प्रियंका गांधी ने मेगा रोड शो से पहले सोशल मीडिया की दुनिया में एंट्री मारी

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा लखनऊ में रोड शो से पहले सोशल मीडिया की दुनिया में एंट्री मारी है. कांग्रेस की ओर से सुबह ट्वीट किया गया कि प्रियंका गांधी वाड्रा अब ट्विटर पर आ गई हैं. प्रियंका गांधी वाड्रा ट्विटर पर @priyankagandhi के नाम से हैं. प्रियंका गांधी की ट्विटर पर एंट्री के साथ ही उनके फॉलोवर्स की संख्या बढ़ती ही जा रही है. ट्विटर अकाउंट के अनुसार, प्रियंका गांधी वाड्रा का ये अकाउंट 10 फरवरी देर रात 10.45 मिनट पर बना है. बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने भी ट्विटर पर एंट्री मारी थी.  #लखनऊ में तीन दर्जन बैठक कर 14 फ़रवरी को कुंभ जाएँगी प्रियंका

प्रियंका के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से अभी कोई ट्वीट तो नहीं किया गया है, लेकिन वह 7 लोगों को फॉलो कर रही हैं. प्रियंका गांधी वाड्रा अपने अकाउंट्स कांग्रेस, अहमद पटेल, रणदीप सिंह सुरजेवाला, ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को फॉलो कर रही हैं. इसके अलावा प्रियंका गांधी सचिन पायलट और अशोक गहलोत को फॉलो कर रही हैं. सोशल मीडिया का प्लेटफॉर्म आम जनता से जुड़ने का बेहद अच्छा मंच है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते काफी लंबे समय से ट्विटर पर हैं और लोगों को साधते रहे हैं, इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी ट्विटर पर रहकर मोदी सरकार पर हमला बोलते रहे हैं. राहुल गांधी ट्विटर के जरिए ना सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हैं, इनमें भी वह शायराना अंदाज में प्रधानमंत्री पर हमला बोलते हैं.

उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के बाद प्रियंका गांधी के रूप में कांग्रेस ने बड़ा दांव चला, जो अब सफल होता नजर आ रहा है. सूबे की सियासत तेजी से करवट बदल रही है. इसी का नतीजा है कि अब सपा-बसपा समझौते के मूड में नजर आ रही हैं कांग्रेस को गठबंधन का हिस्सा बनेगी, भाजपा के लिए यह चिंताजनक स्‍थिति है-  बडी खबर-  हिमालयायूके

प्रियंका ने कांग्रेस के शक्ति ऐप के जरिए कहा कि मैं आप सब से मिलने के लिए कल लखनऊ आ रही हूं। मुझे उम्मीद है कि साथ मिल कर हम नयी तरह की राजनीति शुरू करेंगे, ऐसी राजनीति जिसमें आप सब हित धारक होंगे…मेरे युवा मित्रों, मेरी बहनों और यहां तक कि सबसे कमजोर व्यक्ति, सबकी आवाज सुनी जाएगी।

तीनों नेताओं के हवाईअड्डे से पार्टी के राज्य मुख्यालय तक की यात्रा के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं का रोड शो करने की योजना है। कांग्रेस लोकसभा चुनाव से पहले इस यात्रा को राज्य में पार्टी के चुनाव प्रचार के शंखनाद के तौर पर देख रही है। प्रियंका ने कहा, आइए, एक नये भविष्य का निर्माण करें, मेरे साथ नयी राजनीति करें।धन्यवाद।

सिंधिया ने अपने संदेश में कहा कि कल मैं आपके पास आ रहा हूं। उप्र के युवाओं को भविष्य के लिए एक खाके की और राज्य को बदलाव की जरूरत है। आइए हमारे साथ जुड़िये और उत्तर प्रदेश में बदलाव लाइए। कांग्रेस के दोनों महासचिव 12,13 और 14 फरवरी को लखनऊ में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बात करेंगे। 

कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा  के लखनऊ आगमन पर रोड शो के लिए हवाईअड्डे से कांग्रेस कार्यालय तक के करीब 12 किलोमीटर मार्ग को होर्डिंगों, पोस्टरों और बैनरों से पाट दिया गया है. इन होर्डिंग-बैनरों से प्रियंका के स्वागत के अलावा उन्हें मां दुर्गा के रूप में दिखाया गया है.  पोस्टरों में लिखा है- ‘मां दुर्गा का रूप बहन प्रियंका जी.’    प्रियंका के स्वागत के लिए उप्र कांग्रेस के नेताओं ने प्रियंका सेना भी बनाई है. इसमें कांग्रेस कार्यकर्ता गुलाबी टी-शर्ट और पैंट पहने दिख रहे हैं. इसमें प्रियंका गांधी की तस्वीर भी बनी है. असम के सिल्चर से कांग्रेस सांसद एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता सुष्मिता देव ने अपने ट्विटर अकाउंट से कुछ तस्वीरें साझा की हैं. इन तस्वीरों में सुष्मिता ‘प्रियंका सेना’ के साथ नजर आ रही हैं. लखनऊ में कांग्रेस नेताओं ने प्रियंका गांधी को मां दुर्गा बताने वाले बैनर लगाए हैं. बैनरों पर लिखा है, ‘मां दुर्गा का रूप बहन प्रियंका जी का लखनऊ आगमन पर हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है.’इसके आगे की लाइन है, ‘दहन करो झूठे मक्कारों की लंका, बहन प्रियंका, बहन प्रियंका…’. बैनर में एक ओर मां दुर्गा की शेर पर बैठी तस्वीर है, लेकिन इस तस्वीर के चेहरे की जगह प्रियंका का चेहरा है. युवा कांग्रेस के एक नेता की ओर से लगाए गए एक होर्डिंग के जरिए भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं पर तंज कसा गया है.

चुनावी अभियान का शंखनाद # यहां पर प्रियंका गांधी ने बस के जरिए 12 किलो मीटिर लंबा रोड शो शुरू कर दिया है। लखनऊ में प्रियंका गांधी वाड्रा के स्वागत में जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं। पोस्टर पर लिखा है आ गई बदलाव की आंधी, राहुल संग प्रियंका गांधी..

लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का मास्टरस्ट्रोक माने जाने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज लखनऊ में रोड शो किया. प्रियंका के साथ उनके भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी रहे. कांग्रेस उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी, ऐसे में इस मेगा शो के जरिए पार्टी कार्यकर्ताओं में उत्साह भरने की तैयारी है.

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को सक्रिय राजनीति में उतारकर बड़ा कदम उठाया है. एक तरफ जहां इसे कांग्रेस का ब्राह्मास्त्र कहा जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ प्रियंका की एंट्री को कांग्रेस का आखिरी तीर भी बताया जा रहा है. इस बीच प्रियंका के आगमन के बहाने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से लेकर तमाम विश्लेषक एक फिर उनकी दादी इंदिरा गांधी को याद करने लगे हैं.

कांग्रेस महासचिव बनने के बाद पहली बार राजनीतिक यात्रा पर लखनऊ पहुंचीं प्रियंका गांधी वाड्रा के रोड शो के लिए जो गाड़ी सजाई गई, उसमें भी कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर इसकी झलक पेश की. गाड़ी पर कांग्रेस नेताओं का जो पोस्टर लगाया गया, उसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, उनकी मां व पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर व पश्चिम उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया की तस्वीरें हैं.

गाड़ी पर लगे इस पोस्टर में जहां पांचों नेताओं की फोटो एक साथ लगाकर बदलाव की आंधी, राहुल संग प्रियंका गांधी का नारा लिखा गया. वहीं, प्रियंका को एक बड़ी तस्वीर में भी दिखाया गया. इस तस्वीर की खास बात ये है कि प्रियंका गांधी की फोटो के बैकग्राउंड में उनकी दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की भी तस्वीर लगाई गई. ब्लैक एंड व्हाइट टोन के साथ लगाई गई इस तस्वीर में इंदिरा गांधी मुस्कुरा रही हैं.

