‘साधु से सेवक’ वरिष्ठ पत्रकार की पुस्तक मोदी को भेंट &नौकरशाहों को चेतावनी- किसी काम में अड़ंगा डालने की कोशिश की तो: CM & हरक सिंह रावत ने त्रिवेन्द्र पर निशाना साधा
High Light# मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र तीरथ सिंह रावत ने अफसरों को कहा कि वे किताब पढ़े, मैं जनता का चेहरा पढ़ूंगा। मुझे सिर्फ हर काम का रिजल्ट चाहिए।सोमवार को भाजपा मुख्यालय में आयोजित स्वागत समारोह में सीएम तीरथ ने यह बात कही। नौकरशाहों ने यदि किसी काम में अड़ंगा डालने की कोशिश की तो फिर अंजाम भी बुरा ही होगा। कहा कि मुझे बड़ी जिम्मेदारी मिली है जो बड़ी चुनौती है, क्योंकि एक साल बाद चुनाव भी होने हैं। by Chandra Shekhar Joshi- Editor: Himalayauk
High Light# जबकि मुख्यमंत्री तीरथ सिंही रावत ने साफ कहा है कि कुंभ में जो आना चाहता है वह बिना रोकटोक आए :दिल्ली में कुंभ के होर्डिंग लगा लोगों को कुंभ मेले में आने का न्यौता – दिलीप जावलकर : अपने फैसले पलटने से नाराज हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, #मृत्यु का मुआवजा 30 दिन के अन्दर इस न्यायालय में दाखिल करना सुनिश्चित करे – नेशनल इंश्योरेंस कम्पनी लि0 देहरादून को आदेशित : 31 मार्च तक हर हाल में पूरे कराएं सड़क, बिजली, पानी संबंधित कार्य: आयुक्त गढ़वाल # चमोली — सभी विकासखण्ड में एक दिवसीय शिविर # सड़क दुर्घटना की रोकथाम के लिए दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों में प्रभावी कदम उठाने पर जोर # चारधाम यात्रा की तैयारियां- तीरथ सिंह रावत के 30 अप्रैल तक सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश # नगर निगम में सतर्कता समितियों की बैठक # पूर्ववर्ती मंत्रिमंडल के निकम्मेपन, कुशासन और भ्रष्टाचार के लिए केवल दो लोग दोषी पाए गए – हरीश रावत # by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper
वरिष्ठ पत्रकार मनजीत नेगी ने पीएम मोदी को भेंट की अपनी पुस्तक ‘साधु से सेवक’ की पहली प्रति
पीएम मोदी की आध्यात्मिक यात्रा पर आधारित है पुस्तक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लिखी है पुस्तक की प्रस्तावना
– पीएम मोदी ने अपने उत्तराखंड से जुड़ाव और शुरुआती सफर को याद करते हुए कई आध्यात्मिक स्थलों का जिक्र किया
नई दिल्ली – by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper वरिष्ठ पत्रकार मनजीत नेगी ने अपनी नई पुस्तक ‘साधु से सेवक’ की पहली प्रति सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भेंट की। यह पुस्तक नरेंद्र मोदी के शुरुआती जीवन की आध्यात्मिक यात्रा पर आधारित है। इसमें विशेष रूप से उत्तराखंड में विभिन्न स्थलों में बिताए गए दिनों और घटनाओं को प्रस्तुत किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुलाकात के दौरान अपने उत्तराखंड से जुड़ाव और शुरुआती सफर को याद करते हुए कई आध्यात्मिक स्थलों का जिक्र किया। साथ ही पिथौरागढ़ जिले केनारायण आश्रम, रामकृष्ण कुटीर अल्मोड़ा, केदारनाथ स्थित गरूड़चट्टी और दयानंद आश्रम ऋषिकेश से जुड़ी कई बातें साझा कीं।
इस पुस्तक की प्रस्तावना केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लिखी है। इसमें वह लिखते हैं कि ‘साधु में सेवक पुस्तक हमें एक ऐसे अद्वितीय प्रतिभाशाली बालक की जीवंत कथा बताती है, जो आदर्श और परिश्रमी माता-पिता के सद्संस्कारों और समाज व राष्ट्र के लिए समर्पण का संकल्प लेने वाले वैचारिक अधिष्ठान की सीख के साथ राष्ट्र का समर्पित सेवक सिद्ध हुआ है। अभावों, संकटों और संघर्षों से निकला यह परिष्कृत व्यक्तित्व आज हम सबको दिशा दे रहा है और देश के मान-सम्मान को शीर्ष पर पहुंचा रहा है। विश्व के कोने-कोने और भारत के जन-जन के मन में मौजूद देश के प्रधानमंत्री की साधु से सेवक की यह यात्रा गौरवपूर्ण है और प्रत्येक भारतीय को विस्मित करने वाली है।‘
