देहरादून- सत्‍ता के गलियारो से- मुख्‍य खबरे 25 Nov. 2019

HIGH LIGHT# Himalayauk Bureau # संविधान दिवस के अवसर पर प्रदेश की जनता को बधाई और शुभकामनाएं #मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक #ग्राम्या परियोजना का किसानों की आय वृद्धि पर प्रभाव का किया जाएगा आंकलन #पेयजल योजना के लिए जारी एक करोड़ की धनराशि — गणेश जोशी # पैरामेट्रिक, नाॅन पैरामेट्रिक परीक्षण विधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला # दिसम्बर में विकासखण्डों में बहुउदेशीय शिविर का आयोजन #चमोली 25 नवंबर,2019(सू0वि0)   ###

 युवाओ में अभिनव सोच एवं नवाचार को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता: राज्यपाल

राजभवन देहरादून 25नवम्बर, 2019  राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने सोमवार को विज्ञान धाम झाझरा देहरादून में यूकोस्ट तथा भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग तथा अमेरिकन केमिकल सोसाइटी द्वारा ‘‘विज्ञान में गुणवत्तायुक्त शोध को प्रोत्साहित करने हेतु  आयोजित  कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने कहा कि वैश्वीकरण और डिजिटलाइजेशन के इस युग में बहुत सी स्थानीय तथा वैश्विक समस्याओं का समाधान विज्ञान के माध्यम से ही हो सकता है। इसके लिये युवाओं में अभिनव सोच एवं नवाचार को विकसित करने की जरूरत है। विज्ञान को मात्र एक विषय न समझा जाय। विज्ञान के माध्यम से लोगों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण भी विकसित होना चाहिये। विज्ञान के द्वारा ही अंधविश्वासों व मिथकों को समाप्त किया जा सकता है। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि आज प्रत्येक व्यक्ति को स्वच्छ हवा, शुद्ध पानी, पौष्टिक भोजन, स्वास्थ्य एवं अन्य आधारभूत सुविधाओं की जरूरत है। वैज्ञानिकों व शोधकर्ताओं विचार करें कि किस प्रकार विज्ञान व आधुनिक तकनीक इस दिशा में सहायक सिद्ध हो सकती है। शोध कार्यो से समाज के गरीब एवं वंचित वर्ग को लाभ पहुंचना चाहिये। वैज्ञानिकों द्वारा विकसित तकनीकि सस्ती एवं सुलभ होनी चाहिये। राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने कहा कि गुणवत्तायुक्त शोध के लिए हमें प्रामाणिक एवं नवीन सूचनाएं भी उपलब्ध होनी चाहिये। 

अवसर पर सचिव विज्ञान एवं प्रौद्यागिकी श्री रमेश कुमार सुधांशु ने कहा कि रिसर्च और विज्ञान एवं तकनीकी द्वारा मानव जीवन में सुधार होता है। सही समय पर सही तकनीकी का होना जरूरी है। रिसर्च की गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिये। शोधार्थियों को रिसर्च कार्यो के लिये आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के लिये सरकार प्रयासरत है।  इस अवसर राज्यपाल श्रीमती मौर्य ने विद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर यूकोस्ट के महानिदेशक डा राजेन्द्र डोभाल, अमेरिकन केमिकल सोसाइटी से डा0 दिव्या गुप्ता, डा0 रश्मि शर्मा व विद्यार्थीगण उपस्थित थे। 

संविधान दिवस के अवसर पर प्रदेश की जनता को बधाई और शुभकामनाएं

देहरादून 25 नवम्बर, 2019(सू.ब्यूरो)

 मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने संविधान दिवस के अवसर पर प्रदेश की जनता को बधाई और शुभकामनाएं दी है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर जारी शुभकामना संदेश में कहा है कि भारत को विश्व की प्रमुख शक्ति बनाने में भारतीय संविधान की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत आज विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। संविधान में प्रत्येक नागरिक के लिए मौलिक अधिकारों के साथ ही मूल कर्त्तव्यों का भी उल्लेख किया गया है। हमें अपने मौलिक अधिकारों की रक्षा के साथ ही कर्तव्यों का पालन भी तत्परता से करना चाहिए। संविधान के प्रति निष्ठा और सम्मान रखते हुए देश में शांति, सद्भाव और सामाजिक समरसता बनाए रखना हम सभी का दायित्व है।

