सीएम समेत तीन कैबिनेट मंत्री सेल्फ क्वारंटीन में -कांग्रेस की राष्टपति शासन की मांग Top News 1 June 20
1 JUNE 20# High Light# Himalayauk Newsportal:आरोग्य सेतु ऐप पर उठे सवाल & मुझे कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में दर्शाया जा रहा है, जो गलत है- मंत्री को बयान देना पडा # अब आरोग्य सेतु ऐप को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे : केंद्रीय कारागार सितारगंज के पांच कैदियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जहां जेल महकमे और गृह विभाग में हड़कंप # राजकुमार ठुकराल समेत 100 लोगों पर लॉकडाउन के उल्लंघन का केस दर्ज किया # प्रतिष्ठान सुबह 7 से सायं 7 बजे तक अपनी सेवाएं दे सकेंगे # भिन्न प्रदेशों से जनपद चमोली के 23224 प्रवासी अपने घर पहुॅचे # जनपद चमोली 417 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है # Presents by Himalayauk Newsportal & Daily Newspaper, publish at Dehradun & Haridwar: Mob 9412932030 ; CHANDRA SHEKHAR JOSHI- EDITOR; Mail; himalayauk@gmail.com
प्रदेश में हड़कंप मचा हुआ है। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत तीन कैबिनेट मंत्री सेल्फ क्वारंटीन में चले गए हैं। शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने इसकी पुष्टि की है। संक्रमण की पुष्टि होने से पहले कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज बीते शुक्रवार को मंत्रिमंडल की बैठक में शामिल हुए थे। बैठक में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत समेत सभी कैबिनेट मंत्री, मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह और शासन के अन्य उच्च अधिकारी मौजूद थे। ऐसे में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, सुबोध उनियाल और हरक सिंह रावत ने सेल्फ क्वारंटीन में जाने का निर्णय लिया है।
उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री और तीन मंत्रियों को इस तरह सेल्फ क्वारंटाइन और एक मंत्री को पूरे परिवार समेत कोरोना पॉजीटिव होकर अस्पताल में भर्ती होना पडा है, कोरोना पॉजिटिव पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के बीते शुक्रवार कैबिनेट में शामिल होने की वजह से मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और तीन मंत्री मदन कौशिक, हरक सिंह रावत व सुबोध उनियाल सेल्फ क्वारंटाइन हैं। वही सत्ता में बडी चर्चा भी आ गयी इस पर स्वयं मंत्री धन सिंह रावत को बयान देना पडा-
उच्च शिक्षा राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने फेसबुक पोस्ट के जरिये एक बयान जारी कर कहा कि मुझे यह सूचना प्राप्त हुई है कि कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा सोशल मीडिया पर मुझे कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में दर्शाया जा रहा है, जो कि बिल्कुल ही गलत है और बेहद ही निंदनीय है। मैं ऐसे लोगों की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं और ऐसे लोगों के खिलाफ मेरे द्वारा पुलिस प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। आप सभी लोगों को मैं कहना चाहता हूं कि भले ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सेल्फ क्वारंटाइन हैं, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के इस कठिन दौर में निरंतर मुख्यमंत्री वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग तथा फोन के माध्यम से सभी मंत्रीगणों, विधायकगणों और उच्चाधिकारियों से संपर्क कर आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं ताकि हमारा प्रदेश इस वैश्विक महामारी से जल्द से जल्द ठीक हो सके। मैं सभी सोशल मीडिया के मित्रों से अनुरोध करना चाहूंगा कि कृपया इस गलत खबर को सत्य ना माने।
वही उत्तराखंड में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है और देहरादून सर्वाधिक प्रभावित जिलों में शुमार है। जिस कारण दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के लिए भी चुनौतियां एकाएक बढ़ गई हैं। एक तरफ जहां मरीजों का बोझ बढ़ रहा है वहीं, अब स्टाफ भी संक्रमण से अछूता नहीं रहा। अस्पताल की एक महिला एनेस्थेटिस्ट में कोरोना की पुष्टि हुई है। अस्पताल में किसी चिकित्सक या कर्मचारी के संक्रमित होने का यह पहला मामला है।
