(आप) पार्टी राज्य में तेजी से उभर रही है; बादल ने स्वीकारा
लुधियाना: पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल पहले कहते रहे हैं कि आम आदमी पार्टी (आप) का राज्य में कोई आधार नहीं है. लेकिन, मंगलवार को उन्होंने स्वीकार किया कि पार्टी राज्य में तेजी से उभर रही है. पुर्तगालियों से गोवा को मुक्त कराने के दौरान शहीद हुए क्रांतिकारी करनैल सिंह के शहादत दिवस के मौके पर लुधियाना जिले के इसरु गांव में जनसमुदाय को संबोधित करते हुए बादल ने कहा कि पंजाब के मतदाताओं को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस दोनों से सावधान रहना चाहिए क्योंकि दोनों ही ‘पंजाब विरोधी, सिख विरोधी और किसान विरोधी हैं.’
शिरोमणि अकाली दल के मुखिया बादल ने कहा, “मैं पंजाब की जनता से आग्रह करता हूं कि इन पार्टियों की कुटिल चालों पर आंख बंद कर विश्वास न करें. ये दोनों पार्टियां राज्य के हितों के विरुद्ध हैं और लगातार इसकी जनता के खिलाफ काम करती रहीं हैं.”
पंजाब में फरवरी 2017 में विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य की 117 सीटों के लिए ‘आप’ के अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस की प्रतिद्वंदी के रूप में उभरने के कारण तीनों के बीच कड़ा मुकाबला होने की उम्मीद है.
आप पर प्रहार करते हुए बादल ने कहा, ” यह पार्टी आम आदमी के भेष में असल में भगोड़ों और अवसरवादियों का गुट है, जो हर कीमत पर सत्ता हासिल करने की कोशिश कर रहा है.”
उन्होंने कहा, “इस नई पार्टी, जो राज्य में तेजी से उभर रही है, को पंजाब की जनता से कोई सहानुभूति नहीं है. सर्वोच्च न्यायालय में एसवाईएल (सतलज-यमुना लिंक नहर) के मुद्दे पर दिल्ली की आप सराकर ने पंजाब के हित के विपरीत फैसला लिया है.”
अकाली दल, खासतौर पर उसके अध्यक्ष और पंजाब के उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल इससे पहले राज्य में आप के अस्तित्व का खंडन करते रहे हैं. सुखबीर सिंह कहते रहे हैं कि राज्य में मुकाबला केवल अकाली दल-भाजपा गठबंधन और कांग्रेस के बीच ही है.
मुख्यमंत्री ने कहा, “कांग्रेस और आप एक ही सिक्के के दो पहलू हैं जो कि पंजाब विरोधी सिंड्रोम से पीड़ित हैं. पंजाबियों को इन दोनों पार्टियों के राज्य को बर्बाद करने के नापाक इरादों से सतर्क रहना चाहिए. दोनों पार्टियों का पंजाब विरोधी और सिख विरोधी होने का पुराना रिकॉर्ड रहा है.”