बीआरओ द्वारा बनाए गए 44 पुल राष्ट्र को समर्पित & Top UK News 12 Oct. 20
12 Oct. 20; Himalayauk Newsportal & Print Media; Publish at Dehradun & Haridwar. Mob. 9412932030 # High Light # सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाए गए 44 पुलों को राष्ट्र को समर्पित # प्रधानमंत्री ने आध्यात्मिक व्यक्तित्वकी जयंती पर विशेष स्मारक सिक्के का विमोचन किया # शिक्षित बच्चियां समाज का स्तम्भ हैं तथा परिवार में ज्ञान की रोशनी विखेरती है- सविन बंसल जिलाधिकारी # जिला प्रशासन द्वारा जी.आई.एस प्रणाली का उपयोग #कोविड के संकट के समय बच्चों की भावनात्मक बेहतरी की उपेक्षा नहीं करें – विशेषज्ञ # भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री मोहन प्रसाद थपलियाल और ओबीसी के जिला अध्यक्ष का अचानक जाना बेहद दुःखद — मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह # कोविड संक्रमण का खतरा अभी टला नही है — जिलाधिकारी चमोली # सोशल साइट के जरिए कॉल-गर्ल की बुकिंग की # रुद्रपुर में एक पार्षद की हत्या कर दी गई # र्ष 2019-2020 की छात्रवृत्ति अनुदान धनराशि का भुगतान चैक के माध्यम से जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय, देहरादून से आवंटित
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाए गए 44 पुलों को राष्ट्र को समर्पित
देहरादून 12 अक्टूबर, 2020 (सू.ब्यूरो) केंद्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से 7 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा बनाए गए 44 पुलों को राष्ट्र को समर्पित किया। रक्षा मंत्री ने अरूणाचल प्रदेश के तवांग मार्ग में नेचीफु सुरंग की आधारशिला भी रखी। राष्ट्र को समर्पित किए गए पुलों में उत्तराखण्ड में 08, अरूणाचल प्रदेश में 08, हिमाचल प्रदेश में 02, जम्मू कश्मीर में 10, लद्दाख में 08, पंजाब में 04 और सिक्किम में 04 पुल शामिल हैं। इन 44 पुलों का कुल स्पान 3506 मीटर है। उत्तराखण्ड के 08 पुलों का कुल स्पान 390 मीटर है।
रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि एक साथ इतने पुलों का उद्घाटन और सुरंग की आधारशिला रखना बहुत बड़ा रिकार्ड है। इससे सीमावर्ती क्षेत्रों में कनेक्टीवीटी और विकास का नया युग प्रारम्भ होगा। देश में कोविड-19 में सभी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं। पाकिस्तान व चीन के साथ हमारी बड़ी सीमा मिलती है, जहां तनाव बना रहता है। हम प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में इन सभी समस्याओं का सफलतापूर्वक सामना कर रहे हैं। हाल ही में अटल टनल का उद्घाटन किया गया था। सीमावर्ती क्षेत्रों में रक्षा के साथ ही विकास में बीआरओ की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इन पुलों के बनने से स्थानीय आकांक्षाओं की पूर्ति होगी और सेना तक आवश्यक सामग्री पहुंचानें में मदद मिलेगी। सामरिक आवश्यकताओं को पूरा करने में इनकी बड़ी उपयोगिता है। इससे दूरदराज के क्षेत्र, विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे। केंद्रीय मंत्री ने बीआरओ की सराहना करते हुए कहा कि पिछले 4-5 वर्षों में बीआरओ के बजट को लगभग तीन गुना किया गया है। हमें इसके परिणाम भी देखने को मिले हैं।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में 44 पुलों के निर्माण के लिए रक्षा मंत्री का आभार व्यक्त करते हुए बीआरओ के अधिकारियों, इंजीनियरों और सभी कार्मिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इन सभी पुलों का सामरिक दृष्टि से तो महत्व है ही, स्थानीय लोगों को भी इसका बहुत लाभ मिलेगा। उत्तराखण्ड में बनाए गए पुलों से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को भी सुविधा होगी। इसका क्षेत्र की आर्थिकी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। पिथौरागढ़ में पुलों की लम्बे समय से मांग थी और सपना जैसा लगता था। आज क्षेत्रवासियों का ये सपना साकार हुआ है। ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में कम समय में पुलों का उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण पूरा करना सरकार की प्रतिबद्धता और बीआरओ की कुशलता को बताता है।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री डॉ. जीतेंद्र सिंह, श्री किरन रिजूजू, सांसद श्री अजय टम्टा, चीफ डिफेंस ऑफ स्टाफ जनरल विपिन रावत, आर्मी प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे, डीजीपी बीआरओ श्री हरपाल सिंह सहित संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल व मंत्री, सांसद, वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
