किस राजनेता की होली होगी बहुरंगी
चुनाव परिणाम आने के अगले दिन होली# हरीश रावत पांचवी बार मुख्यमंत्री बन पायेगें?#ग्रहों का उलटफेर# किस राजनेता की होली होगी बहुरंगी# हाल में हरीश रावत ने राज्य में राष्टपति शासन का उल्लेख करके हुए कहा था कि मैं चार बार मुख्यमंत्री कुर्सी पर बैठा, ऐसे में सवाल उठता है कि क्या वह 5वी बार मुख्यमंत्री बन पायेगें- वैसे उत्तराखण्ड में सितारों का यह उलटफेर रहा है कि यहां मुख्यमंत्री रिपीट नही होता- इस पर अलग से विशेष स्टोरी – बहुत जल्द –
TOP NEWS; www.himalayauk.org (Leading Digital Newsportal & Print Media; सितारों की चाल को पढने में माहिर विद्वान गुरूदेव देगें संकेेत- हिमालयायूके न्यूज पोर्टल में होगी एक्सक्लूसिव भविष्यवाणी प्रकाशित –
4जनवरी बुधवार को चुनाव आचार संहिता लागू होने के समय गुरु-चंद्रमा के दृष्टि संबंध से गजकेसरी नाम का राजयोग बन रहा है। जिससे वृष, मिथुन, कर्क, वृश्चिक, मकर, कुंभ और मीन राशि वालों को धन लाभ के साथ कई तरह से फायदा होगा। इनके अलावा अशुभ ग्रहों का असर अन्य राशियों पर होने का योग बना हुआ है- 26 जनवरी 2017 से शनि वृश्चिक से धनु राशि में प्रवेश रहेगा। वक्री होने के कारण 21 जून को पुन: वृश्चिक में आएगा फिर मार्गी होकर 26 अक्टूबर से धनु में प्रवेश करेगा।
शनि, राहू-केतु व बृहस्पति का राशि परिवर्तन बहुत अहम माना जाता है। नव वर्ष 2017 में 26 जनवरी को रात्रि 7 बजकर 31 मिनट पर शनि का राशि परिवर्तन होगा।
यह पूरा साल मेष राशि वालों के लिए काफी उठा-पटक व अस्थिरता वाला रहेगा। 26 जनवरी 2017 से वृषभ राशि वालों पर शनि की ढय्या लगेगी। समय ठीक नहीं है। बनते हुए काम में बार-बार रूकावटें आएंगी। मिथुन के लिए साल 2017 में शनिदेव आपकी राशि से छठे व सातवे स्थान पर रहेंगे। शनि की यह गति आपके लिए फायदेमंद रहेगी। कर्क राशि के लिए साल 2017 की शुरूआत में शनिदेव आपकी राशि से पांचवे स्थान पर रहेंगे। 26 जनवरी से धनु राशि में प्रवेश करते ही इस राशि के लिए शनि छठे भाव में रहेगा। शनि की यह स्थिति मध्यम फल देने वाली रहेगी। शनि के कारण जहां आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, सिंह राशि के लिए साल 2017 इस राशि वालों के लिए उम्मीदों से भरा होगा। इस वर्ष शनि की ढय्या का अल्पकालिक प्रभाव इस राशि पर रहेगा। कन्याि राशि के लिए इस राशि वालों के लिए साल 2017 चुनौतियों से भरा रहेगा। साल 2017 में इस राशि पर अंशकालिक ढय्या का प्रभाव रहेगा। तुला राशि के लिए साल 2017 की शुरूआत में तुला राशि पर शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण रहेगा। 26 जनवरी से 21 जून के बीच यह साढ़ेसाती उतर भी जाएगी। यह साल इस राशि वालों के लिए मिश्रित फल देने वाला रहेगा। व़श्चि क राशि के लिए साल 2017 में पूरे समय इस राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा। 26 जनवरी तक शनि आपकी राशि में रहेंगे, इसके बाद दूसरे स्थान पर रहकर फल देंगे। यह साल आपके लिए कुछ खास नहीं रहेगा। धनु राशि के लिए इस राशि पर पूरे साल शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव रहेगा, जिसके कारण इन्हें अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मकर राशि के लिए साल 2017 में इस राशि पर अंशकालिक रूप से शनि की ढय्या का प्रभाव रहेगा। 