यह एक सच्ची ‘नवरात्रि’ होगी: क्‍यो कहां पीएम ने?& Top Natinal News

HIGH LIGHT #25 March 20#पीएम मोदी ने अपील की है कि जिसके पास क्षमता है, वह 21 दिनों तक 9 परिवारों की देखभाल करने का संकल्प ले, यह एक सच्ची ‘नवरात्रि’ होगी. लॉकडाउन के कारण पशुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लोग अपने आसपास के जानवरों की भी देखभाल करें.# महाभारत युद्ध 18 दिन में जीता गया, हम कोरोना के खिलाफ जंग 21 दिन में जीतेंगे: PM नरेंद्र मोदी #   आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गुड़ी पड़वा के पर्व पर बुधवार सुबह स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह संकल्प दिवस है. सरसंघचालक ने कोरोना से मुक्ति का संकल्‍प किया. स्‍वयंसेवकों से सामाजिक दायित्व को निभाने को कहा. इस आपत्ति को परास्‍त करने के लिए सबको कार्य करने की अपील की. # संक्रमण के इस संकट की घड़ी में एक अच्छी खबर आई है, भारत ने पहले मेक इन इंडिया टेस्ट किट तैयार किया # भारत में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 593 हुई, # दिल्ली में 1031 पर फोन कर लें ई-पास ## कोरोना- लॉकडाउन तोड़ा तो देखते ही गोली मारने के आदेश दे सकता हूँ: तेलंगाना सीएम #दुकानों में भीड़ लगायेंगे तो लॉकडाउन का मतलब ख़त्म हो जायेगा: केजरीवाल # मप्र: कमलनाथ की पीसी में शामिल पत्रकार का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव, मचा हड़कंप – कोरोना वायरस से संक्रमित पत्रकार का नाम केके सक्सेना है। #गूगल ने अपने सर्च इंजन में रखा वरियता क्रम में- BY: www.himalayauk.org (Uttrakhand Leading Newsportal & Daily Newspaper) Publish at Dehradun & Hariwar Mail us; himalayauk@gmail.com Special Report

ये दो चीजें करती हैं कोरोना वायरस का खतरा डबल, तुरंत बना लें दूरी

संक्रमण के इस संकट की घड़ी में एक अच्छी खबर आई है, भारत ने पहले मेक इन इंडिया टेस्ट किट तैयार किया है. इस किट की मदद से कुछ ही घंटों में आपको कोरोना वायरस के जांच की रिपोर्ट उपलब्ध हो सकती है. पुणे की कंपनी माएलैब्स (MyLabs) ने इस नए किट को तैयार किया है. खास बात ये है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस किट को मंजूरी दे दी है. जल्द लोगों को कोरोना वायरस जांच के लिए ये उपलब्ध करा दी जाएगी.इसकी कीमत मात्र 1200 रुपये रखी गई है. किट की खास बात ये है कि इससे मात्र दो घंटे के भीतर रिपोर्ट मिल जाती है. 

प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र में फैल रही अफवाहों के जवाब दिए – वाराणसी:देशभर में तेजी से पैर पसार रहे कोरोना वायरस को देखते हुए आज पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए काशी वासियों से संवाद किया. अपने संसदीय क्षेत्र की जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का पालन करने के लिए सभी का आभार. देश आज संकट के दौर से गुजर रहा है. आज देश ने कोरोना से युद्ध छेड़ दिया है. महाभारत के युद्ध को जीतने में 18 दिन लगे थे, लेकिन हम कोरोना के खिलाफ जंग को 21 दिन में जीतेंगे. 130 करोड़ महारथियों के जरिए हम इस युद्ध को जीतेंगे.