मनजीत नेगी के मुताबिक, उन्हें यह पुस्तक को लिखने की प्रेरणा वर्ष 2012 में गुजरात विधानसभा चुनाव कवर करने के दौरान वडनगर में नरेंद्र मोदी के शुरुआती जीवन पर डॉक्यूमेंट्री बनाते वक्त मिली। इसके बाद मैंने उनकी आध्यात्मिक यात्रा के सभी पड़ावों का सफर किया। वहां से मिले अनुभव और नरेंद्र मोदी के करीब रहे महानुभावों से साक्षात्कार के आधार पर यह प्रयास पुस्तक तैयार हुई है।
इस पुस्तक को लिखने में हिंदू धर्म आचार्य सभा के महासचिव स्वामी परमात्मानंद सरस्वती का विशेष योगदान रहा है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु ब्रह्मलीन दयानंद सरस्वती के शिष्य हैं और उन्होंने पीएम मोदी की आधात्मिक यात्रा को करीब से देखा है।
इस पुस्तक को प्रभात प्रकाशन ने छापा है। जल्द ही इसका विमोचन होने वाला है। इससे पहले मनजीत नेगी केदारनाथ आपदा पर आधारित पुस्तक ‘केदारनाथ से साक्षात्कार’ और उत्तराखंड की विभिन्न शख्सियतों पर ‘हिल वॉरियर्स’ लिख चुके हैं।
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हरक सिंह रावत ने त्रिवेन्द्र पर निशाना साधा
Dehradun उत्तराखंड में गैरसैंण के रूप में तीसरी कमिश्नरी की पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की घोषणा को लेकर कैबिनेट मंत्री डा.हरक सिंह रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेनद्र सिंह रावत पर निशाना साधा है। डा.रावत ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने इस बारे में किसी से राय नहीं ली।
डा.हरक सिंह रावत ने कहा कि जब तत्कालीन मुख्यमंत्री ने यह घोषणा की तो उसके बाद वह उनसे मिले और कहा कि इस बारे में पार्टी के स्तर पर पहले सलाह-मशविरा होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि गैरसैंण कमिश्नरी का निर्णय कैसे और किस स्तर पर हुआ, उन्हें इसकी जानकारी नहीं। अलबत्ता, यह निर्णय उत्तराखंड और पार्टी के हित में नहीं था। उन्होंने कहा कि द्वाराहाट और कर्णप्रयाग तहसीलों को मिलाकर गैरसैंण जिला बनाया जाता तो यह बेहतर रहता।
यह निर्णय किन परिस्थितियों में हुआ, वह नहीं जानते, मगर यह उत्तराखंड और पार्टी हित में नहीं था। कमिश्नरी से बेहतर तो यह होता कि गैरसैंण को जिला बनाया जाता।
विधानसभा बजट सत्र में मुख्यमंत्री टीआरएस ने अचानक गढ़वाल व कुमाऊं मंडलों के दो-दो जिलों को मिलाकर गैरसैंण कमिश्नरी बनाने की घोषणा की थी। मुरली मनोहर जोशी के बयान के बाद कूमायू के बाद पूरे राज्य में गैरसैंण कमिश्नरी का विरोध होने लगा था। अल्मोड़ा और बागेश्वर के लोग इसे लेकर मुखर हुए तो कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधने में देरी नहीं लगाई। हालांकि, भाजपा सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के बाद जब नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कमान संभाली, तो उन्होंने साफ किया कि गैरसैंण कमिश्नरी के मामले में जनभावनाओं के अनुरूप फैसला लिया जाएगा।
अपने फैसले पलटने से नाराज हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत,
अपने फैसले पलटने से नाराज हुए पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के महाकुंभ में कोविड निगेटिव रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म करने और अधिक से अधिक श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने के आह्वान पर पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महाकुंभ में कोविड के खतरे को लेकर चिंता जताई है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देशभर में कोविड के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। कुंभ राज्य का नहीं बल्कि देश एवं दुनिया का पर्व है। इसलिए जोखिम नहीं लेना चाहिए। कोविड से बचाव और उसके फैलाव को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कोविड नियमों में ढील दिए जाने के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि कुंभ में श्रद्धालु निमंत्रण से नहीं आते हैं। श्रद्धालु अपनी आस्था, श्रद्धा, विश्वास और स्वेच्छा से आते हैं। ऐसे में श्रद्धालु पहले भी आते और अब भी आएंगे।
