UK की वित्तीय स्थिति को सुधारो- मोदी की दो टूक- वित्तमंत्री पंत ने मांगी मदद
वित्त मंत्री प्रकाश पन्त ने मोदी को सूबे की वित्तीय स्थिति बतायी #पर्यटन मंत्री तथा सचिव पर्यटन का फ्रांस का दौरा #बद्रीनाथ धाम से लौट रहे महाराष्ट्र, औरंगाबाद के श्रद्वालुओं की बस दुर्घटनाग्रस्त #सरकार हरेला पर्व को प्रोत्साहित ; मुख्यमंत्री #पर्यटन मंत्री तथा सचिव पर्यटन ने फ्रांस के प्रसिद्ध स्कीईंग गन्तव्य शैमोनिक्स का दौरा किया #आंगनबाडी कार्यकत्रियों ने देश में पहली बार पौधरोपण कर कायम की मिसाल #शासकीय महाविद्यालयों के छात्र/छात्राओं के लिए प्रधानमंत्री बीमा योजना आरम्भ करने की तैयारियों की भी समीक्षा #राष्ट्रीय सैन्य विद्यालय प्रवेश-परीक्षा 1 व 2 दिसम्बर, 2017 # TOP NEWS; देहरादून 21 जुलाई 2017# www.himalayauk.org (HIMALAYA GAURAV UTTRAKHAND) Leading Digital Newsportal & Daily Newspaper;
प्रधान मंत्री ने उत्तराखण्ड के वित्त मंत्री को उलटे पाठ पढा दिया- कहा- व्यापारियों को जागरूक कर कार्यक्रम चलाओ तथा अधिक से अधिक पंजीकरण कराने की सलाह दी- ज्ञात हो कि वित्त मंत्री आर्थिक मदद मांगने गये
देहरादून 21 जुलाई, 2017(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जनपद चमोली में हुई वाहन दुर्घटना में मृतकों के प्रति गहरा दुःख व शोक व्यक्त किया गया है। उन्होंने दिवंगतों की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घडी में शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने के साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने दुर्घटना में प्रभावितों और मृतकों के परिजनों को तत्काल अनुमन्य सहायता राशि देने के निर्देश भी दिये।
राज्यपाल डाॅ.कृष्ण कान्त पाल ने जनपद चमोली में हुई वाहन दुर्घटना में मृतकों के प्रति गहरा दुःख व शोक व्यक्त किया गया है। उन्होंने दिवंगतों की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घडी में शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने के साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से कामना की है।
चमोली 21 जुलाई,2017(सू0वि0)
जिला आपदा कन्ट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार आज सायं 4ः00 बजे के आसपास बद्रीनाथ धाम से वापस आ रही यात्रियों की बस कर्णप्रयाग के पास अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। बस में 36 यात्री सवार थे। जिसमें से 2 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि गम्भीर रूप से घायल 4 यात्रियों को जिला प्रशासन द्वारा चैपर की मदद से देहरादून भेजा गया है। दुर्घटना में अन्य घायल यात्रियों का सीएचसी कर्णप्रयाग में उपचार किया जा रहा है। बस में सभी यात्री महाराष्ट्र, औरंगाबाद के रहने वाले बताये जा रहे है। जिला प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ एवं स्थानीय लोगों की मदद से सभी घायलों को रेस्क्यू किया गया। जिलाधिकारी आशीष जोशी, पुलिस अधीक्षक तृप्ति भट्ट एवं एसडीएम कर्णप्रयाग केएन गोस्वामी घटना स्थल पर मौजूद थे।चमोली 21 जुलाई,2017(सू0वि0)जिला आपदा कन्ट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार 20 जुलाई को 1,636 तीर्थयात्री बद्रीनाथ तथा 325 तीर्थयात्री हेमकुण्ड साहिब दर्शनार्थ पहुॅचे। 20 जुलाई तक 6,58,597 तीर्थयात्री बद्रीनाथ तथा 91,574 तीर्थयात्री हेमकुण्ड साहिब के दर्शन कर चुके है। 21 जुलाई को प्रातः 8ः00 बजे अलकनंन्दा नदी का जलस्तर 954.43मी0, नन्दाकिनी का 868.09मी0 तथा पिण्डर का 768.72मी0 मापा गया। वही तहसील चमोली में 3एमएम, पोखरी 2एमएम कर्णप्रयाग, गैरसैंण, थराली एवं जोशीमठ में शून्य एमएम वर्षा रिकार्ड की गयी। कर्णप्रयाग-बद्रीनाथ, कर्णप्रयाग-ग्वालदम तथा कर्णप्रयाग-गैरसैंण मुख्य मोटर मार्ग यातायात के लिए खुले है।
