सूर्य ग्रहण 6 जनवरी -ग्रहों का राशि परिवर्तन


HIGH LIGHT; साल 2019 का पहला सूर्यग्रहण 5 जनवरी की रात को होगा #
ग्रहों का राशि परिवर्तन #जैमिनी और केदार योग में नए साल 2019 का आगमन-  सूर्यग्रहण से आरंभ होगा Happy New Year, जैमिनी और केदार योग में आगमन # भारत में ये ग्रहण दिखाई नहीं देगा, इसलिए इसका सूतक मान्य नहीं होगा और न हीं यहां के लोगों पर इस ग्रहण का शुभ-अशुभ असर दिखाई देगा। जिन स्थानों पर ये ग्रहण दिखेगा, सिर्फ वहीं इसका प्रभाव माना जाएगा #Presented by; HIMALAYAUK

Partial Lunar Eclipse on January 6: Understanding ‘Super Blood Wolf Moon’ Occurring this Month

ज्योतिषियों द्वारा ज्‍योतिषीय आंकलन शुरू हो गया है-  ज्योतिषाचार्यों ने पंचागों के हवाले से बताया कि वर्ष 2019 व हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से विक्रम संवत 2076 (परिधावी संवत्सर) के राजा शनि हैं जबकि मंत्री सूर्य। दुर्गेश भी शनि हैं जबकि धनेश मंगल हैं।  वर्ष2019 में मंगलवार का विशेष संयोग बन रहा है। नए वर्ष की शुरुआत मंगलवार से हो रही है। वहीं नए वर्ष का समापन भी मंगलवार को होगा।  ज्योतिषियों के अनुसार नव वर्ष की शुरुआत जैमिनी और केदार योग में हो रही है। शुक्र व चंद्रमा के एक साथ रहने से जैमिनी योग बना है जबकि सभी ग्रहों का चार स्थानों पर रहने से केदार योग का संयोग बन रहा है।  नए साल की शुरुआत सूर्य ग्रहण से हो रही है। 6 जनवरी को है पहला सूर्यग्रहण। दूसरा सूर्य ग्रहण 2 एवं 3 जुलाई के मध्य है। यह दोनों ही सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं पड़ेंगे। तीसरा सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगेगा जो भारत में दिखेगा। नए साल में पहला चंद्र ग्रहण 21 जनवरी को लगेगा। दूसरा चंद्र ग्रहण 16 जुलाई एवं 17 जुलाई मध्यांतर में लगेगा यह भारत में भी दिखेगा। ज्योतिषी कुमार के मुताबिक नए साल में गुरु 10 अप्रैल को वक्री होंगे और मार्गी होंगे 11 अगस्त को। इसी तरह शनि 30 अप्रैल को वक्री और मार्गी होंगे 18 सितंबर को l बुध 5 मार्च को वक्री होंगे। पूरे साल में बुध तीन बार वक्री होंगे और तीन बार मार्गी होंगे।

कुंभ राशि वाले, मेष , सिंह ,धनु राशि, वृश्चिक, मीन राशि वालों पर भी ग्रहण का अशुभ असर नहीं पड़ेगा # ग्रहण के अशुभ प्रभाव से मकर राशि वाले लोग परेशान  # धनु-  राशि में ग्रहण होना अशुभ  # कन्या राशि अधिकारियों और साथ काम करने वाले लोगों से मदद नहीं मिलेगी #
धनु राशि में ग्रहण होने के कारण विवाद होने के योग # मिथुन- धनु राशि में हो रहे ग्रहण का सीधा असर आपकी सेहत पर  # वृष- गोचर कुंडली के आठवें भाव में सूर्यग्रहण होने से परेशानी #
 सूर्यग्रहण का अशुभ असर इस राशि पर नहीं होगा, लेकिन गोचर कुंडली के किस्मत के घर में ग्रहण होने से इस राशि वालों को कई मामलों में किस्मत का साथ नहीं मिलेगा।