जबकि मुख्यमंत्री तीरथ सिंही रावत ने साफ कहा है कि कुंभ में जो आना चाहता है वह बिना रोकटोक आए
जबकि मुख्यमंत्री तीरथ सिंही रावत ने साफ कहा है कि कुंभ में जो आना चाहता है वह बिना रोकटोक आए। तीरथ अपनी तरफ से साधु संतों के बीच भी कह आए हैं कि कुंभ भव्य होगा और खुद भी कुंभ के पहले शाही स्नान पर संतों के बीच गए थे। तीरथ सरकार अब श्रद्धालुओं का स्वागत करने की हर संभव कोशिश कर रही है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के देवस्थानम बोर्ड मामले में पुनर्विचार करने संबंधी बयान पर चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों व हकहकूकधारियों में खुशी है। उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान का स्वागत किया है
तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि लंबे समय से राज्य सरकार एवं तीर्थ पुरोहितों के बीच गतिरोध कायम था, जिसको मुख्यमंत्री के मीडिया में आए ताजा बयान के बाद टूटने के आसार बढ़ गए हैं।
दिल्ली में कुंभ के होर्डिंग लगा लोगों को कुंभ मेले में आने का न्यौता – दिलीप जावलकर
देहरादून 15 मार्च, 2021। by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper हरिद्वार जिले में हो रहे भव्य कुंभ में श्रद्धालुओं को आमंत्रण करने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से प्रचार प्रसार का अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत देश की राजधानी दिल्ली के विभिन्न जगहों में कुंभ की आकर्षक तस्वीरें लगा लोगों को कुंभ का न्यौता दिया गया है। साथ ही उत्तराखंड में होने वाले साहसिक खेलों के रोमांच को भी होर्डिंग के जरिए दर्शाया गया है। इससे पूर्व ऋषिकेश में आयोजित हुए अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का प्राचर-प्रसार भी देश के विभिन्न राज्यों में किया गया था।
पर्यटन सचिव, उत्तराखंड श्री दिलीप जावलकर ने कहा कि कुंभ देश को सांस्कृतिक, धार्मिक रूप से एकता के सूत्र में पिरोता है। कुंभ एक ईश्वरीय निमंत्रण है। इसे स्वीकार कर बड़ी संख्या में श्रद्धालु कुंभ में पहुंचते हैं। राजधानी दिल्ली में कुंभ के होर्डिंग लगा लोगों को कुंभ मेले में आने का न्यौता दिया जा रहा है। इससे पहले साहसिक खेलों और अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव के लिए भी देश के दूसरे राज्यों में होर्डिंग लगा लोगों को आमंत्रित किया गया था।
प्रदेश सरकार ने कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का कढ़ाई से पालन करते हुए, आटीपीसीआर जांच की निगेटिव रिपोर्ट में शीतलता प्रदान की है। कुंभ स्नान में आने वाले श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के सुखद संदेश लेकर जाएं, यह हम सबका दायित्व है।
अभियान के तहत उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से राज्य के स्थानीय स्थलों देहरादून, जौलीग्रान्ट एयरपोर्ट, हरिद्वार, पंतनगर एयरपोर्ट के साथ ही दिल्ली में जंतर-मंतर रोड, सीपी पालिका बाजार, जनपथ रोड, मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन, कैलमस फोर्ट रोड दिल्ली, सरोजनी नगर और ग्वालियर पॉटरीज के पास बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए गए हैं। होर्डिंग के जरिए लोगों तक भव्य कुंभ और खुली रोमांचकारी खेल गतिवधियों का संदेश पहुंचाया जा रहा है। जिससे लोग हरिद्वार पहुंच पुण्य का भागी बन सकें। इस अभियान के तहत हरिद्वार में हो रहे भव्य कुंभ से देश भर के लोगों को रूबरू कराया जा रहा है।
