रूस ने बिना तालाबंदी कैसे रोके कोरोना के कदम- मोदी ने पुतिन को फोन कर सहायता मांगी
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने कोरोना वायरस (COVID19) महामारी के बारे में स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया है। रूस में भारत के दूतावास ने इस बात की जानकारी दी है। Himalayauk Execlusive:
रूस ने खुद को कोरोना के भीषण हमले से अब तक बचाकर कर रखा है.- ये तब है जब चीन से रूस की लंबी सीमा लगती है. तो सवाल है कि रूस ने ये कमाल किया कैसे कोरोना को रोकने का रशियन मॉडल भारत के किस तरह काम आ सकता है. ऐसे में सवाल उठता है कि रूस ने कोरोना के कदम कैसे रोके. अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली जैसे सभी बड़े देश कोरोना के अटैक से सहमे हुए हैं. कोरोना अगर रूस में अब तक ज्यादा पांव नहीं पसार पाया तो इसके बड़ी वजह है कि यहां वकत रहते कड़े नियम लागू करने के बाद उनका सख्ती से पालन करवाया गया. रूस ने चीन से लगने वाली 2600 मील लंबी सीमा सील कर दी
#वायरस का पता चलने के तुरंत बाद टेस्टिंग शुरू हो गई # रूस के सभी एयरपोर्ट पर टेस्टिंग सुविधा उपलब्ध कराई गई # – 65 साल से ज्यादा के बुजुर्गों को घर में रहने के आदेश दिया गया # रूस में सभी सांस्कृति और खेल आयोजनों को रद्द किया # स्कूल-कॉलेज बंद, वीडियो कांफ्रेंसिंग से पढ़ाई जारी # बाहरी नागरिकों की लिए रूस की सीमाएं सील # चीन, साउथ कोरिया और ईरान के यात्रियों की सबसे पहले निगरानी की गई # कोरोना वायरस को लेकर रूस में 1 लाख 63 हजार से ज्यादा टेस्ट किए गए# हालांकि एशिया और यूरोप के देशों की तरह रूस में सरकार ने तालाबंदी नहीं की है # यहां दुकानों और फॉर्मेसी में जाकर जरूरत की चीजें खरीदी जा सकती है # लेकिन रूस के जो नागरिक विदेशों से लौट रहे हैं उनकी कड़ी जांच की जा रही है #
– भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने कोरोना वायरस (COVID19) महामारी के बारे में स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया है। रूस में भारत के दूतावास ने इस बात की जानकारी दी है।चीन के बुहान से शुरू हुए कोरोना वायरस ने दुनियाभर के लगभग 180 देशों को अपनी जद में ले लिया है। दुनियाभर में कोरोना वायरस की वजह से 19675 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि 438,749 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं। कोरोना वायरस की चीन के बाद सबसे अधिक असर इटली में देखा जा रहा है।
इटली में इस वायरस से 6,820 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कोरोना वायरस से 69,176 लोग संक्रमित है और 8,326 लोग ठीक हो गए है। स्पेन में मरने वालों की संख्या चीन से अधिक हो गई है। स्पेन में इससे 3,434 लोगों की मौत हुई है और 47,610 लोग संक्रमित हुए है।
भारतीय रेलवे ने कोरोना वायरस के कारण अब 31 मार्च तक की मियाद को आगे बढाते हए सभी यात्री ट्रेनों को 14 अप्रैलत तक निरस्त करने का फैसला किया है। वहीं आईआरसीटीसी ने ट्रेनों के लिए ऑनलाइन बुक किए गए टिकटों को रद्द न करने की अपील करते हुए यात्रियो को पूरा पैसा वापस देने का ऐलान किया है। रेल मंत्रालय के अनुसार देश में कोरोना को लेकर लॉकडाउन को देखते हुए देश की सभी यात्री ट्रेन सेवा अब 14 अप्रैल तक रद्द करने का फैसला किया है। वहीं देशभर में रेलगाड़ियों का परिचालन निरस्त होने के कारण भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने उन ट्रेनों के लिए ऑनलाइन बुक किए गए टिकटों को रद्द न करने की अपील करते हुए यात्रियों को उनका पूरा पैसा वापस करने का भरोसा दिया है, जबकि रेलवे ने काउंटर टिकट रद्द करने के लिए पहले ही 21 जून तक का समय बढ़ाया जा चुका है।