दिल्ली में जरूरी सेवा से जुड़े लोग 1031 पर फोन कर ई-पास ले सकते हैं। जल्द से जल्द ई पास मिल जाएगा । आम जनता को पास की जरूरत नहीं, घर के पास स्थित दुकान पर पैदल जाकर खरीदारी कर सकते हैं।

 उत्तर प्रदेश सरकार ने पान मसाले पर रोक लगा दी है। अस्थायी तौर पर रोक लगायी गई है।

 राज्यों में कोरोना के मरीज पश्चिम बंगाल 9 आंध्र प्रदेश 7 जम्मू-कश्मीर 7 हिमाचल प्रदेश 2 हरियाणा 30 गुजरात 38 दिल्ली 29 चंडीगढ़ 6 छत्तीसगढ़ 1 बिहार 4 कर्नाटक 41 केरल 105 महाराष्ट्र 112 राजस्थान 32 पंजाब 29 पुडुचेरी 1 ओडिशा 2 मध्य प्रदेश 9 मणिपुर 1 लद्दाख 13 तमिलनाडु 18 तेलंगाना 39 उत्तर प्रदेश 35 उत्तराखंड 5

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि भोजन की कोई कमी न हो यह सुनिश्चित किया जाएगा। पुलिस स्टेशनों की जिम्मेदारी डोर टू डोर भोजन पहुंचाने की जिम्मेदारी होगी। इसकी निगरानी जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक करेंगे

मप्र: कमलनाथ की पीसी में शामिल पत्रकार का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव, मचा हड़कंप – कोरोना वायरस से संक्रमित पत्रकार का नाम केके सक्सेना है। सक्सेना क्षितिज किरण नाम के समाचार पत्र के मालिक हैं। कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सक्सेना पहली पंक्ति में बैठे थे। कमलनाथ ने 20 मार्च को भोपाल में अपने सरकारी निवास पर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी और इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का एलान किया था।  प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद कमलनाथ की पत्रकारों से हुई अनौपचारिक बातचीत और मुलाक़ात के दौरान भी सक्सेना को उनके आसपास देखा गया था। लंदन से लौटी सक्सेना की बेटी गुंजन सक्सेना का रविवार को कोरोना का टेस्ट पाॅजिटिव आया था। तब सवाल उठा था कि लंदन से लौटते ही सक्सेना ने बेटी का कोरोना वायरस का टेस्ट क्यों नहीं कराया? प्रोटोकाॅल के अनुसार वह क्वरेंटीन में क्यों नहीं रहे? घर से क्यों बाहर निकले? समाज सेवा में लगे लोग ही आमजन को बेहतर ढंग से समझा सकते हैं और लोगों को घरों में रहने और लॉकडाउन को लागू कराने में जुटे अधिकारियों से नहीं उलझने की अपील कर सकते हैं जो कि ज्‍यादा कारगर उपाय है।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल रहे एक पत्रकार का कोरोना टेस्ट पाॅजिटिव निकला है। कमलनाथ ने 20 मार्च को भोपाल में अपने सरकारी निवास पर यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी और इसमें उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का एलान किया था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगभग 400 लोग (बड़ी संख्या में पत्रकारों के साथ नेता और अफसर भी) शामिल रहे थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिल्ली से भी बड़ी संख्या में पत्रकार शामिल हुए थे। 

कोरोना वायरस से संक्रमित पत्रकार का नाम केके सक्सेना है। सक्सेना क्षितिज किरण नाम के समाचार पत्र के मालिक हैं। कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सक्सेना पहली पंक्ति में बैठे थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले और इसके ख़त्म होने तक सक्सेना की कई पत्रकार साथियों, नेताओं और अधिकारियों से बातचीत-मुलाक़ात हुई थी। 

 गुंजन के कोरोना पाॅजिटिव मिलते ही जिला प्रशासन ने सक्सेना और उनके पूरे परिवार को क्वरेंटीन कर दिया था। घर के सभी सदस्यों के ज़रूरी सैंपल जांच के लिये गये थे। लेकिन सक्सेना की रिपोर्ट पाॅजिटिव आते ही भोपाल से लेकर दिल्ली तक बवाल मच गया है। सक्सेना को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कोरोना- लॉकडाउन तोड़ा तो देखते ही गोली मारने के आदेश दे सकता हूँ: तेलंगाना सीएम