मृत्यु का मुआवजा 30 दिन के अन्दर इस न्यायालय में दाखिल करना सुनिश्चित करे – नेशनल इंश्योरेंस कम्पनी लि0 देहरादून को आदेशित
देहरादून दिनांक 15 मार्च 2021 (जि.सू.का), by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper स्थायी लोक अदालत में वादी वैभव शर्मा प्रतिवादी प्रबन्धक नेशनल इंश्योरेंस कम्पनी लि0 के वाद को अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत राजीव कुमार एवं सदस्य मंजु श्री सकलानी, उपेन्द्र सिंह की उपस्थिति में दोनों पक्षों को सुनने के उपरान्त स्थायी लोक अदालत द्वारा आज निर्णय लिया गया कि विपक्षी ने गलत तथ्यों के आधार पर वादी का क्लेम खारिज कर दिया था। न्यायालय द्वारा विपक्षी नेशनल इंश्योरेंस कम्पनी लि0 देहरादून को आदेशित किया कि वह वादी/शिकायतकर्ता को मृतक स्व0 अंजू शर्मा की सड़क दुर्घटना में हुई मृत्यु का मुआवजा धनराशि मु0 15,00,000/-रु0 (पंद्रह लाख रुपये मात्र) मय पांच प्रतिशत ब्याज की दर से न्यायालय में वाद दर्ज होने की तिथि 12.10.2020 से तथा मानसिक व शारीरिक संवेदना हेतु धनराशि मु0 5,000/-रु0 (पांच हजार रुपये मात्र) एवं वाद व्यय धनराशि मु0 5,000/-रु0 (पांच हजार रुपये मात्र) अदा करें। विपक्षी उपरोक्त धनराशि का चैक वादी के नाम से 30 दिन के अन्दर इस न्यायालय में दाखिल करना सुनिश्चित करे।
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देहरादून दिनांक 15 मार्च 2021 (जि.सू.का), by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper निबन्धक राज्य उपरोक्त विवाद प्रतितोष आयोग उत्तराखण्ड देहरादून अंजुश्री जुयाल ने अवगत कराया है कि उत्तराखण्ड वासी अब आॅनलाईन माध्यम से उपभोक्ता शिकायतें दाखिल कर सकेगें, इसके लिए एनआईसी द्वारा विकसित आनलाईन पोर्टल https:e-daakhil.nic.in का शुभारम्भ किया गया गया है। जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आज ‘‘ विश्व उपभोक्ता दिवस’’ के अवसर पर माननीय अध्यक्ष राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग उत्तराखण्ड श्री डी.एस त्रिपाटी द्वारा आनलाईन पोर्टल का शुभारम्भ किया गया। अधिक जानकारी के हेतु राज्य उपभोक्ता आयोग के दूरभाष संख्या 0135-3510041 व मो0स0 09412902466 पर सम्पर्क कर सकते है।
31 मार्च तक हर हाल में पूरे कराएं सड़क, बिजली, पानी संबंधित कार्य: आयुक्त गढ़वाल
-बैरागी अखाड़ों को जमीन आवंटित कर सुनिश्चित कराएं मूलभूत सुविधाएं
-भीड़ नियंत्रण, सुरक्षा और पार्किंग इंतजाम प्राथमिकता
हरिद्वार। 15 मार्च (सूचना)। by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper गढ़वाल आयुक्त रविनाथ रमन सोमवार को कुंभ की व्यवस्थाओं की समीक्षा करने मेला नियंत्रण भवन पहुंचे। यहां उन्हें गार्ड ऑफ आनर दिया गया। इसके बाद उन्होंने मेला नियंत्रण भवन में बैठक कर कुम्भ के कार्यो की समीक्षा की। मेलाधिकारी दीपक रावत, जिलाधिकारी सी. रविशंकर व अन्य अधिकारियों से अब तक हुए कार्यों की जानकारी ली।
गढ़वाल मंडल आयुक्त ने सेक्टर वार मजिस्ट्रेटों की तैनाती, बिजली, पानी की व्यवस्था सुचारू रूप से नियोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने भीड़ नियंत्रण, अवस्थापना विकास, आंतरिक सड़कों के निर्माण, साफ सफाई और सुरक्षा पर विशेष बल दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि सेक्टरवार, पानी, बिजली इत्यादि व्यवस्था के लिए जिला स्तरीय अधिकारी लगाए जाएं और सेक्टर मजिस्ट्रेट इसका पर्यवेक्षण करें।
आयुक्त गढ़वाल रविनाथ रमन ने कुंभ में भीड़ नियंत्रण, पार्किंग, सड़क, बिजली, पानी के कार्यों को युद्ध स्तर पर पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश के क्रम में अखाड़ों विशेषकर बैरागी अखाड़ों के लिए जमीन आवंटन और उसमें मूलभूत सुविधाओं को देना हमारी प्राथमिकता है। समय कम है इसलिए सभी कार्य सुनियोजित तरीके से 31 मार्च तक हर हाल में अवश्य पूरा कर लिया जाए। आंतरिक सड़कों का निर्माण कार्य भीड़ की वजह से रात में ही संभव है, इन सभी बिंदुओं को देखते हुए सभी कार्य पूर्ण कराए जाएं।