स्टाफ को संक्रमण से मुक्त रखना तो अस्पताल के लिए चुनौती है ही, एक मुश्किल पर्याप्त वार्ड ब्वॉय, नर्स आदि का बंदोबस्त की भी है। क्योंकि अब स्टाफ मरीजों की संख्या के लिहाज से कम पड़ने लगा है। चिकित्सक पति और परिवार के अन्य सदस्य क्वारंटाइन दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल के एनेस्थीसिया विभाग की एक चिकित्सक की कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें अस्पताल में भर्ती कर दिया गया हैं।
वहीं, उनके चिकित्सक पति और परिवार के अन्य सदस्यों को क्वारंटाइन किया गया हैं। डाक्टर के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद अस्पताल स्टाफ में भय है। डिप्टी एमएस डा. एनएस खत्री ने बताया कि महिला चिकित्सक की स्थिति सामान्य है। वह संक्रमित मरीजों के वार्ड और आइसीयू में ड्यूटी कर रही थीं। उनके पति भी अस्पताल में ही एक विभाग के एचओडी हैं, उन्हें एहतियात के तौर पर क्वारंटाइन किया गया है। बताया कि महिला चिकित्सक ड्यूटी के दौरान समीप ही एक होटल में ही रुक रही थीं।
राज्य की सरकार और शासन संकट में है
देहरादून. मंत्री सतपाल महाराज (Satpal Maharaj) और उनकी पत्नी अमृता रावत (Amrita Rawat) के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद राज्य की सरकार और शासन संकट में मान कर कांग्रेस ने राष्टपति शासन की मांग कर दी . कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज (Cabinet Minister Satpal Maharaj) का कोरोना सैंपल पॉज़ीटिव आने के बाद अब आरोग्य सेतु ऐप को लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं, क्योंकि महाराज जोर शोर से इसका प्रचार कर रहे थे. महाराज ने 12 अप्रैल को अपनी फेसबुक वॉल पर पोस्ट डालकर लोगों से अधिक से अधिक संख्या में इसका उपयोग करने की अपील की थी. लेकिन विडंबना देखिए कि पहले सतपाल महाराज की पत्नी और फिर उनके परिवार के अन्य सदस्यों समेत 22 लोग एक साथ कोरोना पॉजिटिव निकल गए और महाराज को इसकी हवा तक नहीं लगी. सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत की, जिनके दिल्ली से लौटने के बाद कोरोना रिपोर्ट पॉजिटव आई.
ज्ञात हो कि बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा में कोरोना वायरस के लक्षण पाए जाने के बाद उत्तराखंड कांग्रेस को बीजेपी पर हमला करने का एक और मौका मिल गया है. उत्तराखंड कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा है कि संबित पात्रा में तो कोरोना वायरस के लक्षणु मिले हैं लेकिन उत्तराखंड में बीजेपी नेता वायरस प्रूफ़ नज़र आ रहे हैं या कम से कम सरकार तो यही मान रही है. उन्होंने मांग की कि ऐसे सभी बीजेपी नेताओं का कोरोना टेस्ट करवाया जाना चाहिए जिन्हें यह संक्रमण होने का खतरा हो सकता है ताकि उनसे कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका को खत्म किया जा सके. बीजेपी का कहना है कि अभी ऐसी ज़रूरत महसूस नहीं हो रही.
सतपाल महाराज सचिवालय में आयेाजित कैबिनेट बैठक में भी शिरकत कर आए. सचिवालय में प्रत्येक कर्मचारी के लिए आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना अनिवार्य है. कैबिनेट बैठक में मुख्य सचिव समेत तमाम आला अधिकारी और मंत्रीगण मौजूद थे
अब सवाल उठने लगा है कि या तो सतपाल महाराज खुद ऐप का प्रयोग नहीं करते थे या फिर सरकारी अमले में भी लोग भी ऐप का प्रयोग नहीं करते. क्योंकि अगर महाराज ने ऐप एक्टिवेट किया होता और उसमें सही जानकारी भरी होती तो वे समय रहते डिटेक्ट हो सकते थे. कैबिनेट समेत तमाम ऑफिसर उनके संपर्क में आने से बच सकते थे. लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. अब तमाम मंत्रियों और अफसरों पर कोरोना संक्रमण की आशंका के बादल मंडरा रहे हैं.
कांग्रेस ने इसे गंभीरता से लिया है. कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी का कहना है कि यह इस बात को साबित करता है कि आरोग्य सेतु ऐप कारगर नहीं है. गरिमा आरोप लगा रही हैं कि इसी ऐप के प्रचार-प्रसार पर सरकार ने लाखों रुपये उड़ा दिए लेकिन उसके मंत्री तक इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. यदि मंत्री आरोग्य सेतु ऐप का प्रयोग नहीं कर रहे थे तो यह एक गंभीर लापरवाही है.
दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि कांग्रेस ने पूरे कोरोना काल में जनता का मनोबल तोड़ने का काम किया है. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान का कहना है कि किसी भी प्रिवेन्टिव मीज़र में पांच फीसदी संक्रमण की आशंका हमेशा बनी रहती है.