देहरादून 25 नवम्बर, 2019(सू.ब्यूरो) himalayauk Bureau
मुख्य सचिव श्री उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। मुख्य सचिव ने निजी विद्यालयों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम की धारा 12 (1)(6) के अन्तर्गत कक्षा 1 या इससे छोटी कक्षा में अध्ययनरत कमजोर एवं अपवंचित वर्ग के बच्चों के खर्च हेतु संबंधित विद्यालयों को प्रतिपूर्ति शीघ्र दिलाने के निर्देश दिये। उन्होंने योजना का शत प्रतिशत लाभ पात्र बच्चों को दिलाने हेतु निरन्तर मॉनीटरिंग के निर्देश दिये।  योजना में निजी विद्यालयों द्वारा उपलब्ध सीटों का 25 प्रतिशत प्रवेश अपवंचित वर्ग के छात्रों को दिये जाने का प्राविधान है। ज्ञातव्य है कि वर्ष 2018-19 में योजना से 1,01,116 बच्चों को लाभान्वित किया गया जिसकी 124.89 करोड़ रूपये की प्रतिपूर्ति की जानी है। वर्ष 2019-20 में योजना में लगभग 95 करोड़ की प्रतिपूर्ति का अनुमान है।
मुख्य सचिव द्वारा विद्यालयों के जर्जर भवन, पेयजल एवं शौचालयों, फर्नीचरों एवं कम्प्यूटर व्यवस्था की समीक्षा की गयी। मुख्य सचिव द्वारा अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि विद्यालयों मे खेल मैदान निर्माण में माननीय विधायकों से अनुरोध करें। इसके लिये विधानसभावार खेल मैदान की सूची तैयार कर सम्बन्धित विधायक महोदय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
राजकीय विद्यालयों में संचालित वर्चुअल क्लासेस योजना की समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव ने योजना के माध्यम से यथा सांइस, गणित, अंग्रेजी विषय के विशेषज्ञ टीचर द्वारा छात्रों को लाभान्वित करने के निर्देश दिये तथा कहा कि जहां पर विषय विशेषज्ञ अध्यापक नही है उन विषयों को वर्चुअल क्लासेस में शामिल किया जाय। मुख्य सचिव ने वर्चुअल क्लासेस योजना को विस्तार करने के निर्देश दिये। बताया गया कि 500 सेंटर में से 150 सेंटर में वर्चुअल क्लासेस शुरू कर दिया गया है। बताया गया कि, आगामी वर्ष में 485 सेंटर को वर्चुअल क्लासेस योजना से जोड़े जाने का प्राविधान है।
ऐसी रणनीति अपनाने के निर्देश दिये जिसमें प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय मे दो टीचर तैनात किये जाय। वर्तमान में किन्ही विद्यालय के छात्र संख्या के अनुपात में अधिक अध्यापक तैनात है तो ऐसे विद्यालय से अध्यापक हटाकर एक अध्यापक वाले विद्यालयों में शिफ्ट कर प्रति विद्यालय 02 शिक्षक का मानक पूरा किया जाय। राजीव गांधी नवोदय विद्यालयों में रिक्त अध्यापकों की कमी को पूरा करने हेतु शीघ्र कैबिनेट अनुमोदन हेतु नियमावली तैयार करने के निर्देश दिये। वर्तमान में प्रदेश में संचालित 13 विद्यालयों में 114 अध्यापकों तथा 152 लाइब्रेरियन, स्टाफ के पद रिक्त चल रहे हैं। वर्तमान व्यवस्था में अध्यापकों के पद प्रतिनियुक्ति एवं मानदेय से भरे गये हैं।
माध्यमिक स्तर पर ड्राप आउट बच्चों की समीक्षा करने के निर्देश दिये तथा ऐसे मामलों में ड्राप आउट का कारण तथा तद्नुसार कार्ययोजना जनपदवार बनाने के निर्देश दिये तथा पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश से भी तुलनात्मक अध्ययन करने के निर्देश दिये।
बैठक में वित्त सचिव श्री अमित सिंह नेगी, सचिव क्षा आर0मीनाक्षी सुन्दरम, निदेशक ऐकेडमिक श्रीमती सीमा जौनसारी, अपर परियोजना निदेशक श्री मुकुल सती, अपर निदेशक एनसीईआरटी नौटियाल जी, समन्वयक एम.एम.जोशी सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तराखण्ड विकेन्द्रीकृत जलागम विकास परियोजना फेज-2 (ग्राम्या) की समीक्षा

