TOP NEWS 20 FEB. 2019
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में तिब्बत सीमा पर शिपकिला के पास बुधवार सुबह आए एवलांच (हिमस्खलन) में सेना के 6 जवान फंस गए थे। इसमें से 5 के शहीद होने की आशंका जताई जा रही है। किन्नौर के डिप्टी कमीश्नर गोपाल चंद ने के मुताबिक, एक जवान का शव बरामद कर लिया गया, जबकि पांच अब भी लापता हैं। मृतक जवान की पहचान रमेश कुमार (41) के तौर पर हुई। वह हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले के घुमरपुर गांव का रहने वाला था। किन्नौर पुलिस अधीक्षक (एसपी) साक्षी वर्मा ने कहा, पीड़ित सभी जवान 7 जम्मू-कश्मीर राइफल्स यूनिट के थे।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि राहत और पुनर्वास कार्य में जुटे आईटीबीपी और पुलिस बल को सभी प्रकार की सहायता प्रदान की जा रही है। डिप्टी कमीश्नर इस मामले को खुद देख रहे हैं। भूस्खलन की घटना दोपहर करीब 11 बजे शिपकला इलाके में हुई, जिसमें कई सैन्यकर्मी दब गए। इस हादसे में एक सैन्यकर्मी की मौत हो गई। वहीं आईटीबीपी को घटना के बाद 5 अन्य सैन्यकर्मियों के बर्फ में दबे होने का पता चला। इसके बाद पुलिस और आईटीबीपी की टीमों ने यहां बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सैन्य सूत्रों के मुताबिक, जो सैन्यकर्मी इस हादसे का शिकार हुए हैं वह सभी यहां नामज्ञा से शिपकला जाने के लिए बुधवार सुबह रवाना हुए थे। इसी दौरान डोगरी नाला के पास पहाड़ी इलाके में हिमस्खलन की घटना हो गई, जिसके कारण इस दल में शमिल 6 लोग बर्फ की चपेट में आ गए। गौरतलब है कि इससे पहले साल 2017 और 2018 में जम्मू-कश्मीर के कई पर्वतीय इलाकों में भी हिमस्खलन की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें कई सैन्यकर्मी अपनी जान गंवा चुके हैं।
बताया गया है कि बुधवार सुबह सेना के 16 जवान नमज्ञा से शिपकिला के पास पानी की पाइपलाइन को ठीक करने के लिए निकले थे। 11 बजे के आसपास बर्फीला तूफान आ गया और इसमें 6 जवान फंस गए थे। अंधेरा और ठंड ज्यादा होने के कारण आईटीबीपी और पुलिस को रेस्क्यू में दिक्कत आ रही है।
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पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान को अलग-थलग करने की नीति के तहत भारत ने आर्थिक तौर पर उसकी कमर तोड़नी शुरू कर दी है। हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीन लिया था और वहां से आने वाले सामान पर ड्यूटी 200% तक बढ़ा दी थी। पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वाघा बॉर्डर पर सामान से लदे पाकिस्तान के कई ट्रक अटके हुए हैं। पाक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलवामा हमले के बाद भारत की कोशिशें पाकिस्तान को आर्थिक मोर्चे पर हर तरह से नुकसान पहुंचा रही हैं। पाकिस्तान के एक चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक, 14 फरवरी को पुलवामा हमले से पहले ट्रक के जरिए अरबों रुपए का छुहारा वाघा बॉर्डर से भारत में एक्सपोर्ट होना था। हालांकि, अब वाघा बॉर्डर पर छुहारों से लदे सैकड़ों ट्रक खड़े हैं। एक ट्रक में तकरीबन 15 लाख रुपए का माल है। 200% इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाने के बाद 15 लाख रुपए के सामान पर 30 लाख रुपए की ड्यूटी लगा दी गई है। इसके बाद लाहौर से आ रहे कई ट्रक बॉर्डर पहुंचे बिना ही लौट रहे हैं। पाकिस्तान की कई छुहारा मार्केट में कारोबार बंद हो चुका है। पिछले पांच दिनों में पाकिस्तान सरकार और वहां के कारोबारियों को अरबों रुपए का नुकसान हो चुका है।