प्रधानमंत्री ने आध्यात्मिक व्यक्तित्वकी जयंती पर विशेष स्मारक सिक्के का विमोचन किया
देहरादून 12 अक्टूबर, 2020 (सू.ब्यूरो) प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राजमाता विजयाराजे सिंधिया की 100वीं जयंती पर 100 रूपये के विशेष स्मारक सिक्के का विमोचन किया। उन्होंने कहा कि विजयाराजे सिंधिया जी ने अपना जीवन गरीबों के लिए समर्पित किया। उनके लिए राजसत्ता नहीं बल्कि जन सेवा अहम थी। नारी शक्ति के बारे में वो कहती थी कि जो हाथ पालने का झुला सकते हैं, तो वे विश्व पर राज भी कर सकते हैं। आज नारी शक्ति हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं और देश का नाम रोशन कर रही हैं। विजयाराजे सिंधिया एक आध्यात्मिक व्यक्तित्व थी। साधना, उपासना , भक्ति उनके अन्तर्मन में रची बसी थी। जेल में रहते हुए उन्होंने कहा था कि अपनी भावी पीढ़ियों को सीना तान कर जीने की प्रेरणा मिले इस उद्देश्य से हमें आज की विपदा को धैर्य के साथ झेलना चाहिए।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कोई भी साधारण व्यक्ति जिसके अदंर योग्यता , प्रतिभा व देश की सेवा की भावना है, वह इस लोकतंत्र में भी सत्ता को सेवा का माध्यम बना सकता है। जन सेवा के लिए किसी खास परिवार में ही जन्म लेना जरूरी नहीं हैं। राष्ट्र के भविष्य के लिए राजमाता ने अपना वर्तमान समर्पित कर दिया था। उन्होंने पद एवं प्रतिष्ठा के लिए न जीवन जिया और न ही राजनीति की। स्वतंत्रता आन्दोलन से लेकर आजादी के कई दशकों तक भारतीय राजनीति के हर अहम पड़ाव की वे साक्षी रहीं।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि विजया राजे जी ने एक पुस्तक में लिखा है कि एक दिन ये शरीर यहीं रह जायेगा। आत्मा जहां से आई है, वहीं चली जायेगी। शून्य से शून्य में, स्मृतियां रह जायेंगी। अपनी इन स्मृतियों को मैं उनके लिए छोड़ जाऊँगी। जिनसे मेरा सरोकार रहा है, जिनकी मैं सरोकार रही हूं। मैं सौभाग्यशाली हूं कि उनकी स्मृति में मुझे विशेष स्मारक सिक्के के अनावरण का अवसर मिला।
इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य, मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, अन्य राज्यों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री एवं अन्य जन प्रतिनिधिगण जुड़े थे।
शिक्षित बच्चियां समाज का स्तम्भ हैं तथा परिवार में ज्ञान की रोशनी विखेरती है- सविन बंसल जिलाधिकारी
हल्द्वानी 12 अक्टूबर (सूचना) . काठगोदाम निवासी बालिका कोमल राणा ने कुछ वर्ष पूर्व अपने माता-पिता को खो दिया था। इन हालातों में भी कोमल राणा ने 12 की परीक्षा प्रथम स्थान पर पास की, आगे की पढाई जारी रखना कोमल के लिए मुश्किल था। बेटी बचाओ-बेटी पढाओ के एक कार्यक्रम में कोमल ने जिलाधिकारी श्री सविन बंसल से मिली तथा बीएससी नर्सिंग करने की तमन्ना जाहिर की। गरीब बेटियों की शिक्षा के प्रति बेहद संजीदा जिलाधिकारी ने कोमल की शिक्षा का बीड़ा उठाया और कोमल का पाल काॅलेज में बीएससी नर्सिंग में दाखिला कराया व चार वर्षीय कोर्स की फीस ढाई लाख रूपये जिलाधिकारी श्री बंसल ने जमा करा दी है। श्री बंसल का मानना है कि बच्ची कोमल की धनराशि के अभाव मे पढाई बाधित ना हो उनका मानना है कि शिक्षित बच्चियां समाज का स्तम्भ हैं तथा परिवार में ज्ञान की रोशनी विखेरती है।
बालिका कोमल ने जिलाधिकारी श्री बंसल को बताया कि वह अनाथ है तथा अपने जीवन में कठनाईयों का सामना कर रही है गरीब होने के कारण आगे की पढाई भी जारी नही रख सकती है उसने बीएससी नर्सिंग करने की इच्छा जाहिर की। कार्यक्रम में कोमल की दास्तान सुन जिलाधिकारी ने कोमल से तभी वादा कर दिया की वे उसकी शिक्षा रूकने नहीं देंगे।
जिलाधिकारी ने बाल विकास परियोजना अधिकारी रामनगर शिल्पा जोशी को निर्देशित कर कोमल राणा का पाल नर्सिंग काॅलेज में चार वर्षीय कोर्स में दाखिल करवाकर अपना वादा पूरा किया। व चार वर्षीय फीस 2.50 लाख जिलाधिकारी द्वारा जमा कराये।