ग्राम्या परियोजना का किसानों की आय वृद्धि पर प्रभाव का किया जाएगा आंकलन # ग्राम्या में एग्रो क्लाईमेटिक जोन को ध्यान में रखते हुए लाभदायक फसलों का होगा चयन। #ग्राम्या परियोजना का किसानों की आय वृद्धि पर प्रभाव का किया जाएगा आंकलन # ग्राम्या के प्रत्येक प्रभाग में फार्मर फील्ड स्कूल स्थापित किए जाएंगे। #उत्तराखण्ड विकेन्द्रीकृत जलागम विकास परियोजना फेज-2 (ग्राम्या) की समीक्षा करते हुए मुख्य परियोजना निदेशक, जलागम प्रबंधन, डा.भूपिन्दर कौर औलख ने दिए निर्देश।# HIMALAYAUK BUREAU

ग्राम्या के कार्यों का आय वृद्धि पर प्रभाव का आंकलन किया जाए। प्रत्येक प्रभाग में फार्मर फील्ड स्कूल स्थापित किये जाएं। एग्रो क्लाईमेटिक जोन को ध्यान में रखते हुए लाभदायक फसलों व फलों को चिन्हित किया जाए। बेम्बू बिल्डिंग को बढ़ावा दिया जाए। उत्तराखण्ड विकेन्द्रीकृत जलागम विकास परियोजना फेज-2 (ग्राम्या) की समीक्षा करते हुए मुख्य परियोजना निदेशक, जलागम प्रबंधन, डा.भूपिन्दर कौर औलख ने उक्त निर्देश दिए।
डा. औलख ने परियोजना द्वारा कृषकों को हो रहे लाभ में परियोजना पूर्व एवं परियोजना उपरान्त का तुलनात्मक विवरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। परियोजनान्तर्गत निर्बल वर्ग के लिए की जा रही आय-अर्जक गतिविधियों का विश्लेषण करें कि किस प्रभाग में किस गतिवधि के द्वारा सर्वाधिक आय प्राप्त हो रही है। ताकि उस गतिविधि को अधिक फोकस किया जाए। जिन परियोजना क्षेत्रों में लघु सिंचाई विभाग की क्षतिग्रस्त सिंचाई परिसम्पत्तियों में सुधार हेतु धनराशि/सहायता की आवश्यकता है, ऐसे ग्रामों की योजनावार सूचना से अवगत करायें।
डा. औलख ने निर्देशित किया कि स्कूल/कॉलेज/आंगनवाड़ी/सरकारी कार्यालय एवं खाली भूमि इत्यादि में वृक्षारोपण किया जाए। स्कूली छात्रों को भी जलागम अवधारणा से जोडने के प्रयास किए जाएं। जीओ मेम्ब्रेन टैंक  की लाभदायकता को देखते हुए उनके निर्माण पर विशेष बल दिया जाय। बेम्बू बिल्डिंग को बढावा दिया जाय। सामूहिक फलोद्यान में इंटर क्रापिंग पर विशेष ध्यान दिया जाए। परियोजनान्तर्गत अल्मोडा प्रभाग में गठित बीज उत्पादक संघ द्वारा उत्पादित प्रमाणित बीजों के उत्पादन/आपूर्ति/विपणन के लिए विस्तृत प्रस्ताव तैयार किया जाए। एक्नेशिया पुष्पों के उत्पादन को अन्य प्रभागों में बढावा देने हेतु बाजार सर्वेक्षण कर केस स्टडी  तैयार की जाय। एग्रो क्लाईमेटिक जोन को ध्यान में रखते हुए अपने क्षेत्रान्तर्गत अधिक लाभदायक फसलों एवं फलों को चिन्हित किया जाए।
बैठक में प्रभागों में कार्यरत एबीएसओ और एफएनजीओ द्वारा कृषि व्यवसाय और सामाजिक संचेतना के अन्तर्गत किये जा रहे कार्यों का विस्तृत प्रस्तुतिकरण किया गया। प्रस्तुतिकरण करने वाले एबीएसओ और एफएनजीओ मेंं सोसायटी फोर उत्तरांचल डेवलपमेंट एंड हिमालयन एक्शन, एबीएसओ पिथौरागढ़ व बागेश्वर, हिमालयन एनवायरमेंट लिवलीहुड प्रोग्राम, एबीएसओ पौड़ी, एप्रोप्रियेट टेक्नोलोजी इंडिया, एबीएसओ थत्यूड़ टिहरी, सोसायटी ऑफ पिपुल फॉर डेवलपमेंट, एबीएसओ, विकासनगर, एशियन सोसायटी फॉर एंटरप्रिन्यूरशिप एजुकेशन एंड डेवलपमेंट, एफएनजीओ रूद्रप्रयाग, सोसायटी ऑफ पिपुल फॉर डेवलपमेंट, एफएनजीओ गढ़वाल शामिल थे।

