मोदी ने आगे के भी अपने इरादों को साफ कर दिया
सरकार के चार साल पूरा होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओडिशा के कटक में थे. उन्होंने यहां पर एक रैली को संबोधित करते हुए सरकार की चार साल की उपलब्धियों को बताया और विपक्षियों पर जमकर हमला भी बोला. पीएम मोदी ने अपनी सरकार की सिर्फ चार साल की ही बात नहीं की बल्कि आगे के भी अपने इरादों को साफ कर दिया. पीएम मोदी ने कहा कि बात सिर्फ चार साल की नहीं है, अभी तो लंबा सफर तय करना है.
पीएम मोदी ने यूपीए की मनमोहन सिंह सरकार में सोनिया गांधी के दखल का जिक्र करते हुए कहा कि हम सरकार जनपथ से नहीं बल्कि जनमत से चलाते हैं. मनमोहन सरकर से तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कनफ्यूजन वाली नहीं बल्कि कमिटमेंट वाली है. उन्होंने कहा कि कमिटमेंट वाली सरकार चलती है तब देश का राजकोषीय घाटा कम हो जाता है.
उन्होंने विपक्षी एकता पर भी हमला बोला और कहा कि जब कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी सरकार लड़ाई लड़ रही है तो कट्टर दुश्मन भी एक हो गए हैं. उन्होंने कहा कि लोग पहले समझते थे कि केवल छोटे लोगों पर कार्रवाई होती है लेकिन हमारी सरकार ने बड़े-छोटे में कोई अंतर नहीं किया और आज चार पूर्व मुख्यमंत्री जेल में हैं.
किसान, बेरोज़गार, कारोबारी बेहाल, मुबारक हों ये चार साल।
केंद्र की मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में मुबारकबाद दी और तंज भी कसा। अखिलेश ने ट्वीट किया, ‘राजनीति में भ्रष्टाचार का खेल, बैंकिंग सिस्टम हुआ फ़ेल।’ उन्होंने लिखा कि पेट्रोल-डीज़ल के दाम उच्चतम, डॉलर के मुक़ाबले रुपया न्यूनतम। देश से घोटालेबाज़ फ़रार, विदेशों से दिखावे के क़रार। अखिलेश ने कहा कि महंगाई पर जीएसटी की मार। दलित, ग़रीब, महिला पर वार। किसान, बेरोज़गार, कारोबारी बेहाल, मुबारक हों ये चार साल।
राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार के चार साल पूरा होने के मौके पर शनिवार को उनका रिपोर्ट कार्ड जारी किया. कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री को चार विषयों (क्षेत्र) में फेल करार दिया जबकि दो विषयों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन तथा एक में खराब बताया है. राहुल ने ट्वीट कर कहा, ‘चार साल का रिपोर्ट कार्ड: कृषि में फेल, विदेश नीति में फेल, ईंधन की कीमतों में फेल और रोजगा
र सृजन में फेल.’ कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट में मोदी सरकार को ‘नारे गढ़ने’ और ‘खुद का प्रचार’ करने में जहां ए प्लस रैंक दिया है वहीं योग में खराब प्रदर्शन के लिए सरकार को बी माइनस रैंक दिया है . राहुल ने ट्वीट में लिखा है, ‘(मोदी) शानदार वक्ता हैं, जटिल मुद्दों पर संघर्ष कर रहे हैं, ध्यान की अवधि बहुत कम है .’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नामदार’ वाले बयान पर निशाना साधते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने शनिवार को कहा कि देश के लोग चाहते हैं कि अगला प्रधानमंत्री ‘कामदार , जिम्मेदार और ईमानदार’ हो जिसे खोखले वादे करने की आदत नहीं हो. सिब्बल ने यहां पत्रकारों को बताया , ‘देश के लोग चाहते हैं कि अगला प्रधानमंत्री न केवल कामदार हो बल्कि जिम्मेदार , ईमानदार भी हो और ‘ जुमलावार ’ नहीं हो.’ पीएम मोदी के ‘ अच्छे दिन ’ के नारे पर निशाना साधते हुए सिब्बल ने कहा , ‘चार साल के बाद , न अच्छे दिन न सच्चे दिन. मोदी जी हम आगे बढ़ेंगे तेरे बिन.’ केंद्र की मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस की ओर से देश भर में मनाए जा रहे ‘ विश्वासघात दिवस ’ के तहत पार्टी कार्यकर्ताओं ने भुवनेश्वसर सहित ओड़िशा के कई जिलों में प्रदर्शन किए. भुवनेश्वर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी का पुतला भी फूंका. मोदी सरकार पर बड़े कॉरपोरेट घरानों और अमीरों के लिए काम करने का आरोप लगाते हुए सिब्बल ने कहा कि लोगों को अब समझ आ चुका है कि मोदी सरकार ने उन्हें छला है और अपने खोखले वादों से देश को बर्बाद कर दिया है.
मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस के नेता मनीष तिवारी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है और कहा है कि मोदी सरकार के चार साल का सार यही है कि ‘मेरा भाषण ही मेरा प्रशासन है’.
उन्होंने कहा कि विभिन्न एजेंसियों ने 3000 छापे मारे और 73,000 करोड़ रुपए की अघोषित आय का खुलासा किया. काला धन के खिलाफ सख्त कानून ने एक मंच पर आने वाले कइयों को भयभीत कर दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी 20 राज्यों में सत्ता में है जिससे जाहिर होता है कि लोगों ने पिछले चार साल में एनडीए के कामकाज को सराहा है. एनडीए सरकार के चार साल के शासन पर प्रधानमंत्री ने कहा कि लोग अब मानने लगे हैं कि देश बदल सकता है. उन्होंने कहा कि देश कुशासन से सुशासन की ओर और कालाधन से जनधन की ओर बढ़ रहा है. सरकार ‘सबका साथ सबका विकास’ के उद्देश्य के साथ काम कर रही है. पीएम मोदी ने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और अपनी पृष्ठभूमि का जिक्र करते हुए कहा कि हम सब गरीबी झेल कर आए हैं. यह एक ऐसी सरकार है जिसमें शीर्ष पर बैठे तीनों लोगों का जीवन एक-एक पैसे की चिंता करते हुए बीता है. चांदी के चम्मच की कहावत को तो छोड़ दीजिए, हमने तो बचपन में चम्मच तक नहीं देखा.
पीएम मोदी ने कटक की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि जब देश के मतदाताओं ने तीस साल बाद पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी तभी जनता की उम्मीदों से हम वाकिफ हो गए थे. हम न कड़े फैसले लेने से डरते हैं, न घबराते हैं. हमारी सरकार ने कमिटमेंट के साथ काम किया है तभी तो सर्जिकल स्ट्राइक संभव हुआ, तभी कई सालों से लटके वन रैंक-वन पेंशन को मंजूरी मिली और हम शत्रुओं की संपत्ति जब्त करने वाला कानून लाने में सफल हुए.
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि 2019 में सत्ता में बीजेपी की वापसी कोई ‘चुनौती नहीं है, यह निश्चित है.’ उन्होंने यह भी कहा कि अगला लोकसभा चुनाव ‘भ्रष्टाचार और गरीबी हटाने’ के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों और विपक्ष के ‘मोदी हटाओ’ के एक सूत्री एजेंडे के बीच मुकाबला होगा. मोदी सरकार के चार साल पूरे होने के मौके पर शाह ने इसकी ‘कामयाबियों’ का ब्योरा दिया और राहुल गांधी की अगुवाई वाली कांग्रेस से मिलने वाली संभावित चुनौतियों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राहुल ने खुद को भले ही पीएम उम्मीदवार घोषित कर लिया हो, लेकिन उनके इस कदम से विपक्षी नेताओं को तो छोड़ दें, उनकी पार्टी के नेता भी सहज नहीं हैं.
मोदी को ‘सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा मेहनत करने वाले प्रधानमंत्री’ के तौर पर पेश करते हुए शाह ने कहा कि उन्होंने यूपीए की नीतिगत लचरता वाली सरकार की जगह गरीबों के लिए काम करने वाली सरकार दी और दुनिया में देश के सम्मान को बढ़ाने के साथ ही अर्थव्यवस्था भी सुधारी. बीजेपी की ओर से किए गए ‘अच्छे दिन’ के वादे पर शाह ने कहा कि सरकार ने चार साल में अपने वादे पूरे करने के लिए काफी कदम उठाए हैं और एक साल अब भी बाकी है. शाह ने विपक्ष पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि देश की राजनीति में चौंकाने वाला बदलाव हुआ है और प्रधानमंत्री के खिलाफ रहने वाले लोग झूठ फैलाकर हमेशा इसे जोर – जोर से बोलते रहते हैं. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “मैं यह नई चीज देख रहा हूं और लगता है कि विपक्ष ने 2019 के चुनावों तक इसी रणनीति पर चलने का फैसला किया है…. इसका एक सूत्री एजेंडा ‘मोदी हटाओ’ का है जबकि बीजेपी एवं मोदी कुव्यवस्था, भ्रष्टाचार और गरीबी मिटाना चाहते हैं ताकि स्थिरता एवं विकास कायम हो.’’