तेलंगाना के मुख्यमंत्री की यह चेतावनी आई है। मुख्यमंत्री राव ने बुधवार को कहा, ‘यदि लोग नहीं सुनेंगे और घर में नहीं रहेंगे तो हमें 24 घंटे का कर्फ्यू लगाने को मजबूर होना पड़ेगा। यदि लोग सड़कों पर आना जारी रखेंगे तो सेना को बुलाना पड़ेगा और देखते ही गोली मारने के आदेश दिए जा सकते हैं।’ हालाँकि इसके साथ ही उन्होंने लोगों को घरों में रहने और लॉकडाउन को लागू कराने में जुटे अधिकारियों से नहीं उलझने की अपील की। 

कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन पर तेलंगाना सरकार ने सख्ती की हद पार कर देने की चेतावनी दे दी है। राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा है कि यदि लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन कर लोग बाहर घूमते हुए दिखे तो देखते ही गोली मारने के आदेश भी दिए जा सकते हैं। ऐसी चेतावनी स्थिति की गंभीरता को बताती है। सामान्य तौर पर गोली मारने के आदेश उस आख़िरी उपाए के रूप में दिए जाते हैं जब बड़े पैमाने पर दंगे जैसी स्थिति आ गई हो या आतंकवादी गतिविधि जैसी ताबड़तोड़ गोली चलने की घटना हो रही हो। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी किसी महामारी के मामले में देखते ही गोली मारने के आदेश दिए जाने के मामले नहीं दिखे हैं। चीन, इटली, स्पेन, अमेरिका जैसे देशों में बड़े स्तर पर इस कोरोना वायरस से तबाही फैलने की स्थिति में भी इस तरह की चेतावनी नहीं जारी की गई है।  मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि विदेशी नागरिक और विदेश से लौटने वाले 19 हज़ार से ज़्यादा लोगों पर निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को चेताया गया है कि यदि वे अपने घर पर अलग-थलग रहने के नियम का पालन नहीं करते हैं तो उनके ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘जो भी पॉजिटिव मामले आए हैं उनमें से किसी की हालत ज़्यादा ख़राब नहीं है और उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।’ 

केजरीवाल ने कहा, ‘घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। अगर हम दुकानों में भीड़ लगायेंगे तो लॉकडाउन का मतलब ही ख़त्म हो जायेगा।

केजरीवाल ने कहा, ‘घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। अगर हम दुकानों में भीड़ लगायेंगे तो लॉकडाउन का मतलब ही ख़त्म हो जायेगा। हम लोगों ने पूरी तरह तैयारी की हुई है, इसलिये आप लोग ज़्यादा ख़रीदारी न करें।’ देश भर में 21 दिनों के संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान दिल्ली सरकार लोगों के लिये क्या कुछ करेगी, इस बारे में बताने के लिये बुधवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप राज्यपाल नजीब जंग ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस की। अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैं सबको आश्वस्त करना चाहता हूँ कि हमने सारी तैयारी कर रखी है। दूध, सब्जी, किराने का सामान, इन सारी चीज़ों का ध्यान रखा जाएगा, आपको ये मिलती रहेंगी।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग इस महामारी के दौरान भी लोगों की सेवा में लगे हुए हैं, उन्हें सरकार आज से ही ई-पास देगी और यह पूरी तरह मान्य होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी लोगों को मिलकर इस महामारी का मुक़ाबला करना है। 