कोमल की ड्रेस व किताबों का खर्च बेटी बचाओ-बेटी पढाओ योजना से वहन किया जायेगा। जिलाधिकारी ने एक बार फिर एक जरूरतमन्द मेधावी बालिका की शिक्षा को जारी रखने में सहायता कर साबित कर दिया की बेटियों को सशक्त व आत्मनिर्भर बनाना उनकी प्राथमिकता है।
जिला प्रशासन द्वारा जी.आई.एस प्रणाली का उपयोग
हल्द्वानी 12 अक्टूबर (सूचना) . जिला प्रशासन द्वारा जी.आई.एस प्रणाली का उपयोग करते हुए कोरोना संक्रमण पर रोकथाम किये जाने हेतु तैयार किये मानक प्रचालन विधि (एस.ओ.पी) की उपयोगिता के दृष्टिगत जिलाधिकारी श्री सविन बंसल द्वारा सचिव,चिकित्सा, स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण उत्तराखण्ड शासन देहरादून को दिनांक 05 अक्टूबर को अर्द्ध शासकीय प्रेषित पत्र करते हुए प्रदेश के अन्य जनपदों में भी के इस अभिनव एंव उपयोगी मानक विधि को रैपलिकेट कराए जाने का अनुरोध किया गया है।
ज्ञात है कि इस प्रक्रिया के अन्तर्गत डाॅ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय हल्द्वानी में कोविड-19 वायरस से गम्भीर रूप से संक्रमित एंव मृत हुए व्यक्तियों की सूचना गूगल स्प्रेडशीट पर नियमित अद्यतन रखते हुए इनका विवरण जीआईएस पोर्टल पर विश्लेषण करने के उपरान्त कोरोना संक्रमण हेतु अतिसंवेदनशील क्षेत्रों (क्लस्टर) का चिन्हीकरण नियमित रूप से किया जा रहा है।
चिन्हित किये गये क्लस्टर्स में केटेनमेंट करते हुए आईआरटी टीमों के माध्यम से सघन डोर टू डोर चिकित्सकीय परीक्षण, सैम्पलिंग, काॅन्टेक्ट टेªसिंग एंव आईईसी द्वारा वृहद प्रचार-प्रसार कर संक्रमण रोकथाम की कार्यवाही की जा रही हैं उक्त प्रक्रिया के अन्तर्गत प्रथमतः हल्द्वानी नगर क्षेत्रान्तर्गत 15 अतिसंवेदनशील वार्डो की सूचना जीआईएस पोर्टल से प्राप्त की गई तथा 03-03 वार्डो के कुल 05 क्लस्टर गठित करते हुए केटेनमेंट क्षेत्र निर्धारित करते हुए आईआरटी टीमों से कोरोना संक्रमण रोकथाम हेतु निर्धारित एसओपी के अनुसार कार्यवाही कराई गई।
नियमित रूप से कोरोना संक्रमित गम्भीर मरीजों एंव कोरोना संक्रमण से मृत व्यक्तियों का गूगल स्प्रेडशीट पर अपलोड विवरण जीआईएस पोर्टल पर मैप किये जाने से पूर्व चिन्हित क्षेत्रों में मानक प्रक्रिया के अन्तर्गत संक्रमण रोकथाम की प्रभावी कार्यवाही करने के उपरान्त इन क्षेत्रों में संक्रमण न्यून होना पाया गया साथ ही संक्रमण रोकथाम हेतु तैनात टीमों द्वारा कंटेनमेंट प्रक्रिया तय करने में काफी सहजता हुई है। परिणामस्वरूप अद्यतन आंकड़ो को जीआईएस पोर्टल पर मैप करते हुए हल्द्वानी क्षेत्रान्तर्गत 22 वार्डो एंव 02 अर्द्धशहरी क्षेत्रों को चिन्हित करते हुए कुल 08 क्लस्टर चिन्हित किये गये है।
कोरोना संक्रमण रोकथाम हेतु चिन्हित किये अतिसंवेदनशील वार्डो में आवास-विकास, सुभाषनगर गोविन्दपुरी, राजपुरा, तल्लीबमौरी, मल्ला गोरखपुर, बमौरी बंदोबस्ती, आर्दश नगर, मानपुर, हल्द्वानी तल्ली, मानपुर उत्तर, हल्द्वानी तल्ली, गौजाजाली उत्तर, मुखानी-2,3 व 5, पाॅलीशीट, जवाहर ज्योति, बमौरी मल्ली,लोहरियासाल तल्ला/मल्ला, कुसुमखेडा पश्चिम/पूर्वी आदि वार्ड तथा ग्रामीण क्षेत्रों में करायत चतुर सिंह एंव देवलचैड सम्मिलित है। जीआईएस पोर्टल से चिन्हित इन कंटेनमेंट क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम हेतु आईआरटी टीम द्वारा डोर टू डोर सघन परीक्षण, सैम्पलिंग कान्टेक्ट ट्रेसिंग एंव आईईसी द्वारा वृहत प्रचार-प्रसार कार्य किया जा रहा है।
कोविड के संकट के समय बच्चों की भावनात्मक बेहतरी की उपेक्षा नहीं करें – विशेषज्ञ
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की पूर्व संध्या पर, एसओएस चिल्ड्रन विलेज ने पेरेंटिंग और इमोशनल वेलबीइंग कोच डा. शिल्पा गुप्ता के साथ मिलकर बच्चों के लिए भावनात्मक सहायता कार्यक्रम शुरू किया।