केंद्रीय कारागार सितारगंज के पांच कैदियों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जहां जेल महकमे और गृह विभाग में हड़कंप
20 मई को स्वास्थ्य विभाग की टीम सुद्धोवाला जिला कारागार पहुंची थी और सौ बंदियों के रैंडम सैंपल लेकर जांच को भेजे थे। अपर पुलिस महानिदेशक कारागार डॉ. पीवीके प्रसाद ने बताया कि देहरादून में सभी बंदियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। यह राहत की बात है। हालांकि सितारगंज में जिन 56 बंदियों के रैंडम सैंपल लिए गए थे, उनमें से पांच पॉजिटिव बताए जा रहे हैं। अब यह देखा जा रहा है कि वह किस तरह कोरोना की जद में आए। उनके संपर्क में आने वाले जेल स्टाफ की भी कोरोना जांच कराई जाएगी। जिस बैरक के पांच बंदी पॉजिटिव पाए गए हैं, उस बैरक के सभी बंदियों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। पॉजिटिव पाए गए बंदियों को अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। लॉकडाउन अवधि में जेल भेजे गए करीब दो दर्जन बंदियों को जेल में ही बने क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। जेल सूत्रों के मुताबिक, इन्हें बैरकों में तभी शिफ्ट किया जाएगा, जब यह चौदह दिन की अवधि पूर्ण कर लेंगे।
राजकुमार ठुकराल समेत 100 लोगों पर लॉकडाउन के उल्लंघन का केस दर्ज
भाजपा विधायक राजकुमार ठुकराल को अपने आवास पर राशन वितरण के लिए लोगों को बुलाना महंगा पड़ गया है। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन किया गया। पुलिस ने विधायक राजकुमार ठुकराल समेत 100 लोगों पर लॉकडाउन के उल्लंघन का केस दर्ज किया है। रविवार की सुबह विधायक राजकुमार ठुकराल अपने आवास पर राशन किट वितरित कर रहे थे। राशन मिलने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में महिलाएं उनके आवास पर पहुंच गईं।
इस दौरान महिलाओं ने सोशल डिस्टेंसिग की जमकर धज्जियां उड़ाईं थीं। कई महिलाओं ने राशन किट नहीं मिलने पर हंगामा कर दिया था। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने महिलाओं को शांत कराकर वापस घरों को भेजा था।
इस मामले को पुलिस ने गंभीरता से लिया। कोतवाल केसी भट्ट ने बताया कि एसआई जयप्रकाश ने विधायक राजकुमार ठुकराल समेत 100 अन्य लोगों पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर केस दर्ज कराया है। राशन वितरण के दौरान लॉक डाउन का उल्लंघन हुआ था।
प्रतिष्ठान सुबह 7 से सायं 7 बजे तक अपनी सेवाएं दे सकेंगे
चमोली 01 जून,2020 (सू0वि0)
जिले में अवस्थित
समस्त व्यावसायिक व वाणिज्यीय प्रतिष्ठान सुबह 7 से
सायं 7 बजे तक अपनी सेवाएं दे सकेंगे।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने इसके आदेश जारी किए है। सभी प्रतिष्ठानों को
पूर्व में जारी सोशियल डिस्टेसिंग एवं स्वास्थ्य सुरक्षा संबधी सभी उपयों का भी
कडाई से अनुपालन किया जाना अनिवार्य होगा। यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किए गए
है।
भिन्न प्रदेशों से जनपद चमोली के 23224 प्रवासी अपने घर पहुॅचे
चमोली 01 जून,2020 (सू0वि0)
कोरोना संकट के चलते पिछले महीने बडी संख्या में प्रवासी नागरिकों की घर वापसी हुई है। मई महीने में देश के विभिन्न प्रदेशों से जनपद चमोली के 23224 प्रवासी अपने घर पहुॅचे। जिसमें यूपी से 1189, गुजरात से 397, राजस्थान से 821, मध्यप्रदेश से 97, हिमांचल से 243, दिल्ली से 2093, पंजाब से 620, हरियाणा से 1770, महाराष्ट्र से 534, आन्ध्र प्रदेश से 161, दमनदीप से 22, जम्बू कश्मीर से 19, गोवा से 132, दादार एंड नगर हवेली से 149, तमिलनाडू से 16, पश्चिम बंगाल से 1 तथा बिहार से 7, कर्नाटक से 82, तेलंगाना से 2, अरूणांचल प्रदेश से 2, केरला से 1, छत्तीसगढ से 4, अंडमान निकोबार से 2 सहित कुल 8364 प्रवासी घर पहुॅचे है। इसके अलावा उत्तराखण्ड राज्य के देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर एवं अन्य जनपदों से 14860 प्रवासी अपने घर पहुॅचे।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशानुसार घर लौटे सभी प्रवासियों की मेडिकल जाॅच के बाद फेसलिटी क्वारेंटीन तथा होम क्वारेंटीन किया गया। मेडिकल टीम प्रतिदिन क्वारेंटाइन व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण करने में जुटी है। सभी संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल लगातार जाॅच के लिए भेजे जा रहे है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारेंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते हुए सख्ती से नियमों का पालन भी करवाया जा रहा है। क्वारेंटीन अवधि पूरा करने पर ही घर लौटे प्रवासियों को डिस्चार्ज किया जा रहा है। अभी भी 457 प्रवासी फेसलिटी क्वारेन्टीन और 14917 प्रवासी होम क्वारंेन्टीन में चल रहे है। कोविड-19 को लेकर जिलाधिकारी प्रतिदिन स्वास्थ्य विभाग एवं संबधित अधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा कर रहे है और इससे निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा सभी आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे है।
