महागठबंधन की पहली रैली; जुटाई भारी भीड़

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश मेंलोकसभा चुनाव 2019 को लेकर समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के गठबंधन ने रविवार को सहारनपुर के देवबंद से चुनाव प्रचार की शुरुआत कर दी. देवबंद की यह रैली जामिया तिब्बिया मेडिकल कॉलेज के पास आयोजित की गई है, जहां पहले चरण में 11 अप्रैल को चुनाव होने हैं.
एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन ने पहली साझा रैली कर अपनी ताक़त दिखाई। सहारनपुर के देवबंद में महागठबंधन की पहली ही रैली भीड़ के लिहाज से विरोधियों को परेशान करने के लिए काफ़ी थी। दलित-मुसलमान और जाट बहुल सहारनपुर इलाके में हुई इस रैली में अनुमान से कहीं ज़्यादा दो लाख के लगभग लोग जुटे और जनता में ख़ासा उत्साह नजर आया। 

बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी आज की रैली को देखकर ज़रूर पागल हो जाएँगे। 

सबसे पहले सम्बोधन देने आयीं बसपा प्रमुख मायावती ने भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस को भी निशाने पर रखा। भाषा के अनुसार, उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से अब तक कांग्रेस, भाजपा तथा अन्य सरकारें देशहित के मामले में ज्यादातर विफल ही रही हैं। जनता को इन्हें अब और ज्यादा आजमाने की जरूरत नहीं है। इन सभी विरोधी पार्टियों को किसी भी कीमत पर सत्ता में नहीं आने देना है।

 पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुल मतदाताओं के 70 फ़ीसदी लोग सीधे या फिर अप्रत्यक्ष रूप से गन्ने की फ़सलों पर निर्भर हैं। इनकी नाराज़गी का सीधा मतलब यह होगा कि इस क्षेत्र में 18-22 सीटों पर चुनाव के नतीजे प्रभावित हो सकते हैं।

उन्होंने जनता से कहा कि आपको डॉक्टर भीमराव आम्बेडकर, राम मनोहर लोहिया और चौधरी चरण सिंह के सपनों को पूरा करना है। मायावती ने आरोप लगाया कि केन्द्र की पिछली कांग्रेस सरकार की ही तरह मौजूदा भाजपा सरकार ने दलितों, पिछड़ों, मुस्लिम तथा अन्य धार्मिक अल्पसंख्यकों का कोई खास विकास नहीं किया। पूरे देश में आरक्षण का कोटा खाली पड़ा है। पहले कांग्रेस और अब भाजपा की सरकारों ने निजी क्षेत्र में आरक्षण की व्यवस्था किये बगैर निजी क्षेत्र के जरिये ही काम कराकर धन्नासेठों को ही काम दिया जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार में भ्रष्टाचार काफी हद तक बढ़ा है और रक्षा सौदे भी इससे अछूते नहीं रहे हैं। कांग्रेस सरकार में बोफोर्स और मोदी सरकार में राफेल मामला इसका सुबूत है। अगर भाजपा को उत्तर प्रदेश से हटाना है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ—साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी ‘भगाना’ होगा। तभी भाजपा के जातिवादी, संकीर्ण, साम्प्रदायिक, तानाशाही और अन्याय करने वालों से छुटकारा मिलेगा।

मायावती ने पिछले दिनों जारी कांग्रेस के घोषणापत्र की आलोचना करते हुए कहा कि ”कांग्रेस के मुखिया ने देश के अति गरीबों को वोट के लिए लुभाने को लेकर हर महीने छह हजार रुपये देने की जो बात कही है, उससे गरीबी का कोई स्थायी हल नहीं निकलेगा। अगर केन्द्र में हमारी सरकार बनी तो वह अति गरीबी परिवारों को छह हजार रुपये देने के बजाय, उन्हें सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्रों में स्थायी रोजगार देने की पूरी व्यवस्था करेगी।”

