सतपाल महाराज असहाय है तो तत्काल पद त्याग दे- जनसंघर्ष मोर्चा
मंत्री के रूप में सतपाल महाराज असहाय है तो उन्हें तत्काल पद त्याग देना
सतपाल महाराज औली को फ्रांस की तर्ज पर विकसित करने का सपना लेकर लौटे हैं. लगता है कि उन्हे जनता के सुख दर्द से कोई मतलब नही है- या वह विदेश जाकर राज्य की गरीब जनता को भूल जाते है-
शासन में बैठे अधिकारियों ने ’सतपाल महाराज‘ को लगाया ठिकाने ……नेगी
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विकासनगर- स्थानीय होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मोर्चा अध्यक्ष एवं जी०एम०वी०एन० के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने कहा कि सेवानिवृत्त सिंचाई कर्मचारियों को पेंशन व अन्य लाभ प्रदान किये जाने के मामले में मा० सर्वोच्च न्यायालय व उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद भी शासन में बैठे अधिकारियों ने आज तक पेंशन नहीं दी। उक्त मामले में प्रशासकीय विभाग, कार्मिक, वित्त न्याय से सहमति के बावजूद भी सैकडों गरीब कर्मचारियों को आज तक पेंशन नहीं दी गयी। अधिकारी इन कर्मचारियों की राह में रोडा अटकाने में लाखों रूपये कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फूंक चुके हैं।
महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्य यह है कि शासन ने मुख्य सचिव से लेकर सभी अधिकारियों से इस सम्बन्ध में परामर्श/निर्देश मांगे हैं लेकिन इन ०६ महीनों में आज तक एक बार भी सिंचाइ विभाग/शासन ने विभागीय मन्त्री होने के नाते सिंचाई मन्त्री से इस बारे में निर्देश/मशवरा लेने की जहमत नहीं उठायी, यानि इस मामले में सिंचाई मन्त्री श्री सतपाल महाराज को कोई जानकारी नहीं दी गयी। इतने महत्वपूर्ण मामले में महाराज को बाईपास कर दिया गया, जबकि मामला २-३ बार मा० उच्चतम न्यायालय के निर्देषों से सम्बन्धित था।
नेगी ने कहा कि अगर शासन में बैठे अधिकारियों ने अपनी मनमानी ही करनी है तो फिर इन मन्त्रियों का क्या काम है!
जनसंघर्श मोर्चा इस कृत्य पर श्री महाराज से कडी कार्यवाही की मांग करता है। अगर महाराज असहाय है तो उन्हें तत्काल पद त्याग देना चाहिए।
पत्रकार वार्ता में ः- मोर्चा महासचिव आकाष पंवार, दिलबाग सिंह, रवि भट्टनागर, कुंवर सिंह, नेगी, फकीरचन्द पाठक आदि थे।