एकजुट विपक्ष की चुनौती को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हुए उन्होंने कहा कि लोग चट्टान की तरह मोदी के साथ खड़े हैं और काम करने की प्रधानमंत्री की राजनीति वंशवाद, जातिवाद और तुष्टीकरण को बढ़ावा देने वालों पर भारी पड़ेगी. सरकार पर झूठ फैलाने और मोदी पर प्रधानमंत्री पद की गरिमा कम करने के आरोप लगाने वाली कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि बीजेपी केंद्र की उपलब्धियों के बाबत तथ्यों एवं आंकड़ों पर बहस करने के लिए तैयार है.
इन आरोपों को नकारते हुए शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा और कहा कि यूपीए के जमाने में प्रधानमंत्री पद की गरिमा सबसे निचले स्तर पर चली गई थी। उन्होंने कहा कि मोदी को कोई फैसला करने से पहले किसी से इजाजत लेने की जरूरत नहीं पड़ती. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री पद की गरिमा के बारे में फैसला कांग्रेस नहीं करेगी. लोगों ने यह कर दिया है. उन्होंने 14 राज्यों में उसकी सरकारें बदल दी हैं.”
यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें 2019 में एकजुट विपक्ष या राहुल गांधी से कोई चुनौती दिखती है, इस पर शाह ने कहा कि कोई चुनौती नहीं है और सत्ता में बीजेपी की वापसी निश्चित है. शाह ने राहुल के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस का कोई नेता उनके बयान के समर्थन में नहीं आया और न ही शरद पवार, ममता बनर्जी या अखिलेश यादव जैसे विपक्षी नेताओं ने उनके बयान का समर्थन किया. गौरतलब है कि राहुल ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि यदि कांग्रेस को जरूरी सीटें मिलीं तो वह प्रधानमंत्री बन सकते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार ने अपने वादे पूरे किए हैं, इस पर शाह ने एलपीजी सिलिंडर मुहैया कराने, मकान, बिजली और शौचालय बनवाने जैसी कल्याणकारी योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार ने 22 करोड़ परिवारों की जिंदगी को बदलने का सफल प्रयास किया है.
तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के एनडीए छोड़ने और शिवसेना से बीजेपी से तनावपूर्ण रिश्ते के बारे में पूछने पर शाह ने कहा कि वह शिवसेना के साथ गठबंधन बनाए रखना चाहते हैं और जदयू सहित 11 नई पार्टियां एनडीए के साथ आई हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश में सपा – बसपा से मिलने वाली संभावित चुनौती को भी नकारते हुए कहा कि मीडिया ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले ही ‘दो लड़कों’ (अखिलेश और राहुल) की जोड़ी को विजेता घोषित कर दिया था , लेकिन बीजेपी को शानदार जीत हासिल हुई.’’
शाह ने यह भी कहा कि कर्नाटक में बीजेपी को मिली 104 सीटें दक्षिण भारत में पार्टी के विस्तार के लिए शुभ संकेत है. पेट्रोल की बढ़ती कीमतों पर उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए सरकार दीर्घकालीन नीति पर काम कर रही है. उन्होंने कहा कि यूपीए के शासनकाल में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अभी जितनी ही थीं. राम मंदिर विवाद पर शाह ने कहा कि बीजेपी अदालत या संवाद के जरिए इस मुद्दे को सुलझाना चाहती है.
उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार सर्जिकल स्ट्राइक कर इस सरकार ने देश के दुश्मनों पर विजय पाने की अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि इस सरकार ने सत्ता में आते ही एक साल के अंदर लंबे समय से लंबित ‘ वन रैंक वन पेंशन ’ के मुद्दे का समाधान किया. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने काले धन पर रोक के लिये एक एसआईटी के गठन जैसे कई उपाय किये। वर्ष 2014 के चुनाव प्रचार के दौरान काले धन का मुद्दा बीजेपी के कई अहम चुनावी मुद्दों में से एक था. बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, “मोदी सरकार संवेदनशील है और यह गांवों के विकास के लिए प्रतिबद्ध है.” शाह ने यह उल्लेख किया कि ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के साथ शहरी इलाकों पर भी उचित ध्यान दिया गया.
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