ज्योतिषविदो के अनुसार;1 अगस्त को शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन का असर & आपका जन्म जुलाई में हुआ है तो
आपका जन्म किसी भी साल के जुलाई महीने में हुआ है तो एस्ट्रोलॉजी कहती है कि इस आलेख के अंत में विशेष रिपोर्ट-‘
30 जुलाई 2020 के अनुसार आज एकादशी की तिथि है. आज पुत्रदा एकादशी व्रत है, इस दिन भगवान विष्णु की पूजा का विधान है. आज शुभ कार्य अभिजित मुहूर्त में करें. चंद्रमा इस दिन वृश्चिक राशि में हैं. आज ब्रह्म योग है. आज दिशा शूल दक्षिण है. पंचांग 30 जुलाई 2020 के अनुसार आज गुरुवार को अनुराधा नक्षत्र है, आज एकादशी की तिथि है.
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।आज का उपाय-विष्णु मंदिर में स्वर्ण का मोती चढाएं।
30 जुलाई : पुत्रदा एकादशी श्रावण माह के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी को तो अत्यंत ही शुभ माना जाता है। गुरुवार 30 जुलाई को पुत्रदा एकादशी, श्रावण एकादशी व पवित्रा एकादशी है। शास्त्रों के अनुसार संतान की सुख-समृद्धि की कामना से किए गए इस व्रत का शुभ फल मिलता है। मान्यता है कि यदि नि:संतान दंपती के लिये पवित्रा एकादशी फलदायक है इसलिए इसे पुत्रदा एकादशी भी कहा जाता है।
विक्रमी संवत्: 2077
मास अमांत: श्रावण
मास पूर्णिमांत: श्रावण
पक्ष: शुक्ल
वार: गुरूवार
आज का व्रत और पर्व: पुत्रदा एकादशी व्रत
एकादशी तिथि प्रारम्भ: 30 जुलाई को 01:16 AM
एकादशी तिथि समाप्त: 30 जुलाई को 11:49 PM
व्रत तोड़ने का समय: 31 जुलाई को 05:42 AM से 08:24 AM
तिथि: एकादशी – 23:51:41 तक
नक्षत्र: अनुराधा – 07:40:54 तक
करण: वणिज – 12:32:36 तक, विष्टि – 23:51:41 तक
योग: ब्रह्म – 13:15:11 तक
सूर्योदय: 05:41:31 AM
सूर्यास्त: 19:13:03 PM
सूर्य राशि: कर्क
सूर्य नक्षत्र: पुष्य
चन्द्रमा: वृश्चिक
ऋतु: वर्षा
राहुकाल: 14:08:43 से 15:50:10 तक (इस काल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है)
शुभ मुहूर्त का समय – अभिजित मुहूर्त: 12:00:14 से 12:54:20 तक
दिशा शूल: दक्षिण
अशुभ मुहूर्त का समय –
दुष्टमुहूर्त: 10:12:02 से 11:06:08 तक, 15:36:38 से 16:30:44 तक
कुलिक: 10:12:02 से 11:06:08 तक
कालवेला / अर्द्धयाम: 17:24:50 से 18:18:56 तक
यमघण्ट: 06:35:38 से 07:29:44 तक
कंटक: 15:36:38 से 16:30:44 तक
यमगण्ड: 05:41:31 से 07:22:58 तक
गुलिक काल: 09:04:24 से 10:45:51 तक
शुक्र 1 अगस्त को मिथुन राशि में आ रहे हैं तो कईयों का भाग्योदय भी होगा। औषधि पर भी शुक्र का आधिपत्य है। शुक्र मिथुन में आ रहे हैं तो देश-दुनिया को औषधि विज्ञान के क्षेत्र में बहुत बड़ी सफलता मिलने के योग बनते दिख रहे 1 अगस्त को जब शुक्र ग्रह राशि परिवर्तन करेंगे तो इस दिन कई ग्रहों के मिलने से समसप्तक योग भी बनेगा। शुक्र जब मिथुन में चर करेंगे तो राहु और बुध भी इसी राशि में होंगे और ठीक सातवें घर में यानी धनु राशि में देव गुरु