26 जनवरी से 21 जून तक व 26 अक्टूबर से साल भर तक शनि आपकी राशि से बारहवें स्थान पर रहेगा। व्यर्थ की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है। कुम्भण राशि के लिए इस राशि वालों के लिए साल 2017 बहुत ही शानदार रहेगा। इस साल शनि गोचरवश आपकी राशि से दसवे व ग्यारहवे स्थान पर रहेगा। मीन राशि के लिए सबसे उत्तम समय है- साल 2017 में शनि आपकी राशि से नौवे व दसवे स्थान पर रहेंगे। शनि की यह स्थिति आपके करियर के लिए अच्छी साबित होगी। इनकम ऑफ सोर्स इस साल बढ़ सकते हैं। आर्थिक स्थिति पहले से अधिक मजबूत होगी। बिजनेस में सफलता के पूरे-पूरे योग बन रहे हैं।
13 मार्च को होली का रंग किसके लिए मुफीद होगा, और कौन होगा जो रंगो से जी चुराएगा, जी हा, इस बार की होली कुछ खास विशेष होने जा रही है, 11 मार्च को उत्तएराखण्डथ विधानसभा चुनाव परिणाम आ चुके होगें और 13 मार्च को होली है, उत्त राखण्डय में कौन रंगों से होगा सरोबोर, होली का रंग किसके लिए होगा मुफीद, 13 मार्च की होली किसके लिए अनंत खुशियों का पैगाम ला रही है, इसका संकेत सितारों की चाल पढने में माहिर विद्वान भविष्यलवक्तास हिमालयायूके न्यू ज पोर्टल के लिए करेगे-
उत्तराखंड में 15 फरवरी को वोटिंग होगी। 11 मार्च को चुनाव परिणाम आयेगें- उत्त राखण्डो में विधानसभा की 70 सीटें। यहां कांग्रेस की सरकार है। 2012 में हुए विधान सभा चुनावों में कांग्रेस का वोट शेयर 33;8 प्रतिशत रहा तथा तथा 32 सीटें मिली थी वही बीजेपी को 31 सीटे मिली थी तथा वोट प्रतिशत 33;1 प्रतिशत रहा था- जबकि बसपा को 3 सीटे मिली थी तथा 12;2 प्रतिशत वोट शेयर रहा था, वही यूकेडी को 1 सीटे मिली थी तथा 1;9 प्रतिशत वोट शेयर रहा था, जबकि निर्दलीय 3 सीटे थी तथा इनका वोट शेयर 12;3 प्रतिशत रहा था,
उत्तराखंड में इलेक्शंन के बडे किरदार यह होगे जिनमें नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी,. हरीश रावत, . भुवनचंद्र खंडूरी, डा0 निशंक होगें, जो चुनाव के परिणामों को अपने पक्ष में करने के लिए आम जनता को प्रभावित करेगें, यह बात अलग है कि आम जनता का रूझान किस ओर बैठता है, उत्त.राखण्डव की जनता किसे अपने ज्याकदा मुफीद मानती है- कांग्रेस विधानसभा चुनावो के साथ 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों पर ध्यातन केन्द्री त करके चल रही है,
वही दूसरी ओर यूपी का एक ओपिनियन पोल आया था। उसके मुताबिक समाजवादी पार्टी की स्थिति सबसे मजबूत रहेगी लेकिन उसे पूर्ण बहुमत नहीं मिलेगा। वहीं बीजेपी दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी।
सपा कांग्रेस तथा अन्यि दलों के साथ मिलकर सरकार बना सकती है- हिमालयायूके न्यू ज पोर्टल ने कुछ माह पूर्व ही अपनी एक स्टोरी में यह प्रकाशित किया था-
शनि का राशि परिवर्तन का असर
मेष
