मास्क नहीं होगा तो जुर्माना लगेगा & चारधाम यात्रा का आगाज पर आने की अनुमति नहीं & Top UK News 15 May 20
15 May 20 # Himalayauk Newsportal & Print Media Bureau # Uttrakhand Newes# कोरोना वायरस; हाईकोर्ट ने18 मई तक जवाब दाखिल करने को कहा #कुछ लोगों ने तो अपने जीवन की जमा पूंजी ही इस बीमारी की रोकथाम के लिए समर्पित की ; मुख्यमंत्री # लॉकडाउन (Lockdown) में शराब कारोबारियों को हो रहे नुकसान व शराब (Alcohol) की दुकान की लाइसेंट फीस कम करने के मामले पर हाईकोर्ट (High Court) ने निर्देश जारी किया # उत्तराखण्ड को काफी फायदा होने जा रहा है- मुख्यमंत्री # मुख्यमंत्री ने दिये प्रवासी उत्तराखंड वासियो हेतु राशन किट वितरित करने के निर्देश# मसूरी विधायक गणेश जोशी ने 44 श्रमिकों को बसों के माध्यम से उनके गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया #Chamoli 206 प्रवासी अपने जनपद चमोली पहुचे # चमोली – वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए चिकित्सालय संचालन हेतु 2 करोड़, 13 लाख 81 हजार रुपये का अनुमानित बजट का प्रस्ताव # जनपद चमोली; बाहरी प्रदेशों से आए 1005 प्रवासी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में # जनपद चमोली; बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का भी औपचारिक रूप से आगाज & तीर्थ यात्रियों को आने की अनुमति नहीं Presents by: Presents by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mob 9412932030 Mail; himalayauk@gmail.com
कोरोना वायरस; हाईकोर्ट ने18 मई तक जवाब दाखिल करने को कहा
नैनीताल. कोरोना वायरस, कोविड-19, के प्रवासियों के साथ अब तक सुरक्षित रहे पहाड़ी ज़िलों तक पहुंच जाने को लेकर नैनीताल हाईकोर्ट सख़्त रुख अपना रहा है. इस मामले में एक दिन बाद सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि कोरोना वायरस अगर राज्य के गांव तक पहुंच जाएगा तो हालत बहुत ख़राबर हो जाएगी. हाईकोर्ट ने राज्य और केन्द्र सरकार से पूछा है कि क्यों न राज्य में आने वाले लोगों का रैपिड टेस्ट बॉर्डर पर ही हो जाएं? कोर्ट ने दोनों सरकारों को इस बिन्दु पर 18 मई तक जवाब दाखिल करने को कहा है. आज दिए गए जवाब से हाईकोर्ट संतुष्ट नहीं दिखा.
इस मामले पर दायर एक पीआईएल पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने थर्मल स्कैनिंग को नाकाफ़ी बताया था और केंद्र और राज्य सरकार से पूछा था कि क्या एंटिजन टेस्ट और रैपिड टेस्ट करवाए जा सकते हैं? आज सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने कोर्ट में कहा कि आईसीएमआर की जो गाइडलाइन के अनुसार ही टेस्ट किए जा रहे हैं.
राज्य सरकार ने जवाब में कहा कि उन्ही लोगों के टेस्ट कर रहे हैं जिनमें लक्षण मिल रहे हैं और अन्य लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग कर उन्हें क्वारंटीन किया जा रहा है. केन्द्र सरकार ने हाईकोर्ट में जवाब दिया कि एंटीजन टेस्ट किट तैयार की जा रही है, उसके आने के बाद टेस्ट किए जाएंगे.
कोर्ट ने दोनों सरकारों से पूछा क्यों न सभी आने वाले लोगों के रैपिड टेस्ट हों. अगर अभी नहीं होंगे तो आने वाले दिनों में गांवों की दशा बुरी हो जाएगी.