प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर विकास सुनिश्चित- मुख्यमंत्री
देहरादून 21 जुलाई, 2017(सू.ब्यूरो)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि राज्य सरकार जलवायु परिवर्तन पर स्टेट एक्शन प्लान पर गंभीरता से कार्य करेगी। उत्तराखंड सरकार द्वारा आरंभ की गई ’’13 जिले-13 नए पर्यटन गंतव्य’’, देहरादून में ’संस्कृति ग्राम’ का विकास, नदियों को पुनर्जीवित करने जैसी योजनाओं में पर्यावरण संरक्षण तथा विकास के सामंजस्य पर बल दिया जा रहा है। सरकार हरेला पर्व को प्रोत्साहित कर महा अभियान बनाना चाहती है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि हम चाहते हैं कि प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर विकास सुनिश्चित किया जाए। हमें मानव तथा प्रकृति के बीच टकराव को खत्म करना होगा।
शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम(यू.एन.डी.पी.) तथा उत्तराखंड सरकार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित राज्य जलवायु परिवर्तन केंद्र व आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास के संबंध में आयोजित कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यूएनडीपी द्वारा जलवायु परिवर्तन पर कार्यशाला का आयोजन देहरादून में करवाने का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि यूएनडीपी का सहयोग उत्तराखंड को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि आज विकास की मांग बढ़ती जा रही है तथा मानव और प्रकृति का टकराव भी इसके साथ बढ़ रहा है। प्रकृति प्रेमी तथा प्रकृति संरक्षण से जुड़े लोगों की जलवायु परिवर्तन पर चिंता स्वाभाविक है। भारत में प्रकृति पूजा की प्राचीन काल से ही परंपरा रही है। हम पेड़ों, जंतुओं, विभिन्न प्राणियों तथा जहरीले सांपो तक को पूजते हैं। प्रकृति प्रेम व पर्यावरण संरक्षण हमारी परंपराओं, रीति-रिवाजों तथा संस्कृति में रचा बसा है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि आज जलवायु परिवर्तन वैश्विक चिंता का विषय है। यह दुःखद है कि अमेरिका ने इससे स्वयं को अलग कर दिया है। जबकि वैश्विक तापन बढ़ाने में विकसित देशो का अहम योगदान है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन से लड़ने हेतु 8 सूत्रीय कार्यक्रम बनाया है। राज्य में इसके प्रभावी क्रियान्वयन के प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड में संचालित सभी विकास योजनाओं तथा परियोजनाओं में पर्यावरण मानकों का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट विद्युतीकृत है। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की है की जलवायु परिवर्तन तथा पर्यावरण संरक्षण हेतु व्यापक सक्रिय जनभागीदारी आवश्यक है। हम सभी को मिल-जुल कर इस दिशा में प्रयास करने होंगे।
कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य सचिव श्री एस.रामास्वामी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन पर आयोजित कार्यशाला से इस क्षेत्र से जुड़े विभिन्न विशेषज्ञों, वैज्ञानिकों, अधिकारियों, कार्मिको तथा संस्थाओं को अपने अनुभव साझा करने का उचित मंच मिलेगा। जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उत्तराखंड सरकार के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए यूएनडीपी के कंट्री हेड श्री जोको सीरियल ने कहा कि हमें इस विषय पर राज्य सरकार के साथ भागीदारी करके अत्यंत प्रसन्नता है। राज्य का राजनैतिक नेतृत्व जलवायु परिवर्तन से लड़ने तथा पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है। हमें सरकार से पूरा सहयोग मिल रहा है।
