केदारनाथ मंदिर ; बाबा के दर्शन करने वाले मोदी पहले शख्स
केदारनाथ मंदिर के कपाट खुले ;और बाबा के दर्शन करने वाले मोदी पहले शख्स; हिमालय गौरव उत्तराखण्ड – न्यूज पोर्टल तथा दैनिक समाचार पत्र की रिपोर्ट- सबसे पहले आप तक-
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 MAY 2017 केदारनाथ मंदिर पहुंचे और भगवान शिव की पूजा अर्चना की. उत्तराखंड के राज्यपाल डा. कृष्णकांत पाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ मोदी ने करीब साढ़े नौ बजे मंदिर में प्रवेश किया जहां उन्होंने भगवान शिव की विशेष पूजा और रुद्राभिषेक किया. इससे कुछ ही समय पहले ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोले गए थे.
:मोदी इस राष्ट्र को एक ऋषि के रूप में मिले हैं.;बाबा रामदेव ; उत्तराखंड में बुधवार को बाबा केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी हरिद्वार में बाबा रामदेव के पतंजलि संस्थान पहुंचे. वहां पर नए आयुर्वेदिक रिसर्च संस्थान का उद्घाटन करने के दौरान बाबा रामदेव की तरीफ करते हुए कहा कि मुझे क्या करना है, क्या नहीं ये रामदेव जी ने मुझे बताया है. बाबा रामदेव की तरफ इशारा करते हुए पीएम ने कहा कि मुझे खुद से ज़्यादा आपके आशीर्वाद की ताक़त पर भरोसा है. आपका आशीर्वाद ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत है. यहां पर परिवार के सदस्य की हैसियत के तौर पर आने का सौभाग्य मिला है. उन्होंने कहा कि जब आपको सम्मान मिलता है तो आपसे उम्मीदें भी होती हैं.
प्रधानमंत्री करीब 20 मिनट तक मंदिर के गर्भ गृह में मौजूद रहे. पूजा अर्चना के बाद पीएम मोदी को मंदिर समिति के प्रधान ने स्मृति चिह्न भेंट किए. 70 साल पुरानी गौमुख की तस्वीर भी प्रधानमंत्री को भेंट की गई. इसके अलावा उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने उन्हें पहाड़ी टोपी और पहाड़ी कलेऊ और अरसे भी भेंट किये हैं. आज सुबह से ही केदारनाथ में चटख धप खिली थी. मौसम ने भी पूरा साथ दिया. लेकिन जैसे ही पीएम मोदी केदानाथ से रवाना हुए थोड़ी देर बाद ही आसमान में बादल छा गए. केदारनाथ में पल-पल मौसम बदलता रहता है. देखते ही देखते धूप, बारिश और बर्फबारी शुरू हो जाती है. पीएम के आने के पहले तक मौसम को लेकर आशंका बनी हुई थी. लेकिन मौसम ने भी पूरा साथ दिया.
बाबा केदारनाथ के पहले दर्शन के लिए भक्त पहुंच गए हैं. ऊखी मठ से बाबा केदारनाथ की डोली मंदिर पहुंची तो जमकर नाचगाना हुआ. परंपरा के मुताबिक छह कुमाऊं रेजिमेंट ने बैंड धुन से बाबा केदारनाथ का स्वागत किया. पीएम के पहुंचने पर भी बैंड धुन से स्वागत हुुुुआ. 2013 की तबाही के बाद केदरानाथ धाम में पिछले तीन साल में केदारनाथ यात्रा तो हुई, लेकिन मंदिर के रास्ते में आई तबाही इतनी बड़ी थी कि उसे पटरी पर लाने में लंबा वक्त लग गया. (www.himalayauk.org) HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND: web & Print Media: CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR
पूजा-अर्चना करने के बाद लोगों से मिले पीएम मोदी. मंदिर से बाहर निकलने बाद वहां एक जवान की गोद में मौजूद छोटी सी बच्ची से मिले ; शिव योगियों से लेकर राजयोगी तक भगवान शिव के आदि धाम पहुंच गए हैं केदारनाथ का दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरिद्वार में बाबा रामदेव के पतंजलि योगीपीठ पहुंचे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज केदारनाथ मंदिर पहुंचे और भगवान शिव की पूजा अर्चना की. उत्तराखंड के राज्यपाल डा. कृष्णकांत पाल और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ मोदी ने करीब साढ़े नौ बजे मंदिर में प्रवेश किया जहां उन्होंने भगवान शिव की विशेष पूजा और रुद्राभिषेक किया. इससे कुछ ही समय पहले ही श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट खोले गए थे.