देहरादून, 12 अक्तूबर, 2020- एसओएस चिल्ड्रेन विलेजेज आफ इंडिया के विशेषज्ञों ने वर्तमान कोविड संकट के दौरान बच्चों और किशोरों को भावनात्मक रूप से मजबूत बनाए जाने की आवश्यकता पर बल दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान कोविड महामारी के दौरान बच्चे तनाव एवं मानसिक समस्याओं से घिर सकते हैं और उनके जीवन पर इनका स्थायी प्रभाव पड़ सकता है । विशेषज्ञों का कहना है कि भावनात्मक बेहतरी मानसिक स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है , लेकिन यह बच्चों के विकास के प्रारंभिक वर्षों के दौरान बच्चों के आसपास के वातावरण से संबंधित कारकों के अलावा पारिवारिक मसलों और बच्चे के व्यक्तित्व से जुड़े अन्य मुद्दों से भी प्रभावित होता है।
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की पूर्व संध्या पर, एसओएस चिल्ड्रन विलेजेज ने प्रसिद्ध पेरेंटिंग और इमोशनल कोच डॉ शिल्पा गुप्ता के साथ मिलकर इमो एड नामक बच्चों के लिए भावनात्मक सहायता कार्यक्रम शुरू किया है।
एसओएस चिल्ड्रेन्स विलेजेज ऑफ इंडिया के सीनियर डिप्टी नेशनल डायरेक्टर श्री सुमंता कर ने कहा, “हमारे पास देश भर में 32 गांवों में रहने वाले करीब 7,000 बच्चे हैं। हम फैमिली स्ट्रेंथिंग प्रोग्राम के जरिए सीधे तौर पर 17,000 से ज्यादा बच्चों को सहायता प्रदान करते हैं। हमारी देखरेख में रहने वाले बच्चों की भावनात्मक बेहतरी हमारे लिए महत्वपूर्ण प्राथमिकता है। इसके लिए, हमने कई मॉड्यूल विकसित किए हैं जैसे कि रेसिलेंस बिल्डिंग, सकारात्मक युवा विकास और एक नया बाल प्रवेश कार्यक्रम। इसका कारण यह है कि हमारे विलेज में आने वाले बच्चे पहले से ही किसी न किसी प्रकार के आघात से गुजर चुके होते हैं। एसओएस माताओं की भावनात्मक बेहतरी के लिए एक कार्यक्रम भी है, क्योंकि देखभालकर्ताओं का मानसिक स्वास्थ्य भी उतना ही महत्वपूर्ण है। अब, डॉ शिल्पा गुप्ता के सहयोग से, हमने बच्चों और एसओएस माताओं को भावनात्मक प्राथमिक चिकित्सा प्रदान करने के लिए एक ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू किया है। इसमें एक व्यक्ति के भावनात्मक स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए व्यावहारिक उपकरण और तकनीक सीखने के लिए ऑनलाइन कार्यशालाएं शामिल हैं और भावनात्मक चिंताओं को बढ़ने से रोकना है। यह कार्यक्रम हमारे बच्चों की भावनात्मक क्षमता का निर्माण करेगा। ”
सेंटर फॉर चाइल्ड एंड अडोलेसेंट वेलबीइंग (सीसीएडब्ल्यू) की एसोसिएट डायरेक्टर डॉ शिल्पा गुप्ता परामर्शदाता और सलाहकार के रूप में एसओएस चिल्ड्रन विलेज से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा “आज जब कोरोनावायरस को लेकर भय ने समाज को अपनी गिरफ्त में ले लिया है वैसे में यह बच्चों और किशोरों के लिए चुनौतीपूर्ण समय हैं और इसके कारण स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ रही है। स्कूल के कार्यक्रम गड़बड़ा गए है जो कि बच्चों को उनके व्यवहार में मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इस महामारी के कारण बड़ी संख्या में परिवार आर्थिक तंगी के शिकार हो चुके हैं जिसके परिणामस्वरूप बच्चों के भावनात्मक या शारीरिक शोषण की समस्या बढ़ सकती है। कई बच्चे अपने स्वयं के स्वास्थ्य और अपने प्रियजनों के बारे में चिंतित हैं।
श्री सुमंता कर ने कहा “2016 में किए गए राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य सर्वेक्षण में पाया गया था कि 13 से 17 वर्ष की आयु के बच्चों में मानसिक विकारों की व्यापकता 7.3 प्रतिशत है, जो हर साल बढ़ी रही है। कोविड महामारी ने मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति को बदतर बना दिया है। चीन में एक अध्ययन के अनुसार, कोविड -19 के प्रकोप के कारण समग्र भावनात्मक बेहतरी में में 74 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। लोगों में चिंता, अवसाद, और आक्रोश, और कम सकारात्मकता जैसी नकारात्मक भावनाएं प्रकट हो रही है। भारत में भी इसी तरह की स्थितियां हो सकती हैं।”
डॉ शिल्पा गुप्ता ने कहारू “बच्चे दिन भर कई भावनाओं का अनुभव करते हैं जैसे उदासी, अकेलापन, गुस्सा, चिड़चिड़ापन, तनाव, हताशा, इत्यादि। इमोएड के जरिए उन्हें उन भावनात्मक कठिनाइयों से निबटने में मदद की जाती है जिनका सामना वे रोजाना करते हैं। इसके तहत अनेक वैज्ञानिक उपकरण और तकनीक हैं जो बच्चों को अपनी भावनाओं को बेहतर ढंग से विनियमित करने और उन्हें अपनी भावनाओं को संभालने में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सशक्त बनाते हैं। शुरुआती परिणाम बहुत उत्साहजनक रहे हैं। ”