इस अवसर पर सचिव आपदा श्री अमित सिंह नेगी, पीसीसीएफ श्री जयराज आदि भी उपस्थित थे।
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प्रकाश पन्त ने मोदी से भेंट कर सूबे की वित्तीय स्थिति बतायी #मोदी ने राज्य की वित्तीय स्थिति को सुधारने की सलाह दीदेहरादून 21 जुलाई 2017(मी0से0)प्रदेश के संसदीय कार्य, विधायी, भाषा, वित्त, आबकारी, पेयजल एवं स्वच्छता, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री प्रकाश पन्त ने संसद भवन नई दिल्ली में मा0 प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भेंट कर राज्य की वर्तमान वित्तीय स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी दी।श्री पंत ने प्र्रधानमंत्री जी से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में निर्माणाधीन पेयजल योजनाओं को पूर्ण करने एवं खुले में शौच की प्रथा से मुक्त ग्रामों में नई पेयजल योजनाओं के निर्माण हेतु राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल आपूर्ति कार्यक्रम के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2017-18 में कम से कम 300 करोड़ रू0 का परिव्यय निर्धारित करते हुये धनावंटन किये जाने का अनुरोध किया।उन्होंने जलवायु परिवर्तन के कारण राज्य के पेयजल स्रोतों में निरन्तर श्राव में कमी के दृष्टिगत राज्य में पेयजल की समस्या के समाधान हेतु 5000 प्राकृतिक स्रोतों/धाराओं के संवर्द्धन हेतु अनुमानित लागत 250 करोड़ रू0 की कार्य योजना हेतु वित्त पोषण का अनुरोध किया। पेयजल मंत्री ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पेयजल की गम्भीर समस्या, जल स्रोतों में निरन्तर हो रही गिरावट तथा ‘‘स्वच्छ जल एवं स्वच्छ जीवन’’ की आवश्यकता के दृष्टिगत राज्य को एक विशेष पैकेज की स्वीकृति हेतु अनुरोध किया। उन्होंने अनुरोध किया कि यदि केन्द्र सरकार द्वारा विशेष पैकेज दिये जाने में कठिनाई की स्थिति में बाह्य सहायतित परियोजनाओं की स्वीकृति हेतु राज्य को प्राथमिकता दी जाय।उन्होंने प्रधानमंत्री भारत सरकार से राज्य को नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल एवं सीवरेज हेतु विभिन्न मदों में लगभग रू0 10490 करोड़ की अतिरिक्त धनराशि की आवश्यकता के दृष्टिगत इस निमित्त धनावंटन का अनुरोध किया। उन्होंने प्रदेश में ‘‘हैल्थ टूरिज्म’’ को बढ़ावा देने के लिये अति विशिष्ट चिकित्सा केन्द्रों हेतु जनपद नैनीताल स्थित भवाली सेनीटोरियम को ठीक कराने तथा नानकमत्ता में गुरू गोविन्द सिंह जी के नाम पर चिकित्सा केन्द्र खोलने हेतु सहयोग का अनुरोध किया।उन्होंने जानकारी दी कि प्रदेश के किसानों की उपजों की मार्केटिंग को ध्यान में रखते हुये नेशनल इंस्टीट्यूट तथा एग्रीकल्चर मार्केटिंग का प्रस्ताव भेजा गया है, जिससे किसानों को विपणन केन्द्र के माध्यम से मार्केटिंग की सुविधा दिलाई जा सके। उन्होंने गन्ना किसानों के गन्ना मूल्य भुगतान हेतु तथा शुगर फैक्ट्रियों के जीर्णोद्वार/रख-रखाव हेतु रू0 110 करोड़ की आवश्यकता से अवगत कराते हुये सहयोग की अपील की है।वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री को उत्तराखण्ड में ऐवियेशन सैक्टर के बारे में अवगत कराते हुये अनुरोध किया है, कि उत्तराखण्ड में 05 हवाई पट््िटयां हैं, जिन्हें नियमित हवाई सेवा से जोड़ा जाना आवश्यक है। हवाई पट्टियों से नियमित उड़ानें प्रारम्भ होने से न केवल स्थानीय जनता, तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों को लाभ मिलेगा, बल्कि सीमान्त क्षेत्र होने के कारण सामरिक दृष्टि से भी उपयोगी साबित होंगी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वित्तमंत्री प्रकाश पन्त के अनुरोध को गम्भीरतापूर्वक सुना तथा पर्याप्त समय प्रदान करते हुये राज्य की वित्तीय स्थिति को सुधारने एवं राजस्व बढ़ाने के लिये व्यापारियों को जागरूक करने हेतु कार्यक्रम चलाने तथा अधिक से अधिक पंजीकरण कराने की सलाह दी। वित्त मंत्री जी के साथ अपर सचिव वित्त, श्रीधर बाबू अद्दांकी भी मौजूद रहे।##
####पर्यटन मंत्री तथा सचिव पर्यटन ने फ्रांस के प्रसिद्ध स्कीईंग गन्तव्य शैमोनिक्स का दौरा किया
देहरादून 21 जुलाई, 2017(सू.ब्यूरो)
पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज तथा सचिव पर्यटन श्री मीनाक्षी सुन्दरम ने फ्रांस के प्रसिद्ध स्कीईंग गन्तव्य शैमोनिक्स का दौरा किया। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री तथा सचिव ने फे्रन्च पर्यटन विभाग के समन्वय से कलस्टर माउण्टेन ग्रुप, स्की रिजाॅर्ट आॅपरेटरस, कन्सलटेन्ट, रोपवे खिलाड़ियों तथा एंडवेंचर पार्क प्लेयर को उत्तराखण्ड में पर्यटन अवसरों पर प्रस्तुतीकरण दिया।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने शैमानिक्स के डिप्टी मेयर से उत्तराखण्ड के ओली, वेदिनी बुग्याल, दयारा बुग्याल तथा बेतुलीधार में स्की रेजोर्ट विकसित करने पर चर्चा की गई। कलस्टर माउण्टेन ग्रुप ने उत्तराखण्ड में पर्वतीय पर्यटन को विकसित करने की इच्छा व्यक्त की। पर्यटन मंत्री ने वाॅलफर्ट, आॅस्ट्रिया की डाॅपलमेयर फैक्ट्री का भी भ्रमण किया। यह कम्पनियां विश्व की अग्रणी केबल कार उत्पादक कम्पनियां है। पर्यटन मंत्री तथा सचिव को रोपवे तथा फनीक्यूर रेलवे की आधुनिकतम तकनीकियों से अवगत करवाया गया। उन्होंने आधुनिकतम व्यवस्थाओं की जानकारी लेने हेतु स्विट्जरलैण्ड तथा माउण्ट ब्लैंक स्की रिजोर्ट का भी दौरा किया।
उत्तराखंड की आंगनबाडी कार्यकत्रियों ने देश में पहली बार पौधरोपण कर कायम की मिसाल
देहरादून 21 जुलाई।
सुद्धोवाला स्थित समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) मुख्यालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास श्रीमती रेखा आर्या की अध्यक्षता में प्रदेश स्तरीय पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
राज्यमंत्री रेखा आर्या ने ‘‘‘पौधा है वरदान, आपके वंशों का रखेगा ध्यान’’ जैसे सुविचार से अपने सम्बोधन की शुरूवात करते हुए कहा कि यह पहली बार है कि उत्तराखण्ड की 19650 आंगनवाड़ी कार्यकत्री प्रदेश स्तर पर 2,16,150 पौधों का एक ही दिन में पौधारोपण करके महा पौधारोपण अभियान की एक मिसाल कायम करेगी। उन्होने कहा कि देश में पहली बार बाल विकास विभग की ओर से पौध आरोपण का यह अनूठा कार्यक्रम किया जा रहा है, जो सिर्फ उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश में एक मिसाल के रूप में अपनी पहचान बनेगा।
