विश्वविख्यात नेत्ररोग विशेषज्ञ पहुंचे परमार्थ निकेतन आश्रम
निःशुल्क मोतियाबिन्द का आपरेशन ;२५ नवम्बर से ७ दिसम्बर तक #परमार्थ निकेतन आश्रम में अमेरीका, आस्ट्रेलिया से अाये नेत्र रोग विशेषज्ञ #१३ दिवसीय नेत्र चिकित्सा शिविर # २२ सदस्सीय चिकित्सकों का दल परमार्थ निकेतन ऋषिकेश आया # परमार्थ निकेतन आश्रम में मोतियाबिन्द नेत्र चिकित्सा शिविर का शुभारम्भ# नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं सर्जन डॉ मनोज पटेल पिटसबर्ग, अमेरीका से पहली बार परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश आये #‘नेत्र रोग विशेषज्ञोंों ने कहा- परमार्थ निकेतन आश्रम में आकर पूज्य स्वामी जी का सानिध्य और माँ गंगा का पावन तट मन को ऊर्जावान बनाता है तथा सत्कर्मो के सम्पादन के लिये प्रेरित करता है। यहां पर आकर सेवा और साधना एक साथ पूर्ण हो जाती है‘# हिमालयायूके न्यूज पोर्टल की प्रस्तुति- (www.himalayauk.org) Leading Digital Newsportgal; by CS JOSHI- EDITOR
अभी तक ५५० मोतियाबिन्द के रोगियों ने करवाया पंजीयन
विश्वविख्यात नेत्ररोग विशेषज्ञों ने आज किये ५० से अधिक मोतियाबिन्द के आपरेशन
निःस्वार्थ सेवा ही मानव को मानव से जोडती है-स्वामी चिदानन्द सरस्वत
ऋषिकेश, २६ नवम्बर। परमार्थ निकेतन आश्रम द्वारा संचालित स्वामी शुकदेवानन्द धर्मार्थ चिकित्सालय में आज से १३ दिवसीय नेत्र चिकित्सा शिविर का विधिवत शुभारम्भ परमार्थ निकतन आश्रम के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता एवं ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के सह-संस्थापक पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज की पावन उपस्थिति में माँ गंगा के तट पर दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
इस पावन अवसर पर ऋषिकेश शहर के एस डी एम श्री ब्रजेश तिवारी सपरिवार उपस्थित थे।
आस्ट्रेलिया से पधारी नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ पूर्णिमा राय के नेतृत्व में २२ सदस्सीय चिकित्सकों का दल परमार्थ निकेतन ऋषिकेश आया हुआ है। जो २५ नवम्बर से ७ दिसम्बर तक निःशुल्क मोतियाबिन्द का आपरेशन कर पीडत मानवता की सेवा में समर्पित रहेंगे।
नेत्र शिविर के शुभारम्भ अवसर पर पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने कहा, ‘पीडत मानवता की सेवा करना ही सच्ची साधना है; सच्चे अर्थो में सेवा है। निःस्वार्थ सेवा ही मानव को मानव से जोडती है। मानवता के पावन कार्यो के लिये समाज के सभी वर्गो के लोग मिलकर आगे आये तो अभावग्रस्त एवं असहाय लोगो को अपने कष्टों से मुक्ति मिलेगी तथा देश में एक स्वस्थ एवं प्रसन्नचित्त समाज का निर्माण होगा।‘
चिकित्सा शिविर की प्रमुख डॉ पूर्णिमा राय ने कहा, ‘परमार्थ निकेतन आश्रम में आकर पूज्य स्वामी जी का सानिध्य और माँ गंगा का पावन तट मन को ऊर्जावान बनाता है तथा सत्कर्मो के सम्पादन के लिये प्रेरित करता है। यहां पर आकर सेवा और साधना एक साथ पूर्ण हो जाती है।‘ इसके लिये उन्होने मुक्त कंठ से पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी का साधुवाद किया।
नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं सर्जन डॉ मनोज पटेल पिटसबर्ग, अमेरीका से पहली बार परमार्थ निकेतन, ऋषिकेश आये उन्होने कहा कि ‘आश्रम के दिव्यता युक्त वातावरण में माँ गंगा के तट पर रोगियों की आँखों के आपरेशन करते हुये ऐसा लग रहा है कि हमारे हृदय का; दिमाग का भी आपरेशन हो रहा है; हृदय परिवर्तन हो रहा है। परमार्थ गंगा तट पर होने वाली आरती की दिव्यता ने तो भीतर तक छू लिया है, लगता है आरती के समय अमृत बरसता है, कुछ तो है जिसको शब्दों में बयान करना मुश्किल है।‘
स्वामी शुकदेवानन्द धर्मार्थ चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉ रवि कौशल ने बताया की हमारा चिकित्सालय अनेक वर्षो से लगातार मोतियाबिन्द व नजर से सम्बन्धित रोगो की चिकित्सा एवं अन्य रोगों की चिकित्सा के लिये समर्पित है। यहां पर दूर-दराज से आये मोतियाबिन्द के ५० से अधिक रोगियों का प्रतिदिन सफल आपरेशन किया जा रहा है। उन्होने बताया कि शिविर में निःशुल्क चश्में, दवा*याँ एवं अन्य सुविधायें निःशुल्क प्रदान की जा रही है।
चिकित्सा टीम के डॉ शेखर भोजराज, डॉ मनोज पटेल, डॉ प्रेमिक नागर, डॉ मुस्तफा पारिख, डॉ किशोर पाऊजा, डॉ जनक शाह, डॉ रघु वर्मा, डॉ शेलजा चतुर्वेदी, डॉ जय चन्द्रा, श्रीमती वासवी पटेल (अमेरीका) डॉ राठी, श्री प्रेमराज एवं श्री प्रेमचंद्र आदि क* लोगों की टीम महत्वपूर्ण योगदान प्रदान कर रही है।
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