7 अप्रैल रात्रि- अद्भुत प्राकृतिक व भौगोलिक दुर्लभ घटना- 80 साल बाद, राशियो पर व्यापक प्रभाव;पृथ्वी शांत होगी
7 April 20# High Light# 1941 के बाद आज पूरी दुनिया में एक अद्भुत घटना # कोरोना के बीच आज 80 साल बाद दिखेगा पिंक सुपरमून #Supermoon 2020 : धरती के सबसे करीब 7 अप्रैल को होगा चंद्रमा# 8 को दिखेगा सुपर पिंक मून # प्राकृतिक व भौगोलिक घटना घटने वाली # पृथ्वी पर प्राकृतिक आपदाओं में कमी आएगी #7 अप्रैल को चैत्र शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि। इस दिन सत्यनारायण व्रत रहेगा। इस दिन रवियोग भी है और बुध का मीन राशि में प्रवेश भी होगा। इस दिन गोचर में चंद्र कन्या राशि में रहेगा। चंद्रमा का पृथ्वी का करीब आना पर्यावरण और प्रकृति पर व्यापक असर दिखाएगा। इसके प्रभाव से पृथ्वी पर प्राकृतिक आपदाओं में कमी आएगी। चंद्रमा के पृथ्वी के करीब आने से अनेक प्रकार की पर्यावरणीय और प्राकृतिक घटनाएं घटित होती हैं। इसका व्यापक प्रभाव मनुष्य और प्रकृति पर होता है# । सूर्यास्त के तुरंत बाद लोग पूरी रात इसके नजारे देख सकेंगे#
ज्योतिषियों के अनुसार सुपरमून के दौरान बना ग्रहों का योग कई राशियों के जातकों पर असर
अदभूत अलौकिक विश्वसनीय आलेख- जिसका धार्मिक तथा पूर्णतया वैज्ञानिक आधार है- चन्द्रशेखर जोशी- मुख्य सम्पादक- उत्तराखण्ड राज्य स्तरीय मान्यता प्राप्त- हिमालयायूके वेब एण्ड प्रिन्ट मीडिया- हरिद्वार एवं देहरादूूून से प्रकाशित- मो0 9412932030
राशियों पर होगा व्यापक असर – मानसिक शांति देने के लिए पृथ्वी के करीब आ रहा है चंद्रमा…
राशियों पर असर
मेष: मानसिक सुख, शांति, कष्टों से मुक्ति। वृषभ: धन में वृद्धि, सौंदर्य प्रेम में वृद्धि होगी।
मिथुन: आर्थिक सुख, मानसिक शांति, रोग मुक्ति। कर्क: समस्त कार्यों में लाभ, संयम, आत्मविश्वास में वृद्धि।
सिंह: धन लाभ, मानसिक सुख, संपत्ति, परिजनों में प्रेम। कन्या: कार्य में लाभ, धन की प्राप्ति, मानसिक सुख-शांति।
एक और प्राकृतिक व भौगोलिक घटना घटने वाली है। इस घटना के पूरी दुनिया देख सकेगी। यह घटना आज मंगलवार, 7 अप्रैल 2020 को ही होगी। #कोरोना के बीच आज 80 साल बाद दिखेगा पिंक सुपरमून: Supermoon 2020 : धरती के सबसे करीब 7 अप्रैल को होगा चंद्रमा# 8 को दिखेगा सुपर पिंक मून# 1941 के बाद आज पूरी दुनिया में पिंक सूपरमून दिखेगा जो एक अद्भुत घटना है। आज का चांद बेहद खास होगा हर दिन से कहीं ज्यादा खूबसूरत और बड़ा दिखेगा। आज दुनिया पिंक सुपरमून देखेगी। भारत में भी इसे देखा जा सकेगा। एस्ट्रोनॉमर्स ने इसे पेरीजीन फुल मून नाम दिया था। बाद में इसका नाम सुपरमून रखा गया। जिस दिन और जिस समय चांद और धरती एक-दूसरे के सबसे करीब होते हैं, यानी पेरिजी में होते हैं, उसी दिन सुपरमून दिखाई देता है। नासा के वाज्ञानिकों का कहना है कि 7 अप्रैल 2020 को दिखने वाला सुपरमून इस साल का सबसे बड़ा सुपरमून होगा। इसका आकार और इसकी चमक सबसे ज्यादा होगी। मई के महीने में भी सुपरमून दिखेगा, लेकिन इससे छोटा। इसके बाद 2020 में पूरे साल कोई भी सुपरमून नहीं दिखेगा।