डॉ शिल्पा गुप्ता ने बच्चों की भावनात्मक भलाई पर नकारात्मक प्रभाव डालने वाले कोविड -19 के दौरान के कारकों को समझाते हुए कहा बच्चों के घर से बाहर होने, स्कूलों के बंद होने के कारण उनके साथियों के साथ कम बातचीत होने और शिक्षण में कमी और अभिभावकों में बेरोजगारी अथवा मादक पदार्थों के दुरूपयोग से कई पर्यावरणीय कारक जुडे हैं । परिवारिक के कारकों में जो मुद्दे शामिल हैं उनमें एक यह है कि मातादृपिता बच्चों को महामारी की स्थिति के बारे में सही तरीके से समझा नहीं पा रहे हैं। इसके अलावा माता पिता नहीं जानते कि बच्चों को कैसे स्वस्थ्य तरीके से रचनात्मक कामों में संलग्न रखा जाए। साथ ही बच्चे पहले की तुलना में अधिक रूप से घरेलू हिंसा की घटनाओं को देख रहे हैं और इसके कारण बच्चों में चिंता, क्रोध और निराशा बढ़ रही है। जिन बच्चों का खराब स्कूली प्रदर्शन है, जिन्हें सीखने में कठिनाइयां हैं या जो पहले से ही मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त है। उनमें भावनात्मक समस्याएं होती है। जिनमें भावनात्मक समस्या होती है उनमें अति सक्रियता, ध्यान केन्द्रित करने से संबंधित समस्या आवेग, आक्रामकता, आत्म-अनुचित व्यवहार, दूसरों के साथ सामाजिक संवाद नहीं करना, अत्यधिक भय या चिंता, अपरिपक्वता, सीखने की कठिनाइयों या मनोदशा में असामान्य बदलाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं
उन्होंने कहा सभी निष्कर्ष बच्चों की भावनात्मक भलाई को मजबूत करने की दिशा में तत्काल काम करने के लिए हमारा ध्यान आकर्षित करते हैं ताकि बच्चे चुनौतियों का सामना करने में सक्षम हो सकें, उनमें आत्मसम्मान का विकास हो और उनमें मजबूती आए तथा सकारात्मक भावनाओं में वृद्धि हो। माता-पिता या देखभाल करने वाले बच्चों के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे कमजोर बच्चों की भावनात्मक जरूरतों को समझें, उनकी बात सुनें, उन्हें आराम दें और उन्हें आश्वस्त करें। ”
भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री मोहन प्रसाद थपलियाल और ओबीसी के जिला अध्यक्ष का अचानक जाना बेहद दुःखद — मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह
चमोली 12 अक्टूबर,2020(सू0वि0)
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बद्री केदार मंदिर समिति के निवर्तमान अध्यक्ष एवं भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री मोहन प्रसाद थपलियाल जी और ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष कुलदीप चैहान के आकस्मिक निधन पर उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए गहरी शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति व शोक संतप्त परिवार जनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वरिष्ठ भाजपा नेता मोहन प्रसाद थपलियाल का जाना पार्टी के लिए बहुत बडी क्षति है। उन्होंने कहा कि उनके स्वयं के लिए भी यह बडी व्यक्तिगत क्षति है। क्योकि जब कभी भी हम किसी मुद्दे पर राय मसवरा करते थे वो तटस्थ भाव से बडी संतुलित राय देते थे। जिसमें सबकी भलाई निहित रहती थी। भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री मोहन प्रसाद थपलियाल और ओबीसी के जिला अध्यक्ष का अचानक जाना बेहद दुःखद है और पार्टी के लिए बहुत बडी क्षति है। इस दौरान मुख्यमंत्री दोनों दिवंगत आत्माओं के परिजनों से भी मिले और उनको सांत्वना देते हुए ढांढस बधाया।
विधानसभा बद्रीनाथ के विधायक महेन्द्र प्रसाद भट्ट, थराली विधायक मुन्नी देवी शाह, कर्णप्रयाग विधायक सुरेन्द्र सिंह नेगी, भाजपा जिला अध्यक्ष रघुवीर सिंह बिष्ट, जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया, मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे सहित भाजपा के तमात क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों सहित भारी संख्या में स्थानीय लोगों ने भी पार्थिव शरीर पर श्रद्वांजलि देते हुए शोक संवेदना व्यक्त की।
