5 लोकसभा सदस्यों का इस्तीफा 3 माह में स्वीकार नही & TOP NEWS 25 MAY
लोकसभा सदस्यों का इस्तीफा 3 माह में स्वीकार नही किया- क्या है रणनीति- क्या चुनाव से बचना #आपके बीच आया हू; मोदी ने कहा- #फिक्सिड डिपाजिट (FD) पर ज्यादा ब्याज #हिमालयायूके न्यूज पोर्टल www.himalayauk.org
###########5 लोकसभा सदस्यों का इस्तीफा 3 माह में स्वीकार नही किया- क्या है रणनीति- क्या चुनाव से बचना
नई दिल्ली: वाईएसआर कांग्रेस के 5 लोकसभा सदस्यों को इस्तीफा सौंपे लगभग 3 महीना होने वाला है लेकिन लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने अब तक उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया है. इन सदस्यों ने आंध्र प्रदेश को विशेष दर्जा दिए जाने की मांग पर मार्च की शुरुआत में इस्तीफा दिया था. उनकी मांग है कि इस्तीफा जल्द स्वीकार किया जाए. हालांकि सूत्रों का कहना है कि स्पीकर यह तसल्ली करना चाहती हैं कि इसके पीछे कोई राजनीतिक दबाव तो नहीं. इस्तीफा सौंपने वालों में वाईएसआर के 5 सांसद- वाईवी शुभा रेड्डी, मिथुन रेड्डी, वाईएस अविनाश रेड्डी, वीवी प्रसादराव और सदन में पार्टी के नेता एम राजमोहन ने इस्तीफा दिया है. इस बीच, कांग्रेस ने भी मांग की है कि इनके इस्तीफे जल्द से जल्द स्वीकार किए जाएं ताकि इन सीटों पर उपचुनाव हो सकें.
3 जून से पहले इस्तीफा स्वीकार न होने पर नहीं होंगे उपचुनाव
वाईएसआर कांग्रेस के जिन सांसदों ने इस्तीफा दिया है उनकी मांग है कि इस्तीफे को 3 जून से पहले स्वीकार कर लिया जाए नहीं तो उपचुनाव कराने में पेंच फंस जाएगा. अगर स्पीकर 3 जून के बाद इस्तीफा स्वीकार करती हैं तो लोकसभा चुनाव में एक साल से कम समय रह जाएगा. ऐसे में चुनाव आयोग उपचुनाव नहीं कराएगा. चुनाव आयोग के मुताबिक जिस दिन स्पीकर इस्तीफा स्वीकार करेंगी वह उसी दिन से प्रभावी माना जाएगा.
वाईएसआर ने 4 और सांसदों की चुनाव आयोग से शिकायत की
इस बीच वाईएसआर कांग्रेस ने अपने 4 अन्य सांसदों के खिलाफ दल-बदल कानून के तहत चुनाव आयोग में शिकायत की है. इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पार्टी इन सीटों पर भी उपचुनाव चाहती है. उधर, जिन सांसदों का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है उनका कहना है कि वे किसी राजनीतिक दबाव में नहीं हैं. उन्होंने स्वेच्छा से इस्तीफा दिया है. इकोनॉमिक टाइम्स ने वाईएसआर कांग्रेस सांसद मिथुन रेड्डी के हवाले से कहा कि उनके इस्तीफे को स्वीकार करने के पीछे देरी का कारण क्या है, यह उन्हें नहीं मालूम. बीजेपी सरकार ने आंध्र प्रदेश की जनता के साथ धोखा किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि वह उपचुनाव नहीं चाहती, इसलिए हमारे इस्तीफे स्वीकार नहीं हो रहे.
######## आचार्य के नाते आपके बीच आया हू; मोदी ने कहा-
विश्व भारती विश्वविद्यालय के 49वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूनिवर्सिटी में जब अपने संबोधन की शुरुआत की तो उन्होंने सबसे पहले वहां मौजूद लोगों खासतौर पर छात्रों से माफी मांगी. पीएम मोदी ने कहा कि ‘बतौर चांसलर जब मैं यहां पहुंचा तो कुछ छात्रों ने मुझे इशारा कर बताया कि यहां पानी की कमी है, इस असुविधा के लिए मैं माफी चाहता हूं.’पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि ‘मैं उनके इशारे से समझ गया कि यहां छात्रों के लिए पीने का पानी भी नहीं है. आपको यह असुविधा हुई है और यूनिवर्सिटी के चांसलर के नाते मेरा दायित्व बनता है, इसलिए मैं आप सभी से क्षमा मांग अपनी बात को आगे बढ़ाऊंगा.’
