TOP NATIONAL NEWS 15 MAY 2018

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मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में  ब्रिज पांच साल से बन रहा था

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बड़ा हादसा हुआ है. यहां कैंट इलाके में पिछले पांच साल से बन रहे फ्लाईओवर का एक हिस्सा गिरने से 18 लोगों की मौत हो गई है, कई लोगों के अभी दबे होने की आशंका है. एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है. राहत एवं बचाव कार्य जारी है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वाराणसी में कैंट रेलवे स्टेशन के निकट एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर का पिलर गिरने के कारण लोगों के हताहत होने पर दुख जताया है। मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। इस हादसे में 25 लोगों के हताहत होने की आशंका जतायी गयी है।
राष्ट्रपति ने ट्वीट करके कहा है, ‘वाराणसी में निर्माणाधीन फ्लाईओवर हादसे की जानकारी मिलने से काफी दुख पहुंचा है। हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति मेरी हार्दिक संवदेना है। स्थानीय प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की मदद और राहत कार्यों में जुट गया है।’
प्रधानमंत्री ने घटना पर दुख जताया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया है. बता दें यह फ्लाईओवर कैंट से लहरतारा तक बन रहा है. 

वाराणसी: कैंट रेलवे स्टेशन के पास एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से करीब 12 लोगों की मौत हो गई है जबकि काफी लोग इसके मलबे में अभी भी दबे हुए हैं. जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त भी काफी भीड़ वहां थी. बता दें कि जहां ये हादसा हुआ है वो शहर के व्यस्त इलाकों में से एक है. पुल के पास ही कॉलेज और अस्पताल भी है. हादसे में 16 लोगों के मारे जाने की खबर है पर कहा जा रहा है कि ये आंकड़ा और बढ़ सकता है. मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई है. घटना वाली जगह तेजी से राहत और बचाव कार्य किया जा रहा है. कहा जा रहा है की काफी समय से पुल का काम चल रहा था. स्थानीय निवासियों ने बताया कि जिस वक्त हादसा हुआ उस वक्त यहां पर ट्रैफिक जाम था और भारी भीड़ थी. कई वाहन अभी भी इस पुल के नीचे दबे हुए हैं. माना जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है. ये ब्रिज पांच साल से बन रहा था. जिस वक्त हादसा हुआ कमल अपनी बाइक से जा रहे थे. उन्होंने तेज आवाज सुनी और बाइक रोक कर पीछे देखा तो हादसा हो चुका था.

कर्नाटक विधानसभा चुनाव सियासी माहौल  

बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी (104 सीट) बनकर उभरी है लेकिन बहुमत से दूर है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस (78) और जेडीएस के (38) खाते में 38 सीट गई हैं. कांग्रेस ने जेडीएस को समर्थन देने का एलान किया है.   

कांग्रेस और जेडीएस के सरकार बनाने की खबर आते बीजेपी में हलचल मच गई.  सत्ता के लिए चल रहा सियासी ड्रामे पर राज्यपाल वजुभाई वाला ने पर्दा डाल दिया. राज्यपाल ने बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता दिया है. बीएस येदियुरप्पा 17 मई, गुरुवार को शपथ ग्रहण करेंगे. हालांकि जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी ने भी कांग्रेस के समर्थन पर सरकार बनाने का दावा पेश किया, लेकिन राज्यपाल ने बीएस येदियुरप्पा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रण दिया है. 

राज्य में बीजेपी ने 105 सीटों पर बढ़त हासिल की है. सत्तारूढ़ कांग्रेस 78 और जेडीएस 38 सीटों पर आगे है. दो सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी बढ़त बनाने हुए हैं. सत्ता को हाथ से जाता देख कांग्रेस ने सुबह ही जेडीएस को समर्थन देने का ऐलान कर दिया था. कांग्रेस ने जेडीएस को बाहर से बिना शर्त समर्थन देने की घोषणा की थी. इसी समर्थन के आधार पर जेडीएस के एचडी कुमारस्वामी कांग्रेस के नेताओं के साथ राज्यपाल से मिलने भी गए और सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए कांग्रेस के समर्थन वाला लैटर भी दिया. कुमारस्वामी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और सिद्धारमैया भी थे. 

जेडीएस से पहले बीजेपी के येदियुरप्पा ने राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया. येदियुरप्पा ने कहा कि उन्होेंने राज्यपाल से मांग की कि बीजेपी राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है, इसलिए सरकार बनाने का पहला मौका उन्हें मिलना चाहिए. देर शाम को राज्यपाल ने बीजेपी की मांग स्वीकार कर ली और येदियुरप्पा को सरकार बनाने के लिए न्यौता दे दिया.

