‘मुस्लिमों पर नरेंद्र मोदी काा बडा बयान- एक्सक्लूसिव
‘मुस्लिम घृणा के पात्र नहीं’ हैं और न ही उन्हें ”वोट मंडी की वस्तु” के रूप में देखा जाना चाहिए बल्कि उनके साथ ‘अपनों’ की तरह से व्यवहार करना चाहिए. मुस्लिमों को ‘अपना’ माना जाना चाहिए. केरल में मुस्लिमों की अच्छी खासी आबादी है और पार्टी वहां अपना आधार बढ़ाना चाहती है.
केरल के कोझिकोड में चल रही बीजेपी राष्ट्रीय परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा;
हम राजनीति में कुछ लेने या फिर हासिल करने में विश्वास नहीं करते. उन्होंने कहा- हम सत्ता के सिंहासन पर पहुंचने को लक्ष्य का अंत नहीं मानते. जवानी से लबालब भरे देश के सपने भी जवान होने चाहिए. उन्होंने कहा हम जनता के कल्याण के लिए खुद को खपाने आए हैं और हमारे आचार और विचार में समानता होनी चाहिए. आचार विचार से हमें राजनीति की प्रतिष्ठा बहाल करनी होगी. उन्होंने इस बात पर भी इंगित किया कि राजनीतिक जीवन में गिरावट आई है. बीजेपी इस देश के दरिद्र नारायण की पार्टी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा कि मुस्लिमों को वोटबैंक नहीं समझा जाना चाहिए। उन्हें समान माना जाना चाहिए। पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ”दीनदयाल उपाध्यायजी ने कहा कि मुसलमानों को केवल वोट लेने का आधार नहीं समझा जाना चाहिए। उन्हें बराबर समझना चाहिए। उन्होंने 50 साल पहले कहा था मुस्लिमों को गाली मत दो, उन्हें इनाम मत दो। उन्हें मजबूत बनाओ।” प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ”दीनदयाल उपाध्याय कहते थे अगर सभी को बराबरी में लाना है तो ऊपर के लोगों को झुककर अपने हाथ वंचित लोगों तक बढ़ाने हैं।”
गरीबों को सक्षम बनाने के लिए भाजपा के प्रयासों के बारे में बताते हुए पीएम ने कहा, ”हमारी पार्टी समाज के गरीब वर्ग के लिए बनी है। हमारे सारे कदम वंचित लोगों को नजर में रखकर उठाए गए हैं। हमारी सरकार समाज के आखिरी व्यक्ति के कल्याण के लिए संकल्पित है। अन्य पार्टियों के पास हो सकते हैं कि अच्छे लोग हो लेकिन हमारे पास उनसे ज्यादा अच्छे लोग हैं। आज हम जो कुछ भी हैं वह हमारे वरिष्ठ नेताओं के कारण हैं। भाजपा का वास्तविक चरित्र लोगों के कल्याण के सिद्धांत पर आधारित है। हमने हमारे आदर्शों से कभी समझौता नहीं किया।” पीएम मोदी ने साथ ही बताया कि महात्मा गांधी की जयंती पर भारत पेरिस क्लाइमेट चेंज को लेकर हुए समझौते को स्वीकार कर लेगा। उन्होंने कहा, ”आज लोग ग्लोबल वार्मिंग के बारे में बात करते हैं। लेकिन दीनदयाल उपाध्याय जी ने काफी साल पहले कहा था कि हमें हमारे स्रोतों का सम्मान करना चाहिए।”
मोदी ने देश में सभी चुनाव एक साथ ही कराने की बात एक बार फिर से दोहराई। उन्होंने कहा कि देश में चुनाव प्रकिया में बदलाव लाने पर विचार किए जाने की जरूरत है। लोगों को राजनीतिक तंत्र में विश्वास होना चाहिए। केरल में हो रही इस बैठक को दीनदयाल उपाध्याय को समर्पित किया है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की अगली बैठक दिल्ली में अगले साल सात और आठ जनवरी को होगी।