जिस दिन और जिस समय चांद और धरती एक-दूसरे के सबसे करीब होते हैं, यानी पेरिजी में होते हैं, उसी दिन सुपरमून दिखाई देता है।
सुपरमून के समय चांद अपने सामान्य आकार से बड़ा और बेहद चमकदार नजर आता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि इसका आकार सामान्य की तुलना में करीब 14 फीसदी तक बढ़ जाता है और चमक 30 फीसदी तक ज्यादा होती है। जब पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रही है, दुनिया के अधिकतर देशों में लॉकडाउन है, तब प्रकृति भी खुलकर सांसें ले रही है। इस बीच एक और प्राकृतिक व भौगोलिक घटना होने वाली है। जिसे पूरी दुनिया देख सकेगी। ये घटना मंगलवार, 7 अप्रैल 2020 यानी आज ही होगी।
मानसिक शांति देने के लिए पृथ्वी के करीब आ रहा है चंद्रमा…
- तुला: रोग से मुक्ति, शारीरिक सुख, दांपत्य जीवन में सुख।
- वृश्चिक: पारिवारिक सामंजस्य रहेगा, धन लाभ, संपत्ति सुख, कार्य में लाभ।
- धनु: संयम, सदाचार में वृद्धि, सुख, धन की प्राप्ति।
- मकर: पारिवारिक सुख, प्रेम की प्राप्ति, कार्य में लाभ।
- कुंभ: सम्मान, सुख, संपत्ति से लाभ, नया कार्य प्रारंभ।
- मीन: रोगों से मुक्ति, खर्च में कमी, कार्य लाभ, संपत्ति सुख।
वैसे तो पूर्णमासी का चंद्रमा देखने में हमेशा ही अद्भुत लगता है। मगर, इस बार यह नजारा और भी खास होगा क्योंकि यह इस बार है सुपर मून। यानी इस बार चंद्रमा सामान्य से 14 फीसदी बड़ा और 30 फीसदी ज्यादा चमकदार नजर आएगा। इसी वजह से इस बार चंद्रमा का आकार बहुत बड़ा लगेगा और चमक भी देखने में बहुत ज्यादा होगी। सूर्यास्त के तुरंत बाद लोग पूरी रात इसके नजारे देख सकेंगे। वैसे तो साल में कम से कम 12 पूर्णमासी होती है, लेकिन ऐसी दुर्लभ स्थिति तब बनती है, जब चंद्रमा धरती के सबसे करीब होता है।
आठ अप्रैल को आकाश में सुपरमून दिखेगा, जिसका नाम सुपर पिंक मून है। सुपरमून 8 अप्रैल को दोपहर 2:35 बजे जीएमटी (भारतीय समयानुसार सुबह 8:05 बजे) पर दिखाई देगा। मगर, तब सूर्योदय हो चुका होगा और इस स्थिति में भारत के लोग सुपर पिंक मून की घटना को सीधे नहीं देख पाएंगे। मगर, इस इवेंट को ऑनलाइन लाइव देखा जा सकेगा।
हालांकि, 7 अप्रैल को रात 11:38 पर चंद्रमा पृथ्वी के सबसे ज्यादा करीब होगा, तो भारत में रहने वालों को सात अप्रैल की देर रात में सुपर मून की स्थित का एहसास होगा। इस समय पर चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी मात्र तीन लाख 56 हजार 900 किलोमीटर रह जाएगी। चांद की यह स्थिति पेरिगी की स्थिति कहलाती है। आमतौर पर पृथ्वी की चंद्रमा से दूरी तीन लाख 84 हजार 400 किमी मानी होती है। वहीं, चन्द्रमा की पृथ्वी से सबसे ज्यादा दूरी होने पर ये दूरी करीब चार लाख 05 हजार 696 किमी मानी जाती है।