सचदानंद डबराल ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दाखिल कर कहा है कि राज्य से करीब 40,000 बाहरी मज़दूर अपने घर जाना चाहते हैं और राज्य के बाहर से यहां के 2 लाख लोग वापस आना चाहते हैं. याचिका में कहा गया है कि इनके लिए कोई व्यवस्था नहीं है. याचिका में यह भी कहा गया है कि जो प्रवासी वापस आ रहे हैं उनकी जांच नहीं हो रही है जिसके चलते पहाड़ी ज़िलों में भी कोरोना फैलने का खतरा बना हुआ है.
लॉकडाउन (Lockdown) में शराब कारोबारियों को हो रहे नुकसान व शराब (Alcohol) की दुकान की लाइसेंट फीस कम करने के मामले पर हाईकोर्ट (High Court) ने निर्देश जारी किया
नैनीताल. लॉकडाउन (Lockdown) में शराब कारोबारियों को हो रहे नुकसान व शराब (Alcohol) की दुकान की लाइसेंट फीस कम करने के मामले पर हाईकोर्ट (High Court) ने निर्देश जारी किया है. हाईकोर्ट की एकलपीठ ने पूरे मामले पर सुनवाई कर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर 4 हफ्तों में निर्णय लेने का आदेश दिया है. कोर्ट ने अपने आदेश में याचिकाकर्ता को आदेश दिया है कि वो आबकारी नीति 2020 के सेक्शन 35 के तहत जिला आबकारी अधिकारी को प्रत्यावेदन देंगे जिसको जिला आबकारी अधिकारी शासन को भेजेंगे. वहीं, सरकार मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर इस पर निर्णय लेगी.
शराब ठेकेदार सौरभ राणा ने याचिका दाखिल कर कहा था कि 19 मार्च को उनको शराब की दुकान आवंटित हुई थी. तब शराब की दुकान खुलने का समय सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक दिया गया था. टेंडर के दौरान उसी समय के हिसाब से दुकानों के टैक्स, साइसेंस फीस आदि निर्धारित किया गया था. याचिका में कहा गया कि लॉकडाउन के कारण अप्रैल महीने में मदिरा की दुकान नहीं खुल सकी. मई महीने में लॉकडाउन के चलते सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक दुकान को खोलने के निर्देश दिए गए. फिर सुबह 7 से 4 बजे तक कर दिया गया. वहीं, सरकार ने अब शराब के ऊपर कोरोना टैक्स लगाया है. याचिका में कहा गया इस समय और नए नियमों से शराब की ब्रिक्री न होने से उन्हें भारी हानि हो रही है. लिहाजा लाइसेंस फीस व अन्य करों को कम किया जाए.
दिल्ली में सरकार ने शराब की बिक्री के लिए ई-टोकन सिस्टम लागू कर दिया. सरकार ने यह सिस्टम शराब की दुकानों पर लग रही भीड़ को देखते हुए लिया है. दरअसल, दिल्ली सरकार ने बीते सोमवार से शराब बेचने की अनुमति दी थी. मंगलवार से शराब के दामों में 70 फीसदी बढ़ोत्तरी कर दी गई. इसके बावजूद शराब की दुकानों पर लोग इकट्ठा हो रहे हैं, लंबी-लंबी लाइनें लगा रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे थे.