‘बिज़नेस लाइन’ ने शामली में एक किसान देशपाल राणा  से बातचीत प्रकाशित की है। अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार 1978 से शामली में संघ परिवार और बीजेपी के कार्यकर्ता रहे राणा अब गन्ने का भुगतान नहीं होने और आवारा पशुओं की समस्या के कारण पार्टी और संघ के आलोचक बन गये हैं। देशपाल राणा ने कहा कि दो महीने में आवारा पशुओं ने जौ की 60 फ़ीसदी फ़सलों को तबाह कर दिया है। उन्होंने कहा कि सिर्फ़ जौ ही नहीं, गेहूँ और गन्ने की फ़सलें भी चौपट हो गयी हैं। 

बिज़नेस लाइनकी रिपोर्ट में बैसवाल के एक अन्य किसान विष्णु चौधरी ने कहा है, ‘पहले हम बछड़ों को बेचकर 3 से 5 हज़ार कमाई कर लेते थे, लेकिन गोरक्षक गैंग के डर से अब कोई भी इन्हें ख़रीदने को तैयार नहीं है।

बिजनौर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बागपत और सहारनपुर लोकसभा सीटों पर महागठबंधन के उम्मीदवारों के समर्थन में आयोजित इस संयुक्त रैली में मायावती ने खासकर मुस्लिम समाज से महागठबंधन के पक्ष में एकतरफा मतदान करने की अपील की। उन्होंने मुस्लिम मतदाताओं का आह्वान करते हुए कहा कि कांग्रेस नहीं बल्कि सिर्फ महागठबंधन ही भाजपा से लड़ सकता है। कांग्रेस ने महागठबंधन को हराने के लिये ही अपने प्रत्याशी खड़े किये हैं। अगर भाजपा को हराना है तो मुस्लिम बिरादरी के सभी लोग अपना वोट बांटने के बजाय महागठबंधन को एकतरफा वोट दें।

मायावती ने गन्ना किसानों की नब्ज पर हाथ रखने की कोशिश करते हुए कहा कि भाजपा की कर्जमाफी और बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान महज जुमलेबाजी साबित हुआ। ”मैं विश्वास दिलाना चहाती हूं कि अगर केन्द्र में हमें सरकार बनाने का मौका मिला तो सभी राज्यों को किसानों का कोई भी बकाया नहीं रखने के सख्त निर्देश दिये जाएंगे।”

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर देश में नफरत फैलाकर राज करने का आरोप लगाते हुए इस मौके पर कहा, ”अंग्रेजों ने लोगों को बांटकर देश पर राज किया था, लेकिन उससे ज्यादा अगर कोई हमें बांट रहा है तो वह भाजपा के लोग हैं।” उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज किया कि पहले वह आपके बीच में चायवाला बनकर आए। जाने कितने लोगों ने अच्छे दिन, 15 लाख रुपये और करोड़ों नौकरियों के वादे पर भरोसा कर लिया। फिर चुनाव आया तो कहा जा रहा है कि ‘मैं भी चौकीदार’। इस दफा चुनाव में गरीब, दलित, अल्पंसख्यक मिलकर एक—एक चौकीदार की चौकी छीनने का काम करेंगे।

अखिलेश ने प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि महागठबंधन को महामिलावट और ‘सराब’ बोलने वाले लोग सत्ता के नशे में हैं। ये महामिलावट का नहीं महापरिवर्तन का गठबंधन है। यह नयी सरकार देने और नया प्रधानमंत्री बनाने का गठबंधन है। यह गठबंधन चौधरी चरण सिंह की विरासत को आगे बढ़ाने जा रहा है। कभी यह गठबंधन सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और बसपा संस्थापक कांशीराम ने किया था। यही सपना आम्बेडकर और लोहिया ने देखा था। गठबंधन उसे पूरा करेगा।