इस फोटो के जरिए कांग्रेस ने पॉलिटिक्स में प्रियंका के करीयर के आगाज के साथ ही उनकी इंदिरा गांधी जैसी छवि को भी औपचारिक तौर पर पेश कर दिया है. नेताओं व कार्यकर्ताओं में भी इसे लेकर काफी जोश देखने को मिल रहा है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने बताया कि प्रियंका बहुत ही विनम्र, दयालु और उदार व्यक्तित्व वाली महिला हैं. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कार्यकर्ता समझते हैं कि प्रियंका गांधी इंदिरा गांधी जैसी हैं.

हालांकि, यह सवाल या चर्चा कोई नहीं है. जब भी प्रियंका को लेकर कोई चर्चा होती है, तो उनके अंदर इंदिरा गांधी की छवि होने की बात कही जाती है. कई साल पहले एक इंटरव्यू में खुद प्रियंका गांधी ने इस सवाल पर जवाब भी दिया था. उन्होंने बताया था कि जब मैं पहली बार कैंपेन के लिए रायबरेली व अमेठी क्षेत्र में पहुंची तो कहा गया कि मैं अपनी दादी की तरह हूं और मुझे राजनीति में आना चाहिए. इसके आगे उन्होंने कहा था कि इसमें कोई शक नहीं है कि मैं जिस घर में रही वहां इंदिरा जैसी ताकतवर महिला थीं और उनके व्यक्तित्व का असर भी मुझ पर पड़ा.

अब जबकि प्रियंका गांधी कांग्रेस की राजनीति को आगे बढ़ाने मैदान में कूद आई हैं, ऐसे में चर्चा फिर ये हो चली है कि इंदिरा इज बैक.

लोकसभा चुनाव 2019 में नरेंद्र मोदी के विजय रथ को उत्तर प्रदेश में रोकने के लिए समाजवादी पार्टी (SP) और बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने कांग्रेस को दरकिनार करते हुए गठबंधन का ऐलान किया था. इसके बाद प्रियंका गांधी के रूप में कांग्रेस ने बड़ा दांव चला और उन्हें पार्टी का महासचिव बनाते हुए पूर्वांचल की जिम्मेदारी सौंपी, जिसके बाद से सूबे की सियासत तेजी से करवट बदल रही है. इसी का नतीजा है कि अब सपा-बसपा समझौते के मूड में नजर आ रही हैं और कांग्रेस को गठबंधन का हिस्सा बनाना चाहती हैं.

सूत्रों की मानें तो सपा-बसपा ने सूबे की 80 लोकसभा सीटों में से कांग्रेस को 15 सीटों का ऑफर दे दिया है, लेकिन अब पार्टी ने सीटों की डिमांड बढ़ा दी है. कांग्रेस सूबे में कम से कम 25 संसदीय सीट चाहती है. कांग्रेस नेताओं की मानें तो वह सूबे में सपा-बसपा के बराबर ही सीटें चाहती है. इस तरह से उनके लिहाज से तीनों पार्टियां 25-25 सीटों पर चुनाव लड़ें और बाकी बची पांच सीटें आरएलडी जैसी छोटे सहयोगी दलों के लिए रखा जाए.

बता दें कि पिछले महीने अखिलेश यादव और मायावती ने सपा-बसपा गठबंधन का ऐलान किया था. इस दौरान उन्होंने सूबे की 80 लोकसभा सीटों में 38-38 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया था. इसके अलावा दो सीटें गठबंधन की अन्य पार्टियों के लिए छोड़ने का फैसला किया था. वहीं, अमेठी-रायबरेली में कांग्रेस के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला किया था.

हालांकि एक महीने गुजर जाने के बाद सपा-बसपा सूबे की किन सीटों पर चुनाव लड़ेंगी. इसकी घोषणा अभी तक नहीं की है. दरअसल इसके पीछे प्रियंका गांधी की राजनीतिक एंट्री मानी जा रही है. पिछले दिनों खबर आई थी कि सपा-बसपा नए तरीके से राजनीतिक रणनीति बनाएंगे. इसके बाद वो सीटों की बंटवारा करेंगे.