बृहस्पति के साथ केतु मौजूद होंगे। यानी पांच ग्रहों की एक दूसरे पर सीधी दृष्टि होगी। ज्योतिष में और हमारे शास्त्रों में हालांकि शुक्र ग्रह और देव गुरु बृहस्पति दोनों को गुरु माना जाता है। एक देवताओं के गुरु हैं और दूसरे असुरों के गुरु। लेकिन एक दूसरे के साथ इनकी मित्रता नहीं है। जाहिर है जब इन दोनों ग्रहों के आमने-सामने दृष्टि होगी तो कुछ राशियों पर इसका नकारात्मक असर भी होगा।
1 अगस्त को शुक्र अपनी राशि वृष से मिथुन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। इसके पहले 28 मार्च को शुक्र का राशि परिवर्तन हुआ था। शुक्र के राशि परिवर्तन से इसका कई राशियों पर प्रभाव पड़ेगा।
मीन- मीन राशि के चौथे घर में शुक्र ग्रह का प्रवेश होगा, जो कि सुखों स्थान माना जाता है. वाहन या जमीन की खरीदारी के लिए यह समय काफी शुभ रहेगा. इस दौरान किया गया निवेश लंबे समय तक लाभ देगा. सुखों की प्राप्ति होगी. खर्चे कम होंगे. कर्ज से मुक्ति मिलेगी. माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा.
शुक्र जब रूठता है तो कुख्यात कराता है,
भारतीय पंचांग के हिसाब से सावन के महीने के बाद भाद्र पक्ष शुरू होगा, इसे भादुआ भी कहते हैं। 1 अगस्त को शुक्र मिथुन राशि में प्रवेश कर रहा है। सुबह 5:00 बजे शुक्र ग्रह वृषभ राशि से परिवर्तन कर मिथुन राशि में प्रवेश कर रहा है। शुक्र ग्रह 1 सितंबर सुबह 2 बजकर 02 मिनट तक इसी राशि में स्थित रहेंगे।एश्वर्य और वैभव का स्वामी शुक्र अपनी चाल बदल रहा है। शुक्र जब देता है तो बुलंदियों पर पंहुचाता है और शुक्र जब रूठता है तो कुख्यात कराता है, ऐसा ज्योतिष के जानकार कहते हैं। नक्षत्रों की गणना करने वालों का मानना है कि शुक्र के मिथुन राशि में प्रवेश का प्रभाव लगभग हर राशि वाले जातक पर पड़ेगा। ज्योतिषाचार्य कहते है कि ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को सौंदर्य, ऐश्वर्य, वैभव, कला, संगीत और काम वासना का कारक माना जाता है।शुक्र के राशि परिवर्तन से मिथुन राशि में राहु-शुक्र की युति होगी, जो फिल्म इंडस्ट्री, फैशन, गीत-संगीत, ललित-कलाओं से संबंधित व्यक्तियों के लिए हानिकारक होगी।मीन राशि मे प्रभाव- शुक्र के राशि परिवर्तन से आपको सावधान रहना होगा, वही किसी महत्वपूर्ण व्यक्ति से मिलने या बातचीत होने के योग बन रहे हैं। भाई-बहनों से भी इस दौरान मदद मिल सकती है। शुक्र के प्रभाव से आपके कुछ शौक पूरे हो सकते हैं।
शुक्र जिसे अंग्रेजी में वीनस यानि सुंदरता की देवी कहा जाता है। जिसे ज्योतिष में स्त्री ग्रह भी माना जाता है। जो वृषभ व तुला राशियों के स्वामी हैं। जिन्हें दैत्यगुरु भी माना जाता है। जो जातक की कुंडली में विवाह से लेकर संतान तक के योग बनाते हैं। लाभ का कारक भी शुक्र को माना जाता है। जीवन में सुख-समृद्धि भी शुक्र के शुभ प्रभाव से आती है। शुक्र जातक में कला के प्रति आकर्षण पैदा करते हैं। कलात्मकता