चरखा, तकली व सूत आंदोलन
ओ0एन0जी0सी0 बचाओ अभियान
देहरादून 07 दिसम्बर 2016 ओ0एन0जी0सी0 बचाओ अभियान के तहत आज ओ0एन0जी0सी0 के गेट पर प्रदेश महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष व मनोरमा डोबरियाल शर्मा मेमोरियल फाउंडेशन की अध्यक्षा आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने चरखा, तकली व सूत आंदोलन आरम्भ किया। उन्होंने कहा कि चरखे व सूत की ताकत ने अंग्रेज साम्राज्य को भारत छोड़ने पर मजबूर कर आजादी दिलायी है, हम इस सूत की ताकत से ओ0एन0जी0सी0 को भी बचाएंगे। आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने केन्द्र सरकार से गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कारपोरेशन (जी0एस0पी0सी0) के तीस हजार करोड़ के कर्ज को ओ0एन0जी0सी0 पर लादने पर कुछ सवाल उठाते हुए दस्तावेज की एक बुकलेट जारी करी, जिसमे जी0एस0पी0सी0 के गठन में मात्र 64 डालर से बनाई गई कम्पनी “जियों ग्लोबल रिसोर्स (जी0जी0आर0)” को अपने हित दें दिए है। उन्होने कहा कि ओ0एन0जी0सी0 एक नवरत्न विश्व विख्यात निगम है जिसके गठन में राज्य का बहुत बड़ा योगदान रहा है, ओ0एन0जी0सी0 के चेयरमेन श्री बी0एस0 नेगी भी रहे है, राज्य में ओ0एन0जी0सी0 मुख्यालय देहरादून में होने के कारण राज्य की अर्थ व्यवस्था में भी ओ0एन0जी0सी0 का भारी योगदान रहा है परन्तु केन्द्र सरकार ओ0एन0जी0सी0 पर गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कारपोरेशन, गुजरात सरकार के उपक्रम को अधिग्रहण करने का दबाव बना रही है जिससें ओ0एन0जी0सी0 सीधे-सीधें लगभग तीस हजार करोड़ के घाटे में आ जाएगा, वर्तमान में जी0एस0पी0सी0 पर 2011 से और 2015 के बीच में 19,716 करोड़ का जी0एस0पी0सी0 ने कर्जा ले रखा है जिस पर लगभग 1,804 करोड़ का ब्याज 2014-15 में दिया गया है, यह बात सी0ए0जी0 (कैग) रिर्पोट में आई है जी0एस0पी0सी0 की वार्षिक रिर्पोट में भी इस उपक्रम को बहुत लाभकारी नही माना गया है तकनीकि व आर्थिक रिर्पोटों के आधार पर भी ओ0एन0जी0सी0 को इससें कर्ज के भुगतान के साथ-साथ पेट्रोलियम की नई खोज व उत्पादन करने के लिए हजारों करोडों रुपया और खर्च करना पड़ेगा, जो लगभग तीस हजार करोड़ तक पहुॅच जाएगा। ओ0एन0जी0सी0 द्वारा नियुक्त की गई अर्न्तराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा इस पर सवाल खड़ें किए गये है फिर भी ओ0एन0जी0सी0 पर गुजरात सरकार के उपक्रम को अधिग्रहण का दबाव बनाया गया है। जब कि ओ0एन0जी0सी0 के पास राज्य के एक मात्र महाराणा प्रताप स्पोर्टस स्टेडियम को पचास करोड़ की निर्माण के लिए अपनी सहमति देने के बावजूद कुछ नही दिया गया।
उन्होंने बताया कि हमारा सीधा-सीधा मानना है कि जी0एस0पी0सी0 के घाटे को अधिग्रहण कर ओ0एन0जी0सी0 स्वंय में घाटे की कम्पनी बन जाएगा, हम केन्द्र सरकार से यह जानना चाहेंगे कि राज्य के व विशेष रुप से देहरादून के हजारों लोगों के खून-पसीने से सीचें गए ओ0एन0जी0सी0 कें ऊपर गुजरात के नेतत्व के पापों क्यों डाला जा रहा है ओ0एन0जी0सी0 के गठन में राज्य की जनता का भारी योगदान रहा है ऐसे कई हजारों अधिकारी, कर्मचारी है जो अपनी सेवा देने के उपरान्त राज्य में ही बसें है उनके खून-पसीनें से बनाया गया ओ0एन0जी0सी0 को क्यों दूसरों के पापों की सजा भुगते। उन्होने कहा कि मोदी जी ने अपने चुनाव में पूरे देश की जनता को कहा कि था कि गुजरात का किसान अपने खेतों में पेट्रोल व डीजल की खेती करेगा अब क्यों गुजरात का यह उपक्रम तीस हजार करोड़ के घाटे में चला गया है। आशा मनोरमा डोबरियाल शर्मा ने भाजपा के राज्य के पाचों सांसदों से भी ओ0एन0जी0सी0 के बचाव में आगे आने की पहल करने का आग्रह किया है।
इस अवसर पर सरदार हरजीत सिंह मिंटू, हरीश नागपाल, कपिल नागपाल, मुकेश राजपूत, सरदार डी0पी0सिंह, कुलदीप डोबरियाल, मोहन सिंह, कपिल सचदेवा, संचित, राधिका शर्मा, टीटू धर्मेन्द्र आदि लोग उपस्थित रहे।