मध्‍य प्रदेश से मीडिया में आ रही खबर के अनुसार

भोपाल की संभाग आयुक्त कल्पना श्रीवास्तव ने भी उन सभी पत्रकारों को क्वरेंटीन करने का मशविरा दिया है जो कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद थे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कमलनाथ का करीब-करीब पूरा मंत्रिमंडल, कई कांग्रेसी नेता और बड़ी संख्या में अधिकारी भी मौजूद रहे थे और सभी एक-दूसरे से मिलते रहे थे। माना जा रहा है कि सक्सेना की रिपोर्ट पाॅजिटिव आने के बाद अब इन सभी को भी स्वयं को क्वरेंटीन कर लेना चाहिए। वरना आगे भारी मुश्किलें खड़ी हो जायेंगी।  जर्नलिस्ट क्लब के मध्य प्रदेश सचिव और वरिष्ठ पत्रकार रंजन श्रीवास्तव ने मीडिया से कहा, ‘मैं भी कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में था। सक्सेना से मेरी मुलाक़ात हुई थी और अन्य पत्रकार भी सक्सेना से मिले थे। सक्सेना के कोरोना पाॅजिटिव होने की सूचना के बाद मैंने ख़ुद को क्वरेंटीन कर लिया है और सभी मित्रों को भी अगले 14 दिनों तक घर से  न निकलने और स्वयं को क्वरेंटीन करने का अनुरोध किया है।’

दुनिया के साथ ही देश के अनेक हिस्सों में कहर बरपा रहे कोरोना वायरस से मध्य प्रदेश पिछले सप्ताह तक अछूता था। लेकिन अचानक से इस वायरस के पाॅजिटिव मरीजों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है। सबसे पहले जबलपुर, उसके बाद भोपाल में एक व्यक्ति के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। देखते ही देखते कोरोना प्रदेश में तेज़ी से फैल रहा है।

मध्य प्रदेश में अब तक कुल 6 जिले कोरोना वायरस की चपेट में आये हैं। इनमें जबलपुर, भोपाल, इंदौर और उज्जैन के अलावा ग्वालियर एवं शिवपुरी शामिल हैं। इन 6 जिलों में काफी संख्या में लोग क्वरेंटीन भी किए गए हैं। बुधवार को इंदौर में 4 और उज्जैन में 1 कोराना पाॅजिटिव व्यक्ति मिला है। इन सभी की उम्र 49 से 68 साल के बीच है। इंदौर में कोराना पाॅजिटिव मिले व्यक्तियों में से 2 की हालत गंभीर बताई जा रही है। 

प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र में फैल रही अफवाहों के जवाब दिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र को संबोधित करने के बाद बुधवार को वाराणसी के लोगों से बातचीत की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र में फैल रही अफवाहों के जवाब दिए। इस दौरान लोगों को प्रेरित करते हुए कहा कि वाराणसी के लोग देश को दिशा दिखा सकते हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने पूछे गए सवालों के ये जवाब दिए। प्र. लोग सोच रहे हैं कि भारतीय खानपीन अलग है। इसको कारण कुछ नहीं होगा? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीमारी किसी से भेदभाव नहीं करती। खानपीन का असर इसके ऊपर नहीं पड़ता है। लेकिन हम जो चीज सरल होती है। लोग क्या करते हैं और क्या नहीं करते इसका फर्क नहीं पड़ता। लोग जितनी जलती गलतफहमी से निकलेंगे उतना अच्छा है। प्र. लॉकडाउन से काफी लोग फंस गए हैं? यदि अगले 21 दिन तक, जिनके पास शक्ति है। अगले 21 दिन प्रतिदिन 9 गरीब परिवारों की मदद करने का प्रण लें। यदि इतना हम कर लें तो मां की कोई आराधना नहीं हो सकती। आसपास जो पशु हैं उनकी भी चिंता करनी है। लॉकडाउन की वजह से जानवारों के सामने भोजन का संकट आ गया है। इस समय केंद्र और राज्य सरकार जितना अच्छा हो सके, उसके लिए भरसक प्रयास कर रही हैं। लेकिन ये कहना सब ठीक होगा यह कहना खुद को धोखा देना होगा। जो मुश्किल हो रही है उसकी फिलहाल 21 दिन है। यदि कोरोना का संकट समाप्त नहीं हुआ, फैलना नहीं रूका तो इतना ज्यादा हो सकता है कि अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। प्र. लोग खुद डॉक्टर बनकर इलाज करने लग जाते हैं? हमें सर्दी-जुकाम, बुखार की दवा खुद लेने की आदत है। रेल के डिब्बे में लोग बिना वजह के डॉक्टरी सलाह देने लगते हैं। हमें कोरोना का इलाज अपने स्तर पर कतई नहीं करना है। घर में रहना है और बिना डॉक्टरी की सलाह के बाद ही करना है। कोई दवा और वैक्सीन अभी तक नहीं बनी है। वैज्ञानिक-डाक्टर तेजी से दवा खोजने की दिशा में काम कर रहे हैं। कृपया डॉक्टर से बात करने के बाद ही दवा लीजिए।

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गुड़ी पड़वा के पर्व पर बुधवार सुबह स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह संकल्प दिवस है.

