मल त्याग के दौरान फोन का इस्तेमाल; 5 बीमारी; ज्यादा देर टॉयलेट में फोन के इस्तेमाल से बवासीर, पोस्चर खराब
SIDE EFFECT SMART PHONE USE IN TOILET विज्ञान के मुताबिक हमारे शौच घर में सबसे अधिक जीवाणु और कीटाणु पाए जाते हैं तो यह हमारे फोन के साथ चिपक जाते हैं और हम कहीं भी फोन का इस्तेमाल करें हमारे हाथों तथा हर जगह फोन के साथ जाते हैं। तो इसलिए हमें कोशिश करना चाहिए कि शौच में फोन प्रयोग करने का बुरा आदत हटा देना चाहिए। इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। टॉयलेट में फोन इस्तेमाल करने से यहां दी गई 5 बीमारी व स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
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टॉयलेट में बैठकर सोशल मीडिया का काफी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. इसके कारण आपको कई सारी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक मल त्याग के दौरान फोन का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए. बाथरूम में सबसे ज्यादा किटाणु पाए जाते हैं.
मल त्यागने के बाद इंफेक्शन न फैले इसका खास ख्याल रखें. इंफेक्शन से बचने के लिए शीट को टिश्यू पेपर से जरूर साफ करें. मल त्यागने के बाद आप स्प्रे से आसपास जरूर साफ रखें. जब भी बाथरूम में जाएं चप्पल जरूर पहनें. इससे पैर में इंफेक्शन हो सकते हैं. इसके कारण फंगल इंफेक्शन, एथलीट फुट, पैर के तलवों में मस्से और स्टैफिलोकोकल इंफेक्शन से भी बचाने में मदद करती है.
जब आप फ्रेश होने के दौरान फोन को अपने साथ बाथरूम में ले जाते हैं तो बैक्टीरिया फोन के संपर्क में आ जाती है. यह आपके स्वास्थ्य पर गंभीर असर डालती है. ‘जर्नल एनल्स ऑफ क्लीनिकल माइक्रोबायोलॉजी एंड एंटीमाइक्रोबॉयल्स’ में छपी रिपोर्ट के मुताबिक 95 प्रतिशत इंफेक्शन वाली बैक्टीरिया साल्मोनेला, ई-कोली और सी डिफिसाइल थे.
टॉयलेट के अंदर ज्यादा वक्त तक फोन इस्तेमाल करने से पोस्चर खराब हो जाता है। यह समस्या उन लोगों को ज्यादा होती है जो झुककर इस्तेमाल करते हैं। इससे गर्दन और पीठ दर्द जैसी मस्कुलोस्केलेटल प्रॉब्लम्स हो सकती है। रीढ़ और आसपास की मसल्स पर स्ट्रेस हो सकता है। ज्यादा देर टॉयलेट में बैठकर फोन के इस्तेमाल से बवासीर बन सकती है। ऐसा करने पर मलाशय की नसों पर अधिक दबाव पड़ता है और बवासीर हो सकती है। यह समस्या आगे चलकर फिशर या फिस्टुला का रूप ले सकती है जो काफी दर्दनाक होती है।
लंबे समय तक टॉयलेट पर बैठने से पैरों की नसों पर भी दबाव पड़ता है और ब्लड सर्कुलेशन खराब हो सकता है। यह डीप वेन थ्रोंबोसिस जैसी बीमारी हो सकती है। टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल करने पर अनजाने में ज्यादा वक्त लग जाता है।
बाथरूम में कई सारे बैक्टीरिया और कीटाणु मौजूद होते हैं। फोन ले जाने से उसके ऊपर भी इनके आने का खतरा हो सकता है। जो बाद में खाना खाते हुए फोन इस्तेमाल करने या उसपे बात करते हुए आपके शरीर में प्रवेश करके बीमार कर सकते हैं।
सोने से पहले डिवाइस यूज करने से मेलाटोनिन का लेवल खराब होता है और नींद की दिक्कत हो सकती है। अपने टूथब्रश को बाथरूम खुला छोड़ा देते हैं. ब्रश पर बैक्टीरिया जमा हो जाता है. सुबह जब उसी ब्रश से आप दांत साफ करते है. कभी भी टॉयलेट सीट के पास ब्रश न रखें.
रिसर्च के मुताबिक टॉयलेट का ढक्कन काफी खुला नहीं रखना चाहिए. या फ्लश करते समय खास बातों का ध्यान रखना चाहिए. उसमें से पानी का बूंद बाहर निकल जाता है जो एयरबोर्न बैक्टीरिया और वायरस टॉयलेट बाउल से बाहर आ जाते हैं. जिसके कारण जो व्यक्ति अगली बार टॉयलेट सीट का इस्तेमाल करते हैं उन्हें बीमारियों का खतरा काफी ज्यादा बढ़ जाता है.
गीले तौलिए को बाथरूम में न रखें. क्योंकि इसमें बैक्टीरिया जमने लगता है. इसमें फंगी जैसी माइक्रोऑर्गेनिज्म पनपने लगता है. स्किन से डेड सेल्स निकलने लगते हैं. तौलिए को 4-5 इस्तेमाल करने के बाद जरूर धोएं.