पेयजल योजना के लिए जारी एक करोड़ की धनराशि — गणेश जोशी

देहरादून 25 नवम्बर : मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की घोषणाओं पर अमल करते हुए जलनिगम द्वारा छावनी परिषद गढ़ी कैंट क्षेत्र की जनता को 1200 एलपीएम पानी देने वाला नलकूप निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। मुख्यमंत्री की घोषणानुसार अब ओवरहैड टैंक के निर्माण की कवायद प्रारम्भ होने जा रही है।

सोमवार को मसूरी विधायक गणेश जोशी ने छावनी परिषद कार्यालय में पेयजल निगम एवं छावनी परिषद के अधिकारियों संग बैठक कर शासन द्वारा पेयजल योजना के लिए जारी एक करोड़ की धनराशि से निर्मित नलकूप की जानकारी ली और ओवरहैड टैंक के निर्माण के लिए अधिकारियों संग मौके का निरीक्षण भी किया। उन्होंने कैंट क्षेत्र में सीवर लाइन के लिए एसटीपी के निर्माण, नलकूप प्रारम्भ करने के लिए 70 एचपी के लोड का विद्युत कनेक्शन एवं अन्य आवश्यक कार्यवाही को अतिशीघ्रता से निष्पादित करने को कहा।

इस अवसर पर छावनी परिषद की मुख्य अधिशासी अधिकारी तनु जैन, पूर्व छावनी परिषद उपाध्यक्ष विष्णु गुप्ता, देवेन्द्र पाल सिंह, सभासद मेघा भट्ट, मधु खत्री, प्रभा शाह, रेखा, जलनिगम के सहायक अभियंता नवीन बिष्ट, कैंट बोर्ड के जेई बालेश भट्नागर एवं नवनीत सिंह उपस्थित रहे।

रिचर्स मैथोडोलोजी पर दस दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के आठवें दिन #ट्रेंड विश्लेषण हेतु ई व्यूज साॅफ्टवेयर उपयोगीः डाॅ0 यादव

देहरादून, स्कूल आफ मैनेजमेंट, दून विश्वविद्यालय द्वारा रिसर्च मैथोडोलोजी पर आयोजित दस दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला के आठवें दिन आई0आई0टी0 खड़गपुर के इन्द्रशेखर यादव ने पैरामेट्रिक, नाॅन पैरामेट्रिक परीक्षण विधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसी भी आंकड़े के विश्लेषण से पहले उसकी पहचान होनी आवश्यक है ताकि उसी अनुरूप विश्लेषण विधि अपनाई जाय और आंकड़ो से सही परिणाम प्राप्त हो सके। डाॅ0 यादव ने पैरामेट्रिक तथा नान पैरामेट्रिक विश्लेषण विधियों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होनंे कहा कि अर्थव्यवस्था के विकास की गति के ट्रेंड का विश्लेषण करना हो या उद्योग व व्यवसाय के विक्रय या लाभ की गति का विश्लेषण कर आगे की गति का पूर्वानुमान कर माॅडल विकसित करने के लिये ई-व्यूज बहुत ही उपयोगी साफ्टवेयर है जिसके माध्यम से शोधार्थी सार्थक शोध संचालित कर सकते हैं उन्होंने उदाहरण सहित कई परीक्षण प्रस्तुत किये।
द्वितीय सत्र में दून विश्वविद्यालय के प्रो0 हर्ष डोभाल ने कहा सन्दर्भ ग्रन्थ का शोध में महत्वपूर्ण स्थान है। उन्होने कहा कि किर्सी भी सिद्वान्त की व्याख्या या आज के सन्दर्भ में पूर्व में विकसित सिद्वान्तों का परीक्षण करना होे तो संदर्भ ग्रन्थो की महती भूमिका होती है। उन्होंने कहा कि किसी भी शोध के लिये उस क्षेत्र में पूर्व में किये गये शोधों का अध्ययन एवं विश्लेषण किया जाना आवश्यक है।

