फ्रांस में सिल्‍वर विजेता एथलीट अनु कुमार सीएम द्वारा सम्मानित

TOP NEWS 3 JULY 2017; चमोली 03 जुलाई,2017 (सू0वि0)
जिला आपदा कन्ट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार 03 जुलाई को 2,016 तीर्थयात्री बद्रीनाथ तथा 609 तीर्थयात्री हेमकुण्ड साहिब दर्शनार्थ पहुॅचे। 02 जुलाई तक 6,31,933 तीर्थयात्री बद्रीनाथ तथा 80,837 तीर्थयात्री हेमकुण्ड साहिब के दर्शन कर चुके है। 03 जुलाई को प्रातः 8ः00 बजे अलकनंन्दा नदी का जलस्तर 953.86 मी0, नन्दाकिनी का 867.17 मी0 तथा पिण्डर का 768.45 मी0 मापा गया। वही तहसील चमोली में 26 एमएम, जोशीमठ 2.4 एमएम, कर्णप्रयाग में 22.6 एमएम, पोखरी में 78 एमएम, गैरसैंण में 5 एमएम तथा थराली में 3 एमएम वर्षा रिकार्ड की गयी।
जभवन देहरादून, 03जुलाई, 2017

राज्यपाल डाॅ. कृष्ण कांत पाल ने रविवार को महिला क्रिकेट विश्वकप में पाकिस्तान के विरूद्ध भारतीय टीम की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली उŸाराखण्ड की एकता बिष्ट व मानसी जोशी को बधाई दी है। ‘‘एकता व मानसी ने अपने शानदार प्रदर्शन से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सभी उŸाराखण्डवासियों को गौरान्वित किया है। उनका यह बेहतरीन प्रदर्शन प्रदेश के दूसरे युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरित करेगा।’’

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने महिला क्रिकेट विश्वकप में रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली अल्मोड़ा निवासी एकता बिष्ट एवं उत्तरकाशी निवासी मानसी जोशी को बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड की दोेनो बेटियों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने एकता बिष्ट की माता जी श्रीमती तारा बिष्ट एवं मानसी जोशी की माता जी श्रीमती शांति जोशी से फोन पर बात कर उनकी बेटियों द्वारा किये गये शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें बधाई दी है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र को एकता बिष्ट की माता जी ने बताया कि एकता उनके तीन बच्चों में सबसे छोटी है। एकता 4 वर्ष की उम्र से क्रिकेट खेल रही है। उन्होंने बताया कि वह हेमवती नन्दन बहुगुणा स्टेडियम, अल्मोड़ा में अभ्यास करती है। इसके साथ ही मानसी जोशी की माता जी ने बताया कि मानसी उनके तीन बच्चों में सबसे बडी है। मानसी जब 8 साल की थी तब से वह क्रिकेट खेलती है। प्रारम्भिक रूप में मानसी द्वारा 03 वर्षों तक रूड़की में अभ्यास किया गया एवं पिछले 3 वर्षों से मानसी सेंट जोसेफ स्कूल, देहरादून में क्रिकेट का अभ्यास कर रही है।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड की दोनो बेटियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय व अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन किया है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्रतिभाओं की कमी नही है। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उत्तराखण्ड में खेलों को प्रोत्साहित करने के लिए कार्य किया जा रहा है। जिससे की उत्तराखण्ड की खेल प्रतिभाओं को राष्ट्रीय व अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर मंच उपलब्ध हो सकें।

देहरादून 03 जुलाई, 2017(सू.ब्यूरो)