वैदिक मंत्रोच्चार के साथ केदारनाथ मंदिर के कपाट बुधवार सुबह 8 बजकर 53 मिनट पर खुल गए हैं. पीएम मोदी बाबा केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह में मंत्रोच्चार के साथ पूजा की. प्रधानमंत्री के लिए विशेष पूजा का आयोजन किया गया है मोदी के पहुंचने पर मंदिर की ओर से उनका स्वागत किया गया. वैदिक मंत्रोच्चारण और पौराणिक रीति-रिवाजों के साथ मंदिर के कपाट बुधवार सुबह 8.50 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे. पूजा के बाद प्रधानमंत्री ने मंदिर की परिक्रमा भी की. वहां मौजूद श्रद्धालुओं का अभिवादन भी किया. पीएम मोदी के पहुंचने से पहले ही करीब ढाई हजार से ज्यादा श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच गए हैं. प्रधानमंत्री यहां आकर दर्शन करने वाले मोदी देश के दूसरे प्रधानमंत्री हैं. इससे पहले डॉ. मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री रहते हुए केदारनाथ धाम में पूजा-अर्चना की थी. नरेंद्र मोदी देश के तीसरे प्रधानमंत्री हैं जो इस पद पर रहते हुए केदारनाथ पहुंचे हैं. इससे पहले इंदिरा गांधी और वीपी सिंह पीएम के तौर पर यहां आ चुके हैं. राज्य के गवर्नर के.के. पॉल ने चीफ सेक्रेटरी एस. रामास्वामी और डीजीपी एमए. गणपति के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक में व्यवस्थाओं का जायजा लिया, मोदी के बाद इसी हफ्ते 5 मई को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी भी उत्तराखंड का दौरा करेंगे. इस दौरान मुखर्जी भी केदारनाथ और बद्रीनाथ जाएंगे.
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बुधवार को उत्तजराखंड में बाबा केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए हैं. बुधवार सुबह 8.50 बजे मंदिर का कपाट खोला गया इस अवसर पर सबसे पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां दर्शन किए. छह महीने के बाद बुधवार को केदारनाथ के कपाट खुले हैं. 12 ज्योमर्तिलिंगों में केदारनाथ को सर्वोच्चम माना जाता है. कहा जा रहा है कि जिस तरह पीएम मोदी ने यूपी चुनावों के दौरान काशी विश्वानाथ मंदिर में रुद्राभिषेक किया था, ठीक उसी तरह पीएम नरेंद्र मोदी केदारनाथ मंदिर में भी रुद्राभिषेक कर रहे हैं. प्रधानमंत्री रहते हुए केदारनाथ जाने वाले नरेंद्र मोदी देश के तीसरे पीएम हैं. इससे पहले इंदिरा गांधी और वीपी सिंह पीएम के तौर पर यहां आ चुके हैं. पीएम मोदी के बाद इसी सप्तारह राष्ट्रमपति प्रणब मुखर्जी भी उत्त रांड आ रहे हैं. प्रणब मुखर्जी केदारनाथ के अलावा बद्रीनाथ भी जाएंगे.
हालांकि इसके अलावा वहां आम दर्शनार्थी भी पहुंच गए हैं. आज से आम लोग भी दर्शन कर सकेंगे. मंगलवार को ऊखी मठ से बाबा केदारनाथ की डोली मंदिर पहुंची और भक्तोंन ने नाच-गाकर इसका आनंद लिया. परंपरा के मुताबिक छह कुमाऊं रेजिमेंट ने बैंड धुन से बाबा केदारनाथ का स्वाकगत किया. पीएम नरेंद्र मोदी के पहुंचने पर भी बैंड धुन से स्वा गत होगा. उल्लेुखनीय है कि 2013 में केदारनाथ त्रासदी के बाद राज्यि सरकार को आवागमन सुचारू करने और पूरे बंदोबस्त. को करने में तीन साल का समय लगा. हालांकि त्रासदी के अगली साल से ही यात्रा शुरू हो गई थी.
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आज ही केदारनाथ मंदिर के कपाट खुले हैं और बाबा के दर्शन करने वाले मोदी पहले शख्स हैं. केदारनाथ मंदिर में पीएम मोदी ने रुद्राभिषेक भी किया. प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी पहली बार केदारनाथ मंदिर पहुंचे.