अतिथियों का स्वागत करते हुए प्रबन्धशास्त्र स्कूल के विभागाध्यक्ष प्रो0 एच0सी0 पुरोहित ने कहा कि शोध की गुणवत्ता हेतु आंकड़ो का संकलन, विश्लेषण एवं प्रस्तुतिकरण महत्वपूर्ण चरण होते हैं और यह कार्यशाला विद्यार्थियों को इस सभी चरणों में प्रशिक्षित कर उनके शोध कार्यों के संचालन में सहायक सिद्व होगी। कार्यक्रम का संचालन डाॅ0 प्राची पाठक ने किया। इस अवसर पर, श्री नरेन्द्र लाल, एश्वर्य प्रताप, मुकुल देव, श्रद्वा, मेघा, फरीदा, प्रियंका, मुख्तार,, पारस, अंशुल, दिवनीत कौर, श्रेया, साक्षी सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थी उपस्थित रहे। 

दिसम्बर में विकासखण्डों में बहुउदेशीय शिविर का आयोजन

देहरादून दिनांक 25 नवम्बर 2019, जिलाधिकारी सी रविशंकर ने अवगत कराया है कि माह दिसम्बर में विकासखण्डों में बहुउदेशीय शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित वृद्वाअवस्था, दिव्यांग, विधवा पेंशन योजनाओंके आवेदन पत्रों पर मौके पर औपचारिकताएं पूर्ण की जायेंगी एवं दिव्यांगजनों के दिव्यांग प्रमाण पत्र भी बनाये जायेंगे। शिविर में जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी एवं आम जनमानस की समस्याओं का भी मौके पर निराकरण किया जायेगा।  उन्होंने अवगत कराया है कि विकासखण्ड कालसी में 7 दिसम्बर 2019 लोक निर्माण विभाग गेस्ट हाउस नागथात, चकराता में 11 दिसम्बर 2019 को जिला पंचायत गेस्ट हाउस लाखामण्डल, विकासनगर में पंचायत भवन केदारवाला तथा विकासखण्ड डोईवाला में 24 दिसम्बर को ग्राम पंचायत भवन छिद्रवाला में शिविर का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने सम्बन्धित उप जिलाधिकारी सहित सम्बन्धित समस्त अधिकारियों को शिविर में उपस्थित रहने के निर्देश दिये।

कार्यशाला में छा़त्रों ने सीखे कम्प्यूटर एकाउंटिग के गुर
व्यवसायिक लेन-देन की एकाउंटिंग हेतु टैली विधि महत्वपूर्ण: रस्तोगी
दून विश्वविद्यालय के स्कूल आॅफ मैनेजमेंट द्वारा बी0काॅम0 (आॅनर्स) के छात्रों के लिये कम्प्यूटर अकाउंटिग (टैली) पर तीन दिवसीय कार्यशाला का आज शुभारंभ करते हुए चार्टेड एकाउंटेंट निकिता रस्तोगी ने कहा कि व्यवसाय एवं वाणिज्य के विद्यार्थियों को अर्थव्यवस्था से सम्बन्धित आंकड़ो के विश्लेषण का कौशल होना आवश्यक है। कार्यशाला में चार्टेड एकाउटेंट द्वारा छा़त्र-छात्राओं को टैली साॅफ्टवेयर व आधुनिक अकाउंटिंग के रिकार्डिंग एवं विश्लेषण की बारीकियों से विद्यार्थियों को लाभ होगा। वे व्यवसायिक लेन-देन का विश्लेषण करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि आज के दौर में अकाउंटिग का किसी भी तरह के व्यवसाय में महत्वपूर्ण स्थान है।
कार्यशाला के प्रथम सत्र में उन्होंने अकाउंटिग के क्षेत्र में टैली साॅफ्टवेयर की प्रासंगिगता,  साॅफ्टवेयर में कम्पनी बनाने, विभिन्न वाउचर्स बनाने तथा सेल्स के विभिन्न आयामों के विषया में छात्रों को जानकारी दी व इसके प्रयोग के महत्व को छात्रों को समझाया।
प्रबन्ध स्कूल के विभागाध्यक्ष प्रो0 एच0सी0 पुरोहित ने करते हुए कहा कि स्कूल विद्यार्थियों को उद्योग जगत की आवश्यकता के अनुसार तैयार करने व उनमें आवश्यक कौशल का विकसित करने की दिशा में विश्वविद्यालय प्रयासरत है। अतिथियों का स्वागत डा0 आशीष सिन्हा ने किया व कार्यशाला का संचालन डाॅ0 संध्या जोशी ने किया। इस मौके पर सक्षम, आकांक्षा, शुभि, रोहित, निशा, श्वेता, गौरव सहित बी0काॅम आनर्स के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