कैम्पा योजना को प्रभावशाली एवं क्रियाशील बनाएं। योजना में जलसंवर्धन एवं जल संरक्षण पर विशेष फोकस किया जाए। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक के दौरान निर्देश दिए कि 19 जुलाई को वृक्षारोपण को पूरे प्रदेश में अभियान के रुप में क्रियान्वित किया जाए। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण हेतु समस्त जनपदों एवं राज्य स्तर पर जन सहभागिता के अतिरिक्त सरकारी एवं गैर सरकारी विभागों को भी शामिल कर लिया जाए। मुख्यमंत्री ने नदियों के किनारों पर वृक्षारोपण करने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने वृक्षारोपण के साथ-साथ वनाग्नि सुरक्षा पर बल देते हुए विशेष प्रयास करने को कहा। हिमालय दिवस पर विशेषज्ञों की टीम से परिचर्चा का कार्यक्रम बना लिया जाए। जिसमें पर्यावरणीय बिंदुओं को प्रमुखता से उठाया जाए। बैठक में मुख्यमंत्री ने विभिन्न नदियों के पुनर्जीवित करने के प्रयास पर बल दिया
उत्तराखंड के क्षतिपूरक वनीकरण कार्य में तेजी लाने पर बल देते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि विभिन्न योजनाओं हेतु भूमि हस्तांतरण के बाद दोगुना वृक्षारोपण किया जाए। योजना के थर्ड पार्टी जांच के रूप में एफ.आर.आई. का उपयोग किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मीटिंग ना हो सके, तो उपाध्यक्ष के रूप में वन मंत्री की अध्यक्षता में बैठक करा ली जाए, ताकि नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जा सकें।
बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री प्रकाश पंत ने योजना के लेखा-जोखा, मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम पर बल देते हुए कहा कि योजना का नियमित ऑडिट किया जाए। वन मंत्री डाॅ.हरक सिंह रावत ने कहा कि केंद्र सरकार की योजना में योजना की स्वीकृति के अधिकार राज्य को दिये जाने हेतु केन्द्र से पत्राचार किया जा रहा है, इससे राज्य की विशेष भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए राज्य अपनी सुविधा अनुसार योजना स्वीकृत कर सकेगा।
बैठक में मुख्य सचिव श्री एस.रामास्वामी, सचिव वित्त श्री अमित सिंह नेगी, प्रमुख वन संरक्षक(एच.ओ.एफ.एफ) श्री राजेंद्र कुमार, प्रमुख वन संरक्षक, वन पंचायत श्री अशोक पै, प्रमुख वन संरक्षक, वन्य जीव/मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक श्री डी.वी.एस.खाती, अपर प्रमुख वन संरक्षक/मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री समीर सिन्हा आदि उपस्थित थे।

हरिद्वार के एथलीट अनु कुमार को सम्मानित
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में फ्रांस में आयोजित आईएसएफ वल्र्ड स्कूल्स चैंपियनशिप ऐथलेटिक्स 2017 में 800 मीटर दौड़ में सिल्वर मेडल प्राप्त करने वाले उत्तराखंड के जनपद हरिद्वार के एथलीट अनु कुमार को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एथलीट अनु कुमार की माताजी श्रीमती मुन्नी देवी एवं पिता श्री महिपाल सिंह को भी अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने एथलीट अनु कुमार को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई देते हुए आशा व्यक्त की कि भविष्य में अनु और अच्छा प्रदर्शन करेगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए अनु को और अधिक मेहनत करनी होगी। ज्ञातव्य हो कि एथलीट अनु कुमार देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज रायपुर में अध्ययनरत है एवं वर्ष 2020 में आयोजित होने वाली ओलम्पिक खेलों की तैयारी कर रहा है।

उत्तराखण्ड में आयोजित होने वाले 38वें राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के संबंध में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को सचिवालय में बैठक ली।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि राज्य में खेल हो रहे है, यह गौरव की बात है। किंतु इन खेलों की सार्थकता तभी है, जब इन खेलों के बाद उत्तराखंड में खेल का माहौल बन सकें। मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का प्रदर्शन श्रेष्ठ करने के लिए अभी से तैयारी करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि आवश्यकता पड़ने पर विदेशों से भी ट्रेनर एवं कोच लाए जाएं। उत्तराखंड के लिए बैडमिंटन, बॉक्सिंग, बास्केटबॉल, वाटर स्पोर्ट्स, जूडो-कराटे व एथेलेटिक्स में विशेष प्रदेर्शन की संभावनाए है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि राष्ट्रीय खेलों के आयोजन से पूर्व न्याय पंचायत, ब्लॉक, जनपद एवं राज्य स्तर पर खेल महाकुंभ का भी आयोजन किया जाए। खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए सभी खिलाड़ियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाए, ताकि उत्तराखंड में खेल का वातावरण तैयार हो सकें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि चयन प्रक्रिया में विशेष निष्पक्षता व पारदर्शिता बरती जाए।
मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खेलों के लिए अवस्थापना विकास पर बल दिया। उन्होंने खेलों के बाद इसके बेहतर रखरखाव एवं दुरुपयोग को रोकने के लिए कार्ययोजना बनाने की बात कही। प्रस्तावित राष्ट्रीय खेल का लोगो(LOGO) डिजाइन में छलांग मारता व्यक्ति, पहाड़, नदियां होंगी तथा मस्कट डिजाइन में सुंदर मोनाल पक्षी होगी। राष्ट्रीय खेल का प्रमुख केंद्र देहरादून व हल्द्वानी होग। इसके अतिरिक्त अन्य खेलों के आयोजन हेतु टिहरी, पिथौरागढ़, ऋषिकेश, अल्मोड़ व रूड़की का भी उपयोग किया जायेगा।
इस अवसर पर खेल मंत्री श्री अरविंद पाण्डेय, सचिव खेल श्री शैलेश बगोली, निदेशक युवा कल्याण श्री प्रशान्त आर्य, अपर सचिव मेहरबान सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे।