का विकास करते हैं। शुक्र का जातक की कुंडली में कमजोर या मजबूत होना बहुत मायने रखता है मीन राशि में शुक्र उच्च के होते हैं तो कन्या राशि में इन्हें नीच का माना जाता है। शुक्र जो सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद आकाश में अपनी चमक से एक विशेष पहचान रखते हैं। शनि, बुध व केतु के साथ इनकी मित्रता है तो सूर्य, चंद्रमा व राहू के साथ इनका शत्रुवत संबंध है। मंगल व बृहस्पति के साथ इनका संबंध सामान्य है। शुक्र ही वह ग्रह हैं जिन्हें हम भोर का तारा कहते हैं। शुक्र का राशि परिवर्तन करना ज्योतिष शास्त्र के नज़रिये से एक अहम गतिविधि है।
सोमवार, 3 अगस्त को सावन माह की अंतिम तिथि पूर्णिमा है। इसी तिथि पर रक्षाबंधन मनाया जाता है। इस बार सुबह 9.29 बजे तक भद्रा रहेगी। भद्रा के बाद ही बहनों को अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधना चाहिए। 9.29 के बाद पूरे दिन राखी बांध सकते हैं। 3 तारीख को सुबह 7.30 बजे के बाद पूरे दिन श्रवण नक्षत्र रहेगा। पूर्णिमा पर पूजन के बाद अपने गुरु का आशीर्वाद भी अवश्य लें।उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा ने बताया रक्षाबंधन पर गुरु अपनी राशि धनु में और शनि मकर में वक्री रहेगा। इस दिन चंद्र भी शनि के साथ मकर में रहेगा। ऐसा योग 558 साल पहले 1462 में बना था। उस साल में 22 जुलाई को रक्षाबंधन मनाया गया था। इस बार रक्षाबंधन पर राहु मिथुन राशि में, केतु धनु राशि में है। 1462 में भी राहु-केतु की यही स्थिति थी।सभी 12 राशियों पर ग्रहों का असरमेष, वृष, कन्या, वृश्चिक, धनु, मकर, मीन राशि के लोगों के लिए ग्रहों के योग शुभ रहने वाले हैं। इन लोगों को कड़ी मेहनत का फल मिल सकता है। स्वास्थ्य लाभ मिलेगा। नौकरी में सफलता मिलने के योग हैं। कर्क राशि के लिए समय सामान्य रहेगा। मिथुन, सिंह, तुला, कुंभ राशि के लोगों को संभलकर रहना होगा। इन लोगों को समय का साथ नहीं मिल पाएगा। कार्य की अधिकता रहेगी।विधिवत पूजा के बाद बांधना चाहिए रक्षासूत्ररक्षाबंधन पर सुबह जल्दी उठ जाना चाहिए। स्नान के बाद देवी-देवताओं की पूजा करें। पितरों के लिए धूप-ध्यान करें। इन शुभ कामों के बाद पीले रेशमी वस्त्र में सरसों, केसर, चंदन, चावल, दूर्वा और अपने सामर्थ्य के अनुसार सोना या चांदी रख लें और धागा बांधकर रक्षासूत्र बना लें। इसके बाद घर के मंदिर में एक कलश की स्थापना करें। उस पर रक्षासूत्र को रखें, विधिवत पूजन करें। पूजा में हार-फूल चढ़ाएं। वस्त्र अर्पित करें, भोग लगाएं, दीपक जलाकर आरती करें। पूजन के बाद ये रक्षासूत्र को दाहिने हाथ की कलाई पर बंधवा लेना चाहिए।
आपका जन्म किसी भी साल के जुलाई महीने में हुआ है तो एस्ट्रोलॉजी कहती है कि