कुछ लोगों ने तो अपने जीवन की जमा पूंजी ही इस बीमारी की रोकथाम के लिए समर्पित की ; मुख्यमंत्री
देहरादून 15 मई, 2020 (सू.ब्यूरो) मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम केयर्स फंड व मुख्यमंत्री राहत कोष में सभी प्रदेश वासियों द्वारा किए जा रहे सहयोग के लिए आभार प्रकट किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी ने इस महामारी के विरूद्ध संघर्ष करने के लिए बढ-चढकर हिस्सा लिया है, जिसमें कुछ लोगों ने तो अपने जीवन की जमा पूंजी ही इस बीमारी की रोकथाम के लिए समर्पित की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वृद्ध माता श्रीमती दर्शनी देवी रौथाण जी, जिनके पति स्व० कबोत्र सिंह जी भारतीय सेना में देश के सेवा करते हुए 1965 में शहीद हो गए थे, उन्होंने आज देश के सेवा हेतू पीएम केयर्स फंड में रु2 लाख दान किये। पूर्व में भी गौचर निवासी श्रीमती देवकी भंडारी जी ने अपने नाम को चरितार्थ करते हुए पीएम केयर्स फंड में रु10 लाख का सहयोग दिया जो स्वयं किराये के मकान में रहकर पेंशन की धनराशि से जीवन यापन कर रही हैं। इसी तरह बुजुर्ग स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री साधु सिंह बिष्ट जी भी इसमें सहयोगी बने हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ये सभी लोग हमारे प्ररेणा स्रोत है, जो हमे आज मानवता के उपर आये हुए इस संकट का डटकर सामना करने का साहस देते है। उन्होने कहा कि इस त्याग और दानशीलता की सद्भावना के लिए मैं सभी प्रदेशवासियों का आभार प्रकट करते हुए आपको शत-शत नमन करता हूँ।
उत्तराखण्ड को काफी फायदा होने जा रहा है- मुख्यमंत्री
देहरादून 15 मई, 2020 (सू.ब्यूरो) मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा है कि वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा आज की गई घोषणाओं से भारत में कृषि, पशुपालन, मत्स्य व अन्य संबंधित क्षेत्रों को मजबूती मिलेगी। किसानों के जीवन को खुशहाल बनाने के लिए स्थाई फ्रेमवर्क बनाया गया है। कृषि के क्षेत्र में किए गए सुधार, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करते हुए आत्मनिर्भर भारत में महत्वपूर्ण साबित होंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि, पशुपालन, मत्स्य, मधुमक्खी पालन के साथ ही हर्बल खेती के लिए किए गए प्रावधानों से उत्तराखण्ड को काफी फायदा होने जा रहा है। इससे विशेष तौर पर हमारी पर्वतीय क्षेत्रों की इकोनोमी व स्थानीय आजीविका में परिवर्तन आएगा। पर्वतीय खेती का विकास, राज्य सरकार की नीति का प्रमुख अंग रहा है। उत्तराखण्ड राज्य, जड़ी बूटी का प्रमुख केंद्र है। हर्बल खेती के लिए 4 हजार करोड़ रूपए की व्यवस्था की जा रही है। इसमें मुख्यतः गंगा नदी के किनारे हर्बल कोरिडोर विकसित करने की योजना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की गई घोषणाओं से राज्य में भी कृषिगत इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी। कोल्डस्टोरेज, कृषि उत्पादों की मार्केटिंग से हमारे उत्पादों की अच्छी कीमत मिलेगी। राज्य में पशुपालन और मत्स्य पालन को भी सपोर्ट मिलेगा। निश्चित तौर पर हमारे युवाओं के लिए कृषि व संबद्ध व्यवसायों में रोजगार के अवसर उपलब्ध होने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने राज्य के युवाओं से अपील की है कि वे कृषि, पशुपालन, हर्बल खेती, मत्स्य, फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में आगे आएं और राज्य के विकास में सहभागिता करें। राज्य सरकार द्वारा उन्हें हर तरह का सहयोग दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र द्वारा देश में कृषिगत इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए 1 लाख करोड़ रूपए की व्यवस्था की गई है। असंगठित माइका्रे खाद्य उपक्रमों के तकनीकी सुदृढिकरण, ब्राण्डिंग और मार्केटिंग सुधार के लिए 10 हजार करोड़ की योजना लाई गई है। 