विदित हो कि भाजपा के वरिष्ठ नेता मोहन प्रसाद थपलियाल शनिवार को कर्णप्रयाग मे मंडल प्रशिक्षण कार्य योजना की बैठक मे भाग लेने के बाद शाम को अपने गांव तपोवन लौट रहे थे। ओबीसी के जिलाध्यक्ष कुलदीप चैहान भी उनके साथ थे। पीपलकोटी से थोडा आगे भनेरपानी के निकट उनकी कार अनियंत्रित होकर लगभग 300 मीटर गहरी खाई मे जा गिरी। दुर्घटना स्थल के दूसरी और की पहाड़ी पर स्थित मठ बेमरू गांव के ग्रामीणों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। रविवार को सुबह एनडीआरफ की मदद से सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। दोपहर में चट्टान पर दो बाॅडी दिखाई दी, लेकिन यहां आवाजाही के लिए रास्ता ना होने के कारण बाॅडी को पूरे दिन भर रेस्क्यू नहीं किया जा सका और अंधेरा होने के कारण सर्च आपरेशन बंद करना पडा। सोमवार को कडी मस्कत के बाद चट्टान पर अटके दोनों शवो को एनडीआरएफ ने रेस्क्यू किया और मौके पर ही पोस्टमार्टम कर पार्थिव शरीर परिजनों को सौंपा गया। इसके बाद पार्थिव शरीर को पीपलकोटी के न्यू बस स्टैण्ड के प्रतिक्षालय लाया गया।
जहाॅ पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, तीनों विधायकों व भाजपा के अन्य नेताओं, कार्यकर्ताओं तथा स्थानीय लोगों ने श्रद्वासुमन अर्पित कर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की। इसके बाद दोनों पार्थिव शवों को लेकर अपने पैतृक घाट पर अंतिम संस्कार के लिए ले गए। जहाॅ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
कोविड संक्रमण का खतरा अभी टला नही है — जिलाधिकारी चमोली
चमोली 12 अक्टूबर,2020 (सू0वि0)
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कोविड-19 संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत जनमानस से सतर्कता बरतने तथा संक्रमण से बचाव हेतु अपनाये जाने वाले उपायों यथा शारीरिक दूरी का पालन एवं अनिवार्यतः मास्क का उपयोग करने, भीड भाड से दूर रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से घबराने की आवश्यकता नही है, किन्तु संक्रमण से बचाव हेतु अपने हाथों अच्छी तरह साबुन से साफ करें और सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें। खांसी, जुकाम, बुखार जैसे कोरोना वायरस के लक्षण महसूस होने पर कोरोना टेस्ट अवश्य करें। जागरूक रहते हुए सार्वजनिक स्थानों, बाजारों एवं विभिन्न आयोजन स्थलों पर मास्क का उपयोग एवं सामाजिक दूरी का पालन करने से संक्रमण से स्वयं एवं अपने परिजनों के साथ ही दूसरों को भी बचाया जा सकता है।
जिलाधिकारी ने जनमानस को स्वयं जागरूक रहते हुए अपने-आस पड़ोस में रहने वाले व्यक्तियों को भी प्रेरित करते हुए कोविड-19 संक्रमण के प्रसार की रोकथाम हेतु शासन-प्रशासन द्वारा बताये जा रहे उपायों को अपनाते हुए कोविड-19 के विरूद्ध लड़ाई में योगदान देने को कहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में कोविड की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर भरसक प्रयास किए जा रहे है। कोरोना संक्रमण की स्थिति में भी लगातार सुधार हो रहा है। लेकिन कोविड संक्रमण का खतरा अभी टला नही है। सर्दीयों में इसके बढने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
उन्होंने आगामी फेसिटवल सीजन एवं शादी समारोह में विशेष सर्तकता और सावधानी रखने की अपील की है। कहा कि सावधानी और सर्तकता से ही हम सब मिलकर इस संक्रमण से बच सकते है। जिलाधिकारी ने कहा कि अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमता को मजबूत बनाए। पौष्टिक भोजन लें और गरम पानी का सेवन करें।
उत्तराकाशी के बड़कोट में यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भिडियालीगाड़ के पास भूस्खलन के कारण मार्ग एक हफ्ते से ज्यादा समय से बंद है। जिस कारण सैकड़ों यात्री बिना दर्शन किए ही लौट रहे हैं। वहीं कुछ यात्रियों ने आरोप लगाया है कि यहां यात्रियों के साथ भेदभाव किया जा रहा है। कहा कि कुछ यात्रियों को कल यमुनोत्री जाने दिया था, लेकिन आज यात्रियों ने धाम के लिए नहीं जाने दिया गया। उन्होंने कहा कि यमुनोत्री धाम में आवाजाही बंद होने की सूचना प्रशासन को देहरादून, ऋषिकेश और धरासू में देनी चाहिए, जिससे की धाम में दर्शन के लिए आ रहे लोग परेशानी से बच सकें।
सोशल साइट के जरिए कॉल-गर्ल की बुकिंग की
नैनीताल में तकनीकी कोर्स की परीक्षा देने आए युवक ने सोशल साइट के जरिए कॉल-गर्ल की बुकिंग की थी. फोन पर झांसे में आकर 17 हजार रुपए का नुकसान करा बैठा. शिकायत के बाद पुलिस कर रही जांच.