नए साल 2019 की शुरुआत में ही सूर्य ग्रहण 6 जनवरी 2019 रविवार के दिन पड़ रहा है। एक तरफ लोगों में नए साल 2019 की खुशियां हैं तो दूसरी ओर सूर्य ग्रहण से होने वाले शुभ और अशुभ योग की चिंता भी लोगों को सता रही है।  ज्योतिषीय के अनुसार साल 2019 का पहला सूर्य ग्रहण धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है। इस कारण धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के जातकों के जीवन पर इसका प्रभाव होगा। इसलिए धनु राशि और पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र के जातकों को सावधानियां बरतनी होगी।

वर्ष 2019 व हिन्दू कैलेण्डर के हिसाब से विक्रम संवत 2076 (परिधावी संवत्सर) के राजा शनि हैं,  जबकि मंत्री सूर्य होंगे। दुर्गेश भी शनि हैं, जबकि धनेश मंगल हैं। शुक्र व चन्द्रमा के एक साथ रहने से जैमिनी योग बना है, जबकि सभी ग्रहों के चार स्थानों पर रहने से केदार योग का संयोग भी बन रहा है।  वर्ष 2019 में शनि के राजा होने से चोरी और आतंकवाद की घटनाएं बढ़ेंगी,  जबकि मंत्री सूर्य के होने से राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर वर्ष भर रहेगा। सूर्य के मंत्री होने से राजनीतिज्ञों का अमर्यादित व्यवहार रहेगा।  इस वर्ष पानी की कमी होने से लोग पलायन करेंगे।’

वर्ष 2019 का पहला सूर्य ग्रहण  6 जनवरी को है, इस दिन रविवार पड़ रहा है।   यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण है। यह सूर्य ग्रहण भारतीय समयानुसार शाम 5:04 बजे से रात्रि 9:18 बजे तक रहेगा अर्थात इसकी अवधि क़रीब 4 घंटे 14 मिनट है।  देखने पर यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा परंतु मध्य-पूर्वी चीन, जापान, उत्तरी-दक्षिणी कोरिया आदि क्षेत्रों में यह ग्रहण नजर आएगा।

आकाश में विचरण करने वाले ग्रह, नक्षत्र और सितारे हमेशा से मानव जीवन को प्रभावित करते आये हैं।  हिन्दू ज्योतिष में कर्म की प्रधानता के साथ-साथ ग्रह गोचर और नक्षत्रों के प्रभाव को भी मनुष्य की भाग्य उन्नति के लिए जिम्मेदार माना जाता है। नवग्रह में सूर्य और चंद्रमा भी आते हैं इसलिए सूर्य और चंद्र ग्रहण का महत्व बढ़ जाता है। चंद्र ग्रहण भारत में 2019 (Chandra Grahan 2019 In India) में दो बार होगा जिसके प्रभाव कुछ राशियों पर पड़ने हैं। नए साल 2019 की शुरुआत में ही चंद्र और सूर्य दोनों ग्रहण होने हैं। 21 जनवरी 2019 सोमवार के दिन पड़ रहा है। एक तरफ लोगों में नए साल 2019 के आने की खुशी तो है पर वह साल के त्यौहार की भी खुशी होगी। ऐसे में दूसरी ओर साल 2019 में चंद्र ग्रहण के अशुभ योग भी बन रहे हैं।

इस साल 2019 में दो चंद्र ग्रहण होंगे। चंद्र ग्रहण भारतीय ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है। पूर्णिमा की रात्रि में चंद्र ग्रहण के घटित होने से प्रकृति और मानव जीवन में कई बदलाव देखने को मिलते हैं। ये परिवर्तन अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के हो सकते हैं। जिस तरह चंद्रमा के प्रभाव से समुद्र में ज्वार भाटा आता है, ठीक उसी प्रकार चंद्र ग्रहण की वजह से मानव समुदाय प्रभावित होता है।  पूर्ण चंद्र ग्रहण 21 जनवरी 2019  08:07:34 से 13:07:03 बजे तक ;यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर इसका धार्मिक महत्व और सूतक मान्य नहीं होगा। चंद्र ग्रहण पुष्य नक्षत्र और कर्क राशि में लगेगा, इसलिए इस राशि और नक्षत्र से संबंधित लोग इस चंद्र ग्रहण से प्रभावित होंगे। चंद्र ग्रहण के बुरे असर को कम करने के लिए कर्क राशि और पुष्य नक्षत्र में जन्में लोगों को सावधानी बरतनी होगी। 