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में वोटों की गिनती के बीच पल पल सियासी माहौल बदल रहा है. रुझानों बीजेपी को मिली बढ़ते बाद बाजी पलट गई और सबसे ज्यादा सीटों के बाद भी बीजेपी सरकार बनाती नजर नहीं आ रही है. कांग्रेस ने जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा किया है. कांग्रेस के इस प्रस्ताव को जेडीएस ने मंजूर कर लिया है. कर्नाटक में कांग्रेस का सरकार बनाने का फॉर्मूला सामने आया है. इस फॉर्मूले के मुताबिक मुख्यमंत्री जेडीएस का होगा और उप मुख्यमंत्री कांग्रेस से हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल बंटवारे पर भी सबकुछ साफ हो गया है. मंत्रीमंडल में कांग्रेस 20 और जेडीएस को 14 मंत्री मिल सकते हैं. कर्नाटक में सरकार बनने की उम्मीदों के बीच सोनिया गांधी ने इस मामले में हस्तक्षेप किया. उन्होंने गुलाम नबी आजाद से बात की और फिर पार्टी ने जेडीएस से बातचीत की. बातचीत के बाद गुलाम नबी आजाद सामने आए और कहा, ”हमारी देवगौड़ा जी से फोन पर बात हुई है, उन्होंने हमारा ऑफर मंजूर किया है, उम्मीद है कि हम मिलकर सरकार बनाएंगे.” जेडीएस के प्रवक्ता तनवीर अहमद ने इस पर कहा, ”जनता चाहती थी कि जेडीएस सरकार में रहे. कांग्रेस ने प्रस्ताव दिया है जिसे हमारे शीर्ष नेतृत्व ने स्वीकार कर लिया है.” जेडीएस ने दावा किया है कि 18 तारीख को शपथ ग्रहण होगा.

 

कर्नाटक चुनाव में बीजेपी के प्रदर्शन को ‘असामान्य और अभूतवपूर्व’ करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि बीजेपी कर्नाटक की विकास यात्रा को ‘किसी को रौंदने’ नहीं देगी . प्रधानमंत्री ने बीजेपी मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘कर्नाटक की विजय असामान्य है, अभूतपूर्व है . इसके लिये वह पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता का अभार व्यक्त करते हैं .’ 

पीएम ने कहा कि यह जीत इस मायने में महत्वपूर्ण है कि ऐसी छवि बना दी गई थी कि बीजेपी उत्तर भारत की पार्टी है, हिन्दी भाषी क्षेत्र की पार्टी है. अब न गुजरात हिन्दी भाषी है, न असम, न गोवा, न पूर्वोत्तर का ही कोई क्षेत्र हिन्दी भाषी है . लेकिन लोगों में यह धारणा बनाने का प्रयास किया गया, एक झूठ फैलाया गया . पीएम मोदी ने कहा, ‘ इस प्रकार की विकृत सोच वाले लोगों को कर्नाटक की जनता ने झटका दिया है.’ 

‘एक भारत…श्रेष्ठ भारत को समर्पित पार्टी है बीजेपी’
पीएम ने कहा कि बीजेपी हिन्दुस्तान के हर क्षेत्र के लोगों और उनकी समस्याओं को सुलझाने के प्रति समर्पित पार्टी है, एक भारत…श्रेष्ठ भारत को समर्पित पार्टी है. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘बीजेपी किसी को कर्नाटक की विकास यात्रा को रौंदने नहीं देगी .’ उन्होंने कहा कि कर्नाटक के उज्ज्वल भविष्य के लिये बीजेपी कहीं भी पीछे नहीं रहेगी. 

बहुमत के आंकड़े से पीछे हैं बीजेपी
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब कर्नाटक चुनाव परिणाम में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति उभरी है. बीजेपी सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है लेकिन बहुमत के आंकड़े से कुछ सीटे पीछे रह है. इसी बीच कांग्रेस ने कहा है कि वह सरकार के गठन के लिए जद (एस) को समर्थन दिया और जद एस ने राज्यपाल से मुलाकात कर बहुमत साबित करने का मौका देने का आग्रह किया है. इससे पहले बीजेपी ने भी राज्यपाल के समक्ष प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया है . 

बीजेपी ने 100 सीटें जीती है और चार पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस ने 77 सीटों पर जीत दर्ज की है और एक पर आगे चल रही है . जद (एस) ने 37 सीट जीत ली है. कांग्रेस पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि आजादी के इतने सालों तक जो दल केंद्र में सत्ता में रहा हो, इतने वर्षो तक देश को चलाया हो, जिसमें इतने दिग्गज नेता रहे हो…. क्या कोई सोच सकता था कि चुनाव जीतने, तुच्छ स्वार्थ के लिये भारत के संविधान, संघीय ढांचे पर वह चोट पहुंचाएगी ? 

‘देश के मूलभूत अधिष्ठानों पर चोट चिंता का विषय’ 
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि केंद्र और राज्य के बीच तनाव पैदा करने का काम किया गया . उन्होंने कहा कि चुनाव में जीत.. हार होती रहेगी लेकिन देश के मूलभूत अधिष्ठानों पर चोट चिंता का विषय है. पीएम ने कहा कि उन्हें इस बात का कई बार मलाल रहा कि उन्हें कुछ राज्यों की भाषा नहीं आती . 

उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता ने भाषा के भेद को समाप्त किया और प्रचार के दौरान 45..47 डिग्री धूप में उनकी बातें ध्यान से सुनी .कर्नाटक चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिये प्रधानमंत्री ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रणनीति को सराहा . उन्होंने कहा कि कर्नाटक में पार्टी कार्यकर्ताओं के परिश्रम को सौ..सौ सलाम .

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