मोदी चूक करते हैं तो जनता का विश्वास उठ जाएगा; बाबा रामदेव & मायावती ने कहा
जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में सेना बेस कैंप पर आतंकी हमले को लेकर योग गुरू बाबा रामदेव ने दो टूक कहा है कि हमले के बाद से देश की जनता में भारी गुस्सा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार तुरंत कार्रवाई करे, नहीं तो देश की जनता नाराज हो जाएगी. बाबा रामदेव ने तो यहां तक कहा कि अगर मोदी चूक करते हैं तो जनता का विश्वास उठ जाएगा.
मायावती ने कहा कि पीएम मोदी आतंकी हमलों में पाकिस्तान को नसीहत ना देकर तुरंत कार्रवाई करें.
हरिद्वार में बाबा रामदेव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि देश में हो रहे आतंकवादी हमलों पर पूरा देश आक्रोशित है. पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने की जरूरत है.
बाबा रामदेव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में देश के लोगों ने एक ताकतवर नेता देखा था. यदि मोदी पाकिस्तान को पाकिस्तान की भाषा में जवाब नहीं देते तो देश में गहरी निराशा छा जाएगी.
बाबा रामदेव ने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवादी राष्ट्र घोषित करने और दूसरे कूटनीतिक प्रयास चलते रहने चाहिए. लेकिन इसके साथ-साथ सबसे पहले प्रधानमंत्री मोदी को पाक अधिकृत कश्मीर में उग्रवादी कैम्पों को ध्वस्त करना चाहिए.
बाबा रामदेव ने तो यहां तक कहा कि अब पाकिस्तान के साथ आरपार की लड़ाई शुरू करने का वक्त आ गया है. अगर अब मोदीजी चूक करते हैं तो पूरे भारत के लोगों का सरकार पर भरोसा कम हो जाएगा.
लखनऊ में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने रविवार को आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में उरी में हुए आतंकी हमलों में शहीदों को नमन किया. वहीं मायावती ने केरल में हुई पीएम मोदी की रैली को लेकर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी आतंकी हमलों में पाकिस्तान को नसीहत ना देकर तुरंत कार्रवाई करें.
मायावती ने कहा केंद्र की मोदी सरकार अब तक हर मोर्चे में नाकाम रही है पीएम मोदी को खुद अपने गिरेबां में झांककर देखना चाहिए. वह खुद गुड़ खाएं और दूसरों को मीठा खाने से मना करें, यह उचित नहीं.
उरी हमले से देश में रोष है, देश पीएम मोदी से ऐसी कार्रवाई की उम्मीद करती है कि इस तरह की घटना की पुनराव़त्ति न हो. आतंकी घटनाओं में लोगों को जानमाल और जवानों पर हमले न हों. मायावती ने कहा कि पीएम मोदी देश को ऐसा भरोसा नहीं दे पा रहे हैं कि अब देश की सीमाएं सुरक्षित हैं.
माया ने कहा कि मोदी सरकार की चाल, चरित्र और चेहरा यह बताता है कि यह सरकार गरीबों, किसानों और ईसाईयों और अल्पसंख्यकों के लिए वक कट्टरवादी सरकार है. यह सरकार सिर्फ पूंजीपतियों के लिए है.