सूर्य ग्रहण के दौरान इस मंत्र का जाप करें-

“ॐ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्नो सूर्य: प्रचोदयात्।। ”

 ज्योतिषियों ने नए वर्ष को लेकर कई भवष्यिवाणियां की हैं।  ज्योतिषियों के आकलन के हिसाब से कैसा रहेगा वर्ष 2019।

वर्ष 2019 के राजा हैं शनि, सूर्य मंत्री 
ज्योतिषाचार्य पीके युग ने पंचागों के हवाले से बताया कि वर्ष 2019 व हिन्दू कैलेंडर के हिसाब से विक्रम संवत 2076 (परिधावी संवत्सर) के राजा शनि हैं जबकि मंत्री सूर्य। दुर्गेश भी शनि हैं जबकि धनेश मंगल हैं।

मंगल का विशेष संयोग बना है 2019 में 
वर्ष2019 में मंगलवार का विशेष संयोग बन रहा है। नए वर्ष की शुरुआत मंगलवार से हो रही है। वहीं नए वर्ष का समापन भी मंगलवार को होगा।

जैमिनी और केदार योग में नए वर्ष का आगमन
ज्योतिषी युग केअनुसार नव वर्ष की शुरुआत जैमिनी और केदार योग में हो रही है। शुक्र व चंद्रमा  के एक साथ रहने से जैमिनी योग बना है जबकि सभीग्रहों का चार स्थानों पर रहने से केदार योग का संयोग बन रहा है।

नए साल की शुरुआत सूर्यग्रहण से होगी 
ज्योतिषी इंजीनियर प्रशांत कुमार के अनुसार नए साल की शुरुआत सूर्य ग्रहण से हो रही है। 6 जनवरी को है पहला सूर्यग्रहण। दूसरा सूर्य ग्रहण 2 एवं 3 जुलाई के मध्य है। यह दोनों ही सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं पड़ेंगे। तीसरा सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को लगेगा जो भारत में दिखेगा। नए साल में पहला चंद्र ग्रहण 21 जनवरी को लगेगा। दूसरा चंद्र ग्रहण 16 जुलाई एवं 17 जुलाई मध्यांतर में लगेगा यह भारत में भी दिखेगा।

नए वर्ष में हर क्षेत्र में बिहार की प्रगति होगी 
ज्योतिषी युग के मुताबिक नये वर्ष में बिहार में सत्ता के भागीदारों के बीच वैचारिक मतभेद उभरेंगे। पर  गुरु के सप्तम भाव में रहने से ये मतभेद सुलझ जाएंगे।  वहीं रियल इस्टेट के बिजनेस में काफी उछाल आयेगा। लोकतांत्रिक प्रणालियों में सुधार होगा। बिहार में खनन(बालू) ,मनोरंजन(भोजपुरी सिनेमा) के क्षेत्र में काफी प्रगति होगी। बिहार के छवि और बेहतर होगी। हर क्षेत्र में बिहार के लिए बेहतर दिख रहा है।

नए वर्ष में कई ग्रह होंगे वक्री और मार्गी 
ज्योतिषी कुमार के मुताबिक नए साल में  गुरु 10 अप्रैल को वक्री होंगे और  मार्गी होंगे 11 अगस्त  को। इसी तरह शनि 30 अप्रैल  को वक्री और मार्गी होंगे 18 सितंबर को l बुध 5 मार्च  को वक्री होंगे। पूरे साल में बुध तीन बार वक्री होंगे और तीन बार मार्गी होंगे।

कई राशियों का होगा परिवर्तन
नए वर्ष में कई ग्रहों का राशि परिवर्तन होगा।  शनि का राशि परिवर्तन 30 साल बाद धनु में होगा। शनि इससे पहले 18 दिसंबर 1987 को धनु राशि में  थे अगली बार 8 दिसंबर 2046 को  धनु राशि में आएंगे। बृहस्पति ग्रह वृश्चिक राशि से  धनु में 29 मार्च को प्रवेश करेंगे।  राहु का गोचर परिवर्तन कर्क से मिथुन राशि में 7 मार्च  को होगा और केतु धनु में प्रवेश करेंगे। शनि के 1 मई 2019 तक मार्गी रहने से एवं सीधी चाल रहने से कई राशियों को फायदा मिलेगा। गुरु का स्थान परिवर्तन होने से देश की स्थिति काफी मजबूत होगी।

विभिन्न राशियों के लिए नया वर्ष-

मेष: आर्थिक उन्नति,पारिवारिक व सामाजिक स्थिति मध्यम

वृष: लाभप्रद स्थिति,भाग्य साथ देगा

मिथुन: मांगलिक कार्य, अनुकूल स्थिति

कर्क: आर्थिक राहत, भूमि-वाहन योग

सिंह: प्रतिष्ठा में वृद्धि, संतान पक्ष को सफलता

कन्या:मांगलिक कार्य

तुला: धार्मिक-सामाजिक सक्रियता बढ़ेगी

वृश्चिक: व्यापार विस्तार,लक्ष्य प्राप्ति

धनु: स्थान परिवर्तन, अनुकूल स्थिति

मकर: आर्थिक उन्नति, संतानप्राप्ति

कुंभ: मनोरथ पूरे होंगे. प्रमोशन

मीन: भाग्य का पूरा साथ, संतान प्राप्ति

आकाश में विचरण करने वाले ग्रह, नक्षत्र और सितारे हमेशा से मानव जीवन को प्रभावित करते आये हैं।  हिन्दू ज्योतिष में कर्म की प्रधानता के साथ-साथ ग्रह गोचर और नक्षत्रों के प्रभाव को भी मनुष्य की भाग्य उन्नति के लिए जिम्मेदार माना जाता है। नवग्रह में सूर्य और चंद्रमा भी आते हैं इसलिए सूर्य और चंद्र ग्रहण का महत्व बढ़ जाता है। चंद्र ग्रहण भारत में 2019 (Chandra Grahan 2019 In India) में दो बार होगा जिसके प्रभाव कुछ राशियों पर पड़ने हैं। नए साल 2019 की शुरुआत में ही चंद्र और सूर्य दोनों ग्रहण होने हैं। 21 जनवरी 2019 सोमवार के दिन पड़ रहा है। एक तरफ लोगों में नए साल 2019 के आने की खुशी तो है पर वह साल के त्यौहार की भी खुशी होगी। ऐसे में दूसरी ओर साल 2019 में चंद्र ग्रहण के अशुभ योग भी बन रहे हैं।    इस वर्ष का दूसरा चंद्र होगा। 26 दिसंबर को साल का तीसरा और अंतिम सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।

इस साल 2019 में दो चंद्र ग्रहण होंगे। चंद्र ग्रहण भारतीय ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना है। पूर्णिमा की रात्रि में चंद्र ग्रहण के घटित होने से प्रकृति और मानव जीवन में कई बदलाव देखने को मिलते हैं। ये परिवर्तन अच्छे और बुरे दोनों प्रकार के हो सकते हैं। जिस तरह चंद्रमा के प्रभाव से समुद्र में ज्वार भाटा आता है, ठीक उसी प्रकार चंद्र ग्रहण की वजह से मानव समुदाय प्रभावित होता है।  पूर्ण चंद्र ग्रहण 21 जनवरी 2019  08:07:34 से 13:07:03 बजे तक ;यह चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए यहां पर इसका धार्मिक महत्व और सूतक मान्य नहीं होगा। चंद्र ग्रहण पुष्य नक्षत्र और कर्क राशि में लगेगा, इसलिए इस राशि और नक्षत्र से संबंधित लोग इस चंद्र ग्रहण से प्रभावित होंगे। चंद्र ग्रहण के बुरे असर को कम करने के लिए कर्क राशि और पुष्य नक्षत्र में जन्में लोगों को सावधानी बरतनी होगी। 

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