नैनीताल आए किच्छा के एक युवक ने होटल में सोशल साइट पर कॉल गर्ल की बुकिंग की. कॉल गर्ल के नाम पर बुक करने वाले ने उसके अकाउंट से 17 हजार रूपये हडप लिये. ठगी होने पर युवक ने सुबह इस मामले की शिकायत नैनीताल पुलिस में दर्ज कराई पुलिस के अनुसार ठगी की जांच की जा रही है.
ऊधम सिंह नगर के किच्छा के युवक ने नैनीताल पहुंचकर होटल बुक किया था. शाम ढलते ही उसने सोशल साइट्स पर सर्च कर वहां मिले नंबरों पर कॉल गर्ल की डिमांड की. कॉल गर्ल का सौदा एक रात के लिए 7 हजार में हुआ. इसके बाद उसने एक हज़ार रुपये ऑनलाइन ट्रांस्फर कर दिए.
जब यह पैसा कॉल गर्ल साइड वाले को मिल गया तो उसने होटल की लोकेशन देते हुए दो हज़ार रुपये और मांगे. इसके बाद युवक को बताया गया कि बचे हुए पैसे यानी चार हज़ार और दे दे तो कॉल गर्ल उसके कमरे में आ जाएगी. यह पैसा भी भेजने के बाद 10 हज़ार रुपये सिक्योरिटी मनी और लोडिंग चार्ज के रूप में मांग की गई. साथ ही कहा गया कि यह पैसा कॉल गर्ल कमरे में पहुंचते ही वापस कर देगी.
अब तक यह युवक 17 हजार रुपये का भुगतान कर चुका था. अब उससे 10 हज़ार रुपये पुलिस सेफ्टी चार्ज मांगा गया. अब उसे समझ आने लगा कि उसके साथ धोखाधड़ी होने लगी है. इस पर उसने पैसा देने से इनकार किया और अपना पैसा वापस मांगा तो दूसरी तरफ का नम्बर ही बंद हो गया.
जब इस युवक को पता चला कि उसके साथ ठगी हो गई है तो वह पुलिस के पास पहुंचा. अपनी आपबीती सुनाकर उसने अपना पैसा वापस दिलाने की मांग की. पुलिस ने उसकी लिखित शिकायत लेकर जांच शुरु कर दी है. नैनीताल के सीओ विजय थापा ने कहा कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है और इसकी जांच सतेन्द्र गंगोला द्वारा को दे दी गई है. जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर मुक़दमा दर्ज किया जाएगा.
रुद्रपुर में एक पार्षद की हत्या कर दी गई
ऊधम सिंह नगर. उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले में सोमवार सुबह रुद्रपुर में एक पार्षद की हत्या कर दी गई. पार्षद की हत्या कर बदमाश मौके से फरार हो गए. जिस पार्षद की हत्या की गई वह बीजेपी से जुड़ा हुआ था. मृतक प्रकाश सिंह धामी रुद्रपुर नगर निगम में भदईपुरा से पार्षद था. पुलिस पूरी घटना की जांच में जुटी हुई है. बताया जा रहा है कि गोली मारने वाले बदमाशों के कहने पर ही पार्षद घर के बाहर आया था. जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि बदमाश पार्षद के जानकार हो सकते हैं. पुलिस पूरे मामले को पुरानी रंजिश से जोड़कर देख रही है.