जनमानस को होमस्टे की जानकारी देने के लिए जिलेभर में लगाए जाएंगे शिविर।

चमोली 25 नवंबर,2019(सू0वि0)   होमस्टे की जानकारी के लिए पर्यटन विभाग के माध्यम से जिलेभर में शिविर लगाकर लोगों को योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। शिविरों के माध्यम से लोगों को होमस्टे योजना का लाभ लेने और स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
जिला पर्यटन अधिकारी बृजेन्द्र पांडे ने बताया कि पर्यटन विभाग द्वारा वीर चंद्र सिंह गढ़वाली स्वरोजगार योजना तथा दीनदयाल होमस्टे योजनाओं के माध्यम से स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से  जिलेभर में विभिन्न स्थानों पर जागरूकता शिविर लगाए जाएंगे और स्थानीय लोगों को इन योजनाओं के विषय में बारीकी से जानकारी दी जाएगी। बताया कि राज्य सरकार का उद्देश्य अंतिम व्यक्ति तक इन योजनाओं का अधिकतम लाभ पहुंचाना है।

उन्होंने बताया कि इन दोनों ही स्वरोजगार योजनाओं के अंतर्गत उद्यमियों को आकर्षक सब्सिडी एवं ऋण का प्रावधान किया गया है। वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना में किसी भी प्रकार के पर्यटन से संबंधित उद्यम लगाने पर मैदानी क्षेत्रों में 25 प्रतिशत तथा पर्वतीय क्षेत्रों में 33 प्रतिशत की ऋण सब्सिडी मुहैया कराई जा रही है। जबकि पर्यटक वाहन खरीदने की दशा में 25 प्रतिशत की सब्सिडी दी जा रही है।

होमस्टे योजना को वह राज्य की बेरोजगारी तथा पलायन की समस्या का समाधान बताते हुए कहते हैं कि यदि स्थानीय लोग अपने घरों को होमस्टे के रूप में पंजीकृत करवाते हैं अथवा अपनी भूमि पर नया होमस्टे बनवाते हैं या पुराने मकान का जीर्णोद्धार कर उसे होमस्टे के रूप में चलाते हैं तो इससे दूरस्थ क्षेत्रों में स्थानीय पर्यटन अवसंरचनाओं की भरपाई होगी। इस प्रकार (विशेष रुप से) नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण पर्वतीय क्षेत्रों को पर्यटन हब के रूप में विकसित किया जा सकेगा। वे आगे बताते हैं कि यदि एक क्षेत्र विशेष में 6 या अधिक होमस्टे पंजीकृत होते हैं तो सरकार सड़क, बिजली, पानी, पार्क आदि अवस्थापना कार्य करवाते हुए इसे क्लस्टर के रूप में विकसित करेगी और इसका राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा।
होम स्टे योजना के अंतर्गत मैदानी क्षेत्रों में 25 प्रतिशत अथवा साढे सात लाख और पर्वतीय क्षेत्रों में 33 प्रतिशत अथवा 10 लाख रुपए तक की छूट का प्रावधान किया गया है यही नहीं ब्याज में भी पहले 5 वर्ष तक मैदानी क्षेत्रों में एक लाख तथा पर्वतीय क्षेत्रों में डेढ़ लाख रुपये तक प्रतिवर्ष की छूट रखी गई है। 

ग्रामीण लोगों को इस योजना की अधिकतम जानकारी उपलब्ध कराने के लिए शिविर लगाए जाने हेतु जनपदीय अधिकारियों को निर्देशित किया जा चुका है। इन शिविरों में पर्यटन विभाग तथा बैंक के प्रतिनिधियों द्वारा लाभार्थियों को योजना से संबंधित औपचारिकताओं तथा उन्हें सरलता पूर्वक पूरा करने संबंधी विस्तृत जानकारी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति हॉस्पिटैलिटी अर्थात् आतिथ्य सत्कार के क्षेत्र में कार्य करने का इच्छुक हों, वे अपने मकान को होमस्टे के रूप में पंजीकृत करवा सकते हैं तथा इसे पर्यटक आवास के रूप उपयोग में ला सकते हैं।