आपका जन्म किसी भी साल के जुलाई महीने में हुआ है तो एस्ट्रोलॉजी कहती है कि प्यार के मामले में इन-सा गहरा और समर्पित इंसान मिलना मुश्किल है। अव्वल तो इन्हें आसानी से किसी से प्यार-व्यार होता नहीं। बड़ी मुश्किल से ये किसी से प्रभावित होते हैं और जब होते हैं तो उसका दामन आसानी से नहीं छोड़ते। इनका खुद का व्यक्तित्व इतना आकर्षक होता है कि इन्हें किसी को लुभाने के लिए अतिरिक्त मेहनत नहीं करनी पड़ती।
लेकिन ये जल्दबाजी के शिकार नहीं होते। प्यार की राह में हर कदम सोच-समझ कर उठाते हैं। अगर भूल से गलत कदम उठा भी लें तो तुरंत संभल जाते हैं। साथी अगर गलत है तो इनकी निगाह से छुप नहीं सकता। ये सच्चे इंसान को परखने की ताकत रखते हैं।
31 जुलाई 2020, शुक्रवार- श्रावण पुत्रदा एकादशी पारण, दामोदर द्वादशी, वरलक्ष्मी व्रत; आज ही बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा मुमताज का जन्मदिन है। आज ही के दिन प्रख्यात उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद का भी जन्म जन्मदिन है मूलांक व्यक्ति के जन्म की तारीख का योग होता है अर्थात् जिस तारीख को आपका जन्म हुआ होगा, उस तारीख का योग ही आपका मूलांक कहलाता है। आपका जन्म किसी भी साल के जुलाई महीने में हुआ है तो एस्ट्रोलॉजी कहती है कि आपको समझना टेढ़ी खीर है। आप अत्यंत रहस्यवादी और मूडी हैं। आप कब यकायक खुश हो जाते हैं और कब आपका दिमाग सातवें आसमान पर पहुंच जाता है, आपको खुद भी नहीं पता होता।
हां, एक बात जो आपमें सबसे स्पेशल है वह यह कि आप दिल के अतिशय कोमल है। आपकी खासियत है कि अपनी लाइफ को लेकर आपके फंडे बेहद क्लियर होते हैं। कब, कितना, कहां और कैसा बोलना है यह कोई आपसे सीखें। आपकी प्रबंधन क्षमता कमाल की होती है।
आप अपने घर के कुलदीपक होते हैं। आपमें प्रतिभा कूट-कूट कर भरी होती है इसे यूं कहें कि आपका मूड हर वक्त अपनी प्रगति के लिए नहीं बनता, जब बनता है तो आप परचम लहरा देते हैं। बुरा मत मानिएगा लेकिन थोड़े से आप डिप्लोमैटिक भी है। जिससे आपको काम निकलवाना होगा उसे अपना मुरीद बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। और जिससे आपका कोई मतलब नहीं निकलता उससे बिना बात के पंगे लेने में भी आपका विश्वास नहीं। सामान्य तौर पर आप बड़े कूल दिखाई पड़ते हैं लेकिन जब हॉट होते हैं तो गर्म तवे की तरह। लेकिन यह क्या, मात्र आधे घंटे में आप ऐसे हो जाते हैं जैसे कुछ हुआ ही नहीं। आपका गुस्सा ज्यादा देर तक रह ही नहीं सकता।
आपको आपके गुस्से के बावजूद लोग आपको लाइक करेंगे। घर में भी आप सबसे लाड़ले और थोड़े से सिर-चढ़े प्राणी हैं। जुलाई माह वाले अक्सर खिलाड़ी या बिजनैसमैन होते हैं। इन्हें शेयर मार्केटिंग की बेहतर समझ होती है। गणित इनका चाहे कमजोर हो रिश्तों के गणित बड़ी खूबी से सुलझा लेते हैं। पैसे की कभी परवाह नहीं करते और इनकी जेब कभी खाली नहीं रहती। घर शानदार रखते हैं।
हिमालयायूके के मुख्य सम्पादक 31 जुलाई को अपने जन्मदिवस पर तुलसी का पौधा लगाते हैें तथा पौधे वितरित करते है-
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