स्थान धारागाड़ के समीप कथियान से देहरादून आ रही बस दुर्घटना पर गहरा दुःख- प्रमुख समाचार- देहरादून- उत्तराखण्ड
देहरादून जिले में त्यूणी-चकराता मोटर मार्ग पर यात्रियों से भरी एक प्राइवेट बस गहरी खाई में जा गिरी. दुर्घटना में 10 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 36 लोग घायल बताए जा रहे हैं. घायलों में 6 की हालत बेहद नाजुक बनी हुई है. www.himalayauk.org (Newsportal0
जिला अधिकारी रविनाथ रमन ने त्यूणी हादसे की मजिस्ट्रेटिव जाँच के आदेश दिये हैं। SDM चकराता को नियुक्त किया जाँच अधिकारी। हादसे में मरने वालों की संख्या दस, घायलों में से 05 को दून चिकित्सालय, 01 को महंत इन्द्रेश हॉस्पिटल,01 को विकास नगर भर्ती कराया गया है। जिला अधिकारी ने मृतकों को 50 हजार, गंभीर रूप से घायलों को 20 हजार व सामान्य घायलों को 5 हजार रुपये मुआवजा दिये जाने की घोषणा की।
मंगलवार को यात्रियों से भरी एक निजी बस त्यूणी से देहरादून आ रही थी. दारागाढ़ के पास ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और बस खाई में जा गिरी. हादसे के वक्त बस की छत पर भी यात्री बैठे थे. हादसे में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 3 ने अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया, जबकि एक महिला ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. 36 लोग घायल बताए जा रहे हैँ. बस में 46 यात्री सवार थे.
सभी घायलों को त्यूणी के अस्पताल में भर्ती कराया गया है. घायलों में से 6 की हालत नाजुक बताई जा रही है. जानकारी के अनुसार हादसे का कारण ओवरलोडिंग बताया जा रहा है. डीएम रविनाथ रमन ने सीएमओ को, त्यूणी डॉक्टर भेजने के आदेश दिए हैं. हेलीकॉप्टर से डॉक्टरों को त्यूणी भेजा गया है. देहरादून के दून हास्पिटल में भी घायलों के लिए इमरजेंसी इंतजाम किए गए हैं.
प्रदेश के गृह मंत्री प्रीतम सिंह ने त्यूणी में हुई बस संख्या यू0 के0 07 पी0 ए0- 0177 दुर्घटना पर दुख व्यक्त करते हुए, दुर्घटना में 8 मृतकों की आत्मा की शान्ति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
ज्ञातव्य है कि 6 सितम्बर 2016 को प्रातः 10ः30 बजे कथियान से देहरादून आते समय धारागाड़ के पास उक्त बस अनियंत्रित होकर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी, जिसमें सवार 33 सवारियों में 8 लोग दिवंगत हुए तथा 25 लोग घायल हुए, जिनका उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र त्यूणी के किया जा रहा है।
#मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जनपद देहरादून में स्थान धारागाड़ के समीप कथियान से देहरादून आ रही बस दुर्घटना पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगतों की आत्मा की शांति एवं दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने के साथ ही घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ईश्वर से कामना की है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए है कि मृतकों के परिजनों एवं घायलों को शीघ्र अनुमन्य राहत राशि उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि घायलों का इलाज प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। आवश्यकता पड़ने पर घायलों को हायर सेंटर रेफर करने की भी व्यवस्था की जाए।
राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र से प्राप्त सूचना के अनुसार उक्त दुर्घटनाग्रस्त बस संख्या यू.के.07 पी.ए.-0177 में कुल 33 सवारियों में से 8 लोगों की मृत्यु एवं 25 लोगों के घायल होने की सूचना प्राप्त हुई है।