20 हजार करोड़ रूपए से प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना लाई जा रही है, इससे मत्स्यपालकों की आय में वृद्धि होगी। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण योजना से पशुओं का 100 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। 15 हजार करोड़ रूपए से पशुपालन इंफ्रास्ट्रक्चर विकास कोष स्थापित किया जा रहा है। इससे डेरी उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देने के लिए 500 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इससे लगभग 2 लाख मधुमक्खीपालकों की आय बढ़ेगी। किसानों को उनकी उपज की सही कीमत मिले, इसके लिए आवश्यक वस्तु एक्ट में जरूरी सुधार किया जाएगा। इसी तरह से किसानों के हक में कृषि विपणन सुधार भी किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने दिये प्रवासी उत्तराखंड वासियो हेतु राशन किट वितरित करने के निर्देश : जो व्यक्ति मास्क का उपयोग नहीं करे उसपर आर्थिक जुर्माना लगाने का प्रावधान किया जाए ;; मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत
देहरादून 15 मई, 2020 (सू.ब्यूरो) मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेश में आए प्रवासियों के व्यापक हित में उन्हें खाद्यान्न आदि की कोई समस्या ना हो इसके लिए जितने भी प्रवासी उत्तराखंड वासी यहां आ रहे हैं, उनके लिए राशन किट वितरित करने के व्यवस्था किए जाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी जरूरतमंदों को खाद्यान्न की व्यवस्था की जा रही है। राज्य में खाद्यान्न की पूरी व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सभी लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य करने के निर्देश भी दिए हैं। यह सभी के व्यापक हित में है। संक्रमण को रोकने में इससे बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति मास्क का उपयोग नहीं करे उसपर आर्थिक जुर्माना लगाने का प्रावधान किया जाए।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सभी लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य करने के निर्देश भी दिए हैं। यह सभी के व्यापक हित में है। संक्रमण को रोकने में इससे बड़ी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति मास्क का उपयोग नहीं करे उसपर आर्थिक जुर्माना लगाने का प्रावधान किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से आज भाजपा पदाधिकारियों के शिष्टमंडल ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में कोविड-19 के दृष्टिगत आमजन को राहत पहुंचाने के लिए उनके सुझाव सुने और कहा कि राज्य सरकार हर सम्भव कोशिश कर रही है। इसमें सभी का सहयोग मिल रहा है।
मसूरी विधायक गणेश जोशी ने 44 श्रमिकों को बसों के माध्यम से उनके गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया
देहरादून 15 मई (Himalayauk Newsportal) : वीरवार को मसूरी विधायक गणेश जोशी ने देहरादून के राजपुर के सांई मंदिर से उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, देवरिया, मऊ, गाजीपुर, आजमगढ़, बस्ती, बनारस आदि स्थानों के लिए 44 श्रमिकों को बसों के माध्यम से उनके गंतव्य स्थान के लिए रवाना किया।
इस मौके पर विधायक जोशी ने सभी श्रमिकों के उत्तम स्वास्थ्य की कामना की। विधायक जोशी ने सभी श्रमिकों को भोजन के पैकेट, बिस्कुट, पानी की बोतल एवं जूस दिया। उन्होनें कहा कि बस में सोशल डिस्टिंसिग के साथ सभी श्रमिकों को बस में बैठाकर रवाना किया। इसके अतिरिक्त, विधायक जोशी ने दून विहार में 135 परिवारों को राशन वितरित किया।