प्रियंका की राजनीतिक एंट्री के साथ कांग्रेस के हौसले बुलंद हो गए हैं. कांग्रेस प्रियंका गांधी को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के अवतार के रूप में पेश कर रही है. इससे साफ जाहिर है कि सूबे की सियासी लड़ाई अब दो ध्रुव के बजाय त्रिकोणीय होती नजर आ रही है. कांग्रेस जिस तरह से दिल्ली में अल्पसंख्यक सम्मेलन किया और राहुल गांधी ने ओबीसी दलित मतों को साधने के लिए 13 प्वाइंट रोस्टर को लेकर सवाल खड़े किए हैं. उससे सपा-बसपा में बेचैनी बढ़ना स्वाभाविक था.

दरअसल सपा-बसपा गठबंधन कर जिस वोटबैंक को अपनी मजबूती मानकर चल रही हैं, उसी में प्रियंका सेंध लगाती हुई नजर आ रही है. कांग्रेस ने जिस तरह से मुस्लिम वोटबैंक, ब्राह्मण और दलित मतों को लेकर अपने पाले में लाने की कवायद शुरू की है, इससे सपा-बसपा गठबंधन के जीत के मंसूबों पर पानी फिर सकता हैं. यही वजह है कि कांग्रेस को गठबंधन में शामिल करने को लेकर मंथन शुरू हो चुका है.

  लखनऊ में तीन दर्जन बैठक कर 14 फ़रवरी को कुंभ जाएँगी प्रियंका

 प्रियंका लखनऊ में तीन दर्जन बैठक लेंगी और हज़ार से ज़्यादा कांग्रेस नेताओं से चुनाव व उम्मीदवारों के चयन के बारे में फ़ीडबैक लेंगी। 

कांग्रेस कार्यालय के मुताबिक़, कुंभ में प्रियंका और सिंधिया के साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी आएँगे या नहीं, यह अभी तय नहीं हुआ है, पर एन वक़्त पर उनका भी कार्यक्रम बन सकता है। प्रियंका कुंभ में कांग्रेस सेवादल के कैंप में जाएँगी और अखाड़ों में जाकर संतों से भी मिलेंगी।

कुंभ यात्रा के दौरान प्रियंका आनंद भवन भी जाएँगी और प्रयाग के कांग्रेस नेताओं से मुलाकात करेंगी। प्रियंका का प्रयाग दौरा तय होने के साथ प्रदेश कांग्रेस के नेताओं की एक टीम वहाँ रवाना कर दी गई है। चूँकि इस लोकसभा सीट को लेकर तैयारी बैठक पहले ही लखनऊ में हो जाएगी इसलिए वहाँ कांग्रेसियों के साथ कोई औपचारिक बैठक का कार्यक्रम तय नहीं है। लखनऊ से कुंभ जाकर वह सीधे वहीं से दिल्ली के लिए रवाना होंगी।

सोमवार को सुबह 11 बजे लखनऊ के अमौसी एयरपोर्ट पर उतरने के बाद राहुल, प्रियंका और ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस कार्यालय तक रोडशो  । एयरपोर्ट से निकलने वाला जुलूस अवध अस्पताल चौराहे, आलमबाग, नत्था होटल, हुसैनगंज, बर्लिंगटन चौराहे से होता हुआ लालबाग गर्ल्स कालेज के सामने से होता हुआ मेफ़ेयर तिराहे पर पहुँचेगा। यहाँ से रोड शो हजरतगंज चौराहे पर पहुँचेगा, जहाँ तीनों नेता महात्मा गाँधी, भीमराव अंबेडकर और सरदार पटेल की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करेंगे। फिर जुलूस राजभवन, वीवीआईपी गेस्ट हाउस होता हुआ कांग्रेस कार्यालय पहुँचेगा। प्रदेश कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि रोड शो शाम 5 बजे तक ही ख़त्म होगा।