सपा प्रमुख ने भाजपा और कांग्रेस को एक ही सिक्के के पहलू करार देते हुए कहा कि हम अपील करते हैं कि यह महागठबंधन तो बदलाव लाने के लिये है, मगर कांग्रेस बदलाव नहीं लाना चाहती। सोचिये देश के लिये कौन सोच रहा है। उन्होंने गन्ना किसानों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यहां के लोगों ने गन्ना पैदा करके पूरे देश को मिठास से जोड़ने का काम किया। आपके खेतों में गन्ना खड़ा रहे, मगर सरकार को कोई परवाह नहीं है। प्रधानमंत्री कहते हैं कि दुनिया को हमारे देश पर गर्व है। लेकिन हमारा देश हर चीज में पीछे चला जा रहा है। दुनिया के बाकी देश आगे बढ़ रहे हैं, वहीं हमारा देश पीछे जा रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में पिछले साल हुए उपचुनावों में बसपा के एक—एक कैडर ने मदद की और हम चुनाव जीत गये। कैराना में हम नफरत की दीवार गिराकर जीते। महागठबंधन का एक भी वोट घटने ना पाये और एक भी वोट बचने ना पाये। अगर ऐसा हुआ तो ऐतिहासिक जीत होगी। रालोद मुखिया चौधरी अजित सिंह ने दावा किया कि इस दफा चुनाव में भाजपा हारेगी ही नहीं, बल्कि उसका सूपड़ा साफ हो जाएगा।
     
उन्होंने कहा कि गरीब आदमी के पास एक ही ताकत है, वह है पांच साल में सरकार बदलने की। मगर भाजपा इसे खत्म करना चाहती है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह कहते हैं कि अगर मोदी जीत गये तो 50 साल राज करेंगे। भाजपा सांसद साक्षी महाराज कहते हैं कि यह आखिरी चुनाव है। सोचिये, ये लोग आपका संवैधानिक हक छीन लेना चाहते हैं। सिंह ने कहा, ”मोदी मन की बात में कहते हैं कि मैं तो फकीर हूं, झोला उठाकर चल दूंगा। हे भगवान! हमें भी ऐसा फकीर बना दो। मुफ्त की खाएंगे, सूट—बूट पहनेंगे, दुनिया घूमेंगे और कहेंगे कि मैं तो फकीर हूं।”

उन्होंने कहा कि मोदी ने वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले कहा था कि वह हर साल दो करोड़ रोजगार देंगे। मगर, रोजगार बढ़ना तो दूर, दो करोड़ कम हो गये। वह युवाओं को पकौड़ा बनाने की सलाह देते हैं। सिंह ने कहा, ”क्या देश का प्रधानमंत्री झूठ बोलता है, नहीं यह कभी सच नहीं बोलता। मोदी के मां—बाप ने उसको सच बोलने की सलाह नहीं दी। मोदी अब कह रहे हैं कि तुम मुझे वोट दो मैं तुम्हें दो हजार रुपये दूंगा। 

अमर उजाला के अनुसार, एकजुट विपक्ष के रूप में पहली रैली करते हुए बसपा प्रमुख मायावती और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र और राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार के साथ कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोलते हुए लोगों से वोट न बंटने देने की अपील की.

वहीं रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह ने लोगों से हर पांच साल में सरकार बदलने की संवैधानिक ताकत का इस्तेमाल करने की अपील की.

मायावती ने अपने भाषण की शुरुआत महिलाओं का विशेष आभार प्रकट करते हुए की. उन्होंने कहा कि मैं रैली में आई महिलाओं का विशेष आभार प्रकट करती हूं कि वे अपने सारे काम छोड़कर यहां आई हैं.

भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा जाने वाली है और महागठबंधन आने वाला है. अगर चुनाव या ईवीएम में गड़बड़ी नहीं की गई तो गठबंधन की जीत होगी.