भारत के चाय उत्पादकों ने भी कहा है कि वे पाकिस्तान को निर्यात कम कर देंगे। 2018 में भारत ने पाकिस्तान में 1.58 करोड़ किलोग्राम चाय निर्यात की थी। 2017 के मुकाबले चाय के निर्यात में 7.43% का इजाफा हुआ था। चाय उत्पादकों का कहना है कि अब वे पाकिस्तान की बजाय मिस्र, मध्य पूर्व और रूस जैसे देशों में चाय निर्यात करने के बारे में सोचेंगे।
पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा छीनने का फैसला किया था। इसके बाद से भारत पर पाकिस्तान से आयात होने वाली वस्तुओं पर किसी भी सीमा तक शुल्क बढ़ाने का अधिकार था। पाकिस्तान से आयात होने वाली दो प्रमुख वस्तुएं फल और सीमेंट हैं। अब तक फलों पर 30-50% और सीमेंट पर 7.5% कस्टम ड्यूटी लगती थी। अब यह ड्यूटी बढ़कर सीधे 200% हो चुकी है। भारत-पाकिस्तान के बीच सालाना 17 हजार करोड़ रुपए का कारोबार होता है। इसमें भारत की 80% और पाक की 20% हिस्सेदारी है।
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नई दिल्ली. भारत ने बुधवार को सऊदी अरब के सामने पुलवामा हमले का मुद्दा उठाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन सऊद की मौजूदगी में कहा कि आतंकवाद फैलाने वालों पर दबाव बनाने की जरूरत है। वहीं, सऊदी क्राउन प्रिंस ने इस मुद्दे पर भारत का पूरा साथ देने का वादा किया। दोनों देशों के बीच पांच करार हुए। सऊदी अरब भारत में 100 अरब डॉलर (करीब 7.1 लाख करोड़ रु) का निवेश करेगा। जबकि एक दिन पहले उसने पाकिस्तान के साथ 20 अरब डॉलर के करार किए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय वार्ता के बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन सऊद को शादी भोज दिया। इसमें केसर जलेबी, गोलगप्पे, फालूदा और रोगनजोश जैसे कई पारंपरिक भारतीय वेज और नॉनवेज व्यंजन शामिल थे। इससे पहले प्रिंस सलमान को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। सऊदी प्रिंस पहली बार डेलिगेशन के साथ दो दिवसीय भारत दौरे पर आए हैं। मंगलवार रात मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर उनकी अगवानी के लिए एयरपोर्ट गए थे। लंच के मेन्यू में रोगनजोश, तंदूरी गुलाबी मच्छी, कीमा संबौशेक, दाल मखनी, बदीन-ए-जाम, कुरकुरी तिल भिंडी, केसर जलेबी, गुलाब जामुन, फालूदा के साथ शाही कुल्फी जैसे व्यंजन शामिल थे। लंच के दौरान खास तौर पर गीत-संगीत का भी इंजताम किया गया था। प्रिंस के सम्मान में देबंजन भट्टाचार्य, निशांत सिंह और रोहन बोस जैसे कलाकारों ने प्रस्तुति दी। भट्टाचार्य ने सरोद, सिंह ने पखावज और खंजीरा, बोस ने तबले पर ताल दी। एक के बाद एक 12 गीतों की प्रस्तुति में भजन-वैष्णव जन तो, गजल-चुपके चुपके रात दिन और बॉलीवुड सॉन्ग-मेरे नैना सावन भादो और लग जा गले शामिल थे।
साझा बयान में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘प्रिंस सलमान का भारत के पहले दौरे पर स्वागत करते हुए खुशी है। दोनों देशों के बीच संबंध निकट और पुराने रहे हैं। आपके मार्गदर्शन से हमारे द्विपक्षीय संबंधों में मधुरता आई है। इक्कीसवीं सदी में सऊदी अरब भारत की ऊर्जा का महत्वपूर्ण स्रोत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे खुशी है कि हम द्विवार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए तैयार हुए हैं। आज हमने संबंधों पर व्यापक चर्चा की है। आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाई पर लेकर जाने का फैसला किया है। मैं भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर में सऊदी के निवेश का स्वागत करता हूं। दुनिया की सबसे बड़ी पेट्रोलियम रिफायनरी में सऊदी की भागीदारी उसे बहुत आगे ले जाती है। सऊदी का सहयोग विशेषकर परमाणु ऊर्जा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अहम है। आज हमने कारोबार और पर्यटन को बढ़ाने के लिए सऊदी नागरिकों के लिए ई-वीजा जारी करने का फैसला लिया है।’’
उन्होंने
कहा, ‘‘पिछले हफ्ते पुलवामा में हुआ बर्बर हमला
दुनिया पर छाए आतंकवाद के खतरे की क्रूरता की निशानी है। हम इस बात पर सहमत हैं कि
आतंकवाद को बढ़ाने और समर्थन देने वाले देशों पर संभव दबाव बनाने की जरूरत है।
आतंकियों और इसके समर्थकों को सजा दिलाना बहुत जरूरी है, ताकि वे युवाओं को हिंसा के रास्ते पर चलने के
लिए गुमराह न कर पाएं। मुझे खुशी है कि हम दोनों देश इस बारे में एक जैसे विचार
रखते हैं।’’
क्राउन प्रिंस ने कहा, ‘‘भारत में डेलिगेशन हेड के तौर पर यह मेरी पहली यात्रा है। दोनों देशों ने पिछले 50 साल में संबंधों में मजबूती हासिल की है। हम कृषि और ऊर्जा के क्षेत्र में मिलकर आगे बढ़ सकते हैं। हमने 44 हजार अरब डॉलर (करीब 3 लाख 13 हजार करोड़ रुपए) का निवेश किया है। हम चाहते हैं कि दोनों देश मिलकर निवेश को फायदेमंद बनाएं। जहां तक चरमपंथ और आतंकवाद को लेकर हमारे विचार एक जैसे हैं। मैं अपने मित्र भारत से कहना चाहता हूं कि हम खुफिया समेत सभी मोर्चों पर मिलकर काम करेंगे। हम आने वाली पीढ़ियों के लिए बेहतर भविष्य सुनिश्चित करेंगे। न्योते के लिए हम आपका शुक्रिया अदा करना चाहते हैं।’’
पुलवामा हमले के छह दिन बाद सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन सऊद भारत दौरे पर आए हैं। वे इससे पहले पाकिस्तान गए थे। वहां उन्होंने पाकिस्तान के साथ 20 अरब डॉलर (करीब 1 लाख 43 हजार करोड़ रुपए) का करार किया था। सऊदी अरब पाकिस्तान को पहले से ही छह अरब डॉलर (करीब 43 हजार करोड़ रुपए) का कर्ज दे चुका है। पाक प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ क्राउन प्रिंस ने जो संयुक्त वक्तव्य जारी किया, उसमें उन्होंने भारत-पाक को संवेदनशील मुद्दों पर आपस में वार्ता करने का सुझाव दिया था।
सऊदी अरब भारत का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है। 2017-18 के दौरान दोनों देशों के बीच 1.95 लाख करोड़ का सालाना कारोबार हो रहा था। सऊदी अरब भारत की कुल जरूरत का 17% कच्चा तेल और 32% एलपीजी मुहैया करा रहा है।
यूपी के कानपुर से हरियाणा के भिवानी जाने वाली ट्रेन कालिंदी एक्सप्रेस में धमाके की खबर सामने आई है. यह धमाका ट्रेन के जनरल कोच के टॉयलेट में हुआ है. इस दौरान ट्रेन बर्राजपुर स्टेशन के पास थी. यह जानकारी रेल मंत्रालय ने दी है.
मिली जानकारी के मुताबिक धमाका शाम 7 बजकर 10 मिनट पर हुआ. शुरूआती जांच में पता लगा है कि धमाका गोला बारूद की वजह से हुआ है. इस मामले में किसी के घायल होने की खबर सामने नहीं आई है.
<कानपुर से चलने वाली इस ट्रेन में धमाके की खबर से पूरे यूपी में हड़कंप मच गया है. रेलवे और यूपी पुलिस इस मामले पर पैनी नजर बनाए हुई है और कड़ी जांच की जा रही है. अभी तक धमाके की वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है.