बैठक में गढ़वाल मंडलायुक्त ने यह भी निर्देश दिये कि आश्रम, अखाडों़, सन्त-महात्माओं के निरन्तर सम्पर्क में रहंे। मेला से सबंधित अधिकारी ही स्थानीय स्तर पर इनकी समस्याआंे का समाधान कर लें। उनके फोन उठाकर उत्तर अवश्य दें। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित विभाग आश्रम अखाड़ों से लाइजनिंग, सम्पर्क के लिये अधिकारी तैनात कर लें।
बैठक में अपर मेलाधिकारी डॉ0 ललित नारायण मिश्र, हरबीर सिंह, उप मेला अधिकारी अंशुल सिंह (आईएएस), किशन सिंह नेगी, दयानंद सरस्वती, सिटी मजिस्ट्रेट जगदीश लाल, नगर आयुक्त जय भारत सिंह, वित्त नियंत्रक वीरेंद्र कुमार के अलावा अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी रुड़की प्रवीण कुमार तथा पेयजल निगम, जल संस्थान, विद्युत और लोक निर्माण विभाग के अभियंतागण भी मौजूद थे।
चमोली — सभी विकासखण्ड में एक दिवसीय शिविर
चमोली 15 मार्च,2021 (सू0वि0) by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper शार्प दिव्यांग समिति द्वारा जनपद के दिव्यांग जनों के यूडीआईडी कार्ड बनाने व दिव्यांग जनों के सहायक उपकरण हेतु फार्म भरने के उददेश्य से सभी विकासखण्ड में एक दिवसीय शिविर लगाया जा रहा है यह जानकारी देते हुए शार्प दिव्यांग समिति के अध्यक्ष ने बताया कि 16 मार्च दशोली ब्लाक सभागार 17 मार्च जोशीमठ ब्लाक सभागार 19 मार्च देवाल ब्लाक सभागार 20 मार्च थराली ब्लाक सभागार 21 मार्च नारायणबगड़ ब्लाक सभागार 22 मार्च गैरसैंण ब्लाक सभागार 23 मार्च कर्णप्रयाग ब्लाक सभागार 24 मार्च पोखरी ब्लाक सभागार 25 मार्च घाट ब्लाक सभागार में किया जा रहा है। फार्म भरने के लिए आधार कार्ड, 2 पासपोर्ट साइज फोटो, दिव्यांग प्रमाण पत्र साथ लाएं।
सभी सहायक खण्ड विकास अधिकारियों, सहायक समाज कल्याण अधिकारियों, ग्राम विकास अधिकारियों तथा ग्राम प्रधानों से उक्त विषयक अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को कार्यक्रम में प्रतिभाग कर लाभान्वित करने हेतु अपने स्तर से अवगत कराने का कष्ट करें।
सड़क दुर्घटना की रोकथाम के लिए दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों में प्रभावी कदम उठाने पर जोर
चमोली 15 मार्च,2021(सू0वि0) by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper
जिला सड़क सुरक्षा समिति की इस वर्ष की पहली त्रैमासिक बैठक अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल की अध्यक्षता में सोमवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई। जिसमें सड़क दुर्घटना की रोकथाम के लिए दुर्घटना सम्भावित क्षेत्रों में प्रभावी कदम उठाने पर जोर दिया गया। सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में पैराफीट, क्रैशबैरियर, डेलमिनेटर, चेतावनी साइनेज बोर्ड लगाने के साथ ही सुरक्षा के पुख्ता इंतेजाम सुनिश्चित के निर्देश दिए गए।
अपर जिलाधिकारी ने कहा कि ब्रदीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर जहाॅ पर भी सड़क संकरी है और दुर्घटना होने की संभावना है वहाॅ पर 31 मार्च तक प्राथमिकता से सुरक्षात्मक उपाय किए जाए। उन्होंने दुर्घटना संभावित स्थानों में पैराफीट, क्रैशबैरियर, डेलमिनेटर, स्पीड लिमिट हेतु चेतावनी बोर्ड लगाने तथा पूर्व में घटित दुघर्टनाओं की मजिस्ट्रेटी जांच में सामने आए कारणों को दूर करने के निर्देश दिए। राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रियों की सुविधा हेतु हेल्पलाइन, अस्पताल, थाना चैकी के नंबर, पेट्रोल पम्प की दूरी आदि की जानकारी हेतु साइनेज लगाने को कहा। उन्होंने कहा कि अप्रैल पहले सप्ताह में पूरे राष्ट्रीय राजमार्ग का निरीक्षण भी किया जाएगा।