श्रीमती आर्या ने कहा कि प्रत्येक आंगनवाड़ी कार्यकत्री को 11 पौधे रोपित करने का लक्ष्य दिया गया है, जिन्हे वे जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत तथा ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों के सहयोग से रोपेंगी तथा रोपे गये पौंधो की जानकारी विभाग के उच्चाधिकारियों को वाट्सएप्प एवं ई-मेल के माध्यम से प्रेषित करेगीं। उन्होने सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को रोपे गये पौधों की सुरक्षा का भी संकल्प लेने के निर्देश देते हुए कहा कि छ माह के भीतर रोपे गये पौधों का भौतिक सत्यापन किया जायेगा तथा रोपे गये पौधों को संरक्षित करने में सफल पायी जानी वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को उचित तरीके से सम्मानित किया जायेगा। उन्होने कहा कि रोपण के लिए दिये जाने वाले पौधों में छायादार, पशु चारा प्रजाति, फलदार, भूमि संरक्षण तथा जल सरंक्षण प्रजाति वाले पौधे सम्मिलित हैं, जिससे पौधों की जैव विविधता भी कायम रहेगी, साथ ही विभिन्न तरीकों से इससे लाभ भी प्राप्त होता रहेगा।
इस दौरान मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग कर रहे पतंजलि योग पीठ के आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि पृथ्वी यदि माता है तो वृक्ष उसका वस्त्र और आभूषण है। हमें पृथ्वी के आभूषण को बनाये रखने का संकल्प लेना चाहिए तभी हमारा पर्यावरण भी बना रहेगा। साथ ही प्रकृति के निःशुल्क उपहारों से हम लगातार लाभान्वित भी होते रहेगें। उन्होने कहा कि हम उत्तराखण्ड को हर्बल स्टेट बनाने की ओर तत्पर हैं तथा इसके लिए हमारे स्तर पर जो भी सहयोग अपेक्षित होगा किया जायेगा।
उन्होने कहा कि ग्राम पंचायत, आंगनवाड़ी तथा किसी भी प्रकार के महिला तथा युवा मंगल दल यदि विभिन्न जड़ी-बूटी तथा बहुपयोगी वनस्पति रोपना चाहते हैं तो पतंजलि पीठ उनको आवश्यक प्रशिक्षण भी प्रदान करेगा, साथ ही उनकी उपज को उचित दाम पर क्रय भी किया जायेगा।
कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्जवलित कर की गई। संचालन महिला आयोग की सचिव रामेन्द्री मंद्रवाल ने किया। इस अवसर पर सहसपुर विधानसभा सभ क्षेत्र के विधायक सहदेव सिंह पुण्डीर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अजय भट्ट, अपर सचिव/निदेशक आईसीडीएस विम्मी सचदेवा रमन, जूना अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव महन्त देवागिरि, टपकेश्वर महादेव मंदिर के महन्त कृष्णा गिरि महाराज, भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष नीलम सहगल, महामंत्री भाजपा संजय कुमार, वरिष्ठ समाजसेवी डा.सुजाता संजय, वन्य पशु जीव संरक्षण समिति के सचिव नरेन्द्र सिंह, रेनू गोयल, सहित आंगनबाडी कार्यकत्रियांे सहित हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।
::::::::सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक
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देहरादून 21 जुलाई, 2017(मी0से0)
प्रदेश के सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकाॅल राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डाॅ0 धन सिंह रावत ने विधान सभा स्थित सभाकक्ष में सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक की।
विगत 1 जुलाई से दूरस्थ क्षेत्रों में आयोजित दस दिवसीय सहकारिता सम्मेलनों/गोष्ठियों में सहकारिता सदस्यों की उपस्थिति की समीक्षा के दौरान सहकारिता मंत्री को अवगत कराया गया कि प्रदेश की 1035 प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों/जिला सहकारी बैंकों एवं राज्य सहकारी बैंकों एवं उनकी शाखाओं में से अब तक 608 स्थानों में सम्मेलन/गोष्ठियों का आयोजन किया जा चुक हैं, जिनमें लगभग 2 लाख 25 हजार सहकारिता सदस्यों ने भाग लिया। इन सम्मेलनों में स्थानीय विधायकों/पंचायत प्रतिनिधियों सहकारिता के शीर्ष तथा स्थानीय लोगों ने सहभागिता निभाई। सहकारिता मंत्री ने 1 अगस्त, 2017 से शासकीय महाविद्यालयों के छात्र/छात्राओं के लिए प्रधानमंत्री बीमा योजना आरम्भ करने की तैयारियों की भी समीक्षा की।