देहरादून 06 सितम्बर, 2016 (सू.ब्यूरो)
बीजापुर हाउस में मंगलवार को कैबिनेट मंत्री हरीश चन्द्र दुर्गापाल के नेतृत्व में आये बिन्दुखत्ता के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री हरीश रावत से भेंट की।
प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री श्री रावत को अपनी समस्याओं से अवगत कराया। प्रतिनिधिमण्डल ने मांग की कि पूर्व में बिन्दुखत्ता को दिया गया नगर पालिका का दर्जा वापस लेकर राजस्व ग्राम में शामिल किया जाए। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में आश्वासन दिया कि ग्रामवासियों की जनभावनाओं के दृष्टिगत केन्द्र सरकार को इस हेतु प्रस्ताव भेजा जायेगा।
इस अवसर पर प्रतिनिधिमण्डल में बलवन्त सिंह, धर्म सिंह, ज्ञान सिंह, गिरधर बम, लक्ष्मण धपोला, पुष्कर धामी, बलवन्त धामी आदि उपस्थित थे।
###
मुख्यमंत्री हरीश रावत से मंगलवार को बीजापुर हाउस में साउथ आस्ट्रेलिया के एमएलसी एवं शेडो मिनिस्टर टूरिज्म, एग्रीकलल्चर, प्राईमरी इंडस्ट्री, फूड एंड फिस्रीज डेविड रिजवे ने शिष्टाचार भेंट की। उन्होंने प्रदेश में वाटर ट्रीटमेंट एवं सोलर टेक्नालाजी के माध्यम से क्लिन एनर्जी पावर जनरेशन के क्षेत्र में कार्य करने से संबंधित प्रस्ताव भी मुख्यमंत्री श्री रावत के समक्ष रखा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि प्रदेश में पेयजल, सिंचाई व सोलर एनर्जी के क्षेत्र में संभावनायें तलाशी जा सकती है। इसके लिये उन्होंने श्री रिजवे के साथ आए अधिकारियों को विस्तृत प्रस्ताव के साथ पेयजल एवं सिंचाई विभाग के अधिकारियों से वार्ता करने की बात कही। उन्होंने कहा कि बिना केमिकल का प्रयोग किये नदियों एवं तालाबों को साफ करने की योजना उपयोगी हो सकती है। इस अवसर पर ब्राइट व्रिज के निदेशक जयन्त गोयल आदि उपस्थित थे।
####
देहरादून 06 सितम्बर जिलाधिकारी रविनाथ रमन की अध्यक्षता में तहसील ऋषिकेश में तहसील दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें 83 शिकायतें दर्ज की गयी जिसमें सड़क, पेयजल, पेंशन,ं राजस्व एवं वन विभाग से बन्दरों के आतंक से सम्बन्धित शिकायतें दर्ज की गयी जिसमें से 50 शिकायतों का जिलाधिकारी द्वारा मौके पर ही निस्तारण किया गया ।
बैठक में जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि तहसील दिवस में जो समस्याएं दर्ज की गयी हैं उनका निस्तारण समय-सीमा के भीतर करना सुनिश्चित करें। उन्होने लोक निर्माण विभाग से सम्बन्धित शिकायतों के सम्बन्ध में कहा कि वर्तमान समय बरसात का समय है जिस कारण सड़क मरम्मत का कार्य किया जाना सम्भव नही है उन्होने लो.नि.वि के अधिकारियों को निर्देश दिये कि बरसात समाप्त होने पर जो सड़के क्षतिग्रस्त हैं उनका मरम्मत का कार्य करवाना सुनिश्चित करें। समाज कल्याण विभाग द्वारा अधिकतर पेंशन न लगने की शिकायतें प्राप्त हुए हैं जिस पर जिलाधिकारी ने समाज कल्याण अधिकारी को निर्देश दिये हैं कि पात्र लाभार्थियों आवेदन व बैॅंक खाता संख्या प्राप्त करते हुए उनकी पेंशन लगवाना सुनिश्चित करें। उन्होने यह भी कहा कि समाज कल्याण विभाग में बजट न होने के कारण कई लाभार्थियों की पेंशन खाते नही भेजी जा सकी है बजट प्राप्त होने पर पेंशन खाते में उपलब्ध करा दी जायेगी। क्षेत्र में बन्दरों की समस्या से निजात दिलाने के लिए जिलाधिकारी ने प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून को निर्देश दिये कि बन्दरों को पकड़ने के लिए उचित प्रबन्धन