उन्होंने गांव छोड़ चुके लोगों से भी अपील की कि वो अपने गांव वापस लौट कर सरकार की इस योजना का लाभ उठाते हुए अपने पैतृक आवासों तथा छानियों का पुनरुद्धार करें और उन्हें होमस्टे के रूप में संचालित करें। उन्होंने कहा कि इस प्रकार एक बार फिर गांव अपनी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित कर सकेंगे।

कनिष्ठ सहायक तत्काल प्रभाव से निलंबित

चमोली 25 नवंबर,2019(सू0वि0)   जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने तहसील घाट में कनिष्ठ सहायक के पद पर कार्यरत मनवीर सिंह पंवार को बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। निलंबन की अवधि में कनिष्ठ सहायक मनवीर सिंह पंवार को तहसील मुख्यालय चमोली में सम्बद्व किया गया है। जिलाधिकारी ने कनिष्ठ सहायक मनवीर सिंह पंवार के विरूद्व जांच किए जाने हेतु उप जिलाधिकारी वैभव गुप्ता को जाॅच अधिकारी नामित करते हुए आरोप पत्र तैयार करने तथा एक माह के अन्दर जाॅच पूर्ण कर आख्या उपलब्ध कराने के आदेश भी जारी किए है।  

बतादें कि तहसील घाट में कनिष्ठ सहायक के पद पर मनवीर सिंह पंवार को 03 से 15 अगस्त 2017 तक, 25 अगस्त से 26 नवंबर 2017 तक, 01 फरवरी से 14 फरवरी 2018 तक, 23 फरवरी से 31 जुलाई 2018 तक 25 सिंतबर से 10 दिसंबर 2018 तक, 09 जुलाई से 13 अगस्त 2019 तक अनुपस्थित रहने तथा 14 अगस्त 2019 को तहसील कार्यालय में उपस्थित होने के बाद इसी दिन अपराह्न 3ः00 बजे से अभी तक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित रहने पर प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। 

निलंबन की अवधि में कनिष्ठ सहायक मनवीर सिंह पंवार को वित्तीय नियम संग्रह खंड 2 भाग 2 से 4 मूल नियम 53 के प्राविधानों के अनुसार जीवन निवार्ह भत्ते की धनराशि अद्र्व औसत वेतन पर अथवा अद्र्व वेतन पर देय अवकाश वेतन के बराबर देय होगी। उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते की धनराशि पर मंहगाई भत्ता, यदि ऐसे अवकाश पर देय है, भी अनुमन्य होगा किन्तु उन्हें जीवन निर्वाह भत्ते के साथ कोई मंहगाई भत्ता देय नही होगा, जिन्हें निलंबन से पूर्व प्राप्त वेतन के साथ मंहगाई भत्ता या मंहगाई भत्ते का उपान्तिक समायोजन प्राप्त नही था। निलंबन की तिथि को प्राप्त वेतन के आधार पर अन्य प्रतिकर भत्ते भी निलंबन की अवधि में इस शर्त पर देय होंगे, जब इसका समाधान हो जाए कि उनके द्वारा उस मद में व्यय वास्तव में किया जा रहा है। उपरोक्त प्रस्तर में उल्लिखित मदों का भुगतान तभी किया जाएगा जब कनिष्ठ सहायक मनवीर सिंह पंवार द्वारा इस आशय का प्रमाण पत्र दिया जाए कि वह किसी अन्य सेवायोजन, व्यापार, वृत्ति या व्यवसाय में नही लगे है।

चमोली 25 नवंबर,2019(सू0वि0)  
उत्तराखण्ड बाल संरक्षण आयोग की मा0 अध्यक्ष ऊषा नेगी का जनपद भ्रमण कार्यक्रम प्रस्तावित है। मा0 अध्यक्ष 26 नवंबर को देहरादून से कर्णप्रयाग पहुॅचकर रात्रि विश्राम कर्णप्रयाग में करेंगे। अगले दिन 27 नंवबर को गैरसैंण में बाल विधानसभा उत्तराखण्ड के अंतिम सत्र समापन कार्यक्रम में प्रतिभाग करने के बाद गोपेश्वर में रात्रि विश्राम करेंगे। 28 नंवबर को क्लेक्ट्रेट सभागार में पूवाह्न 11ः30 बजे से बाल अधिकारों के अनुश्रवण हेतु अधिकारियों की बैठक लेंगे। यह जानकारी देते हुए जिला कार्यालय के प्रभारी अधिकारी ने सभी संबधितों को 28 नवंबर को क्लेक्ट्रेट सभागार में आहूत बैठक में अद्यतन सूचनाओं के साथ प्रतिभाग करने को कहा है।

