किसी को भी अपनी जनता से राजनीति नहीं करने दूंगा ;शिवराज सिंह चौहान
भोपाल : मध्यप्रदेश में शांति बहाली एवं आंदोलनरत किसानों से चर्चा करने के लिए शनिवार से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्हें सुबह से अब तक 251 किसान संगठनों के प्रतिनिधिमंडलों से उपवास स्थल पर बने कक्ष में अलग-अलग चर्चा की है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बात करते हुए बताया, ”पीड़ित परिवार के लोग मुझसे इतने दुख के बावजूद भी मिले. उन्होंने मुझसे कहा कि आप अपना उपवास खत्म कर दें. उन्होंने गांव भी बुलाया था.” मुलाकात के दौरान शिवराज भावुक हो गए। पीड़ित परिवार ने सीएम से रोकर उपवास तोड़ने की अपील की। पीड़ित परिवार की अपील पर चौहान ने कहा कि जब तक प्रदेश में शांति बहाली नहीं हो जाती। उपवास नहीं तोड़ूंगा, किसानों के पीड़ित परिवार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात के दोषियों को सज़ा दिलाने की भी अपील की, उन्होंने कहा कि गोली चलाने वालों को सख्त सजा मिलनी चाहिए। (HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND) Web & Print Media: Uttrakhand, Dehradun;
इसी के बाद से संकेत मिल रहे हैं कि सीएम शिवराज सिंह चौहान आज दूसरे दिन ही अपना उपवास खत्म कर सकते हैं. आज सुबह उनका मेडिकल चेकअप हुआ. शिवराज शनिवार की सुबह 11 बजे से अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे हैं. उपवास पर बैठने के बाद उन्होंने कहा कि जब तक प्रदेश में हालात नहीं सुधरते हैं तब तक उनका उपवास जारी रहेगा, सिर्फ़ पानी पीएंगे. कल मंदसौर में मारे गए 6 किसानों में से 4 किसानों के परिजनों से वो मिले और उपवास ख़त्म करने को कहा. शनिवार को इन परिवारों को भी शिवराज ने कहा कि सूबे में शांति होते ही वे उपवास ख़त्म कर देंगे.
चौहान ने इन प्रतिनिधियों से चर्चा करने के बाद वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज मैंने किसानों के 236 बड़े संघटनों तथा 15 छोटे संघटनों से मिला और चर्चा की.’ मध्यप्रदेश में चल रहे किसान आंदोलन के दसवें दिन आज प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान यहां दशहरा मैदान में ‘शांति बहाली के लिये’ अनिश्चितकालीन उपवास पर बैठे हैं और उन्होंने किसानों को यहां उनकी समस्याओं के समाधान के लिये आने का आहवान भी किया है.
अपने उपवास के दूसरे दिन रविवार को मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “मैं एयर कंडीशन में रहने वाला सीएम नहीं हूं। रातभर मैं किसानों के बारे में ही सोचता रहा। मैंने हमेशा किसानों की परेशानियां दूर करने की कोशिश की है। वे हमारे लोग हैं। उनकी समस्याएं भी हमारी हैं। मैं यही सोचता हूं कि कैसे उत्पादकता बढ़ाई जाए।” उन्होंने यह भी कहा कि मारे गए किसानों के परिजन मुझसे मिले हैं और उन्होंने उपवास तोड़ने को कहा है। बता दें कि प्रदेश में हिंसक किसान आंदोलन के बीच प्रदेश में शांति के लिए चौहान ने शनिवार से यहां BHEL दशहरा मैदान पर अनिश्चितकालीन उपवास शुरू किया है।
20 सूत्रीय मांगों को लेकर किसानों ने आंदोलन किया है
इन प्रतिनिधिमंडलों को मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने फिर कहा, ‘मैं तब तक अपना अनिश्चितकालीन उपवास नहीं तोडूंगा, जब तक प्रदेश में शांति बहाली न हो जाये.’ छह जून को मंदसौर जिले में किसान आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा की गई फायरिंग में पांच किसानों की मौत हो गई थी और छह अन्य किसान घायल हो गये थे, जिसके बाद किसान भड़क गये थे और किसान आंदोलन समूचे मध्यप्रदेश में फैल गया तथा और हिंसक हो गया. अपनी उपज का सही मूल्य दिलाये जाने और कर्ज माफी समेत 20 सूत्रीय मांगों को लेकर किसानों ने यह आंदोलन किया है.
मध्यप्रदेश शिवसेना के मीडिया प्रभारी अपूर्व दुबे ने यहां भेल दशहरा मैदान में चौहान द्वारा किए जा रहे अनिश्चितकालीन उपवास स्थल पर जाकर उनकी सरकार को घेरते हुए कहा, ‘मुख्यमंत्री को यहां बैठने की बजाय मंदसौर जाना चाहिए था और पुलिस फायरिंग में मारे गये किसानों के परिजन को सांत्वना देने के साथ-साथ वहां किसानों की मदद करनी चाहिए थी.’
…तो शिवसेना किसानों के समर्थन में उपवास पर बैठ जाएगी
दुबे ने कहा, ‘चौहान को अपना यह उपवास तब तक जारी रखना चाहिए, जब तक किसानों के समस्त कर्ज माफ करने सहित सभी समस्याएं दूर नहीं किये जाते हैं. यदि किसानों की समस्याओं के निराकरण के पूर्व मुख्यमंत्री ने अपना उपवास स्थगित किया, तो शिवसेना किसानों के समर्थन में उपवास पर बैठ जाएगी.’ उन्होंने आरोप लगाया कि भेल दशहरा मैदान में जो किसान आये हैं, वे भाजपा के प्रायोजित किसान हैं. भाजपा द्वारा लाये गये किसान हैं.
इससे कुछ घंटे पहले ही कांग्रेस ने चौहान के उपवास को नौटंकी बताया. एक जून से जारी दस दिवसीय किसान आंदोलन का आज आखिरी दिन है. बाद में शिवसेना का पांच सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल चौहान से उपवास स्थल के पास ही बनाये गये एक कक्ष में मिला और किसानों की ऋण माफ करने सहित किसानों के उग्र एवं हिंसक आंदोलन को समाप्त करने के लिए उनसे चर्चा की.
मुख्यमंत्री को उपवास स्थल पर बने कक्ष में मिलने एवं किसानों की समस्याएं दूर करने के लिए उन्हें सुझाव देने के बाद राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष देव नारायण पटेल ने संवाददाताओं को बताया, ‘हमने उन्हें किसानों की ऋण माफी एवं फसल का पूरा दाम दिलाने सहित अन्य सुझाव दिये हैं. हालांकि, हमारी मुलाकात सार्थक रही, लेकिन जब तक किसानों की मांगों का क्रियान्वयन नहीं किया जाता, तब तक संघर्ष जारी रहेगा.’ जब पटेल से सवाल किया गया कि उनका अगला चरण क्या होगा, इस पर उन्होंने कहा, ‘इस पर राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ का निर्णय आने के बाद बताएंगे.’
इससे पहले, उपवास पर बैठने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी प्रतिनिधिमंडलों के सुझाव आने और उनसे चर्चा करने के बाद किसानों की समस्याओं को दूर करने का निर्णय लिया जाएगा. चौहान ने यह भी कहा कि जो लोग मुझसे यहां नहीं मिल पा रहे हैं, वे अपना ज्ञापन संबंधित जिलों के कलेक्टरों को भी दे सकते हैं. वे ज्ञापन भी मेरे पास आएंगे, उसी के बाद निर्णय लूंगा.
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