मेष राशि का स्वामी मंगल शनि का मित्र ग्रह है। पिछले ढ़ाई वर्षों से मेष जातकों पर शनि की ढैय्या चल रही थी। इसी कारण हो सकता है इन्हें पिछले समय में अपने जीवन में काफी उतार-चढ़ाव भी देखने को मिले हों। नव वर्ष में आपकी शनि की ढ़ैय्या समाप्त हो रही है। अपने शारीरिक-मानसिक स्वास्थ्य, धन, ऋण आदि से संबंधित जो समस्याएं लंबे समय से आपको चिंतित कर रही हैं उनसे निजात मिलने की प्रबल संभावना है। अचानक से लाभ प्राप्ति के संयोग भी आपके लिये बन सकते हैं। अत: आपके लिये शनि का राशि परिवर्तन काफी सकारात्मक कहा जा सकता है।
वृषभ
वृषभ राशि का स्वामी शुक्र है जो कि शनि का मित्र ग्रह है। 2017 में वृषभ जातकों पर शनि की ढ़ैय्या शुरु होगी जो कि शारीरिक-मानसिक, धन व ऋण संबंधी दुष्चिंताओं को बढ़ाने वाली मानी जाती है। आपके बने बनाये कार्यों में भी अचानक बाधाएं आ सकती हैं। हो सकता है अत्यधिक कार्यदबाव या कार्यस्थल पर बढ़ती हुई जिम्मेदारियां आपको कार्य छोड़ने के लिये मजबूर करें। आपके लिये सलाह है कि अपने संयम को बनाये रखें व धैर्य और ईमानदारी के साथ कार्य करते हुए परिस्थितियों का डटकर मुकाबला करें। हर शनिवार शनिदेव का पूजन कर आप हालातों को सामान्य बना सकते हैं।
मिथुन
मिथुन राशि का स्वामी बुध है जो कि शनि का सम माना जाता है, आपकी राशि से शनि का परिवर्तन सातवां होगा। शनि की दृष्टि रहने के कारण आपको अनपे से बड़े व्यक्ति के क्रोध का शिकार होना पड़ सकता है। कार्यक्षेत्र स्थिरता आ सकती है। शारीरिक रूप से भी अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। संयम और विवेक से ही आप अपनी परेशानियों व परिस्थितियों पर काबू पा सकते हैं। आवेश में आकर जल्दबाजी में कोई भी निर्णय न लें किसी भी प्रकार का जोख़िम उठाने से पहले अच्छे से विचार विमर्श करें। शनिदेव की पूजा करें राहत मिल सकती है।
कर्क
कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा है जोकि शत्रु ग्रह है। आपकी राशि से शनि का परिवर्तन छठे घर में होगा जो कि शत्रु और रोग का घर माना जाता है। लंबे समय से चले आ रहे रोग, शत्रु, व बाधाएं दूर होने के आसार हैं। शनि की दृष्टि में न आने के कारण आपके लिये शनि का परिवर्तन सुख-समृद्धि व उन्नति देने वाला रहने की संभावना है।
सिंह
सिंह राशि का स्वामी सूर्य है जो कि शनि का शत्रु ग्रह है। पिछले ढ़ाई सालों से आपकी राशि पर शनि की ढ़ैय्या चल रही थी जिसके कारण हो सकता है आपका समय कठिनाइयों भरा रहा हो। लेकिन शनि के परिवर्तन के साथ ही शनि की ढ़ैय्या से भी आपको मुक्ति मिलेगी जिसके कारण शनि का परिवर्तन आपके लिये लाभप्रद कहा जा सकता है। लंबे समय से बनी हुई चिंताए, रोग व ऋण आदि से मुक्ति मिल सकती है।
कन्या
कन्या राशि का स्वामी बुध है। जिसके साथ शनि का संबंध समय रहता है। आपकी राशि में शनि की ढ़ैय्या प्रवेश कर रही है जो कि चिंताजनक हो सकती है। शुरुआती कुछ समय धन हानि के योग बन सकते हैं। इस कारण आपके सुख-शांति भरे जीवन में कुछ खलल पड़ सकता है। समय के साथ-साथ उतार-चढ़ावों का सामना आपको करना पड़ सकता है। शारीरिक रूप से भी अपनी सेहत के प्रति सचेत रहें। शनि देव की पूजा आपके लिये अनिवार्य है।
तुला