सहकारिता मंत्री ने घाटे में चल रही समितियों को उभारने हेतु, की जा रही कार्रवाई पर जानकारी प्राप्त की तथा सहकारी समितियों से दो माह में सभी समितियों को आॅनलाईन बैंकिंग प्रणाली से जोड़ने के लक्ष्य समयबद्धता पूरा कराने के निर्देश दिये एवं सभी समितियों की ईमेल आईडी भी बनाने के निर्देश दिये, ताकि सूचनाओं का आदान-प्रदान ई-सेवा से सम्भव हो सके।
सहकारिता मंत्री ने सहकारी बैंकों के लाभ का 20 प्रतिशत लाभांश सदस्यों बंटवाने के निर्देश दिये तथा सहकारिता के कार्य को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा निधि एवं प्रचार-प्रसार मद में अधिक से अधिक धनराशि आबंटन का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने समितियों को बहुउद्देशीय बनाने, आगामी 2022 तक माननीय प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड के किसानों की आय दुगुना करने के संकल्प को मूर्त रूप देने के लिए आगामी 25 सितम्बर से लघु सीमान्त कृषकों को 2 प्रतिशत न्युनतम ब्याज पर एक लाख रूपये का ऋण दिलाने की योजना को आरम्भ करने के निर्देश दिये तथा पलायन को रोकने के लिए समितियों को बहुउद्देशीय में परिवर्तन करने तथा प्रत्येक जनपद में महिला बैंकों की स्थापना की कार्य योजना को शीघ्र मूर्तरूप देने के निर्देश दिये तथा आगामी 14 अगस्त को देहरादून में प्रथम महिला बैंक का लोकार्पण मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड से कराने हेतु पूरा करने के निर्देश दिये। उन्होंने नमामि गंगे योजना में पैक्स को शामिल करने के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश देते हुए, उपनिबंधक आनन्द शुक्ला को शासन स्तर में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में प्रतिभाग आगामी 31 जुलाई से जनपद उत्तरकाशी से नमामि गंगे कार्य योजना शुरू कराने हेतु आवश्यक तैयारियाॅ करने के निर्देश दिये। उन्होंने जानकारी दी, कि मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड द्वारा सहकारी बैंकों के व्यापार को बढ़ाने के लिए विभिन्न विभागों से 1000 करोड़ रूपये की धनराशि को सहकारी बैंक में रखने के। उन्होंने बहुउद्देशीय सहकारी समितियों के माध्यम से पशु आहार एवं पतंजलि उत्पादों के विक्रय की कार्य योजना को शीघ्र संचालन के निर्देश दिये। उन्होंने समितियों के व्यवसायिक वृद्धि हेतु राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम को भेजे जाने वाले परियोजना प्रस्ताव की प्रगति पर चर्चा करते हुए इसमें प्रभावी पैरवी के निर्देश निबंधक सहकारिता को दिये। ज्ञातव्य है, कि पूर्व मंे दिये गये सहकारिता मंत्री के निर्देशों के क्रम मंें उत्तराखण्ड शासन के माध्यम से निगम को 744.87 करोड़ का प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने बताया कि सहकारिता सहभागिता योजना में ब्याज अनुदान को पूरा करने के सम्बन्ध में विगत दिन मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई सहकारिता बैठक में उनके द्वारा योजना में अवशेष धनराशि, जो लगभग 90 करोड़ है, का वहन 50 प्रतिशत राज्य सरकार तथा 50 सहकारी बैंकों के लाभ से वहन किये जाने के आदेश दिये गये हैं।
बैठक में अध्यक्ष राज्य सहकारी बैंक दानसिंह रावत, निबंधक सहकारिता बी.एम.मिश्रा, प्रबन्ध निदेशक दीपक कुमार, उपनिबन्धक आनन्द शुक्ला, श्रीमती ईरा उप्रेती एवं श्री नीरज बेलवाल आदि मौजूद थे।