगाते हैं और शायद कैमरा उठा लेते हैं. क्योंकि अब कैमरा हिलने के साथ-साथ बंद हो जाता है. ऐसा तब है, जब इस कमरे में खुद मंत्री जी और उनकी महिला मित्र के अलावा तीसरा और कोई है ही नहीं. बस इस वीडियो के इन दो हिस्सों को देखने से ही ये साफ़ हो जाता है कि इसे शूट किसी और ने नहीं बल्कि खुद संदीप कुमार ने ही किया है. इस वीडियो में पूर्व हो चुके मंत्री जी के हाव-भाव, आई लुक यानी कैमरे में देखने की अदा जैसी कई चीज़ें भी साफ बताती हैं कि कमरे में कैमरा है ये उन्हें पता है. बस अगर कुछ फर्क है तो वो है थोड़ा डीलडौल यानी मोटापे का. सीडी में संदीप का वजन कम है, जबकि इस वक्त उनका वजन बढ़ा हुआ है. डबल चिन भी निकल आया है. यानी सीडी में संदीप थोड़े दुबले नजर आ रहे हैं. अब ऐस क्य़ों? तो जितने लोग उनको जानते हैं. वो ये भी जानते हैं कि चार-छह महीने पहले तक उनका वजन इतना नहीं बढ़ा था. इस वीडियो में पूर्व हो चुके मंत्री जी के हाव-भाव, आई लुक यानी कैमरे में देखने की अदा जैसी कई चीज़ें भी साफ बताती हैं कि कमरे में कैमरा है ये उन्हें पता है. बस अगर कुछ फर्क है तो वो है थोड़ा डीलडौल यानी मोटापे का. सीडी में संदीप का वजन कम है, जबकि इस वक्त उनका वजन बढ़ा हुआ है. डबल चिन भी निकल आया है. यानी सीडी में संदीप थोड़े दुबले नजर आ रहे हैं. अब ऐस क्य़ों? तो जितने लोग उनको जानते हैं. वो ये भी जानते हैं कि चार-छह महीने पहले तक उनका वजन इतना नहीं बढ़ा था.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के पूर्व महिला एवं बाल कल्याण मंत्री संदीप कुमार वाकई अपने बिग बॉस के सच्चे भक्त निकले. जी हां, संदीप ने ठीक वही किया, जो केजरीवाल ने कहा था, कुछ भी गलत हो तो वीडियो बना लो. संदीप ने सीधे वीडियो भी बना लिया, लेकिन वीडियो बनाते वक्त इतना भूल गए कि गलत काम वो खुद कर रहे हैं. खुद वीडियो बना रहे हैं. नतीजा ये कि खुद नंगे कैमरे में कैद हो गए. 5 साल में फिल्म दिखाने का दावा करने वाले संदीप की पूरी फिल्म 10 मिनट में दुनिया के सामने आ गई. अब उनका हर राज जमाने के सामने फाश हो चुका है. अश्लील सीडी वायरल हुई तो तुरंत कपड़े पहनकर कैमरे पर वापस आ गए.
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार के ‘सीडी कांड’ की जांच शुरू कर दी है. क्राइम ब्रांच के जॉइंट सीपी रवींद्र यादव ने इस केस की जांच का जिम्मा एक विशेष टीम को दिया है. इस टीम का नेतृत्व एक डीसीपी कर रहे हैं.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि कथित सेक्स सीडी का सच जानने के लिए बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है, लेकिन उससे पहले पुलिस उन सभी फोटोग्राफ और वीडियो की जांच करेगी, जिसमें संदीप कुमार महिलाओं के साथ अंतरंग पलों में नजर आ रहे हैं. सीडी की फोरेंसिक जांच भी कराई जाएगी.
हालांकि संदीप कुमार सीडी में खुद के होने से इंकार कर चुके हैं, लेकिन अब सच की तह तक जाने का काम पुलिस को करना है. पुलिस को सबसे पहले यह पता लगाना है कि मीडिया तक सीडी पहुंचाने वाले शख्स के पास सीडी कहां से आई, ये वीडियो कहां बनी, कब बनी, किसने बनाई, बाहर कैसे आई? ये सारे सवाल पुलिस के सामने हैं.
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को जांच की रूपरेखा तय की जाएगी. बताते चलें कि गुरुवार भाजपा नेताओं ने पुलिस कमिश्नर आलोक वर्मा से मिलकर सीडी कांड की जांच कराने की मांग की थी. उन्होंने संदीप कुमार पर मंत्री पद का दुरुपयोग करके महिलाओं के यौन शोषण का शक जताया था. कमिश्नर ने उनकी शिकायत की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी है.