जनपद चमोली 417 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है
जनपद चमोली। (Himalayauk Newsportal)
कोविड-19 की रोकथाम एवं बचाव के लिए जिला प्रशासन पूरी सक्रियता के साथ दिन-रात जुटा हुआ है और इससे निपटने के लिए हर आवश्यक कदम भी उठाए जा रहे है। सभी ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में विशेष साफ सफाई, डिसिन्फेक्टेन्ट दवाओं का रेग्यूलर छिडकाव और फागिंग करके सेनेटाइज्ड किया जा रहा है। घर लौटे प्रवासी नागरिकों पर भी कडी निगरानी रखी जा रही है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के निर्देशों पर सभी संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल प्रतिदिन जाॅच के लिए भेजे जा रहे है। सोमवार को 32 संदिग्ध व्यक्तियों को सैंपल भेजे गए जबकि 49 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। अभी तक कुल 728 सैंपल जाॅच के लिए भेजे जा चुके है। जिसमें से 298 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव तथा 13 सैंपल की रिपोर्ट पाॅजेटिव आ चुकी है और 417 सैंपल की रिपोर्ट आनी बाकी है।
कोविड संक्रमण से बचाव के दृष्टिगत बाहरी
प्रदेशों से आए 457
प्रवासी अभी फेसलिटी क्वारेन्टाइन में चल रहे
है। जिला प्रशासन ने इन प्रवासियों को गौचर, कर्णप्रयाग,
मंडल, गैरसैण,
ग्वालदम, जोशीमठ भराडीसैंण,
पीपलकोटी इत्यादि स्थानों पर फेसलिटी
क्वारंन्टाइन किया है। मेडिकल टीम फेसलिटी क्वारंन्टीन में ठहराए गए लोगों की
रेग्यूलर जाॅच कर रही है। जबकि 14917 प्रवासियों अभी होम क्वारंन्टीन में चल रहे है। होम क्वारंन्टीन लोगों के
स्वास्थ्य परीक्षण के लिए गठित 23 मोबाइल चिकित्सा टीमों ने रविवार को 57 गांवों में घर-घर जाकर 638 क्वारेंटीन व्यक्तियों की स्वास्थ्य जाॅच की। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से
कोरोना संक्रमण की जानकारी जुटाने के लिए 18 ब्लाक एवं सिटी रिसपोंस टीम निरंतर कार्य कर रही है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने क्वारेंटीन
किए गए सभी प्रवासियों को नियमों का पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश
दिए है। शासकीय कार्मिकों के माध्यम से क्वारेंटीन लोगों पर निरतंर निगरानी रखते
हुए नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों के विरूद्व सख्त कार्यवाही भी की जा
रही है।
जिले में लाॅकडाउन का उल्लंघन करने पर डीएम
एक्ट के तहत 35
एफआईआर, महामारी अधिनियम के तहत 4, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर 02, सीआरपीसी-151
के तहत 62, डीएम एक्ट के तहत गिरफ्तारियां 53, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर गिरफ्तारियां 1, पुलिस एक्ट के तहत 442
लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए जा चुके है।
इसके आलावा 661
चालान और 77 वाहनों को सीज किया गया है।
जिले में खाद्यन्न आपूर्ति सुचारू बनी हुई
है। स्टाॅक में गेहूं 2699.16
कुन्तल, चावल 5491.38
कुन्तल, मसूर दाल 670.35
कुन्तल, चना दाल 230.72
कुन्तल, चीनी 166.48
कुन्तल, पीएम गरीब कल्याण चावल 1460.00 कुन्तल व दाल 38.22
कुन्तल, एसएफवाई का अतिरिक्त गेहूॅ 1475.55 कुन्तल,
चावल 2309.29 कुन्तल तथा घरेलू गैस के 3453 गैस सिलेण्डर है।
जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया के प्रयासों से
मोबाइल फिश आउटलेट वैन के माध्यम से हर रोज जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क भोजन
खिलाया जा रहा है। अब तक 6594
लोगों को भोजन कराया गया है जबकि गरीब, मजदूर एवं जरूरतमंद लोगों में अभी तक 6190 ड्राई राशन किट का वितरण कराया गया है।
पुरानी गम्भीर बीमारियों का उपचार करा रहे लोगों को जिला अस्पताल के माध्यम से
जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने में मदद की जा रही है।