प्रदेश के विद्यालयी शिक्षा, प्रौढ़़ शिक्षा, संस्कृत शिक्षा, खेल, युवा कल्याण एवं पंचायती राज मंत्री अरविन्द पाण्डेय के आवास पर वल्र्ड स्कूल एथलीट में सिल्वर मेडल विजेता उत्तराखण्ड के अन्नु कुमार तथा उनके परिजनों ने मुलाकात की। शिक्षा मंत्री द्वारा अन्नु कुमार को सम्मानित किया गया तथा भविष्य में ओलम्पिक में उनके द्वारा स्वर्ण पदक हासिल करने हेतु विश्वास व्यक्त किया। तथा इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए प्रदेश सरकार की ओर से हरसम्भव सहायता का आश्वासन देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
ज्ञातव्य है कि अन्नु कुमार ने फ्रांस में वल्र्ड स्कूल एथलीट में अण्डर-19 की 800 मीटर दौड़ में यह ऐतिहासिक सफलता प्राप्त की।

देहरादून 03 जुलाई, 2017(सू.ब्यूरो)

मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोटद्वार निवासी श्री कमल जोशी(वरिष्ठ पत्रकार एवं छायाकार) के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी मेें उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।

देहरादून 03 जुलाई, 2017(सू.ब्यूरो)

जीएसटी लागू होने के पश्चात् इस संदर्भ में क्रियान्वयन तथा फीडबैक के संबंध में प्रत्येक जिले में एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए। अधिकारियों द्वारा यह कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को सचिवालय में आयोजित बैठक में उक्त निर्देश दिए।
बैठक में सचिव श्री एस.रामास्वामी, प्रमुख सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव श्री अमित सिंह उपस्थित थे
नाबार्ड तथा राज्य सरकार द्वारा संचालित ग्रामीण विकास, अवसंरचना विकास, महिला सशक्तिकरण, स्वयं सहायता समूह सशक्तिकरण की समान प्रकृति की योजनाओं को समन्वित किया जाए। स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण हेतु नाबार्ड तथा राज्य के ग्राम्य विकास विभाग के मध्य समन्वय सुनिश्चित किया जाए। जल संरक्षण हेतु राज्य सरकार तथा नाबार्ड को मिलकर कार्य करना होगा। नाबार्ड द्वारा संचालित जनजातीय विकास, जल संरक्षण, सामूहिक कृषि, रूपे डेबिट कार्ड वितरण, वाॅटर शेड योजनाओं, स्वयं सहायता समूह प्रशिक्षण के संबंध में जन जागरूकता बढ़ाई जाए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को सचिवालय में नाबार्ड के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में उक्त निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने बैठक में नाबार्ड द्वारा राज्य में संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
बैठक में नाबार्ड के पदाधिकारियों द्वारा जानकारी दी गई कि नाबार्ड उत्तराखंड राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में अवस्थापना तथा संस्थागत विकास, सहकारी व जिला बैंकों को सीबीएस करने, वित्तीय साक्षरता बढ़ाने, वित्तीय डिजिटलाइजेशन सुनिश्चित करने, बैंकों को मानव संसाधन विकास में सहायता, स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण व डिजिटलाइजेशन, वाॅटर शेड प्रोग्राम, जनजातीय क्षेत्र विकास, क्लाइमेट चेंज सेवाएं होने से संबंधित योजनाओं पर कार्य कर रहा है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री एस.रामास्वामी, प्रमुख सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, श्रीमती मनीषा पंवार, सचिव श्री अमित सिंह नेगी तथा नाबार्ड के पदाधिकारी आदि उपस्थित थे

