मोदी ने राहुल से क्या कहा- जिससे विपक्ष नाराज हुआ
मोदी ने राहुल से कहा- “हमें हमेशा इसी तरह मिलते रहना चाहिए…” राहुल गांधी की मोदी से मुलाकात – मोदी सरकार की कड़ी आलोचना करने वाले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के प्रतिनिधिमंडल की मांगों को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान पीएम मोदी ने राहुल से कहा कि वह उनसे मिलते रहा करें। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में राहुल ने कहा कि मोदी ने माना है कि किसानों की हालत गंभीर है, लेकिन उन्होंने कर्जा माफ करने की बात पर कुछ नहीं कहा सिर्फ सुना। (www.himalayauk.org) Leading Digital Newsportal
विपक्ष का कहना है कि कांग्रेस ने पीएम मोदी से अकेले मुलाकात क्यों की. क्या बाकी पार्टियों को किसानों की चिंता नहीं है. इसके साथ ही विपक्ष ने यह भी कहा कि हम 20 दिनों से सदन में कह रहे हैं कि पीएम मोदी को आना चाहिए, फिर कांग्रेस को अकेले जाकर उनसे मिलने की क्या जरूरत थी? दरअसल, 16 पार्टियां आज राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाली थीं, लेकिन बाद में समाजवादी पार्टी, डीएमके बीएसपी,एनसीपी और लेफ्ट पार्टियों ने साथ जाने से इनकार कर दिया.कांग्रेस के साथ जेडीयू, तृणमूल और आरजेडी के नेताओं ने राष्ट्रपति से नोटबंदी के मामले पर मुलाकात की. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी राष्ट्रपति से मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल थीं. राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर राष्ट्रपति से मुलाकात की. सरकार नोटबंदी पर चर्चा को तैयार नहीं है. हम लोगों की समस्या सदन में रखना चाहते थे. संसद में गतिरोध के लिए सरकार जिम्मेदार है. नोटबंदी के फैसले से आम आदमी, किसान और मजदूर परेशान हुआ है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की और उन्हें कर्ज माफी सहित किसानों की मांग और नोटबंदी के कारण हो रही समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा. दरअसल, पिछले काफी समय से राहुल गांधी नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साध रहे हैं. हाल में उन्होंने पीएम मोदी पर निजी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने किसानों के मुद्दे को लेकर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल में शामिल अमरिंदर सिंह ने मुलाकात के बाद बताया कि ‘हमने किसानों से जुड़ी समस्याओं जैसे कर्ज, आत्महत्या, न्यूनतम समर्थन मूल्य की बात प्रधानमंत्री के सामने रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने हमें इस मामले पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। बैठक के दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री से किसानों को फसल पर अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य देने की मांग की। साथ ही नोटबंदी के बाद जमा हुई रकम को किसानों की कर्ज माफी के लिए इस्तेमाल करने को कहा। इस बैठक में राहुल के साथ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद भी थे।
बैठक के बाद गुलाम नबी आजाद ने बताया कि हम लोगों ने प्रधानमंत्री से मिलकर किसानों की समस्याओं को उठाया। हमारे पास 2 करोड़ किसानों के मांगपत्र थे, जिन्हें प्रधानमंत्री मोदी के सामने रखा गया। वहीं कांग्रेस नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के 50 लाख किसानों की मांगों को उठाया।
आपको बता दें दो दिन पहले ही राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा था कि मेरे पास पीएम मोदी के निजी भ्रष्टाचार की जानकारी है और संसद में अगर मुझे बोलने दिया गया तो मैं इसका खुलासा करूंगा। राहुल ने कहा था कि मोदी इससे घबरा गए हैं और इसलिए मुझे संसद में बोलने नहीं दिया जा रहा है। बैठक से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने कहा कि पीएम मोदी के नोटबंदी के फैसले से पूरा देश तबाह होने की कगार पर है। तमाम राज्यों के किसान अपनी मांगों के साथ दिल्ली आए हुए हैं। राहुल गांधी उनकी आवाज उठाने के लिए पीएम से मिल रहे हैं। आनंद शर्मा के मुताबिक प्रधानमंत्री ने पहले कहा था कि तीन दिन में दिक्कत खत्म हो जाएगी। फिर उन्होंने 50 दिन की बात कही। लेकिन अब भी लोगों की दिक्कतें खत्म होती नहीं दिख रहीं।
Congress vice-president Rahul Gandhi met Prime Minister Narendra Modi on Friday and gave him a memorandum on farmer issues. Rahul met the prime minister along with other senior party leaders. According to reports, the memorandum included farmers’ demand like loan waiver schemes and other issues. The memorandum also listed the problems faced by the farmer community due to the government’s decision to demonetise high value currency notes.
After meeting the prime minister, Congress vice-president Rahul Gandhi said, “Humne Pradhanmantri ji se kaha vo jaldi se jaldi kisaano ko rahat dein aur unka karza maaf karien. PM ne mana ke kisaano ki halat gambhir hai, karza maaf karne ki baat par unhone kuch nahi kaha sirf suna. (We asked the PM to provide relief to the farmers and waive off their loans. PM Modi agreed that the situation was grave for farmers. He didnt say anything on the loan waiver issue.) The 46-year-old Congress leader also spoke of how the government’s decision to scrap import duty on wheat would affect the farmer badly. “Farmers are committing suicide all over the country, govt removed import duty on wheat — this is a devastating blow,” he said.