रोड शो के बाद राहुल, प्रियंका और ज्योतिरादित्य की प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में विधायकों, पूर्व विधायकों, प्रदेश पदाधिकारियों, सांसदों, पूर्व सांसदों के साथ बैठक होगी और इसके ठीक बाद अलग-अलग लोकसभा सीटों पर चर्चा शुरू होगी। अपने लखनऊ प्रवास के दौरान प्रियंका जहाँ 42 लोकसभा सीटों पर लोगों के साथ बात कर फ़ीडबैक लेंगी वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया 38 सीटों पर बातचीत करेंगे। प्रियंका नेहरू- गाँधी परिवार का गढ़ कहे जाने वाले रायबरेली-अमेठी भी जा सकती हैं।

सोमवार को प्रियंका के लखनऊ दौरे को लेकर शहर के लोगों को फ़ोन पर उनके रिकॉर्डेड मैसेज आने लगे हैं। फ़ोन पर प्रियंका अपनी आवाज़ में लोगों को कल लखनऊ आने की ख़बर देते हुए सबको ख़ासकर नौजवानों को, महिलाओं और समाज के कमज़ोर लोगों को साथ आने का आह्वान कर रही हैं। प्रियंका के रिकॉर्डेड मैसेज को लोग एक-दूसरे को वॉट्सऐप पर भेज रहे हैं। दौरे से पहले कांग्रेसियों ने शहर भर को बैनरों, होर्डिगों से पाट दिया है।

प्रियंका और ज्योतिरादित्य को फ़ीडबैक देने व सुझाव देने के लिए हर लोकसभा सीट से 20-20 लोगों को बुलाया गया है। हर सीट की बैठक एक घंटे चलेगी। इनमें संगठन पदाधिकारियों के साथ विधायक व पूर्व विधायक भी होंगे। पहले दिन प्रियंका लखनऊ, वाराणसी, इलाहाबाद, गोरखपुर, फूलपुर, धौरहरा और मोहनलालगंज लोकसभा सीटों को लेकर बैठक करेंगी।

दूसरे दिन प्रियंका बाराबंकी, गोंडा, बस्ती, फ़ैज़ाबाद, श्रावस्ती, कुशीनगर, देवरिया, बहराइच और कैसरगंज के लोगों के साथ बातचीत करेंगी। तीसरे दिन प्रियंका का मिर्ज़ापुर, आजमगढ़, जौनपुर, सीतापुर, अंबेडकरनगर के लोगों से मिलने का कार्यक्रम है। प्रियंका की तरह ही पश्चिम क्षेत्र की सीटों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की बैठकों का सिलसिला चलता रहेगा। 

यूपी का अजेंडा सेट करने के लिए प्रियंका विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं, कांग्रेस के पिछड़े व दलित नेताओं के साथ अलग से बैठक करेंगी। इसके लिए कांग्रेस के पिछड़े व दलित नेताओं की सूची बनाई गई है। प्रियंका के आने से ठीक पहले यूपी को लेकर 35 दलित नेताओं की एक टास्क फ़ोर्स भी बना दी गई है जो उन्हें सहयोग करेगी। सामाजिक कार्यकर्ताओं से मुलाक़ात कर प्रियंका यूपी के मुद्दे जानेंगी, साथ ही आगे की रणनीति कैसी हो इस पर भी विचार करेंगी।

एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के मुताबिक़, 14 फ़रवरी के बाद उत्तर प्रदेश के अगले दौरे में प्रियंका विभिन्न लोकसभा सीटों का दौरा करेंगी। प्रियंका का पहले चरण में ख़ास जोर ठेठ पूर्वी उत्तर प्रदेश की सीटों जैसे गोरखपुर, कुशीनगर, बस्ती, गोंडा, बलरामपुर, देवरिया, डुमरियागंज, बहराइच, सलेमपुर और बलिया पर रहेगा जबकि दूसरे चरण में वह वाराणसी, ग़ाज़ीपुर, जौनपुर, मछलीशहर, सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, मिर्ज़ापुर, सोनभद्र और चंदौली की सीटों का दौरा करेंगी।

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