इस अवसर पर भाजपा मण्डल अध्यक्ष राजीव गुरुंग, सिकन्दर सिंह, राहुल रावत, पार्षद संजय नौटियाल, दीपक अरोड़ा, सोम प्रकाश अरोड़ा, अंकुल, पिंटू आदि उपस्थित रहे।
206 प्रवासी अपने जनपद चमोली पहुचे
चमोली 15 मई,2020 (सू0वि0/ (Himalayauk Newsportal) ) शुक्रवार को देहरादून और हरिद्वार से 206 प्रवासी अपने जनपद चमोली पहुॅचे। जिसमें देहरादून से 91 तथा हरिद्वार से 115 प्रवासी शामिल है। जबकि विगत गुरूवार को बंगलरू से 81 तथा जयपुर से 13 सहित 94 प्रवासियों की अपने घर वापसी हुई थी। गौचर मेला मैदान में बनाए गए स्टेजिंग एरिया में सभी प्रवासियों की थर्मल स्क्रीनिंग, मेडिकल जाॅच एवं पूरा डाटा तैयार किया जा रहा है।
जिला प्रशासन ने जनपद में आने और जाने वाले सभी प्रवासियों के लिए गौचर में भोजन की व्यवस्था की है। यहाॅ पर पहुॅचने वाले सभी प्रवासियों को भोजन कराया जा रहा है। रेड जोन से आने वाले सभी प्रवासियों को फेसलिटी क्वारेन्टाइन किया जा रहा है। जबकि ग्रीन और औरेंज जोन से आने वाले प्रवासियों को मेडिकल जाॅच के बाद होम क्वारेन्टीन किया जा रहा है। होम क्वारेन्टीन किए गए प्रवासियों को संबधित तहसील मुख्यालय से उनके गतंब्य स्थलों को भेजा जा रहा है। कोरोना महामारी में प्रशासन से मिल रहे सहयोग से सभी प्रवासी बेहद खुश है।
चमोली – वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए चिकित्सालय संचालन हेतु 2 करोड़, 13 लाख 81 हजार रुपये का अनुमानित बजट का प्रस्ताव
चमोली 15 मई,2020(सू0वि0/ (Himalayauk Newsportal) ) चिकित्सा प्रबंधन समिति की बैठक जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में चिकित्सालयों में उपलब्ध संसाधनों और बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के विकास हेतु प्रस्तावित बजट को लेकर विस्तार से चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय की प्रबंधन समिति को बजट खर्च में अन्य प्रशासनिक व परिचालन खर्च के मुकाबले औषधि, स्वास्थ्य परीक्षण, लेबोरेटरी वकर्स, चिकित्सालय मरम्मत इत्यादि सुविधाओं को विकसित करने के लिए प्राथमिकता पर कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए चिकित्सालय संचालन हेतु 2 करोड़, 13 लाख 81 हजार रुपये का अनुमानित बजट का प्रस्ताव रखा गया। जिसके संबध में जिलाधिकारी ने बजट उपलब्ध होने के अनुसार ही प्राथमिकता निर्धारित करते हुए खर्च करने के निर्देश दिए। कहा कि बजट में जरूरी आवश्यकता वाले कार्यो का वरीयता पर रखें। दिव्यांग जनों के लिए अस्पताल में सुगम्य व्यवस्था बनाने तथा मौजूदा व्यवस्था को और सुदृढ बनाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने को कहा।
जिलाधिकारी ने चिकित्सालय में ओपीडी के दौरान जन औषधि केन्द्र को अनिवार्य रूप से खुला रखने एवं आवश्यक दवाओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा। चिकित्सालय में जीर्णर्शीण शौचालयों की मरम्मत एवं आवासीय परिसर में अति आवश्यक कार्यो को ही बजट प्रस्तावित करने के निर्देश दिए। जिला चिकित्सालय में क्षतिग्रस्त रिटर्निंग वाॅल निर्माण कार्य शीघ्र पूरा कराने को कहा। चिकित्सालयों में तैयार किए गए मार्डन लेबर रूम और आईसीयू में अन्य कोई आवश्यकता हो तो उसको भी बजट में शामिल करने को कहा।
