मुम्बई में मैनिंग माडर्न रीटेल सम्मेलन; रीटेलर्स एसोसिएशन आफ इण्डिया
#रीटेलर्स एसोसिएशन आफ इण्डिया ने मुम्बई में मैनिंग माडर्न रीटेल सम्मेलन के दसवें संस्करण का आयोजन किया #छोटे, स्वतन्त्र एवं बड़े खुदरा कारोबारों के लिए एकीकृत संगठन द रीटेलर्स एसोसिएशन आफ इण्डिया#तीन मुख्य रूझानों पर प्रकाश डाला गया जो खुदरा संगठनों को भविष्य के लिए तैयार सकती हैं #आरएआई की एक पुस्तिका ‘‘कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न’ का विमोचन विशाल केडिया के द्वारा# presents by www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal) Mumbai Bureau;
गुरूवार, 1 सितम्बर, 2016, मुम्बईः छोटे, स्वतन्त्र एवं बड़े खुदरा कारोबारों के लिए एकीकृत संगठन द रीटेलर्स एसोसिएशन आफ इण्डिया ने आज ‘‘बिल्डिंग फ्यूचर रेडी रीटेल आर्गेनाइज़ेशन’ विषय पर मुम्बई में मैनिंग माडर्न रीटेल सम्मेलन के दसवें संस्करण का आयोजन किया। अग्रणी खुदरा कारोबारों के प्रख्यात सीईओ और एचआर प्रमुख इस कार्यक्रम में शामिल हुए और भविष्य के लिए तैयार खुदरा संगठनों के निर्माण पर चर्चा की, इन्होंने क्षेत्र में एचआर के लिए एक दृष्टिकोण पेश किया। दृष्टिकोण के आधार पर भर्ती (हायरिंग फार एटीट्यूड) ‘‘आईक्यू और ईक्यू के लिए भर्ती करना अब पर्याप्त नहीं है। संगठनों को भविष्य के लिए तैयार करने हेतू हमें एक्यू- एडवर्सिटी क्योशेन्ट की भर्ती करनी होगी। इसका अर्थ यह है कि हमें ऐसे लोगों की भर्ती करनी होगी जो विपरीत परिस्थितियों को मौके के रूप में देखें और इसका सही इस्तेमाल कर सकें’
मार्केटिंग यूरेका फोब्र्स लिमिटेड के सीईओ एवं डायरेक्ट सेल्स एण्ड सीनियर वाईस प्रेज़ीडेन्ट असलम करमाली ने कहा ..
आधारित मूल्यांकन (प्रोजेक्ट-बेस्ड अपरेज़ल्स) ‘‘अगर हम नहीं जानते कि कल क्या होने वाला है, तो क्या हम अगले 5 साल की योजना बना सकते हैं और प्रदर्शन का मूल्यांकन कर सकते हैं? आरएआई के चेयरमैन एवं ज्त्त्।प्छ के संस्थापक बी एस नागेश ने एमएमआर 2016 में यह सवाल उठाया। उन्होने कहा कि अस्थिर, अप्रत्याशित, जटिल और अस्पष्ट कारोबार वातावरण को देखते हुए जल्द ही हमें छोटे कारोबार चक्र के लिए तैयार होना होगा। जल्द ही संगठन पूरी की गई परियोजनाओं के आधार पर लोगों का मूल्यांकन करेंगे, बजाए साल के अंत में उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के। ‘‘इससे संगठन प्रत्यास्थ और चुस्त बनेंगे।’ उन्होंने कहा।
लक्ष्यों के बजाए उपभोक्ताओं का संरेखणः वो दिन बीत गए जब एक संगठन की टीमों को कम्पनी के दृष्टिकोण एवं कारोबार के लक्ष्यों के अनुसार संरेखित किया जाता था। ‘‘एक संगठन के रूप में अगर आपका प्रबन्धन का स्तर उपभोक्ताओं के अनुसार संरेखित नहीं है, तो कारोबार करना सम्भव नहीं है। सुनिश्चित करें कि सभी कर्मचारी उपभोक्ता की तरह सोच सकें क्योंकि यही आपका मुख्य उपभोक्ता आधार होगा।’
सम्मेलन एवं रूझानों के बारे में अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए आरएआई के सीईओ कुमार राजगोपालन ने कहा, ‘‘उपभोक्ता लगातार बदल रहा है, बाज़ार बदल रहा है और प्रोद्यौगिकी भी बदल रही है। इसलिए, ज़रूरी है कि हम भर्ती करने और प्रतिभा के मूल्यांकन के तरीके को भी बदलें। एमएमआर 2016 में खुदरा कारोबार के विभिन्न प्रारूपों से एचआर प्रमुखों ने उन प्रथाओं पर अपने विचार अभिव्यक्त किए जो एक संगठन को अनिश्चितताओं को पूर्वानुमान लगाने में मदद कर सकते हैं और भविष्य के लिए तैयार का सकते हैं। ऐसे तथ्यों पर प्रकाश डाला गया जिन्हें एचआर प्रमुख अपने कार्यस्थलों पर अपना सकते हैं।’
अपने पावर-पैक्ड सत्रों के माध्यम से सम्मेलन में न केवल खुदरा कारोबार से जुड़े बल्कि सम्पूर्ण उद्योग जगत के संदर्भ में एचआर के लिए प्रासंगिक रोचक मुद्दों को कवर किया गया।
कार्यक्रम के कुछ मुख्य बिन्दु थेः
आरएआई की एक पुस्तिका ‘‘कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन उत्पीड़न’ का विमोचन विशाल केडिया के द्वारा नवाब, न्यूड्स एण्ड नूडल्स के लेखक, दिग्गज अम्बी पमेसवरन द्वारा व्याख्यान- कैसे एचआर प्रतिभा प्रबन्धन के सामाजिक रूझानों को सीख सकते हैं।
इस साल मैनिंग माडर्न रीटेल ने अपनी तरह के पहले रीटेल एचआर पुरस्कार भी दिए जिसमें खुदरा जगत के उभरते एचआर को सम्मानित किया गया। पुरस्कार दो श्रेणियों में दिए गए-एचआर एमर्जिंग लीडर्स अवार्ड और एचआर ब्रेकथ्रू अवार्ड। हर श्रेणी में 3 फाइलिस्ट घोषित किए गए। विजेताओं के नाम हैं- एचआर एमर्जिंग लीडर्स अवार्ड अराधरा पुजारी, टीसीएनएस क्लोदिंग को दिया गया और एचआर ब्रेकथ्रू अवार्ड मैक्स, लैण्डमार्क ग्रुप को दिया गया।
सम्मेलन में कई रोचक सत्र आयोजित किए गए जैसे द ब्रेकफास्ट एलकेमी- भारतीय रीटेल जगत में प्रतिभा की कमी के बावजूद प्रति कर्मचारी बढ़ता राजस्व। इन्सेन्टिव एट वर्कः खुदरा क्षेत्र परिप्रेक्ष्य, डिजिटल रूपान्तरण और चुनौतियां 2020
एमएमआर 2016 ने एचआर प्रमुखों को एचआर में लोगों के प्रभावी प्रबन्धन एवं नए विचारों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया, जो खुदरा कारोबार को न केवल भविष्य के लिए तैयार कर सकता है बल्कि उसे देश का प्राथमिक नियोक्ता भी बना सकता है।