कारगिल युद्व के दौरान हटाये 200 परिवार भूखमरी के शिकार- प्रो.भीमसिंह
कारगिल युद्ध के बाद से रियासी के टूटे-फूटों पर शिविरों में रहने को मजबूर #पैंथर्स सुप्रीमो की जम्मू-कश्मीर के लोगों से राष्ट्रीयता और धर्मनिरपेक्ष भारत का संदेश फिर से देने की अपील# :मोदी जी के मंत्रियों कुछ तो जनता की सोचो: खोसला
Bureau Report: www.himalayauk.org (HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND) ; Leading Digital Newsportal
नेशनल पैंथर्स पार्टी सुप्रीमो प्रो.भीमसिंह ने पार्टी की वरिष्ठ नेताओं के साथ रियासी जिले के नियंत्रण रेखा पर स्थित पौनी का भ्रमण किया। इस दौरान उन्होंने कई क्षेत्रों से आये हुए लोगों से मुलाकात की, जो 1998 में कारगिल युद्ध के बाद से रियासी के टूटे-फूटों पर शिविरों में रहने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि यहां लगभग 200 स्थानीय परिवारों को अपने घरबार छोड़ने पर मजबूर किया गया। डोडा, ऊधमपुर, रियासी, राजौरी और अन्य क्षेत्रों के लोगों को भी पलायन के लिए मजबूर किया गया, तब से परिवार निराशा और भूखमरी के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि पैंथर्स पार्टी एकमात्र पार्टी है जो इन लोगों की जीविका के लिए संघर्ष कर रही है। इनमें से अधिकतर (लगभग 900 परिवार) जो ज्योतिपुरम हाइडल प्रोजक्ट के कर्मचारी हैं और रियासी-तलवाड़ा के शिविरों में रह रहे हैं।
प्रो.भीमसिंह ने सुश्री अनीता ठाकुर, शंकरसिंह चिब, बलवानसिंह, जगदेवसिंह और अन्य के साथ पौनी में अति महाविष्णु यज्ञ स्थल का भ्रमण किया, जिसका आयोजन जानेमाने संतों, स्वामी बाल योगेश्वर, आचार्य पंडित कुलदीप रैना और अन्य ने किया था। स्वामी बाल योगेश्वर ने पैंथर्स नेताओं को शॉल, मिठाइयों और फूलों से सम्मानित किया।
प्रो.भीमसिंह ने विशेष व्यवस्थित सभा को भी सम्बोधित किया। इस छठे अति महाविष्णु यज्ञ में भाग लेने के लिए कई गांवों से हजारों लोग यहां पहुंचे हुए हैं। उन्होंने अखनूर, भामला, पौनी, कटड़ा और अन्य क्षेत्रों के लोगों से भी बातचीत की और उन्होंने मानवता और धर्मनिरपेक्षता का उन्हें सीधा संदेश दिया।
मोदी जी के मंत्रियों कुछ तो जनता की सोचो: खोसला
दिल्ली प्रदेश नेशनल पैंथर्स पार्टी के अध्यक्ष राजीव जौली खोसला ने मोदी जी के मंत्रिमंडल को चेतावनी देते हुए कहा कि आपके सत्ता में आने के बाद से भारत की जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। हर तरफ महंगाई व लूटखसोट बढ़ती जा रही है। ऐसा ही एक पत्र स्वास्थ्य मंत्री को लिखकर अवगत कराया कि निजी अस्पतालों द्वारा इलाज के नाम पर हो रही लूटखसोट को रोका जाय, आये दिन इलाज के नाम पर लाखों रुपये ले लिये जाते हैं। इलाज करवा रहे ज्यादातर मरीजों की रुपये खर्च करने के बाद भी मौत हो जाती है और मौत के बावजूद भी इलाज चलता रहता है। सरकार बेखबर होकर सोती रहती है। दिल्ली सरकार द्वारा चलाये जा रहे अभियान जिसमें आपको सभी सुविधाएं घर बैठे ही उपलब्ध होने की मुहिम की प्रशंसा की। ऐसी ही मुहिम केन्द्र सरकार द्वारा क्यों नहीं चलायी जाती। सभी महकमों में सलाहकार कमेटी के सदस्य बनाये जाते हैं, उनका काम भारत की जनता में हो रहे अन्याय के खिलाफ सरकार मंें बताना होता है मगर वे सभी के सभी सदस्य बनने के बाद कुम्भकर्णी निद्रा में सो जाते हैं। पैंथर्स पार्टी इसकी घोर निंदा करती है व पुराने सभी सदस्यों को निष्कासित कर नए सोशल वर्कर सदस्यों को जोड़ा जाय, जिनकी सोच भारत की जनता को न्याय व अधिकार दिलाने की है।