 नागपुर: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गुड़ी पड़वा के पर्व पर बुधवार सुबह स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि यह संकल्प दिवस है. सरसंघचालक ने कोरोना से मुक्ति का संकल्‍प किया. स्‍वयंसेवकों से सामाजिक दायित्व को निभाने को कहा. इस आपत्ति को परास्‍त करने के लिए सबको कार्य करने की अपील की.

उन्‍होंने कहा कि देश में 21 दिन का लॉकडाउन घोषित हुआ है. उसका पालन करने पर ही अपना कार्य भी ठीक से हो सकता है. घर के अंदर बिल्डिंग में बहुत छोटे समूह में, घर के सदस्यों के साथ प्रार्थना कर सकते हैं. संघ के स्‍वयंसेवक राहत कार्य में जुटे हैं. समाज अनुशासन का पालन करे. यह फैलाव संक्रमण से होता है. सामाजिक दूरी बनाए रखना जरूरी है. यह सामूहिक अनुशासन से पूर्ण होगा. देश में कोरोना के बाद लॉकडाउन के चलते संघ मुख्यालय ने आज के दिन गुड़ी पड़वा पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम को रद कर दिया. सरसंघचालक मोहन भागवत ने फेसबुक के माध्यम से स्वयंसेवकों को संबोधित किया.

ये दो चीजें करती हैं कोरोना वायरस का खतरा डबल, तुरंत बना लें दूरी

सीडीसी के अनुसार, कोरोना वायरस से बचने के लिए हाईजीन का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. बाहर निकलते वक्त मुंह पे मास्क पहनना चाहिए और किसी भी चीज को छूते ही हाथ धोने चाहिए. आजकल लोगों में बियर्ड रखने का क्रेज है. लेकिन क्या आप जानते हैं आपका स्टाइलिश बियर्ड लुक आपकी जान खतरे में डाल सकता है. सीडीसी के अनुसार, मुंह को कवर करने वाला फेस मास्क बालों की वजह से चेहरे पर ठीक से फिट नहीं हो पाता. अंजाने में हो रही इस लापरवाही की वजह से इंसान आसानी से कोरोना वायरस के संपर्क में आ सकता है. सीडीसी द्वारा जारी की गई इस तस्वीर में बताया गया है कि आखिर किस तरह का बियर्ड स्टाइल इंसान के लिए खतरनाक हो सकता है. क्लीन शेव के अलावा सिर्फ मूछें रखने वालों के चहरे पर ही मास्क ज्यादा सही फिट हो पाता है. न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के लैंगोन मेडिकल सेंटर में एलर्जी और इनफेक्शियस स्पेशलिस्ट पूर्वी पारिख ने कुछ समय पहले बताया था कि इंसान के नाखून उसके लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं. न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के लैंगोन मेडिकल सेंटर में एलर्जी और इनफेक्शियस स्पेशलिस्ट पूर्वी पारिख ने कुछ समय पहले बताया था कि इंसान के नाखून उसके लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं. न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के लैंगोन मेडिकल सेंटर में एलर्जी और इनफेक्शियस स्पेशलिस्ट पूर्वी पारिख ने कुछ समय पहले बताया था कि इंसान के नाखून उसके लिए कितने खतरनाक हो सकते हैं.  इसलिए कोशिश करें कि कोरोना वायरस में लॉकडाउन के दौरान अपना ख्याल रखें. हाईजीन को लेकर किसी तरह का समझौता न करें.

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