देहरादून 03 जुलाई 2017 मसूरी में यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने के लिए जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेसन तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने चारधाम यात्रा सीजन के दौरान मसूरी आने जाने वाले के लिए यातायात प्लान के सम्बन्ध में उप जिलाधिकारी मसूरी कार्यालय सभागार में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर अध्यक्ष नगर पालिका मसूरी मनमोहन सिंह मल्ल भी मौजूद थे।
बैठक में मसूरी यातायात के बाधित होने वाले विभिन्न प्वाईट एवं बिन्दुओं पर चर्चा की गई तथा स्थानीय लोगों से यातायात के कुशल संचालन के लिए फीड बैक ली गई साथ ही पुलिस अधीक्षक यातायात धीरेन्द्र गुंज्याल ने मसूरी रूट मैप के एस.ओ.पी. प्लान का परजेटेशन दर्शाया। जिलाधिकारी ने लोक निर्माण विभाग को सडक पर गड्डे, पैच तथा उबड खाबड वाली जगह को ठीक करने तथा राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों के साथ सडक पर स्प्रीगं पोस्ट व मार्किगं करने के निर्देश दिये। उन्होने मसूरी के उप जिलाधिकारी, क्षेत्राधिकारी , नगर पालिका तथा लोक निर्माण विभाग की संयुक्त टीम को शहर में किये गये पुराने तथा नये सभी तरह के अतिक्रमण को मुक्त करने तथा सडक के किनारे रखी गई सामग्री का चालान करते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होने पुलिस तथा नगर पालिका को लाईब्रेरी चैक तथा अन्य मुख्य खैराहों/स्थानों पर सीसी टी.वी कैमरा, टैªेफिक लाईट तथा लाउड स्पीकर के माध्यम से टैªफिक को संचालित करने के निर्देश दिये। उन्होने कैम्टीफाल रूट वाले ऐसे पर्यटकोें जो हरियाणा, चण्डीगढ से सम्बन्धित हो उनको वीजीवल फ्लैक्स, एलईडी, बोर्ड इत्यादी उचित संकेतों के माध्यम से यमुना पुल होते हुए विकासनगर वाले रूट से डायवल्ट करने की कोशिस करने के निर्देश दिये।
बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने सभी अधिकारियों को मसूरी के मुख्य चैराहों, माल रोड पर सडक किनारे ट्रेफिक में बाधा डालने वाली सामग्री का चालान करने साथ ही जाम की स्थिति में वैकल्पिक रूट डायर्वट की व्यवस्था के भी निर्देश दिये। उन्होने कहा कि हम शासन स्तर पर कोशिश करेगें कि ऋषिकेश व देहरादून से मूसरी की ओर आने वाली बडी बसों की पीक सीजन में मसूरी में प्रवेश न हो पाय, जिससे टैªफिक व्यवधान कम से कम होगा।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी मसूरी मीनाक्षी पटवाल, क्षेत्राधिकारी मसूरी डिमरी, अधीक्षण अभियन्ता लो.नि.वि. ए.एस. भण्डारी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिक मसूरी आर..एस. विष्ट सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
देहरादून 03 जुलाई 2017 जिलाधिकारी एस.ए मुरूगेसन ने एम.के.पी डिग्री कालेज के सभागार में विद्यालय स्तर पर शिक्षण अधिगम प्रक्रिया के साथ-2 उचित शैक्षणिक नेतृत्व प्रदान करने तथा विद्यालयों में समस्त संस्थागत व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के सम्बन्ध में विकासखण्ड विकासनगर, कालसी तथा चकराता के प्रधानाचार्य की कार्यशाला में प्रतिभाग करते हुए शिक्षा की गुणवत्ता बढाने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने कार्यशाला में उपस्थित प्रधानाचार्यों को विगत परीक्षाफल का विश्लेषण करते हुए कमजोर छात्र/छात्राओं का चिन्हीकरण कर उनके लिए रमेडियल कक्षाएं विशेष सहायता द्वारा शत्-प्रतिशत् परीक्षा परिणाम प्राप्ति के निर्देश दिये, इसके साथ ही इजिनिंयरिंग, मेडिकल एवं अन्य प्रतियोगी परिक्षाओंहेतु प्रतिभावान छात्र/छात्राओं का चयन करते हुए उन्हे विशेष सहायता एवं मार्ग दर्शन दिया जाये।। उन्होने कहा कि विद्यालय के प्रधानाचार्य जनप्रतिनिधियों एवं छात्र/छात्राओं के अभिभावकों को मुख्य कार्यक्रम हेतु आमंत्रित किया जाये तथा उनसे विद्यालय के विकास तथा शैक्षिक गुणवत्ता के लिए सभी आवश्यक सहयोग प्राप्त करने का प्रयास किया जाये। उन्होने विद्यालयों में पुस्तकालय, प्रयोगशाला, कम्प्यूटर कक्ष, खेल अवस्थापना, शौचालय, विद्युत, प्रयोगशाला बच्चों को बैठने की व्यवस्था आदि सुविधाओं को देखकर आगे जिसमें कुछ कमी रह गयी हो उसे पूर्ण करने का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। उन्होने विद्यालयों में बनने वाले मिड-डे मिल साफ-सफाई व गुणवत्ता बनाये रखने, विद्यालयों में बायोमेट्रिक मशीन लगाने, प्रत्येक छात्र को तथा अभिभावकों को छात्रवृत्ति तथा अन्य सुविधायें दिलवाने के लिए उन्हे आधार कार्ड बनवाने केा प्रेरित करने तथा बच्चों को समय-2 पर स्वास्थ्य परीक्षण करवाने तथा विद्यालयों में सैनेट्री नेफकीन मशीन लगाने के निर्देश दिये। उन्होने कहा कि प्रत्येक विद्यालय में शिक्षक/कर्मचारियों की उपस्थिति हेतु बायोमैट्रिक मशीन की व्यवस्था की जानी है तथा तद्नुसार नियमित उपस्थिति हेतु निर्देश निर्गत किये जायें, साथ ही यह भी अवगत कराया जाये कि अपरिहार्य परिस्थिति को छोड़कर कोई भी अभिकर्मी अपने कार्यस्थल से अनुपस्थित न रहें।
इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी एस.वी जोशी, जिला शिक्षा अधिकारी वी.एस चैधरी, खण्ड शिक्षा अधिकारी कालसी रणजीत राणा, विकासनगर बी.पी सिंह, चकराता डाॅ मूलचन्द सहित सम्बन्धित विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित थे।

देहरादून 3 जुलाईः
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा उत्तराखण्ड में कांग्रेस पार्टी के संगठनात्मक चुनाव सम्पन्न कराये जाने हेतु 6 सदस्यीय प्रदेष चुनाव प्राधिकरण का गठन किया गया है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए प्रदेष कांग्रेस कमेटी की प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा पूर्व सांसद एवं प्रदेष चुनाव अधिकारी श्री जे.पी. अग्रवाल की अध्यक्षता में प्रदेष चुनाव प्राधिकरण का गठन करते हुए प्रदेष कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष श्री जोत सिंह बिश्ट, प्रदेष महामंत्री श्री राजेन्द्र सिंह भण्डारी एवं विधायक श्री गोविन्द सिंह कुंजवाल को प्रदेष चुनाव प्राधिकरण का सदस्य मनोनीत किया है। प्रदेष चुनाव सहअधिकारी श्री सचिन नायक एवं श्री गगनदीप सिंह प्रदेष चुनाव प्राधिकरण में विषेश आमंत्रित सदस्य होंगे।
श्रीमती दसौनी ने बताया कि अखिल भारतीय कंाग्रेस कमेटी द्वारा प्रदेष चुनाव प्राधिकरण को संगठनात्मक चुनाव समय पर सम्पन्न कराये जाने हेतु दिषा निर्देष भी जारी किये गये हैं। इसी परिपेक्ष में दिनांक 7 जुलाई, 2017 को उत्तराखण्ड प्रदेष चुनाव प्राधिकरण एवं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा निर्वाचित जिला चुनाव अधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया है। बैठक में संगठनात्मक चुनावों की प्रगति की समीक्षा की जायेगी।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह ने किसानों द्वारा सहकारी बैंको से लिए गये ऋण के ब्याज माॅफ किये जाने सम्बन्धी सहकारिता मंत्री श्री धन सिंह रावत के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड के सभी किसान गरीब परिवारों से आते हैं तथा उनकी आय का एकमात्र साधन मात्र खेती है। पर्वतीय राज्य होने के कारण यहां के किसानों की खेती वर्शा जल पर ही निर्भर करती है तथा अधिक वर्शात एवं ओला वृश्टि होने के कारण यहां के किसानों की सब्जी, फल सहित सभी फसलें पूर्ण रूप से बर्बाद हो जाती है। ऐसी परिस्थितियो में बैंकों तथा सहूकारों से लिया गया कर्ज लौटाने में किसानेां को परेषानी का सामना करना पड़ता है।
श्री प्रीतम ंिसह ने कहा कि बैंकों द्वारा जिस प्रकार किसानों पर कर्ज लौटाने के लिए विभिन्न माध्यमों से दबाव बनाया जा रहा है तथा उसके बाद किसानों को आत्म हत्या के लिए मजबूर होना पड़ रहा है वह निन्दनीय है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने घोशणा पत्र में भी किसानों के कर्ज माॅफ करने का वायदा किया था परन्तु अब सरकार उससे विमुख होती जा रही है। उन्हेांने कहा कि वर्श 2013 में उत्तराखण्ड राज्य में आई दैवीय आपदा से प्रभावित लोग बमुष्किल उबर पाये हैं तथा सरकार द्वारा मात्र ब्याज माफी की घोशणा उसे राहत पहुंचाने के लिए नाकाफी है।
प्रदेष कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राज्य के सहकारिता मंत्री द्वारा ब्याज माॅफ किये जाने के बयान पर कहा कि राज्य सरकार की यह घोशणा ऊंट के मुंह में जीरे के समान है। उन्होंने कहा कि राज्य में समय-समय पर हुई अतिवृश्टि तथा वर्श 2013 में आई भीशण आपदा को देखते हुए उत्तराखण्ड राज्य के किसानों का सम्पूर्ण ऋण माॅफ किया जाना चाहिए।