पैंथर्स सुप्रीमो प्रो. भीमसिंह के सभी साथी समता, समानता, एकता, शांति व उन्नति का पैगाम कश्मीर से कन्याकुमारी तक देते आये हैं व आजकल जो मेडिकल इंश्योरेंस पोलिसी का चलन चला हुआ है, वह भी कहीं न कहीं लूट-खसोट को बढ़ावा दे रहा है। निजी अस्पतालों में डाक्टर सबसे पहले आपकी पोलिसी या आपके सरकारी पैनल की जानकारी लेकर ही इलाज शुरू करते हैं और लाखों रुपये कुछ ना बीमारी न होने के बावजूद भी ले लिये जाते हैं। कहीं न कहीं इन पोलिसियों पर भी अंकुश लगाया जाय व इनकी पूरी जांच करके इन्हें सुचारू रूप दिया जाय। निजी अस्पतालों द्वारा इतनी लापरवाही है कि महिला की डेड बॉडी की जगह पुरूष की डेड बॉडी दे देते हैं व नाना प्रकार की खामियां, निजी व सरकारी अस्पतालों में सुनने की मिलती हैं। पैंथर्स पार्टी भारत सरकार की जनता के हित में दी जाने वाली सेवाओं के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार है।
NPP Supremo calls on people of J&K to resend their message of nationalism & secular India
Prof.Bhim Singh, Chief Patron of National Panthers Party with NPP senior leadership visited Pauni in Reasi District which falls along LoC and met several people from different walks of life who have been suffering in Reasi broken camps since 1998 following Kargil War. More than 2000 families of the local residents (Permanent Residents of the State) were forced to vacate their homes, belongings and agricultural land. The local residents of J&K were forced to migrate from the Districts of Doda, Udhampur, Reasi, Rajouri and other areas. The families of these migrants have been living in desperation, hunger and starvation since then. Prof.Bhim Singh said that it was the Panthers Party alone which have been fighting for the survival of these migrants most of them (nearly 900 families) have been residing in Reasi—Talwara broken camps of the employees of Jyotipuram Hydel Project.
Prof.Bhim Singh accompanied by Ms. Anita Thakur (General Secretary-JKNPP), Mr. Shanker Singh Chib and Mr. Balwan Singh (State Secetaries-JKNPP), Mr. Jagdev Singh (President, Talwara Migrants Committee) and others visited the site of Ati Maha Vishnu Yagya at Pauni which has been organized by prominent saints; Swami Bal Yogeshwar, Acharya Pt. Kuldip Raina and others. Swami Bal Yogeshwar honoured the Panthers Party leaders with shawls, sweets and flowers.
Prof. Bhim Singh while addressing the most organized gathering at the hill site where thousands of villagers from different areas have been participating in 6th in the series of Ati Maha Vishnu Yagya.
Prof.Bhim Singh also interacted with the local residents at Akhnoor, Bhamla, Pauni, Katra and other areas delivering the straight message that humanity is one and secularism is ethos of the Indian life. Prof.Bhim Singh said that socialism has suffered a lot in Indian political life and there is a need of a new political movement in the country to ensure that secular society in the country is developed with socialist way of life. Prof.BhimSingh said that Constitution of India needs amendment and Parliament of India should act in the light of the spirit of the Instrument of Accession signed by Maharaja Hari Singh on 26th October, 1947. He blamed the Parliament of India to keep the people of Jammu and Kashmir out of the scope of all Fundamental Rights. Parliament of India have no reason to deprive the people of Jammu and Kashmir of all the Fundamental Rights enshrined in the Constitution of India from Article 11 to 35. He said that Article 35(A) has proved to a nail on the head of democracy in J&K.