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘पीएम होने के नाते मुझे देश के कई विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने का अवसर मिला, लेकिन वहां मैं अतिथि के रूप में जाता था, लेकिन यहां मैं अतिथि के रूप में नहीं, बल्कि आचार्य के नाते आपके बीच आया हूं. यहां मेरी भूमिका इस महान लोकतंत्र के कारण है.’
उल्लेखनीय है कि पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता पहुंचे हैं, जहां उन्होंने विश्व भारती विश्वविद्यालय के 49वें दीक्षांत समारोह में भाग लिया. समारोह से पहले उन्होंने अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना से शांति निकेत में मुलाकात की और उनका स्वागत किया. कार्यक्रम स्थल पर प्रधानमंत्री का मोदी-मोदी के नारों के साथ स्वागत हुआ. समारोह समाप्ति के बाद पीएम मोदी, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. दोनों नेता भारत और बांग्लादेश के सांस्कृतिक संबंधों के प्रतीक ‘बांग्लादेश भवन’ का उद्घाटन भी करेंगे. इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौजूद रहीं.
(2)फिक्सिड डिपाजिट (FD) पर ज्यादा ब्याज
क्या आपको अपने फिक्सिड डिपाजिट (FD) पर कम कम ब्जाज मिल रहा है, अगर हां तो आप देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में अकाउंट खुलवा सकते हैं. एसबीआई का दावा है कि सेविंग प्लस (Savings Plus) अकाउंट में आपको अन्य खातों से ज्यादा ब्याज मिलता है. एसबीआई के सेविंग प्लस अकाउंट में जमा 1000 रुपये से ज्यादा की रकम खुद ब खुद फिक्सिड डिपॉजिट (FD) में ट्रांसफर हो जाती है. इसके लिए जरूरी है कि यह रकम 1000 रुपये के मल्टीपल में होनी चाहिए.
मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट से लिंक होता है खाता
एसबीआई सेविंग प्लस अकाउंट में आपके सेविंग अकाउंट को मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट अकाउंट से लिंक किया जाता है. इसमें मिमिमम बैलेंस से ज्यादा वाली रकम को 1000 रुपये के मल्टीपल में एक से पांच साल की टर्म डिपाजिट/ फिक्सिड डिपॉजिट में जमा कर दिया जाता है. आसान भाषा में इसे आप स्वीप-इन फेसिलिटी या फ्लैक्सी फिक्सिड डिपॉजिट कह सकते हैं.
एसबीआई सेविंग प्लस अकाउंट की तरह ही एचडीएफसी बैंक में स्वीप-इन फिक्सिड डिपॉजिट और आईसीआईसीआई बैंक में फ्लेक्सी डिपॉजिट अकाउंट होता है. इन खातों को बैंक के अनुसार अलग-अलग नाम दिया गया है. इनमें न्यूनतम बैलेंस से ज्यादा की रकम को ऑटोमेटिक फिक्सिड डिपॉजिट में ट्रांसफर कर दिया जाता है. अगर इन खातों में बैलेंस निर्धारित न्यूनतम बैलेंस से कम हो जाता है तो इसे मेनटेन करने के लिए एफडी में से रकम ट्रांसफर कर दी जाती है.
एसबीआई फिक्स डिपॉजिट रेट
– 7 दिन से 45 दिन तक—-5.75 प्रतिशत
– 46 दिन से 179 दिन तक—-6.25 प्रतिशत
– 180 दिन से 210 दिन तक—-6.35 प्रतिशत
– 211 दिन से एक साल से कम के लिए—-6.40 प्रतिशत
– एक साल से ज्यादा और दो साल से कम के लिए—-6.40 प्रतिशत
– दो साल से ज्यादा और तीन साल से कम के लिए—-6.6 प्रतिशत
– तीन साल से पांच साल के लिए—-6.7 प्रतिशत
– पांच साल और उससे ज्यादा 10 साल तक के लिए—–6.75 प्रतिशत
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