शेयर खरीदने वाले लोगों के 5 लाख करोड़ से ज्यादा रकम डुबी
मोदी सरकार के पेश किये गए बजट के दिन से शेयर बाजार में शुरू हुई गिरावट मंगलवार को भी जारी रही। पिछले 5 दिनों में 1000 अंकों से ज्यादा गिर चुका बाजार मंगलवार को सबसे बड़ी गिरावट के साथ लगभग 1100 अंक फिसल गया। वहीं निफ्टी में भी 380 अंकों की गिरावट नजर आई है।
बजट पेश होने के बाद से शेयर खरीदने वाले लोगों के 5 लाख करोड़ से ज्यादा रकम डूब चुकी है। बजट के बाद शेयर बाजार में आज तीसरा कारोबारी दिन है। दो फरवरी और पांच फरवरी यानी सिर्फ दो दिन में निवेशकों के पांच लाख करोड़ रुपये डूबे चुके हैं। इसमें आज का नुकसान शामिल नहीं है। शेयर बाजार बजट के बाद 2800 अंकों की गिरावट झेल चुका है।
शेयर बाजार में भारी गिरावट हुई है. एक फरवरी को बजट पेश होने के बाद से लगातार शेयर गिर रहे हैं. लेकिन आज की गिरावट दुनिया के बाजारों में आई गिरावट के कारण हुई हैं. सेंसेक्स खुलते ही आज करीब 1200 अंक गिरा. बजट पेश होने के बाद से शेयर खरीदने वाले लोगों के 5 लाख करोड़ से ज्यादा रकम डूब चुकी है. शेयर बाजार में मंगलवार को भी भारी गिरावट का दौर सुबह सुबह दिखाई दिया. सेंसेक्स करीब 1200 अंक नीचे खुला तो निफ्टी भी 350 से ज्यादा अंक नीचे कारोबार कर रहा था. बजट के बाद से बाजार में गिरावट का दौर जारी है. आज भी सेंसेक्स 500 अंक नीचे चला गया.
बजट के बाद शेयर बाजार में आज तीसरा कारोबारी दिन है. दो फरवरी और पांच फरवरी यानी सिर्फ दो दिन में निवेशकों के पांच लाख करोड़ रुपये डूबे चुके हैं. इसमें आज का नुकसान शामिल नहीं है. शेयर बाजार बजट के बाद 2800 अंकों की गिरावट झेल चुका है. अमेरिका में ब्याज दर बढ़ने की वजह से लोग विदेशी निवेश निकाल रहे हैं. पहले ब्याज दर 0 फीसदी थी जो कि 1 फीसदी हो गई है और अब 3 फीसदी होने की बात है. इसीलिए विदेशी निवेशक पैसा निकाल रहे हैं. इसका असर दुनिया के बाजार पर पड़ा है.
अमेरिका में इकोनॉमी की हालात खराब थी, इसीलिए फेडरल बैंक ने पहले ब्याज दर गिरा दी थीं. अब अमेरिकी इकोनॉमी में सुधार हो रहा है इसीलिए ब्याज दर 3 फीसदी करने की बात हो रही है. अमेरिकी या विदेशी निवेशक कम ब्याज पर पैसा उधार लेकर विदेशी शेयर मार्केट में पैसा लगाते थे. अब ब्याज दर बढ़ रहा है इसीलिए वो पैसा निकालकर बॉन्ड में लगाने की सोच रहे हैं. अमेरिकी में बॉन्ड यील्ड 2.88 फीसदी तक जा पहुंची है और इसके बाद डॉलर की कीमत में गिरावट से ग्लोबल बाजारों में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. आज के कारोबार में अमेरिकी बाजारों समेत एशियाई और भारतीय बाजारों में भी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है.
वित्त सचिव हसमुख अढिया ने कहा कि भारतीय शेयर बाजार में गिरावट बजट में लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स के कारण नहीं बल्कि ग्लोबल सेंटीमेंट खराब होने के चलते देखी जा रही है.
निफ्टी के सभी 50 के 50 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है और सारे शेयर लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं. टाटा मोटर्स सबसे ज्यादा 5.43 फीसदी, एक्सिस बैंक 4.46 फीसदी और गेल 4.28 फीसदी, इंडियाबुल्स हाउसिंग फाइनेंस 4 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है.
गुरुवार को पेश किए गए बजट पर शेयर बाजारों में शुक्रवार को कोहराम मचा तो राहुल गांधी ने भी सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि सेंसेक्स में गिरावट दरअसल मोदी सरकार के बजट के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव है। दरअसल बजट पेश होने के बाद शुक्रवार को बाजारों में निराशा का माहौल देखने को मिला। एक तरफ सेंसेक्स 850 अंक लुढ़का तो वहीं, निफ्टी में भी 255 अंकों की गिरावट देखी गई।
खास बात यह है कि बजट से बाजारों में दिखी मायूसी से निवेशकों के 4.6 लाख करोड़ रुपये डूब गए। इसी पर राहुल गांधी ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, ‘संसदीय भाषा में, सेंसेक्स में 800 अंकों की बड़ी गिरावट मोदी के बजट के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव है।’ इससे पहले, बजट पेश होने के बाद गुरुवार को भी उन्होंने सरकार पर निशाना साधा था। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, ‘4 साल बीत गए पर अब भी किसानों को उचित दाम मिलने के वादे के पूरे होने का इंतजार है। 4 साल में फैंसी स्कीम्स बनाई गईं। 4 साल बाद भी हमारे युवाओं को रोजगार नहीं मिला। शुक्र है, अब केवल एक साल ही बचा है।
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