प्रबन्धन समिति के पास सीमित बजट को देखते हुए जिलाधिकारी ने आवश्यकता के अनुसार ही लेखन सामग्री पिं्रट कराने को कहा। बैठक में जिलाधिकारी ने मजदूरी, कार्यालय व्यय, लघु निर्माण, मशीनों, उपकरणों के अनुरक्षण, औषधी रसायन, मरीजों के भोजन व्यय आदि मदों में प्रस्तावित व्ययों की गहनता से समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में समिति के सम्मुख वित्तीय वर्ष 2020-21 में प्राप्त आय-व्यय का विवरण रखा गया। बताया गया कि मार्च 2021 तक अस्पताल प्रबंधन का व्यय 2 करोड़, 13 लाख, 81 हजार रुपये प्रस्तावित किया गया। इस वित्तीय वर्ष में मई तक कुल आय 78 लाख, 81 हजार, 344 रुपये हुई है। जिला चिकित्सालय प्रबंधन समिति की बैठक में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक/सचिव डा0 जीवन सिंह चुफाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी/सदस्य डा0 केके सिंह, मुख्य कोषाधिकारी डा0 तंजीन अली, वित्त अधिकारी/सदस्य दीपक चन्द्र भट्ट, प्रशासनिक अधिकारी जीतेन्द्र वर्मा मौजूद थे।
जनपद चमोली; बाहरी प्रदेशों से आए 1005 प्रवासी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में
जनपद चमोली (Himalayauk Newsportal) कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी प्रदेशों से आए 1005 प्रवासी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में चल रहे है। जिला प्रशासन ने इन प्रवासियों को गौचर, कर्णप्रयाग, मंडल, गैरसैण, ग्वालदम, जोशीमठ भराडीसैंण, पीपलकोटी आदि स्थानों पर फेसलिटी क्वारेन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारेन्टीन में ठहराए गए लोगों की रेग्यूलर जाॅच कर रही है। इसके अलावा ग्रीन एवं औरंेज जोन से आने वाले 4663 लोगों को होम क्वारेन्टीन किया गया है। होम क्वारेन्टीन लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने गुरूवार को 40 गांवों में घर-घर जाकर 336 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया।
कोरोना वायरस संक्रमण के दृष्टिगत चमोली जनपद से भेजे गए सभी 34 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है। कोरोना संक्रमण पर निगरानी रखने के लिए जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीमें भी गठित की है। इन टीमों ने कोरोना संदिग्धों की जानकारी जुटाने के लिए आज तक 8182 लोगों से संपर्क किया गया है।
जिले में लाकडाउन का पालन कराया जा रहा है। लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम एक्ट के तहत 24 एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 2, सीआरपीसी के तहत 49, डीएम एक्ट के तहत 41, पुलिस एक्ट के तहत 188 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है। इसके आलावा 405 चालान और 66 वाहनों को सीज किया गया है।
जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई है। स्टाॅक में गेहूं 2313.13 कुन्तल, चावल 4000.80 कुन्तल, मसूर दाल 314.73 कुन्तल, चना दाल 375.87 कुन्तल, चीनी 133.02 कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 2748.32 कुन्तल व दाल 309.19 कुन्तल, एसएफवाई का अतिरिक्त गेहूॅ 1309.56 कुन्तल, चावल 1814.96 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3673 गैस सिलेण्डर है।
लाकडाउन अवधि में पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार करा रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है। कोरोना संकट की इस घडी में कोई भूखा ना रहे इसके लिए भी जिला प्रशासन निरन्तर मदद कर रहा है। जिला प्रशासन ने गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 6134 ड्राई राशन किट तथा 5042 लोगों को पका हुआ भोजन खिलाया गया।
जनपद चमोली; बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का भी औपचारिक रूप से आगाज- तीर्थ यात्रियों को आने की अनुमति नहीं