उन्होंने आरोप लगाया कि बिना तैयारी के नोटबंदी और जीएसटी लागू करने से बेरोजगारी को बढ़ावा मिला. उन्होंने कहा, भाजपा के शासन में आरक्षण व्‍यवस्‍था कमजोर हुई है. भाजपा पूंजीपतियों को धनवान बनाने में जुटी रही.

उन्‍होंने कहा कि मोदी सरकार सीबीआई और ईडी का इस्‍तेमाल अपने विरोधियों को कमजोर करने के लिए कर रही है. बीएसपी सुप्रीमो ने वादा किया कि अगर हमारी सरकार बनी तो किसी भी राज्‍य में किसानों का बकाया नहीं रहेगा.

मायावती ने कहा कि पहले की कांग्रेस की सरकार की तरह ही भाजपा सरकार के वादे खोखले ही रहे हैं. मायावती ने पश्चिम यूपी के मुस्लिम समुदाय से अपील की कि वे कांग्रेस की बजाय गठबंधन को वोट दें. गठबंधन ही भाजपा को टक्‍कर दे सकता है.

कांग्रेस पार्टी यह मानकर चल रही है कि हम जीते या न जीतें लेकिन गठबंधन के प्रत्‍याशी नहीं जीत पाएं. इसलिए वह ऐसे प्रत्‍याशी को टिकट दे रही है जिससे गठबंधन को नुकसान हो. कांग्रेस ने सहारनपुर में इमरान मसूद को टिकट देकर मुस्लिम वोटों को बांटने की कोशिश की है.

बसपा नेता ने कहा कि भाजपा को यूपी में हार का मुंह दिखाना है तो मुस्लिम समाज को गठबंधन के उम्‍मीदवारों को वोट देना होगा. उन्‍होंने कहा कि मोदी के साथ योगी को भगाना होगा. इसलिए आगे भी मुस्लिम समुदाय उनके साथ बना रहे.

उन्होंने कहा कि अपनी गलत नीतियों की वजह से कांग्रेस सत्ता से बाहर हुई है. कांग्रेस की न्‍याय योजना से भी गरीबों को कुछ भी फायदा नहीं होगा. गरीबी हटाओ की नाटकबाजी राहुल गांधी की दादी ने भी की थी.

मायावती ने कहा कि ये चुनाव घोषित होने वाले दिन तक भी हवा-हवाई घोषणाओं में जुटे रहे. इन्होंने इसे पुलवामा हमले तक भी जारी रखा. पुलवामा हमले के दिन भी कई कार्यक्रम हुए, पुलवामा घटना ने इनकी देशभक्ति का भी पर्दाफाश किया है.

यूपी में भाजपा की सरकार ने छोड़े गए आवारा पशुओं से किसानों का और भी नुकसान कराया. यदि हमें केंद्र में सरकार बनाने का मौका मिला तो किसानों का गन्ना बकाया फिर कभी नहीं होगा.मायावती ने कहा कि भाजपा की सरकार में भ्रष्टाचार और भी बढ़ा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में बोफोर्स का मामला और मोदी सरकार में राफेल का मामला इसका ताजा उदाहरण है.मायावती ने हमला बोलते हुए कहा कि राफेल डील में भ्रष्टाचार हुआ. आज देश की सीमा सुरक्षित नहीं हैं.

रैली में बोलते हुए अखिलेश ने आगामी लोकसभा चुनाव को इतिहास बनाने का चुनाव बताया. भाजपा की पिछली रैलियों पर कटाक्ष करते हुए अखिलेश ने कहा कि यहां ऐसे भी नेता आए होंगे जो नफरत के अलावा कुछ नहीं बोले होंगे.