बैठक में सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए। अपर जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय पर्व, वार्षिकोत्सव आदि विविध कार्यक्रमों में सड़क सुरक्षा एवं यातायात नियमों की जानकारी दी जाए। स्कूलों में संचालित वाहनों की फिटनेस, स्कूल परमिट के साथ नियमों के अनुकूल ही वाहनों का संचालन किया जाए। जिले के सभी थाना, चैकी, सभी सीएचसी व पीएचसी केन्द्रों के सार्वजनिक स्थलों पर गुड सेमिरिटन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए गए। स्वास्थ्य विभाग को सड़क के समीप ग्रामीण क्षेत्रों में आशाओं को दुर्घटना से संबधित प्राथमिक चिकित्सा किट उपलब्ध कराने को कहा गया। ताकि दुर्घटना होने पर घायलों को त्वरित प्राथमिक उपचार मिल सके। इस दौरान सड़कों पर यातायात नियमों का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित करने तथा नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए गए। इस दौरान पुलिस, प्रशासन, परिवहन, शिक्षा एवं अन्य स्टेक होल्डर विभागों एवं कार्यदायी संस्थाओं द्वारा सड़क सुरक्षा से संबधित किए गए कार्यो पर भी चर्चा की गई।
बैठक में सीओ पुलिस विमल प्रसाद, एसीएमओ डा0 उमा रावत, एआरटीओ आल्विन राॅक्सी, जिला शिक्षा अधिकारी आशुतोष भण्डारी आदि सहित एनएचआईडीसीएल, लोनिवि, बीआरओ एवं अन्य संबधित अधिकारी मौजूद थे।
चारधाम यात्रा की तैयारियां- तीरथ सिंह रावत के 30 अप्रैल तक सभी व्यवस्थाएं पूरी करने के निर्देश
चमोली 15 मार्च,2021(सू0वि0) by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper
प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने सोमवार को वीडियों काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी विभाग आगामी 30 अप्रैल तक यात्रा के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं पूरी करना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री ने सड़क निर्माणदायी संस्थाओं को चारधाम यात्रा मार्ग पर यात्रा शुरू होने से पूर्व सुधारीकरण का कार्य गुणवत्ता के साथ हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए यात्रा मार्गो पर पेयजल, विद्युत, आवास, स्वच्छता, साइनेज एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं की पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि यात्रा के लिए हैलीकाॅप्टर, वाहनों, होटलों की आॅनलाइन बुकिंग की सुविधा मुहैया की जाए। टिकट वितरण में पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखे। स्वास्थ्य सुविधा हेतु यात्रा मार्ग पर चिकित्सकों की समय से तैनाती के साथ आवश्यक उपकरणों एवं दवाइयों की व्यवस्था की जाए। चारधाम यात्रा के दौरान हेली ऐबंुलेस सेवा की समुचित व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य केन्द्रों में ईसीजी एवं कार्डियोलाॅजिस्ट की समय से तैनाती करें। हेमकुंड साहिब में भी स्ट्रीट लाईट की व्यवस्था हेतु कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी यात्रा पढावों पर वाहन पार्किग की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। होटल, ढाबों में रेट लिस्ट जरूर लगी होनी चाहिए। ताकि कही भी ओवर रेटिंग की शिकायत न मिले।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने मा0 मुख्यमंत्री को चारधाम यात्रा की तैयारियों के बारे में अवगत कराया। बताया कि चमोली जनपद में बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सर्वे कराया गया है जिसमें 14 बोटल नेक प्वांइट चिन्हित किए गए है जिन्हें 31 मार्च तक ठीक कर लिया जाएगा। यात्रा रूट पर 21 हाॅस्पिटल संचालित है जिसमें 11 एलोपैथिक तथा 10 आयुर्वेदिक शामिल है। विगत चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों की मृत्यु को देखते हुए जिलाधिकारी ने बद्रीनाथ धाम में भी कार्डियोलाॅजिस्ट उपलब्ध कराने की बात रखी। ताकि जरूरतमंद बीमार यात्रियों को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा मिल सके। बद्रीनाथ धाम के कपाट इस वर्ष 18 मई को श्रद्वालुओं के लिए खोले जाएंगे।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चैहान, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, एसडीएम कुमकुम जोशी, अधीक्षण अभियंता लोनिवि मुकेश परमार, एसीएमओ डा0 उमा रावत आदि सहित एनएच, बीआरओ, लोनिवि, पेयजल, विद्युत, खाद्य एवं नगर निकायों के अधिकारी उपस्थित थे।