चमोली 15 मई 2020 (सू0वि0) भगवान श्री बद्रीनाथ मंदिर के कपाट शुक्रवार को शुभ मुहूर्त पर ब्रहम बेला में पूरे वैदिक मंत्रोचारण एवं विधि विधान के साथ खोल दिए गए। ब्रदीनाथ धाम के मुख्य रावल वीसी ईश्वर प्रसाद नंबूदरी ने शुभ मुहूर्त में वैदिक मंत्रोचारण के साथ सुबह ठीक 4ः30 बजे मंदिर के कपाट खोलकर विधिवत पूजन करते हुए सभी के मंगलमय की प्रार्थना की। शुक्रवार को सुबह 3ः00 बजे से कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हुई। कुबेर जी, श्री उद्वव जी एवं गाडू घडा दक्षिण द्वार से मंदिर परिसर में पहुॅचाया गया। कोरोना संकट के चलते इस बार कपाट खुलने के अवसर पर मुख्य मंदिर में पुजारी रावल समेत धर्माधिकारी एवं हकहकूधारी मौजूद रहे। जबकि पूरे मंदिर परिसर एवं प्रांगण में कपाट खुलने के दौरान कुल मिलाकर 28 लोग ही मौजूद थे।
इस दौरान सोशियल डिस्टेसिंग का भी पूरा पालन किया गया। सबसे पहले मंदिर में मुख्य पुजारी रावल वीसी ईश्वर प्रसाद नंबुदरी, धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल एवं हककूकधारी ने मंदिर में दो गज का फासला रखते हुए प्रवेश किया और भगवान बद्रीनाथ की पूजा अर्चना की। इससे पहले पूरे मंदिर परिसर को सेनेटाइज्ड किया गया और सोेशियल डिस्टेंसिंग रखते हुए मास्क पहनकर पूरे विधि विधान के साथ मंदिर के कपाट खोले गए। बद्रीनाथ मंदिर में पहली पूजा देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नाम से की गई। कपाटोत्घाटन के मौके पर मंदिर की सजावट गेंदे के फूलों से की गई थी। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम यात्रा का भी औपचारिक रूप से आगाज हो गया।
कोरोना महामारी में लाॅकडाउन के चलते इस बार बेहद सादगी पूर्वक मंदिर के कपाट खुले। धाम के कपाट खुलने के दौरान पिछले वर्षो की भांति इस वर्ष सेना का बैंड शामिल नही हो सका। स्थानीय महिलाओं का समूह में पारम्परिक नृत्य भी नही हुआ। कपाट खुलने के समय हजारों की संख्या में यहाॅ आने वाले श्रद्वालु भी इस बार कपाटोद्घाटन के साक्षी नही बन सके। कोरोना महामारी से बचाव के तहत जारी एडवाइजरी के अनुसार फिलहाल धार्मिक स्थलों में तीर्थ यात्रियों को आने की अनुमति नहीं है।
प्रतिवर्ष कपाट खुलने के अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्वालु भगवान श्री बद्रीनाथ के दर्शन कर पुण्य अर्जित करते थे। पूरे बैकुण्ठ धाम में चारों ओर श्रद्वालुओं की भीड लगी रहती थी। लेकिन इस बार बैकुण्ठ धाम के आसपास तप्तकुण्ड, नारद कुण्ड, शेष नेत्र झील, नीलकण्ठ शिखर, उर्वशी मन्दिर, ब्रह्म कपाल, माता मूर्ति मन्दिर तथा देश के अंतिम गांव माणा, भीमपुल, वसुधारा जल प्रपात आदि ऐतिहासिक एवं दर्शनीय स्थलों पर भी सन्नाटा पसरा रहा। यहाॅ कोई भी श्रद्वालु नही दिखे। धाम में सभी दुकाने भी बंद रही। कोरोना संकट के चलते इस बार कपाट खुलने के समय पूजा में मुख्य पुजारी समेत गिनती के कुछ लोग ही शारीरिक दूरी का पालन करते हुए शामिल हो सके।
बद्रीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के समय मुख्य पुजारी रावल वीसी ईश्वर प्रसाद नंबूदरी, देवस्थानम बोर्ड के आईएफएस अधिकारी बीडी सिंह, बद्रीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी भूवन चन्द्र उनियाल, राजगुरू जगदम्बा प्रसाद तथा हककूकधारी ही शामिल हो सके।
विगत वर्षो में लाखों श्रद्वालु बद्रीनाथ की यात्रा कर चुके है। पिछले चार सालों के आंकडो पर नजर डाले तो वर्ष 2016 में 654355, वर्ष 2017 में 920466 तथा वर्ष 2018 में 1048052 तथा वर्ष 2019 में 1244993 श्रद्वालु बद्रीनाथ पहुॅचे। लेकिन इस बार कोरोना संकट के चलते लाखों श्रद्वालुओं यात्रा नही कर पा रहे है। कोरोना महामारी पर नियंत्रण के पश्चात जल्द चारधाम यात्रा शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
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