इस से पहले सीएम त्रिवेंद्र रावत और राज्यपाल केके पाल भी जोलीग्रांट एयरपोर्ट से उनके साथ हेलीकॉप्टर से केदारनाथ पहुंचे. पीएम नरेंद्र मोदी ने विधि विधान के साथ केदारनाथ मंदिर गर्भ गृह में पूजा अर्चना की.
उत्तराखंड सरकार के मुताबिक चारधाम यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. बुधवार को केदारनाथ धाम के कपाट खुल गए. इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने मंगलवार को केदारनाथ पहुंचकर कपाट खुलने और पीएम मोदी के दौरे की तैयारियों का जायजा लिया था. पीएम मोदी ने सुबह 9.30 से 10.10 बजे तक बाबा केदारनाथ की पूजा अर्चना की. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी हरिद्वार पहुंचकर पतंजलि रिसर्च सेंटर का उद्घाटन करेंगे शाम को दिल्ली वापस
बाबा केदारनाथ धाम के कपाट बुधवार को खुल गये. उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है. गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 28 अप्रैल को खुल चुके हैं. केदारनाथ धाम के कपाट बुधवार सुबह खुल जाएंगे. काफी श्रद्धालु पहले ही बाबा के दर्शन करने के लिए केदारनाथ पहुंच चुके हैं. स्थानीय प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है.
उत्तराखंड सरकार की माने तो चारधाम यात्रा के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 3 मई केदारनाथ धाम के कपाट खुल गये हैं. 2013 में आई आपदा के बाद से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को मंदिर के संरक्षण की जिम्मेदारी दी गई है. इसी सिलसिले में 1 मई को पुरातत्व विभाग की 10 सदस्यीय टीम देहरादून से केदारनाथ के लिए रवाना हो रही है.
::मोदी इस राष्ट्र को एक ऋषि के रूप में मिले हैं.;बाबा रामदेव
केदारनाथ का दौरा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरिद्वार में बाबा रामदेव के पतंजलि योगीपीठ पहुंचे. यहां मोदी बाबा रामदेव के रिसर्च सेंटर में पहुंचे, जहां उन्होंने पतंजलि रिसर्च सेंटर का उद्घाटन किया है. बाबा रामदेव ने स्टेज पर पीएम मोदी के गले मैं माला डालकर उनका स्वागत किया.
इस दौरान बाबा रामदेव ने कहा कि आज पतंजलि योगीपीठ पीएम मोदी का अभिनंदन करता है. उन्होंने कहा कि मोदी इस राष्ट्र को एक ऋषि के रूप में मिले हैं. इसलिए हम आज उन्हें राष्ट्रऋषि का सम्मान देते हैं. रामदेव ने कहा कि देश के गरीब और वंचित लोग मोदी में अपना स्वरूप देखते हैं. उन्होंने देश का गौरव बढ़ाया है.
रामदेव ने आगे कहा, कई लोगों ने मुझे मारने की कोशिश की है, वो सोचते हैं बाबा कब मरेगा, बाबा कब गिरेगा. लेकिन मोदी जी के नेतृत्व में ना बाबा गिरेगा और ना देश गिरेगा. उन्होंने कहा की पीएम मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है. बाबा रामदेव ने आयुर्वेदिक दवाओं पर रिसर्च के लिए ये रिसर्च सेंटर बनाया है. रिसर्च सेंटर बनाने के पीछे उद्देश्य ये है कि आयुर्वेदिक दवाओं को दुनिया भर में मान्यता मिले और वैज्ञानिक मान्यताओं पर भी वो खरी उतरें. रामदेव का ये रिसर्च सेंटर दस एकड़ में फैला हुआ है.
इस महाआयोजन को लेकर योगगुरु बाबा रामदेव खासे उत्साहित नज़र आए. उन्होंने खुद पीएम मोदी के साथ रहकर रिसर्च सेंटर की एक-एक खूबी के बारे में बताया. पीएम मोदी ने भी रिसर्च सेंटर में बारिकियों से एक-एक चीज को समझा. कल बाबा रामदेव ने कहा था कि आज़ाद भारत के 70 सालों के इतिहास में आयुर्वेद को एविडेन्स बेस के तौर पर स्थापित करने का कार्य यहां होगा. एलोपेथी की तरह आयुर्वेद को भी पूरी दुनिया मे मान्यता मिलेगी. बाबा ने बताया कि यहां केंसर तक का उपचार किया जाएगा और इससे जुड़ी सभी रिसर्च भी की जाएगी.
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