नगर निगम में सतर्कता समितियों की बैठक
हल्द्वानी – 15 मार्च 2021 (सूचना)- राज्य खाद्य आयोग के सदस्य सचिव तेज बल सिंह ने बताया कि मा0 आयोग राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम द्वारा आगामी 17 मार्च (बुधवार) को प्रातः 11 से 02 बजे तक नगर निगम में सतर्कता समितियों की बैठक ली जायेगी। इसके उपरान्त 03 बजे जिलाधिकारी कैम्प कार्यालय हल्द्वानी मे जिलाधिकारी के साथ बैठक होगी।
सचिव ने नगर निगम हल्द्वानी की सतर्कता समितियों के सचिवों व पदाधिकारियों को आवश्यक सूचनाओ सहित बैठक में प्रतिभाग करने के निर्देश दिये।
उत्तराखंड में उपभोक्ता न्याय का हाल बेहाल
राज्य आयोग में 01 अगस्त 2019 से न्यायिक कार्य ठप्प
by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper राज्य आयोग व 12 जिला आयोगों में फैसला करने वाले अध्यक्ष का 1 तथा सदस्यों के 18 पद रिक्त
उत्तराखंड के सभी 13 जिलोें में नये उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम 2019 के अन्तर्गत जिला उपभोक्ता फोरम, 20 जुलाई 2020 से जिला उपभोक्ता आयोग बन गये है। इन्हें परिवादी के जिले में ही एक करोड़ तक के उपभोक्ता विवादों का निपटारा करने का अधिकार दिया गया। राज्य उपभोक्ता आयोग के 20 लाख से एक करोड़ तक के उपभोक्ता मुकदमें निपटारे के अधिकार को बढ़ाकर 1 करोड़ से 10 करोड़ तक कर दिया गया है तथा उपभोक्ता अपने प्रदेश के आयोग में इसे दर्ज करा सकता है।
नया उपभोक्ता एक्ट लागू होने से प्रदेश के सभी जिलों के जिला उपभोक्ता फोरम, जिला उपभोक्ता आयोग तो बन गये हैै औैर उन्हेें एक करोड़ तक के विवादों के निपटारे की शक्तियां भी मिल गयी है तथा राज्य आयोेग को एक करोड़ से दस करोड़ तक की शक्तियां मिल गयी हैै। लेकिन इनमें सदस्यों तथा अध्यक्षों के पद रिक्त होने से प्रदेश के लोगों को इसका पूर्ण लाभ अभी नहीं मिल पा रहा है। राज्य आयोग में तो 01 अगस्त 2019 से सदस्यों के सभी पद रिक्त होने के कारण किसी भी अपील व उपभोक्ता मुकदमें का फैसला नहीं हो पा रहा है और न्यायिक कार्य पूर्णतः ठप्प है। न्यायिक कार्य, सुनवाई व फैसले के लिये अध्यक्ष व कम से कम एक सदस्य या दो सदस्यों का उपस्थित होना आवश्यक है।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन एडवोकेट को उत्तराखण्ड शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के लोक सूचना अधिकारी/अनु सचिव जसविन्दर कौर द्वारा 31 जनवरी 2021 को राज्य के उपभोक्ता आयोगों में रिक्त पदों का विवरण उपलब्ध कराया है।
श्री नदीम को उपलब्ध विवरण के अनुसार उत्तराखंड के जिला आयोेगोें में उधमसिंह नगर में अध्यक्ष व एक सदस्य तथा रूद्रप्रयाग, अल्मोड़ा, नैनीताल, चम्पावत, पौडी़ गढ़वाल, बागेश्वर में पुरूष व महिला दोनों सदस्यों के पद रिक्त हैं जबकि पिथौरागढ, देहरादून, टिहरी गढ़वाल, उत्तरकाशी व चमोली जिला आयोग में एक ही सदस्य कार्यरत हैं तथा एक पद रिक्त है।