कार सवार लोगों ने कुछ काम है बोलकर पार्षद को घर से बाहर बुलाया और फिर गोलियों की बारिश कर दी। जिसके पार्षद की मौत हो गई और कार सवार फरार हो गए। भाजपा समर्थित पार्षद प्रकाश धामी को घर से बुलाकर कार सवार बदमाशों ने गोली मार दी।
पार्षद को सुबह-सुबह गोली मारने की घटना से इलाके में दहशत है. भदईपुरा के पार्षद प्रकाश सिंह धामी घर के बाहर खड़े थे तभी कुछ बदमाश कार में सवार होकर वहां आ धमके. उन्होंने पार्षद के ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. पहली गोली पार्षद के सीने में लगी जबकि दूसरी और तीसरी गोली सिर में जा लगी. इस दौरान पार्षद ने फायरिंग से बचने के लिए भागने की भी कोशिश की, लेकिन पार्षद की कोशिश नाकाम साबित हुई. इस बीच घर वाले और पड़ोसी कुछ समझ पाते उससे पहले ही हत्यारे बदमाश मौके से फरार हो गए.
घरवाले पड़ोसियों की मदद ने घायल पार्षद को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में शुरुआती इलाज के दौरान ही प्रकाश ने दम तोड़ दिया. घर वाले पूरी घटना की जांच की मांग कर रहे हैं. स्थानीय विधायक राजकुमार ठुकराल ने भी पुलिस सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं. ठुकराल ने कहा है कि जन प्रनितिधि पर हमला पुलिस की बड़ी चूक है. और इस मसले को मुख्यमंत्री के सामने उठाया जाएगा. ठुकराल ने मांग की है कि पार्षद के हत्यारों को तुंरत पकड़ा जाए.
पार्षद प्रकाश धामी के शरीर पर गोली के पांच घाव हैं। सूचना के बाद विधायक राजकुमार ठुकराल के साथ ही कांग्रेस और बीजेपी के नेता भी पोस्टमार्टम हाउस में पहुंचे। सोमवार की सुबह भदईपुरा निवासी 40 वर्षीय प्रकाश धामी के घर के बाहर आईटेन कार में तीन-चार युवक पहुंचे थे। उन्होंने नगर निगम के काम की बात कहकर प्रकाश को घर से बाहर बुलाया।
पार्षद की हत्या की सूचना मिलते ही एसएसपी दलीप सिंह कुंवर, एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा और पुलिस के अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे. एसएसपी ने कहा कि हत्यारों की तलाश की जा रही है. पुलिस इसके लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. साथ ही पार्षद की कॉल डिटेल भी निकाली जा रही है, ताकि पता लग सके कि घटना से पहले पार्षद ने किससे फोन पर बात की थी. साथ ही सुबह-सुबह इलाके से निकलने वाली गाड़ियों के भी नंबर तलाशे जा रहे हैं. एसएसपी कुंवर ने जल्द ही घटना के खुलासे का दावा किया है.
प्रकाश को घर के बाहर आता देख खड़े युवकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। यह देख प्रकाश धामी घर की ओर भागने लगे। इसी बीच तीन-चार गोलियां उन्हें लग गई। वह लहुलूहान होकर मौके पर ही गिर गए। गोलियों की आवाज सुनकर प्रकाश की पत्नी राधिका, मां जानकी देवी समेत अन्य परिजन के साथ ही आसपास के लोग बाहर निकले तो हमलावर कार से तेजी से फरार हो गए।
2019-2020 की छात्रवृत्ति अनुदान धनराशि का भुगतान चैक के माध्यम से जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय, देहरादून से आवंटित
देहरादून दिनांक 12 अक्टूबर 2020 (जि.सू.का), जिला सैनिक कल्याण अधिकारी देहरादून कर्नल डी.के कौशिक ने अवगत कराया है कि जनपद के भूतपूर्व सैनिकों एवं सैनिक विधवाओं के आश्रित छात्र/छात्राओं, जो इंजीनियरिंग, मेडिकल एवं पीएचडी की शिक्षा में अध्ययनरत थे, को माननीय मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा और उत्तराखण्ड सैनिक पुनर्वास संस्था द्वारा देय वर्ष 2019-2020 की छात्रवृत्ति अनुदान धनराशि का भुगतान चैक के माध्यम से जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास कार्यालय, देहरादून से आवंटित किये जा रहे है। अनुदान आवंटित की तिथि 25 अक्टूबर है।
जिन पूर्व सैनिकों, सैनिक विधवा एवं पूर्व सैनिक आश्रितों द्वारा अभी तक अपनी अनुदान की राशि का चैक प्राप्त नही किया है वे अपनी डिस्चार्ज बुक एवं रसीदी टिकटों सहित निर्धारित तिथि समाप्त होने से पूर्व किसी भी कार्यदिवस में प्रातः 10 बजे से दोपहर 02 बजे तक निर्धारित बक्सों में अनुदान राशि की रसीद प्रेषित करें। कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत चैक अग्रिम तीन दिनों के बाद जारी किया जायेगा, जिसे स्वयं उपस्थित होकर प्राप्त कर सकते हैं। निर्धारित समय के उपरान्त किसी भी अनुरोध/अपील पर विचार नही किया जायेगा।