तुला राशि का स्वामी शुक्र है जो कि शनि के मित्र ग्रह हैं। आपकी राशि से शनि की साढ़े साती समाप्त हो रही है। शनि का परिवर्तन होने से पिछले सात सालों में परिश्रम, संयम, धैर्य का आपको मन अनुसार फल मिलने का योग है। आपके लिये शनि का राशि परिवर्तन काफी सुखद रहने के आसार हैं। व्यापार, कार्य, शिक्षा आदि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता आपके निकट रहने के आसार हैं। थोड़े से प्रयासों से आप इसे हथिया सकते हैं।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि का स्वामी मंगल है जिसके साथ शनि का मित्रवत संबंध माना जाता है। आपकी राशि से शनि का द्वितीय चरण समाप्त हो रहा है। आपकी राशि से ही शनि परिवर्तन कर रहे हैं जिसे ज्योतिष शास्त्र में उतर्राध दशा कहा जाता है। लंबे समय से अदालती मामलों, कार्यक्षेत्र, धन आदि में आ रही बाधाएं भी दूर होने के आसार बन सकते हैं। नये कार्यक्षेत्र, नये व्यवसाय के भी योग हैं आपके लिये शनि का परिवर्तन शुभ कहा जा सकता है।
धनु
धनु राशि का स्वामी बृहस्पति है जिनके साथ शनि का संबंध सम है। आपकी राशि में ही शनि प्रवेश कर रहे हैं। पिछले ढ़ाई सालों से चली आ रही कठिनाइयां कुछ कम हो सकती हैं। हृद्य, श्वास संबंधी रोग होने की भी संभावना हो सकती है। अपने खान-पान का खास तौर पर ध्यान रखें। राशि परिवर्तन के कुछ समय बाद शनि वक्री भी होंगे लेन-देन के मामलों में भी विशेष सतर्कता बरतें। आपके लिये शनि का राशि परिवर्तन मध्यम कहा जा सकता है।
मकर
मकर राशि के स्वामी स्वंय शनि है लेकिन राशि परिवर्तन के कारण मकर जातकों पर शनि की साढ़ेसाती शुरु हो रही है। इस कारण मकर जातकों को कार्यक्षेत्र से लेकर जीवन के विभिन्न पहलुओं में नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि स्वाराशि होने के कारण इसका फल आपके लिये मध्यम मिलने के आसार हैं। यदि आप चुनौतियों का डटकर मुकाबला करते हैं तो आने वाले समय में आप सफलता की मिसाल कायम कर सकते हैं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें खासकर सिर आदि में चोट लगने या दर्द रहने के योग बन रहे हैं। शनिदेव की पूजा अर्चना करना आपके लिये लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
कुंभ
कुंभ राशि का स्वामी भी स्वयं शनि है। आपकी राशि से शनि का परिवर्तन ग्यारहवें भाव में हो रहा है जो कि लाभ का घर माना जाता है। विदेश जाने के इच्छुक जातकों के लिये मार्ग प्रशस्त हो सकता है। आपके लिये धन लाभ के भी योग बन रहे हैं। शनि का परिवर्तन आपके लिये हर क्षेत्र में लाभप्रद रहने के आसार हैं। ईमानदारी से अच्छे समय का उपयोग करें आने वाले समय में पूर्ण लाभ की प्राप्ति हो सकती है।
मीन
मीन राशि के स्वामी देवगुरु बृहस्पति माने जाते हैं। इनके साथ शनि का मधुर संबंध माना जाता है। आपकी राशि से शनि का परिवर्तन दसवां होगा जोकि आपके कार्यक्षेत्र को दर्शाता है। कार्यक्षेत्र में सफलताएं मिलने का योग बने रहने के आसार हैं। जो जातक पिछले कुछ समय से रोजगार पाने के लिये प्रयासरत हैं उन्हें इच्छित क्षेत्र में रोजगार पाने के सुअवसर प्राप्त हो सकते हैं। आपकी राशि में शनि का परिवर्तन शुभ व खुशियां प्रदान करने वाला रह सकता है