उन्होंने कहा, ‘पहले हमारे बीच में चायवाला बनकर आ गए और हम लोगों ने अच्छे दिन, 15 लाख रुपये और करोड़ों नौकरियों का भरोसा कर लिया. इस बार चौकीदार बनकर आए हैं. मैं जनता को भरोसा दिलाना चाहता हूं कि यही दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक चौकीदार की चौकी छीनेंगे.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महागठबंधन को ‘महामिलावट’ बताने वाले बयान पर अखिलेश ने कहा, ‘सराब बोलने वाले लोग सत्ता के नशे में हैं. ये मिलावट का नहीं महापरिवर्तन का गठबंधन है. देश को नई सरकार देने का, नया प्रधानमंत्री देने का गठबंधन है. चौधरी चरण सिंह की विरासत को बचाने का गठबंधन है.’

पीएम मोदी के कुंभ मेले के दौरान सफाईकर्मियों के पैर धोने पर तंज कसते हुए उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘टीवी पर पैर धोए जा रहे थे और जब पीछे मुड़कर देखा तो दलित भाइयों की नौकरी धो डाली.’

अखिलेश ने कहा कि पीएम कहते हैं कि देश हर सूची में आगे बढ़ रहा है लेकिन आंकड़ें देखें तो पता चलता है कि देश पीछे जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों को बांटकर अंग्रेजों ने राज किया था, उससे ज्यादा देश और समाज को बांटने का काम भाजपा के लोग हैं.

उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों को नवरात्रि के दिन यह संकल्प करना चाहिए कि झूठ नहीं बोलेंगे.

गोरखपुर, फूलपुर और कैराना में मिली जीत की मिसाल देते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा गठबंधन से घबरा गई है. उन्होंने लोगों से कहा, ‘एक भी वोट घटने ने पाए, बंटने न पाए.’

उन्होंने दावा किया कि अपनी सरकार में सपा-बसपा ने सड़कें बनाईं, बिजली की समस्या का समाधान किया, लैपटॉप दिया, पेंशन दी. उन्होंने कहा कि बीएसपी और एसपी की सरकार में जितना मिलकर बिजली का काम किया है, उतना केंद्र की भाजपा और राज्य में भाजपा ने काम नहीं किया है.

कांग्रेस और भाजपा को एक-सा बताते हुए उन्होंने कहा, ‘अगर कांग्रेस की नीतियां देखेंगे और भाजपा की नीतियां देखेंगे तो दोनों में कोई फर्क नहीं दिखेगा. कांग्रेस बदलाव नहीं लाना चाहती यूपी में अपनी पार्टी बनाना चाहती है.’

उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस को गरीबों की याद चुनाव के ही समय क्‍यों आती है. कांग्रेस, भाजपा के नेताओं को केवल चुनाव के समय मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारा आदि में दर्शन करने और चादर चढ़ाने की याद आती है.

वहीं रालोद प्रमुख चौधरी अजित सिंह ने कहा कि मोदी साहब वादा किए थे, हर आदमा की जेब में 15 लाख रुपए आएगा. देश का पीएम झूठ नहीं बोलता बल्कि ये कभी सच नहीं बोलता है. आप बच्चों को सिखाते हैं कि बेटा सच बोला कर लेकिन मोदी के मां-बाप ने उसके सच बोलने की सलाह नहीं दी है

उन्होंने कहा, संविधान ने ताकत दी है कि हर पांच साल में सरकार बदली जा सकती है, लेकिन अब हालात बदल रहे हैं. भाजपा के नेता कहते हैं कि 50 साल मोदी राज करेगा और भाजपा सांसद साक्षी महाराज कहते हैं कि ये आखिरी चुनाव है. इसलिए संविधान ने जो ताकत दी है कि हर पांच साल में सरकार बदली जा सकती है उसका इस्तेमाल कीजिए.

सिंह ने कहा कि भाजपा पिछले पांच साल में कुछ नहीं कर पाई. गांवों में किसान कहते हैं कि मोदी-योगी उनकी फसल चर रहे हैं. इस रैली की भीड़ देखकर लग रहा है कि भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया है.

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