प्रधानमंत्री के सचिव भास्कर कुल्बे की सैलरी 2.01 लाख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्टाफ में सबसे पावरफुल अधिकारियों में उत्तराखण्ड मूल के हैं, उसके बाद भी उत्तराखण्ड कई मायनों में उपेक्षित है, जबकि यह लोग थोडा बहुत भी अपने मूल प्रदेश की ओर दे, तो एक अच्छा संदेश जा सकता है- हिमालयायूके ब्यूरो रिपोर्ट
वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ऑफिस यानी प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में काम करने वाले अधिकारियों की सैलरी के बारे में बताया है। पीएम ने इसमें अपने लिए काम करने वाले सभी अधिकारियों की सैलरी बताई है। दरअसल, पीएम को यह बताने की जरूरत उस आरटीआई की वजह से पड़ी जिसमें किसी ने यह सब जानना चाहा था। प्रधानमंत्री ने 1 जून को यह जानकारी साक्षा की थी। इसमें बताया गया है कि सबसे ज्यादा सैलरी प्रधानमंत्री के सचिव भास्कर कुल्बे की है। उनकी सैलरी 2.01 लाख रुपए प्रति माह है। भास्कर 1983 बैच के आईएस अधिकारी हैं। यहां यह भी हो सकता है कि उनकी सैलरी और ज्यादा बढ़ गई हो क्योंकि पहले वह एडिशनल सेक्रेटरी थे और पिछले हफ्ते ही उन्हें सेक्रेटरी बनाया गया है। और ये आकंड़े तब के हैं जब वह एडिशनल सेक्रेटरी हुआ करते थे।
भास्कर की सैलरी के साथ ही प्रंसिपल सेक्रेटरी निपेंद्र मिश्रा, एडिशनल प्रंसिपल सेक्रेटरी पीके मिश्रा और नेशनल सिक्यूरिटी एडवाइजर अजीत डोबाल की सैलरी भी बताई गई है। इन तीनों को बराबर पैसा मिलता है। इन्हें 1,62,500 रुपए महीना दिया जाता है। इसके अलावा इन लोगों को पेंशन भी मिलती है क्योंकि तीनों रिटायर्ड सिविल सर्वेंट हैं। पीएमओ के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर जेएम ठक्कर को 99434 रुपए प्रति महीना और पेंशन मिलती है। वहीं पीआईबी के इंफोर्मेशन ऑफिसर शरत चंद्र को 1.26 लाख रुपए मिलते हैं।
पीएम मोदी से पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी अपने लिए काम करने वाले लोगों की सैलरी बताई थी। उस वक्त दी जाने वाली सबसे ऊंची सैलरी 1.61 लाख रुपए थी।