चमोली 25 नवंबर,2019(सू0वि0)  
जिले में सघन मिशन इन्द्रधनुष (आईएमआई)2.0 का प्रथम चरण 02 दिसंबर से (बुधवार, शनिवार व राजकीय अवकाश को छोडकर) आगामी सात कार्य दिवसों तक आयोजित किया जाएगा। यह जानकारी देते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 केके सिंह ने बताया कि इस अभियान के सफल संचालन को लेकर 26 नवंबर को अपराह्न 12ः30 बजे से क्लेक्ट्रेट सभागार में जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक आहूत की गई है। उन्होंने सभी संबधितों से बैठक में प्रतिभाग करने को कहा है। 

चमोली 25 नवंबर,2019(सू0वि0)  
सोमवार को क्लेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जन सुनवाई में जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने फरियादियों की समस्याएं सुनी। जनता दरवार में पहुॅचे फरियादियों ने खाता खतौनी, फेमली पेंशन, सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा, अनसूया मेले के दौरान विभिन्न व्यवस्थाओं आदि से जुडी 07 शिकायतें जिलाधिकारी के समक्ष रखी। जिस पर जिलाधिकारी ने संबधित अधिकारियों को तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने सीएम हेल्पलाईन, जिला शिकायत प्रकोष्ठ, बहुउद्देशीय शिविर एवं अन्य माध्यमों से प्राप्त शिकायतों की समीक्षा भी की।


जिलाधिकारी ने जन सुनवाई में प्राप्त होने वाली शिकायतों का त्वरित गति से निस्तारण करने तथा निस्तारण की कार्यवाही से शिकायतकर्ता को भी अवगत कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। जनता दरवार में नमामि गंगे और पेयजल निगम से संबधित शिकायतों की समीक्षा के दौरान विभागीय अधिकारियों के उपस्थित न रहने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबधित अधिकारियों का एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश जारी किए। वही आरडब्लूडी से जुड़ी शिकायतों को देखते हुए अगले जनता दरवार से ईई आरडब्लूडी को भी उपस्थित रहने को कहा। जंगली जानवरों से फसलों को हो रहे नुकसान से जुड़ी शिकायतों पर वन विभाग द्वारा अभी तक उचित कार्यवाही न किए जाने पर कडी फटकार लगाते हुए तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। 


जन सुनवाई में जोशीमठ के लक्ष्मी प्रसाद सती ने उनके भूमि के खाता खतौनी से उनके पिता का नाम हटाए जाने की शिकायत पर जिलाधिकारी ने एसडीएम जोशीमठ को जाॅच कर आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। वही हल्द्वापानी निवासी आरएस बिष्ट ने सरकारी भूमि पर अवैध ढंग से कब्जा करने की शिकायत पर एसडीएम चमोली को जाॅच के निर्देश दिए गए। जोशीमठ की गोदाम्बरी देवी ने उनके पति की मृत्यु के बाद बैंक द्वारा फेमली पेंशन बंद किए जाने की शिकायत पर लीड बैंक अधिकारी को जाॅच कर तत्काल समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए गए। जनता दरवार में पहुॅची रीना देवी ने संस्कृत स्कूल कमेडा में माली के पद पर नौकरी की गुहार लगाई। वही जन सुनवाई में सामाजिक कार्यकर्ता देवेन्द्र सिंह बिष्ट ने 11 व 12 नवंबर को मंडल में आयोजित होने वाले माता अनसूया मेले के दौरान मार्ग पर पेयजल व्यवस्था सुचारू करने, सस्ते गल्ले की दुकानों में अतिरिक्त राशन भण्डारण, मेले के दौरान विद्युत आपूर्ति, यात्रियों की सुविधा के लिए मंडल में एटीएम स्थापित करने आदि विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर जिलाधिकारी को पत्र भी सौंपा। जिस पर जिलाधिकारी ने त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।


जन सुनवाई में मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, एसडीएम बुशरा अंसारी, सीएमओ डा0 केके सिंह, डीडीओ एसके राॅय सहित सड़क, शिक्षा, वन, समाज कल्याण, पेयजल, कृषि, उद्यान आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *