स्व0 राजीव गांधी जी सूचना क्रान्ति के जनक;पीसीसी
देहरादून 20 अगस्तः
उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 राजीव गांधी जी के जन्म दिवस के अवसर पर आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय, राजीव भवन 21, राजपुर रोड़, देहरादून में महानगर कंाग्रेस कमेटी के तत्वावधान में श्रद्धांजलि कार्यक्रम एवं आई.टी. के क्षेत्र में राजीव जी के योगदान पर गोश्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कांग्रेसजनों ने प्रदेश अध्यक्ष मा0 किषोर उपाध्याय जी के नेतृत्व में अपने प्रिय नेता स्व0 राजीव गांधी जी को श्रद्धा पूर्वक याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की तथा गोश्ठी में अपने विचार व्यक्त किये। इससे पूर्व प्रदेष अध्यक्ष श्री किशोर उपाध्याय जी सहित कांग्रेस पदाधिकारियेां एवं कार्यकर्ताओं ने स्व0 राजीव जी की मूर्ति पर मल्यार्पण किया।
गोश्ठी को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री उपाध्याय जी ने स्व0 राजीव गांधी जी को भारत में सूचना क्रान्ति का जनक बताते हुए कहा कि उन्होंने देश को षक्तिषाली व सम्पन्न राश्ट्रों की श्रेणी में खड़ा करते हुए देष की एकता व अखण्डता के लिए अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया था। स्व0 राजीव गांधी जी ने संविधान में संषोधन कर पंचायतों को अधिकार सम्पन्न बनाया तथा युवाओं को मतदान का अधिकार देकर देष की मुख्य धारा से जोड़ने तथा भारत के लोकतंत्र को मजबूत बनाने की पहल की थी। भारत को आर्थिक महाषक्ति व सूचना क्रान्ति में अग्रणी देष बनाने की बुनियाद स्व0 राजीव गांधी जी ने रखी थी। स्व0 राजीव गांधी जी ने आई.टी. के जिस पौधे को रोपकर भारत को आई.टी. गुरू बनाने का सपना देखा था आज वह बट वृक्ष के रूप में हमारे सामने है।
श्री उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस पार्टी का सदैव ही पंचायतों की मजबूती व उन्हें अधिकार सम्पन्न बनाये जाने पर जोर रहा है। पंचायतों की इसी मजबूती के लिए स्व0 राजीव गांधी के प्रधानमंत्रित्वकाल में कांग्रेस द्वारा संविधान संषोधन के माध्यम से पंचायतों को और अधिक प्रभुतासम्पन्न बनाने का कार्य किया गया। उन्होंने स्व0 राजीव गांधी जी को आधुनिक भारत का निर्माता बताते हुए कहा कि उन्होंने देष को षक्तिषाली व सम्पन्न राश्ट्रों की श्रेणी में खड़ा करते हुए भारत की एकता व अखण्डता के लिए उन्हेांने अपने प्राणों का बलिदान तक दे दिया था।
उन्होंने कहा कि स्व0 राजीव गांधी ने भारत को 21वीं सदी में ले जाने का जो सपना देखा था वह आज साकार हो गया है। स्व0 राजीव जी को आधुनिक भारत का निर्माता बताते हुए उन्होंने कहा कि राजीव जी ने न केवल सूचना के क्षेत्र में नई क्रान्ति का संचार किया बल्कि युवाओं को मताधिकार व पंचायतों की स्वायत्तता तथा मजबूती के लिए जो कार्य किया वह मील का पत्थर साबित हुआ है। भारत को आर्थिक महाषक्ति व सूचना क्रान्ति में अग्रणी देष बनाने की बुनियाद भी राजीव गांधी जी ने डाली थी उन्हीं के प्रयासों के कारण आज विष्व के देष भारत को महाषक्ति बनते देख रहे हैं। सूचना तकनीक के क्षेत्र में भारत वर्श की गिनती आज दुनिया के अग्रणी देषों में की जाती है जिसका श्रेय स्व0 राजीव गांधी जी को है। स्व0 राजीव गांधी जी ने 18 वर्श की आयु के युवाओं को मतदान का अधिकार देकर देष की मुख्य धारा से जोड़ने तथा भारत के लोकतंत्र को मजबूत बनाने की पहल की थी। उनके द्वारा उठाये गये कदमों से आज भारतीय महिलाएं देष के विकास में पुरूशों से कंधे से कंधा मिलाकर अपनी सहभागिता निभा रही हैं।
गोश्ठी को संबोधित करने वालों में स्तंत्रता संग्राम सेनानी तोता राम काला, महामंत्री डाॅ0 के0एस0 राणा, राजेन्द्र भण्डारी, अर्येन्द्र षर्मा, पूर्व विधायक केदार सिंह रावत, मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोषी, महानगर अध्यक्ष पृथ्वीराज चैहान, निर्मला गहतोड़ी, डाॅ0 आर.पी. रतूड़ी, लखपत बुटोला, गरिमा दसौनी सचिव विनोद चैहान, सुरेन्द्र रांगड़, गिरीष पुनेड़ा, श्रीमती नजमा खान, अनिल नेगी, हिम्मत बिश्ट, षोभा कन्याल, ताहिर अली, पंचायत विभाग के सूरत सिंह नेगी, दीप बोरा, आईटी के अमरजीत ंिसह, पूर्व अध्यक्ष लालचन्द षर्मा, ताहिर अली, जगमोहन भण्डारी, संजय भट्ट, सुरेन्द्र सिंह रावत, विषाल मौर्य, प्रदीप भट्ट, प्रणीता बडोनी, राजेष पाण्डे, षांति रावत, सुलेमान अली, अनुराधा तिवारी, महेष जोषी, राजेष चमोली, विपुल नौटियाल, अभय दीपक, मुकेष रेगमी, पंकज मेसोन, षोभाराम, रूबि देवी, अम्बिका चैहान, सहित अनेक पदाधिकारीगण प्रमुख थे।