श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार राज्य उपभोक्ता आयोग में 01 अगस्त 2019 से पुरूष सदस्य तथा 17 जुलाई 2019 से महिला सदस्य तथा 20 जुलाई 2020 से दो सदस्यों के पद रिक्त रिक्त हैं। उधमसिंहनगर में अध्यक्ष का पद 01 अप्रैल 2019 से तथा महिला सदस्या का पद 12 अक्टूबर 2019 से रिक्त है। रूद्रप्रयाग जिले में 09 जनवरी 2018 से पुरूष सदस्य तथा 23 अक्टूबर 2018 से महिला सदस्य का पद रिक्त हैै। इसी प्रकार अल्मोड़ा में 16 अप्रैल 2019 से पुरूष सदस्य तथा 25 सितम्बर 2019 से महिला सदस्य का पद, नैनीताल में 17 अप्रैल 19 से महिला तथा 15 अप्रैल 2020 से पुरूष सदस्य का पद रिक्त है। पौड़ी गढ़वाल जिले में 18 नवम्बर 19 से महिला तथा 27 अप्रैल 20 से पुरूष सदस्य तथा बागेश्वर जिले में 10 अप्रैल 2020 से दोनों सदस्यों के पद रिक्त हैं। चम्पावत में 24 अप्रैल 19 से पुरूष तथा 16 अप्रैल 20 से महिला सदस्य का पद रिक्त है। पिथौरागढ में 2 मार्च्र 2018 से, , देहरादून में 27 मई 2019 से, टिहरी गढ़वाल में 21 सितम्बर 19 से, उत्तरकाशी में 25 सितम्बर 19, चमोली में 09 जनवरी 20 से महिला सदस्यों के पद रिक्त है।
श्री नदीम को राज्य उपभोक्ता आयोग की लोक सूचना अधिकारी वन्दना शर्मा द्वारा पत्रांक 96 दिनांक 03 मार्च 2021 द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूचना के अनुसार लम्बे समय से अक्रियाशील चल रहे जिला आयोगों में कार्य करने हेतु 17 दिसम्बर 2020 के आदेश से उधमसिंहनगर जिले के सदस्य सबाहत अली खान को नैनीताल का माह के प्रथम सप्ताह हेतु तथा चमोली के सदस्य क्रान्ति भट्ट को रूद्रप्रयाग का तीन दिन हेतु कार्यभार दिया गया है जबकि पिथौरागढ़ के सदस्य चंचल सिंह बिष्ट को अल्मोड़ा, चम्पावत तथा बागेश्वर का माह में केवल तीन-तीन दिन हेतु सदस्य का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
पूर्ववर्ती मंत्रिमंडल के निकम्मेपन, कुशासन और भ्रष्टाचार के लिए केवल दो लोग दोषी पाए गए – हरीश रावत
पिथौरागढ़. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के कैबिनेट को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व सीएम हरीश रावत हमलावर हैं. रावत ने ट्वीट कर कहा कि उत्तराखंड सरकार की नई कैबिनेट में कोई नयापन नहीं है. यहां तक कि उन्होंने त्रिवेन्द्र सरकार में हुई कथित गड़बड़ियों को लेकर बीजेपी (BJP) के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक पर भी निशाना साधा है.
उत्तराखंड में मचे सियासी तूफान में जहां त्रिवेन्द्र रावत को अपनी गद्दी गंवानी पड़ी, वहीं कद्दावर बीजेपी नेता मदन कौशिक को भी तीरथ कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई. हालांकि बीजेपी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. लेकिन पूर्व सीएम हरीश रावत ने इसी बहाने बीजेपी को कठधरे में खड़ा करने की कोशिश की है. रावत ने कहा कि “पूर्ववर्ती मंत्रिमंडल के निकम्मेपन, कुशासन और भ्रष्टाचार के लिए केवल दो लोग दोषी पाए गए, उनमें से एक को व्यक्ति को उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष पद से नवाज दिया गया है.“
पूर्व सीएम रावत यहीं नहीं रुके, उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, “जिन लोगों पर धन चटुआ होने के आरोप लगे थे, वे तीरथ मंत्रिमंडल में भी मौजूद हैं.” साथ ही उन्होंने नए मंत्रिमंडल में नयापन नहीं दिखाई देने की बात कहते हुए कहा, “पूरी कैबिनेट बोटल में नया लेवल लगाकर पुरानी ही शराब है.“ असल में ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि तीरथ कैबिनेट में कुछ पुराने मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है. लेकिन ऐसा नहीं हुआ, मंत्रिमंडल में त्रिवेन्द्र सरकार के सभी चेहरों को शामिल किया गया. साथ ही 4 नए चेहरों को भी जगह दी गई.
कांग्रेस नेता का कहना है कि इतना बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा कर भले ही बीजेपी ने अपने आंतरिक झगड़े सुलझाएं हों, लेकिन राज्य की जनता को कुछ नहीं मिला है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी का कहना है कि हरीश रावत ऐसे ट्वीट कर सिर्फ खुद को चर्चाओं में लाना चाहते हैं. उनकी कही बातों का दूर-दूर तक सच्चाई से कोई नाता नहीं है.