कराना सुनिश्चित करें। ऋषिकेश सामुदायिक केन्द्र पर चिकित्सक न होने की शिकायत दर्ज की गयी। जिस पर जिलाधिकारी ने ऋषिकेश में एक और चिकित्सक नियुक्त करने का आश्वासन दिया उन्होने कहा कि वर्तमान समय में डेंगू का भी प्रकोप फैला हुआ है जिसके लिए एक और चिकित्सक नियुक्त किया जाना आवश्यक है। उन्होने कहा कि नमामि गंगा कार्यक्रम के तहत ऋषिकेश क्षेत्र की सफाई व्यवस्था सुदृीढ की जायेगी तथा जो होटल व्यवसायी गंगा को गन्दा कर रहें उनके चालान करते हुए उनके विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। सिंचाई विभाग की जो नहरे क्षतिग्रस्त है उसके लिए उन्होने सम्बन्धित अधिकारियों को मौका मुआयना करते हुए नहरों को ठीक कराना सुनिश्चत करायें। जूनियर हाईस्कूल बड़कोट में पांच अध्यापकों के पद स्वीकृत हैं पर दो ही नियुक्त किये गये हैं जिनमें एक बीमार चल रहा है, जिससे विद्यार्थियों की पठन-पाठन पर व्यापक असर पर पड़ रहा है। जिस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने खण्ड शिक्षा अधिकारी अध्यापक नियुक्त करने के निर्देश दिये। राजस्व विभाग की शिकायतों पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को निर्देश दिये मौका मुआयना कर समस्याओं का निस्तारण करें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश कुसुम चैहान, प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून श्री पात्रो, परियोजना अधिकारी डी.आर.डी.ओ राजेन्द्र सिंह रावत, खाद्य आयुक्त/जिला पूर्ति अधिकारी पी.एस पांगती, जिला पंचायत राज अधिकारी एम.एम खान, जिला कार्यक्रम अधिकारी एस.के सिंह, अधिशासी अभियन्ता पेयजल निगम सीताराम, तहसीलदार ऋषिकेश सुरवीर सिंह राणा सहित समबन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
—0—
देहरादून 06 सितम्बर स्वच्छ भारत मिशन के तहत विकासखण्ड डोईवाला के अन्तर्गत ग्राम पंचायतों को निर्मल ग्राम पंचायत बनाने तथा खुले में शौचालयमुक्त ( ओ.डी.एफ )ग्राम पंचायत बनाने के लिए जागरूकता कार्यक्रम अभियान ग्राम पंचायत अधिकारियों एवं स्वयं सहायता समूह तथा स्वजल के माध्यम से चलाया जा रहा है जिसकी समीक्षा बैठक मुख्य विकास अधिकारी आलोक कुमार पाण्डेय द्वारा खण्ड विकास कार्यालय सभागार डोईवाला में सम्बन्धित अधिकारियों के साथ आहुत की गयी।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि 2 अक्टूबर 2016 तक जनपद देहरादून को खुले में शौचालयमुक्त (ओ.डी.एफ) कराना है जिसके लिए उन्होने सभी ग्राम विकास अधिकारियों एवं स्वजल की टीम तथा स्वयं सहायता समूह को निर्देश दिये कि जिन ग्राम पंचायतों में लोगों द्वारा अपने शौचालय नही बनाये गये हैं उनको शौचालय बनाने के लिए पे्ररित करें। उन्होने स्वजल द्वारा ब्लाक खण्ड डोईवाला में 1442 ग्राम पंचायतों में शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा हुआ है जिसके लिए उन्होने सम्बन्धित ग्राम विकास अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि वे 1200 शौचालय मनरेगा के तहत बनाना सुनिश्चित करें इस कार्य में किसी प्रकार की कोई दिक्कत नही होनी चाहिए। डोईवाला ब्लाक में में शौचालय विहीन 24 ग्राम पंचायतें हैं जिनमें शीघ्रता-शीघ्र शौचालय बनाने के निर्देश दिये ।
बैठक में उप जिलाधिकारी शालिनी नेगी, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल, जिला पंचायतराज अधिकारी एम.एम खान परियोजना निर्देशक स्वजल सुमन कुटियाल सहित सम्बन्धित ग्राम विकास अधिकारी एवं स्वंय सहायता समूह के प्रतिनिधि उपस्थित थे।