चमोली 03 जुलाई 2017 (सू0वि0)
जिलाधिकारी आशीष जोशी की अध्यक्षता में मंगलवार, 04 जुलाई को तहसील आदिबद्री में जिला स्तरीय तहसील दिवस का आयोजन किया जायेगा। यह जानकारी देते हुए जिला कार्यालय के प्रभारी अधिकारी ने समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्धारित समय पर तहसील दिवस में प्रतिभाग करने को कहा है।

चमोली 03 जुलाई 2017 (सू0वि0)
पीसीपीएनडीटी जिला सलाहकार समिति की बैठक 05 जुलाई को पूर्वाहन 11ः00 बजे से जिलाधिकारी आशीष जोशी की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में आहूत की गयी है। यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी संबधितों को निर्धारित तिथि एवं समय पर बैठक में प्रतिभाग करने की अपील की है।
चमोली 03 जुलाई 2017 (सू0वि0)
भूकंप, बाढ, अग्नि, बादल फटना जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम के तहत व्यवस्थित ढंग से राहत एवं बचाव कार्यो को सम्पादित करने तथा कम से कम समय में आपदा प्रभावितों तक राहत एवं बचाव कार्यो को पहुॅचाने के लिए सोमवार से जिला स्तरीय अधिकारियों को दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण आईआरएस विशेषज्ञ बीबी गणनायक द्वारा जिला कार्यालय सभागार में दिया जा रहा है।