आखिर ये पिंक सुपरमून होता क्या है। ये कब और क्यों दिखाई देता है? किस घटना के कारण चांद अपने इस स्वरूप में नजर आता है? भारत में आज आप किस समय इस सुपरमून को देख सकते हैं। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के अनुसार, आज से करीब 41 साल पहले 1979 में सुपरमून पहली बार देखा गया था। यूं कह सकते हैं कि तभी यह पहली बार अस्तित्व में आया था, लोगों को इसके बारे में पता चला था। तब एस्ट्रोनॉमर्स ने इसे पेरीजीन फुल मून नाम दिया था। बाद में इसका नाम सुपरमून रखा गया।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) के अनुसार, आज से करीब 41 साल पहले 1979 में सुपरमून पहली बार देखा गया था। यूं कह सकते हैं कि तभी यह पहली बार अस्तित्व में आया था, लोगों को इसके बारे में पता चला था। तब एस्ट्रोनॉमर्स ने इसे पेरीजीन फुल मून नाम दिया था। बाद में इसका नाम सुपरमून रखा गया। यह सामान्य सा विज्ञान है। चांद से धरती की दूरी करीब 4,06,692 किमी होती है। इस दूरी को विज्ञान की भाषा में एपोजी कहा जाता है। वहीं जब चंद्रमा और पृथ्वी सूरज का चक्कर लगाते हुए एक-दूसरे से सबसे करीब आ जाते हैं, तब इनके बीच की दूरी 3,56,500 किमी होती है। इसे पेरिजी कहते हैं।
नासा के वाज्ञानिकों का कहना है कि 7 अप्रैल 2020 को दिखने वाला सुपरमून इस साल का सबसे बड़ा सुपरमून होगा। इसका आकार और इसकी चमक सबसे ज्यादा होगी। मई के महीने में भी सुपरमून दिखेगा, लेकिन इससे छोटा। इसके बाद 2020 में पूरे साल कोई भी सुपरमून नहीं दिखेगा। अमेरिका और कनाडा में इस मौसम में उगने वाला एक फूल। इस फूल का नाम है – फ्लॉक्स सुबुलाता। इसे मॉस पिंक भी कहते हैं। इसके नाम पर ही इस सीजन में दिखने वाले सुपरमून को पिंक सुपरमून कहा गया है।
ज्योतिषियों के अनुसार सुपरमून के दौरान बना ग्रहों अशुभ योग कई राशियों के जातकों पर असर डालेगा. इसके लिए ध्यान देना होगा कि सभी राशियों में चंद्रमा किस स्थान पर बैठा हुआ है शनि की साढ़ेसाती से प्रभावित धनु के जातक चंद्रमा के अष्टम भाव में होने से ज्यादा प्रभावित होंगे. वहीं, मिथुन, तुला और कुंभ राशि के जातकों के लिए ग्रहों का ऐसा योग अशुभ माना जा रहा है.
मेष- चिंता और तनाव वृष- सुपरमून के दौरान होने वाले ग्रह योग से आपको लाभ मिथुन राशि मानसिक कर्क- परेशानी सिंह- स्वास्थ्य को नजरअंदाज न करें. कन्या- किसी विशेष व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है. कानूनी अड़चन दूर होकर स्थिति लाभदायक बनेगी. नए कार्य मिल सकते हैं. आय में वृद्धि होगी. पारिवारिक सहयोग मिलता रहेगा. प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि चिंता देगी. तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी. तुला तनाव रहेगा. वृश्चिक- काफी समय से लंबित कार्य पूर्ण होने के योग हैं. किसी भी कार्य में सफलता के लिए भरपूर प्रयास करना होगा. भाग्य का साथ रहेगा. धनु- पारिवारिक सहयोग से काम बनते चले जाएंगे. जीवन सुखमय गुजरेगा मकर-रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे. कुंभ- मेहनत अधिक होगी. मीन-मेहनत का फल मिलेगा. सीनियर्स की प्रसन्नता प्राप्त होगी. जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे. सहकर्मी साथ देंगे. व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा. लाभ के अवसर हाथ आएंगे. प्रसन्नता रहेगी.
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