विशिष्ट विशेषज्ञ ने कहा कि आपदा राहत एवं बचाव कार्यो इंसीडेंट रिस्पांस सिस्टम (पदबपकमदज त्मेचवदेम ैलेजमउ) के तहत व्यवस्थित ढंग से संचालित किया जाना है। आईआरएस का उदेश्य कम से कम रिसंपोंस टाईम में आपदा प्रभावितों तक खोज, बचाव एवं राहत कार्यो को पहुॅचाना है। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्य को अंजाम देना किसी एक व्यक्ति या विभाग का कार्य नही है, बल्कि इसमें सभी विभागों, जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों एवं मीडिया के लोगों को आपसी समन्वय बनाकर मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र की पहुॅच सभी गांवों एवं कस्बों तक है। आपदा के समय घटना स्थल से जानकारी देना व आपदा राहत व बचाव कार्यो को तुंरत शुरू करना संबधित क्षेत्र की आशा, आंगनबाडी, पटवारी, ग्राम विकास अधिकारियों एवं संबधित क्षेत्र में कार्यरत कार्मिकों का प्राथमिक कार्य है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक समुदाय/गांव में उपलब्ध संशाधनों को सूचीबद्व करना होगा ताकि आवश्यकता पढने पर उनका उपयोग किया जा सके। घटना की जानकारी मिलने पर घटना के स्वरूप के अनुसार ही आईआरएस टीम के द्वारा रिस्पांस किया जायेगा। बडी आपदा में प्रभावी ढंग से कार्य संपादित करने के लिए अलग-अलग स्थानों पर स्टैजिंग एरिया बनाकर कार्य करना होगा, जिससे प्रभावितों तक शीघ्र राहत एवं बचाव कार्यो को पहुॅचाया जा सके।

उन्होंने जिले स्तर पर आपदा प्रबन्धन सम्बन्धित कार्यो के लिए उत्तरदायी सभी अधिकारियों को आईआरएस के विभिन्न पक्षों की जानकारी दी तथा आपदा के दौरान अपने उत्तरदायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन करने को कहा। आपदा के समय विभागों को आपसी समन्वय बनाकर आईआरएस व्यवस्था के अनुसार कार्य करने का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कहा कि आईआरएस व्यवस्था के तहत आपदा से पूर्व तैयारियों को सुनिश्चित करना तथा आपस में बेहतर तालमेल बनाकर राहत व बचाव कार्यो को अंजाम देना है। इन्सीडेट रिसपोंस सिस्सटम के तहत जिला स्तर पर जिलाधिकारी को रिसपोंसिबिल आॅफिसर, पुलिस अधीक्षक डेप्यूटी रिसंपोसिबिल आॅफिसर, मुख्य विकास अधिकारी लाॅइजेनिंग आॅफिसर, अपर जिलाधिकारी इंसीडेंट कमांडर, मुख्य कोषाधिकारी को फाइनेंस ब्रान्च डायरेक्टर, डीआईओ इनफाॅरमेशन मीडिया आफिसर रहेंगे। इसके अतिरिक्त प्लानिंग सेक्शन, आॅपरेशन सेक्शन, लाॅजिस्टक सेक्शन तथा स्टैजिंग एरिया मैनेजर के लिए सक्षम अधिकारी नामित किये गये है।

जिलाधिकारी आशीष जोशी ने सभी अधिकारियों को आईआरएस सिस्टम के तहत दी गयी जिम्मेदारियों/उत्तरदायित्वों का पूरी तरह से निर्वहन करने को कहा। आपदा घटित होने पर आईआरएस के सभी अधिकारियों को स्वत सक्रिया होकर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान आईआरएस से संबधित अपनी शंकाओं का अच्छी तरह से समाधान करने के निर्देश दिये ताकि आपदा के दौरान जिम्मेदारियों एवं दायित्वों का निर्वहन करने में किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। उन्होंने सभी अधिकारियों को आपदा के दौरान बेहतर समन्वय एवं तालमेल के साथ कार्य करने के भी निर्देश दिये।

प्रशिक्षण कार्यशाला में पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट, मुख्य विकास अधिकारी विनोद गोस्वामी, अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, मुख्य कोषाधिकारी वीरेन्द्र कुमार, सीएमओ डा दिनेश चन्द्र सेमवाल, डीडीओ आनंद सिंह, आपदा प्रबन्धन अधिकारी नंद किशोर जोशी सहित आईआरएस के सभी नोडल एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

हरिद्वार
जिला मजिस्ट्रेट हरिद्वार दीपक रावत ने अवगत कराया कि भारत सरकार द्वारा अधिसूचित आयुध नियम-2016 के क्रम में गृह मंत्रालय भारत सरकार के शासनादेशानुसार पूर्व में स्वीकृत शस्त्र लाईसेंस जिनका यू0आई0एन0 (विशिष्ट पहचान संख्या) जनरेट नहीं हुआ है, को निरस्त किया जाता है तथा ऐसे लाइसेंसधारक शस्त्र लाईसेंस हेतु पुनः आवेदन कर सकते हैं।

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